SIP बंद कैसे करवाएं

Investment Tips: बिना रिस्क के चाहिए रिटर्न तो यहां लगा सकते हैं पैसा, मिलेगी फिक्स कमाई

FD Benefits: सभी बैंक अलग-अलग दरों पर फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) ऑफर करते हैं. FD खोलना बेहद सरल है और इसे ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से खोला जा सकता है. यह समझने के लिए कि FD में निवेश करना सबसे अच्छा विकल्प है, हमें FD Account के फायदों को जानने की जरूरत है.

alt

6

alt

5

alt

5

alt

5

Investment Tips: बिना रिस्क के चाहिए रिटर्न तो यहां लगा सकते हैं पैसा, मिलेगी फिक्स कमाई

FD Interest Rate: पैसा हर किसी को चाहिए. इनकम (Income) से की गई बचत को इंवेस्ट कर उस पर भी लोग अच्छा रिटर्न कमाना चाहते हैं. ऐसे में अपने पैसे को इंवेस्ट करने के लिए कई सारे ऑप्शन मौजूद है. इन्हीं में FD भारत में सबसे लोकप्रिय निवेश विकल्पों में से एक है. कई लोग फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) को सबसे अच्छा निवेश विकल्प मानते हैं और अपनी बचत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा इसमें निवेश करते हैं. बिना जोखिम के रिटर्न हासिल करने में FD भी शामिल है.

Fix Interest Rate
फिक्स्ड डिपॉजिट एक प्रकार का डिपॉजिट है जिसमें एक निश्चित अवधि के लिए पैसा लॉक रहता है. हालांकि, FD का कार्यकाल उस व्यक्ति के जरिए तय किया जाता है जो अपने फंड का निवेश करता है. यह कार्यकाल कुछ दिनों से लेकर कई वर्षों तक भी हो सकता है. इन फंडों में लॉकिंग के बदले में, फिक्स्ड डिपॉजिट जमाकर्ता को निश्चित ब्याज दर का भुगतान करते हैं.

कई हैं ऑनलाइन या ऑफलाइन निवेश क्या है फायदेमंद फायदे

सभी बैंक अलग-अलग दरों पर फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) ऑफर करते हैं. FD खोलना बेहद सरल है और इसे ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से खोला जा सकता है. यह समझने के लिए कि FD में निवेश करना सबसे अच्छा विकल्प है, हमें FD Account के फायदों को जानने की जरूरत है.

FD Benefits--

रिटर्न की सुनिश्चित दर:
लोग फिक्स्ड डिपॉजिट में अपने फंड का निवेश क्यों करना पसंद करते हैं इसका प्रमुख कारण रिटर्न की सुनिश्चित दर है. एक बार जब आप अपने धन को FD खाते में निवेश कर देते हैं, तो आपको रिटर्न की फिक्स रेट हासिल करने की गारंटी दी जा सकती है. बैंक अपनी वेबसाइट और बैंक शाखाओं में FD की ब्याज दर प्रकाशित करते हैं जिससे ग्राहक के लिए यह पता लगाना आसान हो जाता है कि उसे कितना रिटर्न मिलेगा. बैंकों के पास अपनी वेबसाइटों पर Fixed Deposit Interest Calculator भी है जहां एक ग्राहक किसी विशेष अवधि के लिए किसी विशेष राशि का निवेश करने पर मिलने वाले ब्याज की गणना कर सकता है.

ब्याज के लिए टैक्स सीमा:
बैंकों को किसी भी ब्याज पर तब तक कर कटौती करने के लिए बाध्य नहीं किया जाता है जब तक कि यह 10000 रुपये को पार न कर दे. इसका मतलब यह है कि जब तक ग्राहक के जरिए अलग-अलग फिक्स्ड डिपॉजिट पर अर्जित कुल ब्याज 10,000 रुपये से ज्यादा नहीं है तो बैंक कोई कर नहीं काटेगा.

लचीला कार्यकाल:
FD का कार्यकाल लचीला होता है और यह पैसा जमा करने वाले शख्स पर निर्भर करता है. प्रत्येक बैंक के अपने मिनिमम टेन्योर के नियम होते हैं. हालांकि, अंतिम निर्णय पैसा जमा करने वाले के जरिए लिया जा सकता है. यह तय करना भी संभव है कि फिक्स्ड डिपॉजिट को रिडीम करना है या समान अवधि के लिए इसे बढ़ाना है.

समय से पहले बंद करना:
फिक्स्ड डिपॉजिट को लिक्विडेट करना अपेक्षाकृत आसान है. ऑनलाइन बुक किए गए एफडी के लिए उन्हें नेट बैंकिंग के माध्यम से भी ऑनलाइन निकाला जा सकता है या अधिकांश बैंक शाखाओं में एफडी को बंद करने के लिए एक फॉर्म होता है.

FD पर लोन:
वित्तीय आपात स्थिति के मामले में एफडी एक भरोसेमंद माध्यम है. FD पर लोन लेना काफी आसान है. आप बैंक से FD की राशि पर लोन ले सकते हैं.

PPF Account: मैं पीपीएफ अकाउंट कैसे खोलूं? इसके लिए कौन से दस्तावेज चाहिए होंगे?

डिंपल अलावाधी

How to Open PPF Account Online or Offline: कई लोगों को कंफ्यूजन हैं कि क्या वे पीपीएफ अकाउंट ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरीकों से खोल सकते हैं? आइए आपकी कंफ्यूजन दूर करते हैं।

PPF Account: How to Open PPF Account Online or Offline, Know List of Documents Required and Steps in Hindi, government scheme, Public Provident Fund

  • छोटे निवेशकों के लिए पीपीएफ शानदार निवेश विकल्प है।
  • सरकार की पब्लिक प्रोविडेंट फंड स्कीम बेहद लाभदायक है।
  • आप ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरीकों से पीपीएफ अकाउंट खोल सकते हैं।

PPF Account: How to Open PPF Account Online or Offline: पब्लिक प्रोविडेंट फंड (Public Provident Fund, PPF) छोटे निवेशकों के लिए सबसे बेहतर निवेश विकल्पों (Investment Option) में से एक है। पीपीएफ के जरिए आप नियमित रूप से छोटी मात्रा में निवेश करके लंबी अवधि के लिए संपत्ति बना सकते हैं। लेकिन कई लोगों को अब तक यह नहीं पता कि वे पब्लिक प्रोविडेंट फंड अकाउंट कैसे खोल सकते हैं। क्या इसे ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से खोला जा सकता है? पीपीएफ अकाउंट खोलने के लिए किन दस्तावेजों की जरूरत होती है? आइए आपके इन्हीं सवालों के जवाब जानते हैं-

आप पब्लिक प्रोविडेंट फंड अकाउंट पोस्ट ऑफिस या बैंक में खोल सकते हैं। सबसे पहले जानते हैं कि इसके लिए किन दस्तावेजों की जरूरत होती है-

पीपीएफ खाता खोलने के लिए आपको चाहिए ये दस्तावेज (PPF Account Documents Required)

  • पहचान पत्र (वोटर आईडी/ पैन कार्ड/ आधार कार्ड)
  • प्रूफ ऑफ रेजिडेंस
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • पे-इन-स्लिप (बैंक ब्रांच या पोस्ट ऑफिस में उपलब्ध)
  • नॉमिनेशन फॉर्म।

ऑनलाइन पीपीएफ अकाउंट कैसे खोलें? (How To Open PPF Account Online)

  • सबसे पहले अपने नेट बैंकिंग पोर्टल में लॉग इन करें।
  • अब उस विकल्प पर क्लिक करें जो आपको एक नया पीपीएफ खाता खोलने की अनुमति देता है।
  • आप नॉमिनी की डिटेल्स, बैंक की जानकारी, आदि दर्ज करके पीपीएफ अकाउंट खोलना शुरू कर सकते हैं। अब आपको कुछ जानकारी, जैसे पैन कार्ड (PAN Card) दिखेगा।
  • जानकारी दर्ज करने के बाद, पीपीएफ खाते में जमा करने वाली राशि दर्ज करें।
  • अगले स्टेप में ओटीपी दर्ज करें, जो आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर या ट्रांजेक्शन पासवर्ड पर भेजा गया है।
  • इसे पूरा करने के बाद, पीपीएफ खाता बन जाएगा। आप स्क्रीन पर प्रदर्शित होने वाले अकाउंट नंबर को नोट कर लें।

पीपीएफ खाता ऑफलाइन कैसे खोलें? (How To Open PPF Account Offline)
आप अपने नजदीकी पोस्ट ऑफिस में जाकर ऑफलाइन पीपीएफ खाता खोल सकते हैं। यहां जानें इसका स्टेप- बाय- स्टेप प्रोसेस-

  • सबसे पहले अपने क्षेत्र के नजदीकी पोस्ट ऑफिस या सब-पोस्ट ऑफिस से एप्लिकेशन फॉर्म प्राप्त करें।
  • फॉर्म भरें और इसे आवश्यक केवाईसी दस्तावेजों और एक पासपोर्ट साइज फोटो के साथ जमा करें।
  • इनिशियल डिपॉजिट के साथ सभी दस्तावेज जमा करने के बाद आवेदक को पीपीएफ खाते के लिए एक पासबुक सौंपी जाएगी। पासबुक में खाताधारक का नाम, पीपीएफ अकाउंट नंबर, शाखा का नाम आदि जैसी सभी जानकारी होगी।

(Disclaimer: यहां टाइम्स नाउ नवभारत द्वारा किसी भी योजना में निवेश की सलाह नहीं दी जा रही है। ऑनलाइन या ऑफलाइन निवेश क्या है फायदेमंद यह सिर्फ जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी योजना में निवेश करने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।)

Times Now Navbharat पर पढ़ें Business News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।

SIP बंद कैसे करवाएं

SIP बंद कैसे करवाएं यह जानना बहुत आवश्यक है। यदि आप भी म्यूचुअल फंड में SIP के द्वारा निवेश करते हैं और यह जानना चाहते हैं कि एक बार SIP शुरू होने के बाद उसे बंद कैसे करवाएं तो यहां पढ़ें। बहुत से लोग नहीं जानते कि वे कभी भी अपने एसआईपी को रोक सकते हैं। एसआईपी को रोकने या आपके निवेश को रद्द करने के लिए कोई जुर्माना या शुल्क नहीं लगता है। एसआईपी को एक निश्चित अवधि के लिए अस्थाई तौर पर भी रोका जा सकता है। SIP के बारे में अधिक जानकारी और अन्य पहलुओं को जानने के लिये SIP meaning in Hindi हमारा लेख विस्तार से पढ़ें। Information in Hindi about how to close SIP.

SIP बंद कैसे करवाएं

SIP बंद कैसे करवाएं

SIP बंद कैसे करवाएं – ऑनलाइन या ऑफलाइन निवेश क्या है फायदेमंद आवश्यकता

व्यवस्थित निवेश योजना (SIP) या सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान एक चुनी हुई म्यूचुअल फंड स्कीम में पूर्वनिर्धारित अवधि के लिए हर महीने एक निश्चित राशि निवेश करने की योजना है। विस्तार से SIP क्या है हमारी साइट पर पढ़ें। आप अपने निवेश करने के निर्णय की नयी जानकारी के आधार पर समीक्षा कर सकते है जो कि योजना के प्रदर्शन या संचालन के संबंध में उपलब्ध हो, या निवेशक की व्यक्तिगत आवश्यकता में बदलाव, जिससे SIP को बंद करने की आवश्यकता हो। पढ़िये SIP vs RD in hindi हमारी साइट पर।

SIP बंद क्यों करवाना चाहते हैं?

आपकी म्यूचूअल फंड स्कीम कैसा प्रदर्शन कर रही है इसकी तुलना आप बाजार के बेंच मार्क या वैसी ही अन्य स्कीम के उसी अवधि में किए गए प्रदर्शन से कर सकते हैं। यदि आप अपना SIP इसलिए बंद करवा रहे हैं कि बाजार का ही प्रदर्शन खराब है तो एक बार फिर से सोच लें। कोई भी फैसला करने से पहले गिरते बाजार में SIP चालू रखने के फायदे जान लें। SIP का मुख्य उद्देश्य ही यही है कि बाज़ार की ऊंची नीची हालात में हर स्तर पर निवेश किया जाए। फिर भी यदि आप अपने SIP को बंद करवाना चाहते हैं तो SIP बंद कैसे करवाएं यह आपको नीचे बताते हैं।

SIP बंद कैसे करवाएं How to Close SIP in Hindi

SIP बंद करवाने के लिए म्यूचुअल फंड और बैंक जिसके माध्यम से आवधिक निवेश के लिए धन उपलब्ध कराया जा रहा है, को एसआईपी को बंद करने के फैसले के बारे में सूचित किया जाना चाहिए। आप ऐसे ऑनलाइन या बैंक अथवा म्यूचूअल फंड स्कीम के ऑफिस की शाखा या अपने एडवाइजर के पास जा कर करवा सकते हैं।

यदि आप SIP में निवेश ECS से करवाते हैं तो आप अपने बैंक को सूचित कर सकते हैं और ECS को रुकवा सकते हैं। इसके लिए आप ऑनलाइन बैंकिंग में अपनी म्यूचूअल फंड कम्पनी को बिलर के रूप में हटा सकते हैं। इसके अलावा बैंक की शाखा में जा कर भी ECS को रुकवा सकते हैं। आप अपने खाते में बैलेन्स कम कर सकते हैं। ज़्यादातर तीन बार यदि ECS से राशि नहीं मिलती है तो म्यूचूअल फंड आपके SIP को बंद कर देता है।

आप अपनी म्यूचूअल फंड कम्पनी के ऑनलाइन साइट पर जाएं और उनके द्वारा दिए गए यूज़र आइडी और पासवर्ड से लोगिन करके अपनी स्कीम के SIP को बंद कर सकते हैं। यदि आपने किसी ब्रोकर या ट्रेडिंग कम्पनी से SIP लिया है तो सम्बंधित साइट पर जाकर आप इसे ऑनलाइन बंद करवा सकते हैं।

ऑफलाइन अपने एसआईपी को बंद कैसे करवाएं यह बहुत आसान है। उपयोगकर्ता को एसआईपी कैन्सेलेशन फॉर्म डाउनलोड करने की आवश्यकता है और एसआईपी कैन्सेलेशन फॉर्म निवेशक द्वारा भरा जाना चाहिए। निवेशक को इसे विशेष म्यूचुअल फंड कंपनी या आपके वितरक / म्यूचुअल फंड के ब्रोकर या उस म्यूचुअल फंड के रजिस्ट्रार को जमा करने की आवश्यकता है। फॉर्म म्यूचुअल फंड वेबसाइट से डाउनलोड किया जा सकता है।

वेबसाइट से एसआईपी कैन्सेलेशन फॉर्म डाउनलोड करें और इसे ए 4 पेज पर प्रिंट करें। दस्तावेज प्रारंभ तिथि और विराम की समाप्ति तिथि को फॉर्म में स्पष्ट रूप से उल्लिखित किया जाना चाहिए। फॉर्म मौजूदा एसआईपी, निवेशक का नाम और फोलिओ नंबर के ब्योरे के लिए पूछता है। यह सब विवरण भरने के बाद आपको उस पर ऑनलाइन या ऑफलाइन निवेश क्या है फायदेमंद हस्ताक्षर करने होते हैं। सभी यूनिट धारकों को एसआईपी कैन्सेलेशन फॉर्म पर हस्ताक्षर करने की आवश्यकता है।

आपको निम्नलिखित विवरण भरने की जरूरत है: आवेदकों का नाम PAN नम्बर, योजना का नाम, फोलियो संख्या, एसआईपी अवधि: प्रारंभ तिथि और समाप्ति तिथि, एसआईपी राशि, बैंक का विवरण, ईसीएस का विवरण। दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने के बाद इस एसआईपी कैन्सेलेशन फॉर्म को म्यूचुअल फंड हाउस या निधि के रजिस्ट्रार या आपके वितरक / ब्रोकर / सलाहकार / परामर्शदाता एजेंट के पास जमा करवा दें। आवेदक भी अपने आवेदन को ट्रैक कर सकता है। अपने एसआईपी कैन्सेलेशन आवेदन पत्र की स्थिति को ट्रैक करने के लिए, आपको एसआईपी कैन्सेलेशन फॉर्म और पावती पर्ची की एक प्रति रखनी होगी। अपना अनुरोध जमा करने के बाद एसआईपी ईसीएस को रोकने में लगभग 30 दिन लगते हैं।

यहां हमने आसान हिंदी में विस्तार से समझा SIP बंद कैसे करवाएं जिससे आवश्यक्ता पड़ने पर आप इसे बंद करवा सकें।

म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश कैसे शुरू करे?

आज का विषय है, How to Invest in Mutual Fund in Hindi (म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश कैसे करे?) जिस topic के बारे में आज हम इस पोस्ट पर बताने वाले है। हो सकता है, ज्यादातर लोग इस बारे में नही जानते हो की म्यूच्यूअल फण्ड क्या है? वैसे तो अपनी पिछली पोस्ट ऑनलाइन या ऑफलाइन निवेश क्या है फायदेमंद पर हमने काफी detail में इस बारे में बताया हुआ है, पर फिर भी हम आपको एक मोटा idea दे देते है।

How to Invest in Mutual Fund in Hindi

अगर बिल्कुल आसान से शब्दों में समझना हो तो Mutual fund एक Collective investment है। जिस पर एक नही बल्कि कई लोग अपना पैसा invest करते है। निवेश किये गए इन पैसों से एक बड़ा Fund तैयार होता है जिसे Mutual fund Companies शेयर मार्केट, Stokes etc. जैसी चीजो में लगाती है और वहां से मुनाफा कमाकर अपने Investors को profit के साथ वापस कर देती है। इसके बदले वह कुछ प्रतिशत अपनी फीस काट लेते है।

अब अगर आप सोच रहे है, यह काम कैसे करता है। इसकी एक लंबी process होती है जिसे अगर आप बारिकी से समझना चाहते है तो हमारी पिछली पोस्ट को जरूर पढ़ें। अब क्योंकि यह लेख ”म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश कैसे करे” के बारे में है। तो अभी हम इस पर ज्यादा ध्यान देंगे। तो चालिये जानते है, की एक नया निवेशक म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश कैसे कर सकता है।

How to Invest in Mutual Fund in Hindi

Mutual fund ऐसे लोगो को निवेश करने के लिए प्रेरित कर रहा है। जो मुश्किल से महीने का 1000 या 2000 तक ही save कर पाते है। अब क्योंकि mutual fund की Scheme ऐसी है, की आप 500 रुपये से भी निवेश की शुरुवात कर सकते है। इसीलिए middle income वाले निवेशक की संख्या mutual fund में ज्यादा है। जिसके कारण mutual fund Companies ऑनलाइन या ऑफलाइन निवेश क्या है फायदेमंद भी अपनी schemes एक आम व्यक्ति के फायदे के हिसाब से ला रही है।

कुल मिलाकर देखा जाये तो म्यूच्यूअल फण्ड बाकी के मुकाबले बेहतर फण्ड है middle class व्यक्ति के निवेश करने के लिये। अब क्योंकि mutual fund भी बाजार जोखिमों के अन्तर्गत आता है, तो जाहिर है इसमें निवेशक का पैसा डूबने के खतरा बना रहता है। वैसे आप चाहे तो इसे बिल्कुल सौ प्रतिशत safe बना सकते है। mutual फण्ड में कई प्रकार के फण्ड है, जिनके आधार पर ही तय हो पायेगा की आपका निवेश किया गया पैसा कितना सुरक्षित है।

इसीलिए mutual fund खरीदने का पहला कदम है, अपनी Capacity के हिसाब से एक सही Mutual Fund scheme का चुनाव। इसीलिए मेरा आपको सुझाव है, ऑनलाइन या ऑफलाइन निवेश क्या है फायदेमंद mutual fund में निवेश करने से पहले mutual फण्ड की जानकारी अधिक से अधिक जुटा ले। अधूरी जानकारी के साथ निवेश की शुरुवात न करे। तो चलिये अब आपका अतिरिक्त समय बरबाद न करते हुए अपने topic पर वापस आते है।

इच्छुक निवेशक mutual fund में invest की शुरुवात इन तरीकों से कर सकते है:

  1. Mutual Fund प्रतिनिधि/ Distributor, ऑनलाइन या ऑफलाइन निवेश क्या है फायदेमंद Bank या किसी MF Agent/ Broker के द्वारा । इसे Offline invest भी कहा जाता है ।
  2. Asset management company अथवा Bank/AMC की website के द्वारा। इसे Online invest भी कहा जाता है।
  3. Mutual fund सिप (SIP) के द्वारा।

इन तीनो तरीको से हम mutual fund में निवेश की शुरुवात कर सकते है। तो चलिये अब एक – एक करके इन तीनो Method के बारे में जानते है।

म्यूच्यूअल फण्ड प्रतिनिधि, बैंक या किसी एजेंट के माध्यम से:

अगर आप एक offline निवेश करने के इच्छुक है तो उसके लिए आप अपने नजदीकी Mutual fund branch, Mutual fund Distributor या किसी Bank, agent के पास जा सकते है। सबसे जरूरी चीज एक नए निवेशक के लिए अनिवार्य है, की वह निवेश करने से पूर्व KYC जरूर करा ले।

क्योंकि उसके बिना आप म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश की शुरुवात नही कर पाएंगे। वहाँ जा कर आपको एक form भरना होगा और कुछ जरूरी Documents को इस form से Attached कर देना होगा लगने वाले Document की सूची इस प्रकार है।

Documents Required to Invest in Mutual Fund

1) Proof of Identity
2) Proof of Address
3) Passport size Photographs
4) Pan Card
5) KYC individual form.

अगर आप नाबालिग है, तो आपको third party declaration for minors फॉर्म भी fill करके देना होगा। एक बार यह Steps Complete हो जाने के बाद आप आसानी से निवेश शुरू कर सकते है।

Bank/AMC की Website द्वारा:

Online निवेश करने के लिए जरूरी है Mutual Fund के बारे में पर्याप्त जानकारी। एक निवेशक के लिए online invest करने का पहला कदम होता है, सही Mutual fund का चुनाव। इसीलिए जरूरी है, कि आप हमारी पिछली पोस्ट पढ़ले या फिर आप Moneycontrol.com पर जा कर अब तक के Best Fund के बारे में जान सकते है।

यह वेबसाइट आपको equity, debt, hybrid, money market etc. सभी mutual fund scheme के top funds के बारे में बताती है। यहां से आप किसी भी fund की Overall performance देख सकते है। ये website आपको बहुत हद तक एक best Mutual fund चुनने में मदद करेगी। एक बार आप अपने लिए mutual fund चुन लें।

उसके बाद आप सीधे Mutual fund house की वेबसाइट या किसी Bank/AMC की वेबसाइट पर जा कर Register करना है। उसके बाद आपको एक form fill करना होगा पर याद रहे ऑनलाइन निवेश करने के लिए भी आपको पहले KYC पूरा करने की जरूरत है। अब एक बार यह process Complete हो जाने के बाद आप online invest शुरू कर सकते है।

Mutual Fund SIP के द्वारा:

सिप (SIP) Mutual Fund में invest करने का सबसे आसान तरीका है। इसमें आप offline या online दोनों ही तरीको से निवेश की शरुवात कर सकते है। इसके लिए आपको एक one time debit mandate फॉर्म भरना होगा। यह फॉर्म आप अपने बैंक या जिस online website से आप निवेश करने की सोच रहे है, वहां से प्राप्त कर सकते है। सिप (SIP) के जरिये निवेश करने पर आपका तय किया गया amount हर महीने mutual फण्ड में auto debit होता रहता है।

Conclusion

अंत मे अगर इस पोस्ट How to Invest in Mutual Fund in Hindi (म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश कैसे करे?) में बतायी गयी जानकारी आपको helpful लगी तो कृपया Comment के माध्यम से अपने सुझाव दे। Mutual fund में investment से related अपने सवाल हमसे पूछने के लिये नीचे कमेंट जरूर करे।

रेटिंग: 4.84
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 683