अगर आप बाज़ार में नए हैं, तो आपके लिए बेहतर यही होगा कि आप BTST से दूर रहें क्योंकि आप उसके रिस्क को पूरे तरह से नहीं जानते।
डीमेट अकाउंट क्या है और Demat Account कैसे खुलवाएं हिंदी में
Demat Account In Hindi: अगर आप भी निवेशक बनना चाहते हैं और कितने डीमैट खाते हो सकते हैं शेयर बाजार में निवेश और ट्रेडिंग करके पैसे कमाना चाहते हैं तो उसके लिए आपको जरुरत पड़ती है Demat Account की. क्योंकि बिना Demat Account के आप शेयर की लेन – देन और शेयर को Hold नहीं कितने डीमैट खाते हो सकते हैं कर सकते हैं.
क्या आप जानते हैं Demat Account क्या है, डीमैट अकाउंट कैसे खुलवाएं, डीमैट अकाउंट कौन खुलवाता है, डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट में क्या अंतर है, डीमैट अकाउंट के फायदे और नुकसान क्या हैं तो आप एक दम सही लेख पर आये हैं.
क्लियरिंग और सेटलमेंट की प्रक्रिया
वैसे तो क्लियरिंग और सेटलमेंट बहुत ही सैधान्तिक विषय है लेकिन इसके पीछे की प्रक्रिया को समझना महत्वपूर्ण है। एक ट्रेडर या निवेशक के तौर पर आपको ये चिंता करने की ज़रूरत नहीं होती कि आपका सौदा कैसे क्लियर या सेटल हो रहा है, क्योंकि एक अच्छा इंटरमीडियरी यानी मध्यस्थ ये काम कर रहा होता है और आपको ये पता भी नहीं चलता।
लेकिन अगर आप इसको नहीं समझेंगे तो आपकी जानकारी अधूरी रहेगी इसलिए हम विषय को समझने की कोशिश करेंगे कि शेयर खरीदने से लेकर आपके डीमैट अकाउंट (DEMAT account) में आने तक क्या होता है।
10.2 क्या होता है जब आप शेयर खरीदते हैं?
दिवस 1/ पहला दिन- सौदे का दिन (T Day), सोमवार
मान लीजिए आपने 23 जून 2014 (सोमवार) को रिलायंस इंडस्ट्रीज के 100 शेयर 1000 रुपये के भाव पर खरीदे। आपके सौदे की कुल कीमत हुई 1 लाख रुपये (100*1000)। जिस दिन आप ये सौदा करते हैं उसे ट्रेड डे या टी डे (T Day) कहते हैं।
दिन के अंत होने तक आपका कितने डीमैट खाते हो सकते हैं ब्रोकर एक लाख रुपये और जो भी कितने डीमैट खाते हो सकते हैं फीस होगी, वो आपसे ले लेगा। मान लीजिए आपने ये सौदा ज़ेरोधा पर किया, तो आपको निम्नलिखित फीस या चार्जेज देनी होगी:
क्रमांक | कितने तरह के चार्जेज | कितना चार्ज | रकम |
---|---|---|---|
1 | ब्रोकरेज | 0.03% या 20 रुपये- इनमें से जो भी इंट्राडे ट्रेड के लिए कम हो | 0 |
2 | सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन चार्ज | टर्नओवर का 0.1% | 100/- |
3 | ट्रांजैक्शन चार्ज | टर्नओवर का 0.00325% | 3.25/- |
4 | GST | ब्रोकरेज का 18% + ट्रांजैक्शन चार्ज | 0.585/- |
5 | SEBI चार्ज | 10 रुपये प्रति एक करोड़ के ट्रांजैक्शन पर | 0.1/- |
कुल | 103.93/- |
शेयर मार्केट में निवेश: डीमैट अकाउंट खोलते समय ट्रांजेक्शन और मेंटेनेंस चार्ज सहित इन 5 बातों का रखें ध्यान, इससे आपको मिलेगा ज्यादा फायदा
अगर आप शेयर मार्केट में निवेश का प्लान बना रहे हैं तो इसके लिए आपको डीमैट अकाउंट खोलना होगा। इसके बिना आप शेयर मार्केट में ट्रेडिंग नहीं कर सकते हैं। कहीं भी डीमैट अकाउंट खोलने से पहले इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जिस ब्रोकेज हाउस में आप डीमैट अकाउंट खोल रहे हैं वो आपको कौन-कौन सी सुविधाएं देता और आपसे इसके बदले में कितना चार्ज लेगा। हम आपको ऐसी 5 बातों के बारे में बता रहें हैं जिनका ध्यान आपको डीमैट अकाउंट खोलते समय रखना चाहिए।
ब्रोकरेज और ट्रांजेक्शन फीस
भारत में ब्रोकरों के बीच डीमैट अकाउंट खोलने और ब्रोकरेज चार्ज अलग-अलग हैं। जबकि उनमें से ज्यादातर आजकल मुफ्त डीमैट खाते खोल रहे हैं। वे इक्विटी खरीदने और बेचने पर आपसे लेनदेन (ट्रांजेक्शन) फीस ले सकते हैं। डीमैट अकाउंट की फीस के अलावा सालाना मेंटेनेंस चार्ज और ट्रांजेक्शन फीस की भी जांच करें, कि आपके डीमैट अकाउंट का सालाना खर्च कितना है। ट्रांजेक्शन फीस को लेकर ब्रोकरों के बीच बड़ा अंतर हो सकता कितने डीमैट खाते हो सकते हैं है।
अपने डीमैट अकाउंट को फ्रॉड से कैसे बचाएं?
इस घटना ने डीमैट खातों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए. निवेशकों के लिए क्या रास्ता है अगर डीमैट में रखे शेयर या म्यूचुअल फंड यूनिट ट्रांसफर कर दिए जाए? क्या ट्रांसफर की गई यूनिटों को ट्रेस किया जा सकता है? इस तरह के फ्रॉड से बचने के लिए क्या तरीके अपनाए जा सकते हैं?
आज पहले के मुकाबले फ्रॉड की गुंजाइश काफी कम है. सेबी ने इसके लिए काफी इंतजाम किए हैं. उसने पावर ऑफ अटॉर्नी (PoA) एग्रीमेंट की कितने डीमैट खाते हो सकते हैं ड्राफ्टिंग के नियमों को कई मानकों पर कस दिया है. इसके तहत सेटेलमेंट के मकसद से प्रतिभूतियों और फंडों को ट्रांसफर करने के ब्रोकर के अधिकार सीमित कर दिए गए हैं. ब्रोकर बिना लिखित अनुमति के क्लाइंट के नाम से ट्रेडिंग नहीं कर सकते हैं.
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