रिलायंस इंडस्ट्रीज लि.
समाप्ति तिमाही 30-09-2022 के लिए, कंपनी द्वारा रिपोर्टेड संगठित बिक्री - Rs सबसे महंगा Share कौन सी कंपनी का है? 236377.00 करोड़ है, 4.89 % ऊपर, अंतिम तिमाही की बिक्री-Rs 225360.00 करोड़ से, और 32.55 % ऊपर पिछले साल की इसी तिमाही की बिक्री - Rs 178328.00 करोड़ से| नवीनतम तिमाही में कंपनी का Rs 15587.00 करोड़ का रिपोर्टेड टैक्स पश्चात शुद्ध मुनाफा है|
भारत में सबसे महंगा शेयर कौन सी कंपनी का है और क्यों?
भारत में सबसे महंगा शेयर कौन सी कंपनी का है और क्यों? आज हम लोग बात करने वाले हैं कि भारत में सबसे महंगा शेयर कौन सा है? कौन सी कंपनी का है? कितने रुपए का है? और इतना ज्यादा रुपए का क्यों है ? तो इन सब सवालों के जवाब को पाने के सबसे महंगा Share कौन सी कंपनी का है? लिए सबसे महंगा Share कौन सी कंपनी का है? आप पढ़ सकते हैं इस पूरे आर्टिकल को और आपको समझ आ जाएगा कि क्यों शेयर इतना महंगा हो जाता है?
Table of Contents
भारत में सबसे महंगा शेयर कौन सी कंपनी का है?
भारत में सबसे महंगा शेयर 90000का है जोकि एमआरएफ/MRF कंपनी का है. एमआरएफ कंपनी एक भारत की जानी नामी कंपनी है क्योंकि वर्षों से टायर बनाने की व्यापार में है.
यह कंपनी अपनी टायर बनाने की इंडस्ट्री में मार्केट लीडर भी है. एमआरएफ कंपनी भारत की पहली ऐसी कंपनी है जिसका इतना बड़ा शेयर का दाम हुआ है और यही भारत की सबसे पहली टायर बनाने वाली कंपनी भी है.
एमआरएफ कंपनी भारत की आजादी मिलने के 1 साल पहले यानी 1946 मैं इस व्यापार में आई थी और आते ही इन्होंने बड़े-बड़े कॉन्ट्रैक्ट लेकर सभी कारों में अपने टायर लगाएं और उसका निर्माण शुरू किया.
भारत में सबसे महंगा शेयर एमआरएफ का क्यों है?
एमआरएफ का सबसे महंगा शहर इसलिए है क्योंकि इन्होंने कभी भी स्टॉक स्प्लिट नहीं किया है जिसके चलते इस प्लेट ना होने की वजह से आज एमआरएफ का चेयर इतना महंगा हो चुका है कि कोई आम आदमी उसको लेने के बारे में सोच भी नहीं सकता. क्यों भारत का महंगा शेयर है?
पहला कारण:- अगर शेयर ज्यादा महंगा होता है तो उसके अंदर मैनिपुलेशन करना बहुत ही मुश्किल हो जाता है और कोई भी उस को कंट्रोल नहीं कर सकता या ऑपरेटर ऑपरेट नहीं कर सकता जिसके चलते वहां पर रिटेल निवेशक का पैसा सुरक्षित होता है. वहां पर लोगों का घाटा खाने के चांस भी कम हो जाते हैं.
दूसरा कारण:- जब शेयर महंगा होता है तो उसके अंदर वही लोग निवेश करने आते हैं जो ज्यादा शेयर को चाहते हैं या शेयर में बहुत लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं.
इसमें लंबे समय में ज्यादातर चांस है कि पैसा बनता है और किसी शेयर धारक को छोटी अवधि का प्लेयर नहीं माना जाता है क्योंकि इतने बड़े फंड से फंड मैनेजर या बड़े लोगों के पास ही होते हैं.
जो कि लंबी अवधि के लिए निवेश करना उचित समझते हैं.
महंगे शेयर को लेना चाहिए या नहीं?
अगर मैं आपसे कहूं कि आप इसके शेयर को लोगे या फिर नहीं तो आप में से बहुत सारे लोग कहेंगे कि मैं इस शेयर को कभी नहीं लूंगा क्योंकि इतना तो मेरे पास पैसा ही है कि जिस में इसके सबसे महंगा Share कौन सी कंपनी का है? सिर्फ एक या दो ही चला सके.
अगर मैं अपनी बात बताऊं तो आपको महंगा शेयर तभी लेना चाहिए अगर आप उसके अंदर लंबे समय तक के लिए निवेश करना चाहते हैं अगर आप यह सोचकर उस में पैसा लगा रहे हैं.
कि वह बड़ा शेयर है मेरे को 1 दिन में चार-पांच ₹100 बना कर दे देगा तो ऐसे लोगों के लिए यह शेयर नहीं है क्योंकि परसेंट वाइज अगर देखा जाए तो परसेंट उतना ही रहता है वह मार्केट से सबसे महंगा Share कौन सी कंपनी का है? कम ही रहता है.
जो लोग इस कंपनी के अंदर निवेश करना चाहते हैं. वो लोग इसके फंडामेंटल टेक्निकल सभी चीजों को चेक करें उसके बाद ही निवेश करें ऐसा कुछ भी सबसे महंगा Share कौन सी कंपनी का है? जरूरी नहीं है कि यह बड़ा शेयर है. तो इसके चलते हम इस शेयर को खरीद ले.
मैंने अभी तक 5000 से ज्यादा महंगा शेयर नहीं लिया है मैं यही मानता हूं कुछ अच्छी कंपनी के अंदर में अगर निवेश करता हूं तो मैं पहले देखता हूं और मेरे को उसकी कीमत से कोई फर्क नहीं पड़ता सिर्फ मेरा बजे थोड़ा हिल जाता है तो उसके सबसे महंगा Share कौन सी कंपनी का है? हिसाब से मैं फंड इकट्ठा करके शेयर खरीद ता हूं.
निष्कर्ष
अगर मैं आपको इसका निष्कर्ष बताऊं तुम मेरे हिसाब से आपको शेयर अपनी इच्छा अनुसार लेना चाहिए अगर आपको लगता है कि यह आने वाले समय में बढ़ सकता है तो आप उस हिसाब से देखिए.
आप इस शेयर को सिर्फ बड़ा शेर समझकर मत ले लीजिएगा कि यह शेयर ज्यादा रुपए का है तो मेरे को ज्यादा रिटर्न देगा. इस भ्रम को दिमाग से निकाल दीजिए.
अंत में मैं आपसे सिर्फ इतना कहना चाहूंगा इस के ज्यादा बड़े होने की वजह है इसका Stock Spilt ना होना. जिसके चलते यह शेयर इतना ज्यादा बड़ा हो चुका है लेकिन अगर मार्केट वैल्यूएशन के टाइम में देखा जाए तो यह इतनी बड़ी कंपनी नहीं है इससे भी बड़ी कंपनियां मार्केट में मौजूद है.
अगर आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा हो तो आप अपने दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूले जिससे उनको भी फाइनेंशियल एजुकेशन की कीमत का अंदेशा आए और आप और वह दोनों ही लोग अच्छा पैसा कमा सके.
Share Market: 50,000 बन गए 90 लाख रुपये! ये हैं सबसे महंगा Share कौन सी कंपनी का है? शेयर बाजार के 5 सबसे महंगे शेयर
शेयर बाजार वो जगह है जिसने कितनों को बनाया है तो बहुतों को बर्बाद भी किया है, लेकिन हम आपको बर्बादी की नहीं बल्कि आबाद करने वाले उन पांच शेयरों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो भारतीय शेयर बाजार में सबसे ज्यादा महंगे हैं.
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Share Market: शेयर बाजार वो जगह है जिसने कितनों को बनाया है तो बहुतों को बर्बाद भी किया है, लेकिन हम आपको बर्बादी की नहीं बल्कि आबाद करने वाले उन पांच शेयरों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो भारतीय शेयर बाजार में सबसे ज्यादा महंगे हैं. जिनके पास भी ये शेयर लिस्टिंग के शुरुआती दौर में सबसे महंगा Share कौन सी कंपनी का है? रहे होंगे आज वो मालामाल हैं. तो चलिए देखिए कौन से हैं पांच सबसे महंगे शेयर
1. MRF
सबसे सबसे महंगा Share कौन सी कंपनी का है? महंगे शेयर प्राइस वाली कंपनी MRF एक टायर बनाने वाली कंपनी के तौर पर जानी जाती है. MRF का मतलब है Madras Rubber Factory, 1946 में सिर्फ 14,000 रुपये में एक रबर बलून फैक्ट्री के तौर पर इसकी शुरुआत हुई थी. MRF टायर बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी है, इसके अलावा ये पेंट्स, खिलौने भी बनाती है. इस कंपनी की लिस्टिंग 18 सबसे महंगा Share कौन सी कंपनी का है? सितंबर 1996 को हुई थी.
MRF के 50,000 रुपये हो जाते 90 लाख
आज से करीब 10 साल पहले अगस्त 2001 में MRF का शेयर 500 रुपये तक फिसला था. उस वक्त अगर किसी ने MRF के 100 शेयर खरीदे होते, यानी 50,000 रुपये निवेश किया होता तो सोचिए आज उसकी क्या वैल्यू होती. आज MRF का शेयर NSE पर 90,000 रुपये पर है. इसका मतलब 1 50,000 रुपये की रकम आज की तारीख में 90 लाख रुपये होती. MRF का शेयर इसी साल 11 फरवरी को 98,600 रुपये तक भी पहुंचा था.
2. Honeywell Automation
ये कंपनी Honeywell की एक सब्सिडियरी कंपनी है जो कि एक MNC है, इसका हेडक्वार्टर कैलिफोर्निया में है. इसके भारत में 9 जगहों पर ऑफिस हैं, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, जमशेदपुर, पुणे, बड़ौदा, हैदराबाद, बैंगलुरू और गुरुग्राम. ये भारतीय शेयर बाजार का दूसरा सबसे महंगा शेयर है.
ये 18 जुलाई 2003 को भारतीय शेयर बाजार में लिस्ट हुई थी.
13,000 रुपये बन गए होते 43 लाख
फरवरी 2003 में इसका शेयर प्राइस 130-140 रुपये के बीच था. उस वक्त मान लीजिए किसी ने इस कंपनी के 100 शेयर खरीदे होते तो 130 रुपये के भाव पर 13,000 रुपये खर्च किए होते. आज NSE पर Honeywell Automation का शेयर प्राइस 43,000 रुपये से ज्यादा है. तो ऐसे में 18 सालों के दौरान ये 13,000 रुपये 43 लाख रुपये हो जाते.
3. Page Industries
Jockey जैसे ब्रांड्स की मालिक Page Industries का शेयर तीसरा सबसे महंगा शेयर है. इसकी लिस्टिंग NSE पर 16 मार्च 2007 को हुई थी.
27,000 बन जाते 29.46 लाख
लिस्टिंग के वक्त मार्च 2007 में Page Industries का शेयर 271 रुपये पर था. उस वक्त अगर किसी ने कंपनी के 100 शेयर खरीदे होते तो उसकी वैल्यू 27,100 रुपये होती, करीब 14 साल बाद आज की तारीख में NSE पर Page Industries का शेयर प्राइस 29460 रुपये है. यानी आज उसकी वैल्यू 29,46,000 रुपये होती. जबकि Page Industries का शेयर इसी महीने 10 फरवरी को 32205 रुपये के ऑल टाइम हाई पर भी गया था.
4. Shree Cements
श्री सीमेंट्स देश की सीमेंट बनाने वाली दिग्गज कंपनियों में से एक है. ये 26 अप्रैल 1995 को BSE और NSE पर लिस्ट हुई थी. ये भारतीय शेयर बाजार का चौथा सबसे महंगा शेयर है.
3000 रुपये बन जाते 28.75 लाख रुपये
अगस्त 2001 में Shree Cements का शेयर 30 रुपये का था. अगर उस वक्त किसी ने कंपनी के 100 शेयर खरीदे होते तो उसने 3000 रुपये चुकाए होते, आज Shree Cements का शेयर 28750 रुपये के पार है. आज सबसे महंगा Share कौन सी कंपनी का है? की तारीख उन 100 शेयरों की वैल्यू होती 28,75,000 रुपये
5. 3M India
3M India एक डायवर्सिफाइड कंपनी है, जिसका शेयर पांचवा सबसे महंगा शेयर है. इसे मिनेसोटा माइनिंग एंड मैन्यूफैक्चरिंग कंपनी कहते हैं, जो कि एक अमेरिकी संस्था है. ये कंपनी हेल्थकेयर, कंज्यूमर मैन्यूफैक्चरिंग में काम करती है. इसके बेहद पॉपुलर प्रोडक्ट्स में हैं स्कॉच ब्राइट, स्कॉच टेप्स हैं.
60,000 बन जाते 21.2 लाख रुपये
कंपनी की लिस्टिंग 13 अगस्त 2004 को हुई थी. फरवरी 2001 में 3M India का शेयर प्राइस करीब 600 रुपये था, उस वक्त अगर किसी ने 100 शेयर खरीदे होते तो उसे 60,000 रुपये देने होते, आज 3M India का शेयर 21200 रुपये पर ट्रेड कर रहा है. यानी उन शेयरों की कुल वैल्यू अब 21,20,000 रुपये हो गई होती.
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