January 18, 2019

आपने पूछा: क्या मैं वह ग्रह हूं जिस पर हम रहते हैं?

जिस ग्रह पर हम चार अक्षर वाले रहते हैं उसका क्या नाम है?

उत्तर: एर्डे (अरबी में पृथ्वी) kkkkk उम्मीद है कि मैंने मदद की !!

हमारे ग्रह पर जीवन कैसा है?

पृथ्वी सूर्य से तीसरा ग्रह है और सौरमंडल का पांचवां सबसे बड़ा ग्रह है। इसका आकार व्यावहारिक रूप से गोलाकार होता है, जिसमें एक विरूपण होता है जो ध्रुवों के चपटे होने का कारण बनता है। जहाँ तक हम जानते हैं, जिस ग्रह पर हम रहते हैं, वह हमारे सौर मंडल में एकमात्र ग्रह है जो जीवन को आश्रय देने में सक्षम है, जैसा कि हम जानते हैं।

पृथ्वी से सबसे दूर स्थित ग्रह कौन सा है ?

Farfarout से वर्तमान दूरी 132 खगोलीय इकाई (au) है। एक खगोलीय इकाई को पृथ्वी और सूर्य के बीच की दूरी के रूप में परिभाषित किया जाता है। तुलना करके, प्लूटो सूर्य से सिर्फ 34 एयू दूर है।

हम जिस ग्रह पर रहते हैं वह कैसे बनता है?

ग्रह पृथ्वी का निर्माण जल, वायु, मिट्टी और जीवित प्राणियों जैसे तत्वों के संविधान से हुआ है। जल से युक्त भाग को जलमंडल कहते हैं; वायु को वायुमण्डल कहते हैं; और मिट्टी को लिथोस्फीयर का नाम मिलता है। ये तीन भाग पर्यावरण के निर्जीव तत्वों का निर्माण करते हैं।

सौरमंडल के चौथे ग्रह का नाम क्या है?

सूर्य से निकटता के क्रम में सौर मंडल के आठ ग्रह हैं: बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, यूरेनस और नेपच्यून।

कितने ग्रहों के नाम में केवल 7 अक्षर हैं?

वे शनि और बृहस्पति हैं।

हमारे ग्रह को क्या हो रहा है?

"फ्रैजाइल अर्थ", 150 से अधिक अद्भुत छवियों के साथ - हवाई, स्थलीय और उपग्रह - सबसे नाटकीय प्राकृतिक घटनाओं और मनुष्य के कारण होने वाली घटनाओं को एक साथ लाता है।
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मुझे पहले ही चेताएं।

लेखक सेनाक संपादक
ISBN 9788573598704
शीर्षक नाजुक पृथ्वी - हमारे ग्रह को क्या हो रहा है?
एडिटोरा सेनाक साओ पाउलो
संस्करण का वर्ष 2009

हमारे ग्रह की मुख्य विशेषताएं क्या हैं?

ग्रह पृथ्वी, जिसे विश्व, नीला ग्रह या जल ग्रह के रूप में भी जाना जाता है, इसकी सतह का लगभग 70% भाग पानी से ढका है। इस पदार्थ का अपनी तरल अवस्था में अस्तित्व, साथ में ऑक्सीजन की उपस्थिति और कार्बन डाइऑक्साइड को रीसायकल करने की क्षमता पृथ्वी को अद्वितीय विशेषताओं वाला ग्रह बनाती है।

किस वजह से पृथ्वी पर जीवन संभव हुआ?

पृथ्वी ग्रह की विशेषताएं जो जीवन को संभव बनाती हैं, वे हैं वायुमंडल, जिसमें कई गैसें होती हैं, अर्थात् ऑक्सीजन, जो जीवन के लिए आवश्यक है और जो सूर्य के पराबैंगनी विकिरण के एक बड़े हिस्से को फ़िल्टर करती है, तापमान को नियंत्रित करती है, और आकाशीय पिंडों से हमारी रक्षा करती है। जो पृथ्वी तक पहुँच सकता है, तरल पानी.

सूर्य से सबसे दूर स्थित ग्रह कौन सा है ?

सूर्य से सबसे दूर स्थित यूरेनस और नेपच्यून को कभी-कभी आइस जाइंट कहा जाता है, क्योंकि अन्य गैसीय ग्रहों की तुलना में उनकी अलग संरचना होती है।

EMA की विशेषताएँ

Email की विशेषता क्या है [Email Advantage In Hindi]

Email की विशेषता क्या है [Email Advantage In Hindi] ?

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Email की विशेषता क्या है ?

दोस्तों Email की पहली विशेषता यह कि Email का उपयोग इंटरनेट पर केवल सन्देश भेजने और प्राप्त करने के लिए किया जाता है।

दोस्तों Email की दूसरी विशेषता यह कि इंटरनेट पर Email Id किसी भी नाम से बनाया जा सकता है लेकिन एक बार Email बनाने में जिन शब्दों का उपयोग किया जाता है उन शब्दों से कोई दूसरा Email नहीं बनाया जा सकता है।

दोस्तों Email की तीसरी विशेषता यह है कि Email Id किसी भी नाम से बनाया जा सकता है उसके अंदर आप शब्दों और अंकों दोनों का एक साथ उपयोग कर सकते हो।

दोस्तों Email की चौथी विशेषता यह है कि Email का उपयोग आप बिना इंटरनेट के नहीं कर सकते और ना ही Email पर किसी को भी सन्देश भेज सकते है।

दोस्तों Email की पांचवी विशेषता यह है कि इंटरनेट पर Email का उपयोग फ्री में भी किया जाता है और Email का उपयोग करने के लिए कुछ रूपये भी दिये जाते है

दोस्तों Email की छटवी विशेषता यह है कि Email के अंदर @ चिन्ह का उपयोग अनिवार्य रूप से उपयोग किया जाता है।

PRAMOD

मेरा नाम प्रमोद है में कंप्यूटर और टेक से सम्बंधित जानकारी का एक Youtuber और Blogger हूँ में प्रतिदिन कंप्यूटर और टेक से सम्बंधित जानकारी अपने YouTube Channel और Blog पर Publish करता हूँ मैं Gwalior City का रहने वाला हूँ मेरी Graduation Complete Jiwaji University Gwalior में हुई है और मैंने अपनी Computer पढ़ाई MakhanLal Chaturvedi University से की है अगर आप Basic Computer, Ms Word,Excel, Powerpoint, Computer GK SEO, Wordpress & Online Digital Payment App, आदि की जानकारी EMA की विशेषताएँ लेना चाहते हो और कुछ नया सीखना चाहते है तो आप हमारे ब्लॉग पर विजिट करते रहिये।

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नौकरशाही की विशेषताएँ – Ethics Notes

नौकरशाही की विशेषताएँ – Characteristics of Bureaucracy

निश्चित कार्यक्षेत्र

इसकी पहली विशेषता यह है कि इसका कार्यक्षेत्र निश्चित होता है. विधानमंडल द्वारा बनाए गए नियमों तथा कार्यपालिका द्वारा बनाए गए नियमों और अध्यादेशों के अनुसार प्रत्येक पदाधिकारी का कार्यक्षेत्र निश्चित कर दिया जाता है. वह इसी निश्चित दायरे के अंतर्गत कार्य करता है और अपने कार्यों के लिए कार्यपालिका के प्रति उत्तरदायी रहता है. उसके सहयोग के लिए अन्य कर्मचारियों की व्यवस्था रहती है.

पदसोपान-पद्धति के आधार पर नियुक्तियाँ

नौकरशाही-व्यवस्था में पदसोपान-पद्धति के आधार पर नियुक्तियाँ होती हैं. इसका अर्थ यह है कि आदेश ऊपर से नीचे की ओर प्रवाहित होता है और उत्तरदायित्व का क्रम नीचे से ऊपर की ओर चलता है. उच्चतर पदाधिकारियों के नियंत्रण और निदेशन में ही अधीनस्थ पदाधिकारियों और कर्मचारियों को कार्य करना पड़ता है. परंतु, इसका अर्थ यह नहीं है कि उच्चतर पदाधिकारी अधीनस्थ कर्मचारियों को अनुचित कार्य करने के लिए बाध्य कर सकते हैं. वास्तविकता यह है कि दोनों के कार्य कानून द्वारा निश्चित कर दिए जाते हैं. पदसोपान-पद्धति का अर्थ सिर्फ यही है कि दोनों ही अधिकारियों को एक-दूसरे से संपर्क स्थापित करने के लिए कई सोपानों को पार करना पड़ता है.

पूर्वनिश्चित नियम

कर्मचारियों पर जनमत का कोई प्रभाव नहीं पड़ता, उनके कार्यो का संचालन पूर्वनिश्चित नियमों के अनुसार ही होता है. इस प्रकार, वे जनमत के प्रभाव से अछूते रह जाते हैं.

विशिष्ट संगठन

नौकरशाही में असैनिक कर्मचारियों का विशिष्ट संगठन होता है, जो जनता के प्रति उन्हें उत्तरदायी बनने के लिए प्रेरित नहीं करता. इसके विपरीत, उनमें शासन करने की इच्छा कूट-कूटकर भरी रहती है और वे सेवक नहीं रह कर स्वामी बन जाते हैं. प्रशिक्षित कर्मचारी अपने को साधारण जनता से उच्चतर मानते हैं. यही कारण है कि उन पर मनमाने ढंग से शासन करना वे अपना जन्मसिद्ध अधिकार मान बैठते हैं.

कागजी कार्यवाही

राज्य का कार्यक्षेत्र बढ़ जाने के कारण सरकारी कर्मचारियों का कार्य और भी बढ़ गया है. इसी कारण, ठीक ही कहा जाता है कि नौकरशाही में “कागजी कार्यवाही” की मात्रा बढ़ जाती है. उन्हें सरकार का कार्य पूरी क्षमता के साथ करना पड़ता है, चाहे उन्हें कितनी भी असुविधाओं का सामना करना पड़े. वास्तव में, नौकरशाही में कर्मचारियों के निजी व्यक्तित्व पर सरकारी व्यक्तित्व पूरे तौर से हावी रहता है.

व्यवस्थित रेकॉर्ड

नौकरशाही की अन्य महत्त्वपूर्ण विशेषता यह है कि इसमें कागजों, अभिलेखों तथा फाइलों पर अधिक ध्यान दिया जाता है. इन सबको व्यवस्थित रूप से रखा जाता है, क्योंकि इनके बिना सरकार का कार्य भी अच्छे ढंग से नहीं चल सकता है. फाइलों में सरकारी कर्मचारी के विरुद्ध भी यदि कोई बात है, तो उसके विरुद्ध उन्हें जाने का साहस नहीं होता. अधिकारी वर्ग द्वारा कागजी रेकॉर्डों को इतना अधिक महत्त्व दिया जाता है कि उसके समक्ष जनता के सुख-दुःख का भी ख्याल नहीं रखा जाता.

कुशल एवं मेधावी व्यक्तियों की नियुक्ति

नौकरशाही में सरकारी सेवा में केवल उन्हीं व्यक्तियों को नियुक्त किया जाता है, जो सामान्य रूप से सेवा करने की निर्धारित योग्यताएँ रखते हैं. उनका योग्य और कुशल होना आवश्यक है. अधिकारियों को कार्यकुशल होना आवश्यक है, जिससे वे अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के कार्यो का नियंत्रण एवं निरीक्षण कर सकने में समर्थ हो सकें. उनका आचरण ऐसा होना चाहिए कि उनके अधीनस्थ कर्मचारी यह समझें कि उन पर कठोर दृश्टि रखी जा रही है. साथ ही, इसमें शक्ति और कार्यों की व्यवस्था इस तरह से की जाती है कि कोई भी एक पदाधिकारी अपने हाथों में ही सारी शक्तियों को केद्रित न कर ले.

सिद्धांत तथा व्यवहार में अंतर

नौकरशाही की अंतिम और महत्त्वपूर्ण विशेषता यह कही जा सकती है कि इसमें सिद्धांत और व्यवहार में बहुत बड़ा अंतर पाया जाता है. सिद्धांत में तो कर्मचारी यह दिखाने का प्रयत्न करते हैं कि वे जनता के बहुत बड़े सेवक हैं, परंतु व्यवहार में वे धन और शक्ति के भूखे हो जाते हैं.

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Tags: Ethics notes in Hindi. Characteristics, bureaucracy, civil servants, GS Paper IV, GS Paper 4.

EMA की विशेषताएँ

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रोपण कृषि की मुख्य विशेषताएँ बतलाइए एवं भिन्न-भिन्न देशों में उगाई जाने वाली कुछ प्रमुख रोपण फसलों के नाम बतलाइए।

  1. इसमें कृषि क्षेत्र का आकार बहुत विस्तृत होता है।
  2. इसमें अधिक पूँजी, निवेश, उच्च प्रबंधन, तकनीकी आधार एवं वैज्ञानिक विधियों का प्रयोग किया गया है।
  3. यह एक फसली कृषि है जिसमें किसी एक फसल के उत्पादन पर ही संकेंद्रण किया जाता है।
  4. सस्ते श्रमिकों की उपलब्धता रहती है।
  5. यातायात के साधन विकसित होते हैं जिसके द्वारा बागान एवं बाजार सुचारू रूप से जुड़े रहते हैं।

मुख्य फसलें - यूरोपीय लोगों ने विश्व के अनेक भागों का औपनिवेशीकरण किया तथा कृषि के कुछ अन्य रूप जैसे रोपण कृषि की शुरुआत की। रोपण कृषि की मुख्य फसलें हैं - चाय, कॉफी, कोको, EMA की विशेषताएँ रबड़, गन्ना, कपास, केला एवं अनानास ।

प्राथमिक क्रियाएँ

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भारतीय गायिकाओं में बेजोड़: लता मंगेशकर

लता ने करुण रस के गानों के साथ न्याय नहीं किया है जबकि श्रृंगारपरक गाने वे बड़ी उत्कटता से गाती हैं-इस कथन से आप कहाँ तक सहमत हैं?

सामान्यत: ऐसा माना जाता है कि लता के गाने में करुण रस विशेष प्रभावशाली रीति से व्यक्त होता है, पर लेखक को यह बात जँचती नहीं। लेखक का मानना है कि लता ने करुण रस के साथ उतना न्याय नहीं किया है जितना मुग्ध शृंगार के साथ किया है। श्रृंगारपरक गाने वे बहुत उत्कटता से गाती हैं।

हम लेखक के इस कथन से केवल आशिक रूप से ही सहमत हैं। लता ने श्रृंगारपरक गाने उत्कटता के साथ अवश्य गाए हैं, पर करुण रस के साथ भी न्याय किया है। हाँ, उनकी संख्या अवश्य कम हो सकती है। उदाहरण के रूप में हम लता के द्वारा चीनी आक्रमण की पृष्ठभूमि में गाया गीत ‘ऐ मेरे वतन के लोगों, जरा आँख में भर लो पानी’ को ले सकते हैं। इस गीत में उन्होंने इतनी करुणा उँडेली कि तत्कालीन प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू की आँखें भी सजल हो उठी थीं। लता ने सभी प्रकार के गाने पूरी तन्मयता के साथ गाए हैं।

लेखक ने पाठ में गानपन का उल्लेख किया है। पाठ के संदर्भ में स्पष्ट करते हुए बताएँ कि आपके विचार में इसे प्राप्त करने के लिए किस प्रकार के अभ्यास की आवश्यकता है?

लेखक ने पाठ में गानपन का उल्लेख किया है। ‘गानपन’ वह मिठास होती है जो श्रोता को मस्त कर देती है। इसका वह अनुभव कर सकता है। जिस प्रकार मनुष्यता होने EMA की विशेषताएँ पर ही मनुष्य होता है, उसी प्रकार ‘गानपन’ के होने पर ही संगीत होता है। लता के हर गाने में शत-प्रतिशत ‘गानपन’ मौजूद रहता है। लता की लोकप्रियता का मर्म भी यही ‘गानपन’ है।

हमारे विचार में इस ‘गानपन’ की विशेषता को प्राप्त करने के लिए नादमय उच्चार करके गाने के अभ्यास की आवश्यकता है। इसमें दो शब्दों का अंतर एक दूसरे में विलीन हो जाता है। गाने को मिठास और स्वाभाविकता के साथ गाया जाना भी आवश्यक है। बहुत ऊँची पट्टी में नहीं गाना चाहिए।

लेखक ने लता की गायकी की किन विशेषताओं को उजागर किया है? आपको लता की गायकी में कौन-सी विशेषताएँ नजर आती हैं? उदाहरण सहित बताइए।

लेखक ने लता की गायकी की निम्नलिखित विशेषताओं को उजागर किया है-

1. निर्मलता-लता की गायकी की एक प्रमुख विशेषता है-उसके स्वरों की निर्मलता। लता का जीवन की ओर देखने का जो दृष्टिकोण है, वही उसके गाने की निर्मलता में झलकता है।

2. स्वरों की कोमलता और मुग्धता-लता की गायकी के स्वरों में कोमलता और मुग्धता है। इसके विपरीत नूरजहाँ के गायन में एक मादक उत्तान दिखाई पड़ता था।

3. नादमय उच्चार-यह लता के गायन की एक अन्य प्रमुख विशेषता है। उसके गीत के किन्हीं दो शब्दों का अंतर स्वरों की आस द्वारा बड़ी सुंदर रीति से भरा रहता है और ऐसा प्रतीत होता कि वे दोनों शब्द विलीन होते-होते एक दूसरे में मिल जाते हैं।

4. श्रृंगार की अभिव्यक्ति–लेखक के मत में लता ने करुण रस के साथ तो अधिक न्याय नहीं किया, पर मुग्ध श्रृंगार की अभिव्यक्ति करने वाले गाने उत्कटता से गाए हैं।

हमें भी लता की गायकी में उपर्युक्त सभी विशेषताएँ नजर आती हैं। लता की गायकी में वह जादू है जो सभी को मंत्रमुग्ध कर देता है। लता के गायन की मिठास लोगों को मस्त कर देती है।

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