क्या Bitcoin एक Bubble है? Bitcoin Bubble Meaning in Hindi
वैसे तो आप सब bubble का अर्थ जानते ही होंगे। लेकिन अगर आर्थिक यानी व्यापारिक दृष्टि से bubble का अर्थ होता है कि जिस चीज पर आपने पैसा लगाया है, वह चीज डूब जाए या उसकी क्या क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला फूट रहा है कीमत एकदम से नीचे चली जाए और आपको खूब घाटा हो जाए उसको हम Bubble कहते हैं।
यह शब्द वित्तीय दुनिया में बहुत आम है। ऐसा तब होता है जब सट्टेबाज अपने मूल मूल्य से ऊपर के पूंजीगत लाभ (capital gain) की उम्मीद के साथ एक वित्तीय संपत्ति (financial instrument) खरीदते हैं। तो, इस संपत्ति की कीमत उसके वास्तविक मूल्य से बहुत अधिक हो जाती है।
परिसंपत्ति (asset) पैसे जमा करती है, बहुत तेजी से फुलाती है और एक दिन यह फट जाती है, और उसकी कीमत स्थायी रूप से गिर जाती है।
Bubble, अर्थव्यवस्था की एक सामान्य घटना है। इंटरनेट कंपनियों के स्टॉक में 2000 में भारी वृद्धि देखी गई और कई विश्लेषकों और विशेषज्ञों ने दावा किया कि उनकी दर प्रासंगिक थी। उन्हीं लोगों ने 2006 में संयुक्त राज्य, अमेरिका और ग्रेट ब्रिटेन में अचल संपत्ति की कीमतों के बारे में बात की, जिससे आर्थिक संकट पैदा हो गया।
आर्थिक Bubble के example
2008 में अमेरिका में एक क्राइसिस देखने को मिली थी जिसकी वजह से कई अमेरिकी बैंक bankrupt हो गए थे।
दरसल मामला यह था कि 2000 के बाद अमेरिका में इन्वेस्टर IT कंपनियों में पैसा नहीं लगाना चाहते थे क्योंकि उनके दाम बेहद कम हो गए थे। तो इन्वेस्टर ने रियल स्टेट में पैसा लगाना उचित समझा। लोग भी घर खरीदने लगे और घर खरीदने के लिए तमाम बैंकों से लोन लेने लगे।
बैंक भी उनका क्रेडिट चेक किए बिना उन्हें घर खरीदने के लिए पूरा का पूरा पैसा दे दिया। लेकिन जब बैंक ने उस लोन पर इंटरेस्ट बढ़ा दिया तो लोगों ने किश्त देना बंद कर दिया और ऐसे में बैंक को लोन वसूलने के लिए उनके घर बेचने पड़े। लेकिन इतनी भारी मात्रा में बैंक क्या क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला फूट रहा है ने लोगों को लोन दिए थे कि घरों की कीमत सबसे निम्न स्तर पर आ गई। जो घर 5000000 का था वह 2500000 का बिकने लगा। ऐसे में बैंकों को बहुत घाटा हुआ।
क्या Bitcoin Bubble है?
2013 में बहुत सारे वैज्ञानिकों ने कहना शुरू किया कि Bitcoin ( BTC) एक bubble की कुछ विशेषताओं को दिखा रहा था। उदाहरण के लिए, ऑस्ट्रेलियाई अर्थशास्त्री जॉन क्विगिन ने “द बिटकॉइन बबल एंड ए बैड हाइपोथीसिस” नामक एक लेख लिखा और वॉरेन बफेट ने निवेशकों को बीटीसी से दूर रहने की सलाह दी।
दिसंबर 2017 में Bitcoin की कीमतें गिरने लगी थी। क्योंकि ढेर सारे लोगों ने बिटकॉइन में दिलचस्पी दिखाई थी और बिटकॉइन में इन्वेस्ट करने लगे थे। और ऐसे में US$ 20000 से US$ 6000 तक बिटकॉइन के दाम गिरे।
लोगों को लगता है कि बिटकॉइन बबल है लेकिन ऐसा नहीं है। क्योंकि क्रिप्टो करेंसी मुद्रा पर किसी भी सरकार का स्वामित्व नहीं होता यानी कोई भी देश क्रिप्टो करेंसी पर अपना अधिकार नहीं जमा सकता। क्योंकि बिटकॉइन को कोई भी सरकार या कोई भी संस्था प्रिंट नहीं कर सकती। केवल इसकी mining करके ही नए Bitcoin बनाए जा सकते हैं जो कि लिमिटेड हैं। पूरे विश्व में 210,00000 Bitcoin ही बनाए जा सकते हैं। उसके बाद इसका उत्पादन बंद हो जाएगा।
बिटकॉइन बनाने के लिए mining करते रहते हैं। एल्गोरिथ्म, और बड़े-बड़े गणित के फार्मूल को सॉल्व करके बिटकॉइन क्रिप्टो करेंसी प्राप्त की जाती है। इसके बदले mining करने वाले माईनरस को भी payment के रूप में कुछ Bitcoin मिलते हैं। यही उनकी फीस होती है।
तो आप निश्चिंत रहें bitcoin bubble नहीं है आपका पैसा सुरक्षित है।
जब तक आप अपना Bitcoin किसी को ट्रांसफर या किसी से भेजते नहीं तब तक वह Bitcoin आपके पास ही रहेगा आप जब चाहे उसको खरीदे या बेचे।
फूटेगा क्रिप्टोकरेंसीज का बुलबुला, ज्यादा लालच करेगा सत्यानाश, हर्ष ने दी सलाह
हर किसी की किस्मत कनाडा के चांगपेंग झाओ (Changpeng Zhao) सी नहीं होती. कभी मैकडॉनल्ड्स (McDonald’s) में बर्गर ब्वॉय का काम करने वाले झाओ ने क्रिप्टोकरेंसीज की बदौलत रातोंरात दुनिया के अरबपतियों की लिस्ट में आ गए. हाल में उनकी नेटवर्थ मुकेश अंबानी से भी आगे पहुंच गई थी. ज्यादा लालच के चक्कर में एक दिन सब गवां बैठेंगे. यह मुद्दा क्रिप्टोकरेंसी के भविष्य को लेकर पूरी दुनिया जारी है।
बिटकॉइन की सफलता के बाद हाल के वर्षों में दुनिया में कई क्रिप्टोकरेंसीज आई हैं। यही वजह है कि दुनिया में इनके निवेशकों की संख्या तेजी से बढ़ी है। रातोंरात अमीर बनने के चक्कर में करोड़ों लोग क्रिप्टोकरेंसीज पर पैसा लगा रहे हैं। हालांकि अब तक अल साल्वाडोर को छोड़कर दुनिया के किसी भी देश ने क्रिप्टोकरेंसीज को मान्यता नहीं दी है। आलोचकों का कहना है कि क्रिप्टोकरेंसीज का बुलबुला आगे चलकर फूट गया है।
सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाले हर्ष गोयनका का भी यही मानना है। गोयनका ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट करके क्रिप्टोकरेंसीज में निवेश करने वाले लोगों को नसीहत दी है। इसके साथ ही उन्होंने लिखा कि क्रिप्टोकरेंसीज का ऐसा ही हाल होगा। इस वीडियो में एक आदमी एक जगह पानी पीने के लिए एक दुकान के आगे बैठ रहा है। इस दुकान का शटर आधे से अधिक बंद है। उस आदमी की बोतल लुढ़कते हुए दुकान के अंदर चली जाती है। लेकिन दुकान के अंदर से दो बोतलें बाहर आती हैं। इसे बाद वह आदमी एक पैकेट अंदर डालता है और अंदर से दो पैकेट बाहर आते हैं। आदमी का लालच बढ़ता जाता है। फिर वह एक नोट अंदर डालता है तो वहां से दो नोट निकलते हैं। आखिर में वह आदमी अपने सारे नोट अंदर डाल देता है लेकिन इस बार शटर बंद हो जाता है। इस तरह वह आदमी लालच के चक्कर में अपनी पूरी कमाई गंवा देता है
NFT क्या है?
वर्तमान समय में दुनिया डिजिटाइजेशन की ओर बहुत तेजी से बढ़ रही है | इसके साथ ही बिटकॉइन, एथेरियम आदि जैसी विभिन्न प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी का चलन बढ़ता जा रहा है | इसी बीच पिछले कुछ दिनों से बीच एनएफटी (NFT) का नाम कुछ ज्यादा ही चर्चा में चल रहा है | दरअसल यह एक नॉन-फंजिबल टोकन है, जिसे आप क्रिप्टोग्राफिक टोकन भी कह सकते है | एनएफटी एक प्रकार की डिजिटल संपत्ति है, जिसने इसी वर्ष मार्च में एनएफटी कलाकृतियों के लाखों डॉलर में बिकने के बाद लोकप्रियता हासिल की।
बाद में, किंग्स ऑफ लियोन रॉक ग्रुप जैसे संगीतकारों ने भी उन्हें अपने नवीनतम एलबम के लिए अपनाया। हालाँकि अर्थशास्त्रियों का मानना है कि भले ही इसकी लोकप्रियता बढ़ रही है लेकिन यह सब एक बुलबुला है, जो जल्द ही फट जाएगा। NFT क्या है ? यदि आपको इसके बारें में जानकारी नहीं है, तो आपको यहाँ NFT का फुल फॉर्म और एनएफटी कैसे काम करता है ? इसके बारें में पूरी जानकारी दी जा रही है |
एनएफटीका फुल फॉर्म (NFT Full Form)
Table of Contents
NFT का फुल फॉर्म “Non Fungible Token (नॉन-फंजिबल टोकन)” होता है | यह प्रकार का डिजिटल टोकन होता है,जिसे डिजिटल मार्केटप्लेस में बड़ी सरलता से खरीदा या बेचा जा सकता है | यदि आप इसका उपयोग करना चाहते है, तो आप इसे डिजिटल असेट्स या सामानों के लिए कर सकते है | नॉन-फंजिबल टोकनको स्टैंडर्ड और ट्रेडिशनल एक्सचेंजेज में ट्रेड नहीं किया जा सकता है।
एनएफटी का क्या मतलब होता है
नॉन-फंजिबल टोकन अर्थात एनएफटी को पहली बार मई 2014 में केविन मैककॉय (Kevin McCoy) और अनिल दास (Anil Dash) द्वारा बनाया गया था | यह इथेरियम (Ethereum) ब्लॉक चैन टेक्नोलॉजी के सिद्धांत पर कार्य करता है। कोई ऐसी तकनीकी आर्ट जिसके बारे में यह दावा किया जाता है, कि वह यूनिक है और साथ ही यह स्थापित किया जाता है, कि उसका क्या क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला फूट रहा है ओनर्स राइट किसी स्पेसिफिक परसन के पास है, तो उसे नॉन-फंजिबल टोकन या एनएफटी कहा जाता है।
एनएफटी एक प्रकार के यूनिक टोकन्स होते हैं अर्थात यह डिजिटल असेट्स होते हैं, जो वैल्यू को जनरेट करते हैं। उदाहरण के लिए आप 10 रुपये के नोट को 5 रुपये के दो नोटों में बदल सकते हैं और इसका मूल्य समान होगा। नॉन-फंजिबल टोकनमें अद्वितीय गुण होते हैं, यह एक घर या एक पेंटिंग हो सकती है |
जिसमें अद्वितीय गुणऔर विशेषताएं हों, आप मूल पेंटिंग का फोटो या प्रिंटआउट ले सकते हैं, लेकिन केवल एक ही मूल पेंटिंग होगी । आज की इस डिजिटल दुनिया में एनएफटी एक तरह की संपत्ति की गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं। किसी भी संपत्ति या टुकड़े की तरह, एनएफटी को खरीदा और बेचा जा सकता है। हालांकि, इसकी बिक्री और खरीद डिजिटल रूप से होती है।
एनएफटी कैसे काम करते हैं (How do NFTs work) ?
नॉन-फंजिबल टोकन एनएफटी का उपयोग डिजिटल संपत्ति या सामानों के लिए किया जा सकता है | सभी उपलब्ध एनएफटी के पास एक अद्वितीय डिजिटल हस्ताक्षर है। मुख्य रूप से यह देखा गया है, कि एनएफटी को क्रिप्टोक्यूरेंसी ईथर के साथ या डॉलर में खरीदा जाता है। एक ब्लॉकचेन एनएफटी के लिए हुए लेनदेन का रिकॉर्ड रखता है। इंटरनेट पर उपलब्ध डिजिटल वस्तुओं जैसे छवियों, वीडियो, संगीत, टेक्स्ट और यहां तक कि ट्वीट्स को एक अनूठी प्रक्रिया के माध्यम से एनएफटी में बदला जा सकता है।
डिजिटल प्रारूप में उपलब्ध कलाकृति और अन्य संपत्तियों को इसके रचनाकारों द्वारा टोकन किया जा सकता है। वह इसे एक अद्वितीय डिजिटल प्रमाणपत्र और स्वामित्व के हस्ताक्षर बनाकर करते हैं, इसलिए एनएफटी बनाते हैं और बाद में वह इसे डिजिटल रूप से बेचते हैं।
उदाहरण के रूप में, यदि आपके पास कोई यूनिक पेंटिंग है और आप इसे बेचना चाहते है, तो इस पेंटिंग के लिए सबसे अधिक बोली लगाने वाले को यह पेंटिंग दे दी जाती है और उस पेंटिंग के बदले में ओरिजनल आर्टिस्ट को पैसे मिल जाते है | ठीक इसी प्रकार नॉन फंजिबल टोकन भी का र्य करता है | लेकिन यह डिजिटली रूप में किया जाता है अर्थात इसमें ऑनलाइन बोली लगाई जाती है और आर्ट्स भी डिजिटल गिफ्ट, पेंटिंग, वीडियो को ऑनलाइन NFTs प्लेटफार्म पर बेचा और खरीदा जा सकता है।
एनएफटी में खास क्या है (What is special about NFT) ?
दरअसल जब आप ऑनलाइन एनएफटी में किसी प्रकार की पेंटिंग, जीआईएफ, वीडियो क्लिप्स आदि खरीदते है, तो यह सभी चीजे आपको फिजिकल रूप से नही मिलती है | इनके स्थान पर आपको एक प्रकार का यूनिक टोकन दिया जाता है, जिसे आप एनएफटी टोकन भी कह सकते है | इस टोकन की सहायता से आपको उस वस्तु का मालिक अर्थात डिजिटल ओनरशिप माना जाता है |
इस नॉन फंजिबल टोकन को स्वामित्व (Ownership) का वैध सर्टिफिकेट (Valid certificate) प्राप्त होता है | जिस किसी का कोई भी आईटम इस आर्ट इस कैटगरी में आता है, उन्हें ओनरशिप का सर्टिफिकेट के साथ उस आर्ट से सम्बंधित सभी अधिकार उसके ऑनर के पास चले जाते है।पिछले कुछ समय से ऑनलाइन गेमिंग, क्रिप्टो आर्ट आदि के लिए इस टोकन का उपयोग किया जा रहा है |
एनएफटी के अंतर्गत खरीद – फरोख्त के लिए ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी (Blockchain Technology) का इस्तेमाल किया जाता है | इसमें मुख्य रूप से एथरियम ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी इस्तेमाल की जा रही है, जिसमें किसी प्रकार की एंट्री फीड करनें के पश्चात इसे कोई डिलीट नही कर सकता है।
भारत में एनएफटी का भविष्य (The future of NFTs in India)
भारत में एनएफटी का भविष्य क्या होगा अर्थात यह भारत में इसका परिचालन शुरू होनें के बारें में कुछ कहा नही जा सकता है | इसका मुख्य कारण यह है, कि यह बिल्कुल नया कांसेप्ट है | जिस प्रकार यहाँ पहले क्रिप्टोकरेंसी को लेकर लोगो के बीच विभिन्न प्रकार की आशंकाये थी ठीक उसी प्रकार एनएफटी को लेकर भी मतभेद बना हुआ है | विशेषज्ञों के मुताबिक, इसे भारत में आने अभी कुछ समय लग सकता है।
हालांकि क्या क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला फूट रहा है कई अर्थशास्त्री लंबे समय में इसका भविष्य नहीं देखते हैं, कई लोग एनएफटी को संपत्तियों और अन्य संपत्तियों के स्वामित्व के भविष्य के रूप में देखते हैं। एनएफटी के उत्साही लोगों के अनुसार, सभी प्रकार की संपत्तियों को उनके स्वामित्व की स्थिति को डिजिटल रूप से चिह्नित किया जाएगा। भारत में एनएफटीको लॉन्च करने के लिए क्रिप्टो एक्सचेंज नमक पहली भारतीय कंपनी तैयारी में है, जिसे Duzzle नाम से जाना जा सकता है।
बिटकॉइन (Bitcoin) की कीमतों में आई 47% की गिरावट, हैरान कर देंगी इस क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी ये बातें
भारी मुनाफे की उम्मीद में बिटकॉइन में निवेश करने वालों को तगड़ा झटका लगा है।
Written by: India TV Paisa Desk
Updated on: January 17, 2018 18:32 IST
Photo:PTI Bitcoin बिटकॉइन की कीमतों में भारी गिरावट, एक महीने में 47 फीसदी गिरे दाम
नई दिल्ली। भारी मुनाफे की उम्मीद में बिटकॉइन में निवेश करने वालों को तगड़ा झटका लगा है। पिछले 4 हफ्तों से Bitcoin की कीमतों में जारी भारी गिरावट आज भी जारी है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में बुधवार को बिट कॉइन की कीमत 18 फीसदी टूट गई। यह क्रिप्टोकरेंसी लुढ़ककर 10,300 डॉलर के स्तर पर पहुंच गई। वहीं मंगलवार को भी बिट कॉइन की कीमत में 14 फीसदी की गिरावट आई है। एक महीने की गिरावट पर गौर करें तो यह अपने उच्चतम स्तर से करीब 47 फीसदी से अधिक टूट चुका है।
दर असल Bitcoin जैसी दूसरी क्रिप्टोकरेंसी पर दक्षिण कोरिया द्वारा बैन लगाने की आशंका के चलते इसमें गिरावट देखने को मिल रही है। दक्षिण कोरिया के वित्त मंत्री किम डोंग येऑन ने कहा है कि क्रिप्टोकरंसी पर पाबंदी का विकल्प खुला हुआ है। कॉइनमार्केटकैप के अनुसार अन्य दिग्गज क्रिप्टोकरंसी में भी बीते 24 घंटों में दहाई अंकों में गिरावट देखने को मिली है। ईथिरियम में 28 फीसद की कमजोरी आई है, जबकि बिटकॉइन कैश 31 फीसद कमजोर हुआ है। वहीं, लाइटकॉइन 29 फीसद, डैश 24 फीसद और मोनेरो 30 फीसद कमजोर हुआ हैं। इसी तरह रिपल में 40 फीसद तक की गिरावट दर्ज की गई है।
बिटकॉइन क्या है?
बिटकॉइन क्रिप्टोकरेंसी का एक प्रकार है, यह एक डिजिटल करेंसी है और करेंसी की यूनिट निर्माण को रेगूलेट करने तथा फंड ट्रांसफर को प्रमाणित करने के लिए इसमें एनक्रिप्शन टेक्निक का इस्तेमाल किया जाता है। यह एक ऐसा धन है, जिसका कोई भौतिक स्वरूप नहीं होता लेकिन इसमें कई सारे कोड होते हैं। बिटकॉइन के बारे में सबसे ज्यादा रोचक बात यह है कि दुनियाभर के बहुत से केंद्रीय बैंकों ने इसे कानूनी मान्यता प्रदान नहीं की है। संक्षेप में कहें तो बिटकॉइन एक ऐसा धन है जिसकी कोई भौतिक उपस्थिति नहीं हैं और इसकी कोई सॉवरेन वैल्यू भी नहीं है। यह केवल एक डिजिटल और प्राइवेट करेंसी है।
किसने की Bitcoin की खोज?
इसके बारे में किसी को कुछ भी स्पष्ट तौर पर पता नहीं है। एक व्यक्ति जिसका नाम सतोशी नाकामोतो है उसने 2009 में बिटकॉइन की शुरुआत की। शायद यह सरकारी रेगूलेशन से मुक्त एक समानांतर करेंसी सिस्टम बनाने का एक प्रयास था। सतोशी नाकामोतो के पास वर्तमान में लगभग 7.5 अरब डॉलर की करेंसी होने का अनुमान है।
बिटकॉइन कैसे काम करता है?
एक्सचेंज पर ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हुए बिटकॉइन का ट्रेड होता है। ब्लॉकचेन एक डिजिटल और सार्वजनिक लेजर है जिसके जरिये डिजिटल करेंसी में किए गए ट्रांजैक्शन को क्रोनोलॉजिकली और सार्वजनिक तरीके से रिकॉर्ड किया जाता है।
क्या है जो बिटकॉइन को वांंछनीय बनाता है?
कुछ लोगों को मानना है कि चूंकि यह एक प्राइवेट और डिजिटल करेंसी है। इसके अलावा बिटकॉइन में ट्रेड करना किसी भी अंतरराष्ट्रीय सीमा से मुक्त है। कोई भी इसे कभी भी खरीद सकता है और बिना किसी डिजिटल ट्रांजैक्शन फीस के ट्रेडिंग किया जा सकता है।
यदि यह वास्तविक मुद्रा नहीं है तो यह कैसे काम करती है?
बिटकॉइन का कोई कानूनी मूल्य नहीं है और इसके पीछे कोई फंडामेंटल नहीं है। लेकिन फिर भी कई ई-कॉमर्स कंपनियां जैसे भारत में फ्लिपकार्ट और मेकमायट्रिप बिटकॉइन से अपने वाउचर प्रोग्राम को खरीदने की अनुमति देती हैं। पूरी दुनिया में ऐसे कई मर्चेंट्स हैं जो अपने उत्पादों या सेवाओं के बदले बिटकॉइन स्वीकार कर रहे हैं। आप बिटकॉइन से पिज्जा खरीद सकते हैं या क्या क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला फूट रहा है ब्यूटी पार्लर में सर्विस हासिल कर सकते हैं।
समस्या क्या है?
समस्या यह है कि दुनिया के कई हिस्सों में बिटकॉइन गैरकानूनी है। चूंकि इसका कोई मूल्य नहीं है ऐसे में यह एक बुलबुले की तरह है और यह किसी भी समय फूट सकता है। ऐसे में यह सवाल उठता है कि यदि ऐसा होता है तो वास्तविक धन के नुकसान के लिए कौन जिम्मेदार होगा।
आप कैसे खरीद सकते हैं बिटकॉइन को?
कोई भी बिटकॉइन को विभिन्न एप्स के माध्यम से खरीद सकता है। बिटकॉइन एक्सचेंज और इससे मिलतेजुलते नाम से कई एप बनी हुई हैं। यह एप लोगों को बिभिन्न मुद्रा में बिटकॉइन को खरीदने या बेचने की सुविधा देती हैं। Mt Gox सबसे बड़ा बिटकॉइन एक्सचेंज है। भारत में Zebpay, Coinsecure और Unocoin लोकप्रिय बिटकॉइन ट्रेडिंग एप्स हैं।
Cryptocurrency Market में भारी गिरावट, जानिए यह पैसा बनाने का मौका या खतरे की घंटी
Cryptocurrency Market : पिछले कुछ दिनों में क्रिप्टोकरेंसी मार्केट (Cryptocurrency Market) में काफी अधिक गिरावट का सेंटिमेंट देखने को मिला है।
इस वजह से इंवेस्टर्स इस बात को लेकर काफी चिंता में नजर आ रहे हैं कि उन्हें क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में इंवेस्ट करना चाहिए या नहीं।
क्रिप्टो मार्केट नए साल की शुरुआत से ही लगातार गिर रहा है। महंगाई दर, लिक्विडिटी और US Fed Reserve के अगले कदम को लेकर आशंकाओं के कारण कई प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी में डबल डिजिट की गिरावट आ चुकी है।
आई है इतनी गिरावट
CoinMarketCap के अनुसार, सबसे बड़ी Cryptocurrency Bitcoin 11 नवंबर 2021 को 68,000 डॉलर (करीब 50.5 लाख रुपये) के पार पहुंच गई थी।
Bitcoin का भाव 10 जनवरी को घटकर 40,000 डॉलर (करीब 29.7 जाख रुपये) के नीचे आ गया। दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ethereum भी 10 जनवरी, 2022 को 3,000 डॉलर (करीब 2.25 लाख रुपये) से नीचे आ गई जो 11 नवंबर को 4,800 डॉलर (करीब 3.5 लाख रुपये) के पार पहुंच गई थी।
तीसरी सबसे बड़ी Crypto Binance सात नवंबर, 2021 को 668 डॉलर (करीब 50,000 रुपये) पर पहुंच गई थी। 10 जनवरी 2022 को यह 420 डॉलर (करीब 31,000 रुपये) के नीचे आ गई थी।
10 जनवरी के बाद दिखी है थोड़ी रिकवरी
CoinMarketCap पर उपलब्ध डेटा के अनुसार 10 जनवरी, 2022 के बाद से अब तक Bitcoin, Etherum और Binance सहित सभी क्रिप्टोकरेंसी में थोड़ी ही सही लेकिन तेजी देखने को मिल रही है।
निवेशकों को क्या करना चाहिए
हालांकि, किसी चीज में गिरावट का मतलब यह नहीं होता है कि आप उससे एकदम दूर हो जाओ। शेयर मार्केट के पंडित तो गिरावट के समय शेयरों में इंवेस्टमेंट बढ़ाने की सलाह देते हैं।
असल में यह फॉर्मूला Crypto पर भी लागू होता है. ऐसे में अगर कोई इंवेस्टर मार्केट रिसर्च करते रहता है और उसे फंडामेंटल्स बेहतर नजर आते हैं तो यह क्रिप्टो में निवेश का सबसे उचित समय कहा जा सकता है।
इन चीजों को ध्यान में रखना जरूरी
Cryptocurrency अपनी शुरुआत से लेकर काफी Volatile रही है. ऐसे में इसमें निवेश करते समय इंवेस्टर्स को तमाम Aspects को ध्यान में रखना चाहिए। किसी भी अफवाह या जल्दबाजी से बचना चाहिए।
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