इसी तरह किसी भी कंपनी की वैल्यू आपको अच्छा रिटर्न दे सकती है। मगर ओवरवैल्यू आपका निवेश बर्बाद कर सकती है। इसीलिये किसी भी कंपनी की ओवरवैल्यू यानि कि उसके प्रति अति-आत्मविश्वास से हमेशा बचें।

विभिन्न परिसंपत्ति वर्ग पर रिटर्न।

म्युचुअल फंड्स में इन्वेस्ट कैसे करे – आसान हिन्दी में बेहतरीन आर्टिकल्स की एक शुरुआती गाइड

म्युचुअल फंड इन्वेस्टमेंट हर एक इन्वेस्टर के बीच काफ़ी लोकप्रिय हैं । जिसका कारण है इससे मिलने वाले फायदे। इसके कईं फायदों में से कुछ सबसे महत्वपूर्ण फ़ायदे नीचे दिए हैं, जो इन्वेस्टर्स को अपनी ओर खींचते है और जिसकी वजह से –

  • इन्वेस्टर्स कितनी भी राशि के साथ शुरुआत कर सकते हैं ( 500 जितना कम भी )
  • इन्वेस्टर्स, अलग-अलग स्टॉक्स और डेट,गोल्ड जैसे इंस्ट्रूमेंट्स में इन्वेस्ट कर सकते हैं
  • हर महीने ऑटोमेटेड इन्वेस्मेंट्स शुरू कर सकते हैं (SIP)
  • डीमैट अकाउंट खोले बिना भी इन्वेस्ट कर सकते हैं

शुरुआती इन्वेस्टर्स के लिए इस म्युचुअल फंड इन्वेस्टमेंट गाइड में हमने कुछ आर्टिकल्स को आपके लिए चुना है। जो म्युचुअल फंड को समझने में और कैसे इन्वेस्ट करना शुरू करें, इसमें आपकी मदद करेंगे। हम सुझाव देंगे कि आप इस पेज को बुकमार्क कर लें ताकि आप इन आर्टिकल्स को अपनी सुविधा के अनुसार कभी भी पढ़ सकें।

शेयर, Gold, FD या लिक्विड फंड में कहां लगाते पैसा तो हो जाते मालामाल? 1, 3, 5 और 10 साल का रिटर्न देखिए

Alok Kumar

Edited By: Alok Kumar @alocksone
Published on: November 15, 2022 11:52 IST

निवेश माध्यम शेयर, Gold, FD. - India TV Hindi

Photo:INDIA TV निवेश माध्यम शेयर, Gold, FD और लिक्विड फंड

आमतौर पर निवेशक बिना सोचे-समझे निवेश कर देते हैं। हालांकि, यह बिल्कुल गलत है। हमेशा प्लानिंग और रिसर्च कर ही निवेश करना चाहिए। इससे निवेश पर शानदार रिटर्न पाने में मदद मिलती है। साथ ही निवेश पर जोखिम भी कम हो जाता है। वित्तीय जानकारों का कहना है कि कभी भी एक बैलेंस पोर्टफोलियो बनाना आसान नहीं होता है। बेहतरीन पोर्टफोलियो तैयार करना और फिर उसे लंबे वक्‍त तक मेंटेन करना और भी सब्र का काम होता है। जिस वित्तीय लक्ष्य के लिए निवेश कर रहे हैं उस हिसाब से पोर्टफोलियो तैयार करना चाहिए। हम आपको चार्ट की मदद से यह बता रहे हैं कि शेयर, Gold, FD या लिक्विड फंड में कहां पिछले 1, 3, 5 और 10 साल में सबसे ज्यादा रिटर्न मिला है। इससे आपको आगे बेहतर पोर्टफोलियो बनाने में मदद मिलेगी। साथ ही आप अपने निवेश करने के लिए तैयार पोर्टफोलियो निवेश पर बंपर रिटर्न प्राप्त कर पाएंगे।

आकर्षक निवेश के लिए कैसे बनाएं कंपनी के पोर्टफोलियो | शेयर मार्केट में पोर्टफ़ोलियो के लिए अपनाएँ ये 9 टिप्स

दोस्तो शेयर मार्केट में उतार चढ़ाव का कोई भी स्पेशल दिन नहीं हुआ करता। आप अगर शेयर मार्केट में निवेश करते हैं तो आप भलीभाँति जानते होंगे कि आप मार्केट को कितना भी watch कर लें, राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय मार्केट का कितना भी analysis कर लें। किसी भी दिन, किसी भी समय मार्केट अचानक या तो ऊपर चला जाता है या धराशायी हो जाता है।

ऐसे में ज़रूरी हो जाता है कि आप शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने से पहले उन शेयर्स के अपने पोर्टफोलियो तैयार कर लें। ताकि जब भी इन्वेस्ट करें। आपके मुनाफ़े की औसत बढ़ सके और नुक़सान की संभावना कम से कम हो।

क्यों ज़रूरी है पोर्टफ़ोलियो Why is it important portfolio?

असल में Portfolio बनाने की शुरुआत करने से पहले यह जान लेना ज़्यादा ज़रूरी है कि आपको इक्विटी अथवा कमोडिटी (equity/commodity) पोर्टफ़ोलियो की ज़रूरत क्यों है? अक्सर कई लोग लंबे समय में पैसा कमाने और अपनी क्रय शक्ति बढ़ाने के लिए ऐसे ऐसेट में निवेश करते हैं ताकि उन्हें महँगाई और Tax से बचने में आसानी हो। इक्विटी मार्केट में यह क्षमता देखी जाती है। चलिए वक़्त ज़ाया न करते हुए हम आपको पोर्टफ़ोलियो Portfolio बनाने के टिप्स की जानकारी देते हैं।

शेयर मार्केट में निवेश करने से पहले कंपनी के पोर्टफ़ोलियो बनाते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए-

हमेशा ध्यान रखें कि शेयर खरीदते ही आप उस कंपनी के हिस्सेदार निवेश करने के लिए तैयार पोर्टफोलियो बन जाते हैं। इस बात की जाँच अवश्य कर लें कि वह कंपनी स्थिर है, growth (विकास) कर रही है अथवा नहीं। यदि आप इस तरह की जाँच करने के उपरांत किसी कंपनी में निवेश करते हैं तो निश्चित रूप से आप भविष्य में होने वाले नुक़सान से कुछ हद तक बचने निवेश करने के लिए तैयार पोर्टफोलियो में सक्षम हो जाते हैं। अगर वह कंपनी आपके पोर्टफ़ोलियो के अनुसार growth कर गयी तो समझो आप अच्छा ख़ासा मुनाफ़ा भी बना सकते हैं।

वर्ष 2020 के लिए अपने निवेश पोर्टफोलियो को ऐसे करें तैयार

क्या आप भी 2020 के लिए अपने पोर्टफोलियो को बनाने या संशोधित करने की तैयारी कर रहें है. लेकिन सोच रहे हैं कि बेहतरीन रिटर्न पाने के लिए अपनी गाढ़ी कमाई का निवेश कहां करें? तो पढ़िए ये खास रिपोर्ट.

हैदराबाद: नया साल दस्तक देने को तैयार है और ये ऐसा वक्त है जब कई निवेशक अपने पोर्टफोलियो को रिव्यू करते हैं. क्या आप भी 2020 के लिए अपने पोर्टफोलियो को बनाने या संशोधित करने के लिए कमर कस रहे हैं? लेकिन सोच रहे हैं कि बेहतरीन रिटर्न पाने के लिए अपनी गाढ़ी कमाई का निवेश कहां करें? इक्विटी, गोल्ड, बैंक एफडी या संपत्ति?

किसी भी वर्ग में निवेश करने से पहले वित्तीय लक्ष्यों, रिटर्न और जोखिम को ध्यान में रखना चाहिए. एक व्यक्ति को निवेश से पहले उसे उसकी अपेक्षाओं को जानना होगा और अपने लिए एक आदर्श निवेश विकल्प चुनना होगा. 2020 के लिए नई निवेश रणनीति बनाने से पहले 2019 में इक्विटी, गोल्ड, रियल एस्टेट और बैंक एफडी के प्रदर्शन नजर जरुर डालें.

डायवर्सिफिकेशन

डायवर्सिफिकेशन आपके जोखिम को काफी कम करता है. जैसा कि कहावत है “अपने सभी अंडे एक टोकरी में न रखें” कहने का मतलब है, एक निवेशक को रिस्क कम करने के लिए अपने पोर्टफोलियो को डायवर्सीफाइड करना चाहिए.
सुराना ने कहा, “किसी एक तरह की कैटेगरी के फंडों में 100% एलोकेशन, चाहे वो डेट में हो या इक्विटी में, सही नहीं है और इसके चलते आपको भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है यदि वो फंड अच्छा परफॉर्म नहीं करते”

यहां तक कि अगर एक एसेट क्लास किसी साल बहुत अच्छा प्रदर्शन करता है, तो इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि वो अगले साल भी अच्छा प्रदर्शन करेगा. साथ ही, एसेट क्लास अंडरपरफॉर्म भी कर सकता है. अलग-अलग इंस्ट्रूमेंट में निवेश करने से, एक निवेशक का पोर्टफोलियो किसी एक एसेट क्लास के अच्छा प्रदर्शन न करने की स्थिति में कम प्रभावित होगा, और मार्केट की उथल-पुथल का सामना कर पाएगा.

रेटिंग: 4.85
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 748