यह मैं आपको बताता हु की क्या होता हैं। जो भी आप बिजनेस करते हैं यानी Day to Day खर्चा, इसके बाद Capital Expenditure जैसे खर्चा निकालने के बाद जो भी कैंश बाकी रहेगा उसे हम कहते हैं Free Cash Flow। यह जितना ज्यादा होगा उतना अच्छा होता हैं।ध्यान रखना मैंने ज्यादा बोला इसका मतलब पाॅसिटिव होना चाहिये निगेटिव नहीं।

पैनी स्टॉक्स से रहें दूर

[Step by Step] अच्छे शेयर का चुनाव कैसे करे? यह 7 बातें जरूर देखें | How to Choose Stocks to Invest in 2022

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Table Of Contents

दोस्तों, अभी पुरी दुनिया में मंदी की स्थिती आनेवाली है ऐसा बहुत सारे Financial Expert कह रहे हैं लेकिन इसका ज्यादा असर भारत में देखने को नहीं मिलेगा क्योंकी इंडिया की Economy बहुत स्ट्राॅग दिखाई दे रही हैं। ऐसे में हम आपको इस आर्टिकल में how to choose stocks for long term investment यह बताने जा रहे हैं। ध्यान दिजीये मैंने Long term Investment कि बात बताने वाले हु ना की Intraday Trading तो चलिये देखते हैं Right Stock Select कैसे करें?

How to Choose the Right Stock (कैसे पता करें कि किस शेयर में निवेश करना है)

अगर आपको शेअर मार्केट का गणित समजना हैं तो पहले आपको Daily Update रहना पड़ेगा। इसके लिये आपको Zee Business, CNBC News जैसी चैनल अच्छे शेयर का चुनाव कैसे करे पर देख सकते हैं नहीं तो आप Financial Express, Ecomic Times, Moneycontrol जैसी वेबसाईट को पढ़ सकते हैं। अगर आपको फ्री में शेअर मार्केट को जानना है और अगर कोई सवाल पुछना हैं तो आप हमारे वेबसाईट अच्छे शेयर का चुनाव कैसे करे पर भी पुछ सकते हों।

अभी हमने ऊपर रोड का उदाहरण लिये तो इसी की बात करते हैं इसमें हमें देखना होगा कोई न्युज से या बजेट की घोषणा से कौन-सा सेक्टर सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ हैं। तो इस केस में हम Cement Sector पकड़ते हैं तो इस सेक्टर में कौनसा Share Good Perform करेगा यह कैसे जानें। तो चलिये इसके लिये मैं आपको Screener.in इस वेबसाईट के रेफरेंस से आपको बताता हु की कैसे देखना हैं।

FAQ

Q: Long term Investment वाली Stocks का मार्केट कैपिटलाइजेशन कैसा होना चाहिये?

Ans: जितना जादा मार्केट कैपिटलाइजेशन उतनी बडी कंपनी

Q: EPS का Long Form क्या होता हैं?

Ans: EPS का मतलब Earning Per Share होता हैं

Q: Stock Market में ROE का मतलब क्या होता हैं?

Ans: ROE का मतलब Return On Equity होता हैंं

Q: Stock Selection के लिये कौन से Parameters देखें?

Ans: Market Capitalisation, Salary Growth, Free Cash Flow, DOE, Return on Equity, EPS यह पॅरामिटर हमें देखने चाहिये।

निवेश के लिए कैसे करें सही शेयर का अच्छे शेयर का चुनाव कैसे करे चुनाव, ताकि कम जोखिम में मिल सके बेहतर रिटर्न

निवेश के लिए कैसे करें सही शेयर का चुनाव, ताकि कम जोखिम में मिल सके बेहतर रिटर्न

शेयर मार्केट में निवेश करते समय कुछ बुनियादी बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है.

How To Invest For Better Returns: शेयर मार्केट में सही निवेश की पहली सीढ़ी है ऐसे शेयर्स का चुनाव जो लंबे समय के दौरान अच्छा मुनाफा देने की संभावना रखते हैं हों. ऐसे शेयरों की पहचान यूं ही सिर्फ सुनी-सुनाई बातों या यहां-वहां से मिलने वाले टिप्स के आधार पर करना ठीक नहीं होता. अगर आप चाहते हैं कि कम से कम जोखिम में आप बाजार से बेहतर रिटर्न हासिल करें, तो आपको कुछ खास फिल्टर्स या कसौटियों पर नजर रखनी होगी. आइए जानते हैं, क्या हैं वो महत्वपूर्ण कसौटियां जिन पर ध्यान देकर आप सही शेयर का चुनाव कर सकते हैं.

अच्छी क्वॉलिटी के शेयर जिनकी कीमत अभी कम है

अच्छी क्वॉलिटी वाले शेयर की पहली कसौटी है निवेश की सुरक्षा. यानी ऐसी कंपनी जिसकी वित्तीय स्थिति और हाल के वर्षों का परफॉर्मेंस अच्छा हो. निवेश की सुरक्षा के लिहाज से कम से कम 500 करोड़ रुपये के मार्केट कैपिटलाइजेशन वाली कंपनी पर ध्यान देना एक अच्छी रणनीति साबित हो सकती है. इसके अलावा शेयर का PEG यानी Price-earnings to Growth रेशियो एक से कम होना चाहिए. इससे कंपनी के शेयर की सही वैल्यूएशन का पता चलता है.

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अच्छा डिविडेंड देने वाले शेयर

निवेश के लिए बेहतर शेयर के चुनाव की एक और कसौटी अच्छा डिविडेंड भी हो सकता है. डिविडेंड यानी लाभांश का अर्थ है वो मुनाफे का वो हिस्सा जो कंपनी अपने शेयरधारकों में बांटती है. लगातार डिविडेंड से न सिर्फ शेयरधारक को सीधे-सीधे निवेश पर रिटर्न मिलता है, बल्कि इससे कंपनी की अच्छी वित्तीय सेहत का भी पता चलता है. निवेश से पहले कंपनी के पिछले 5 साल का डिविडेंड देने का रिकॉर्ड देखना चाहिए. साथ ही कंपनी का डिविडेंड-पे-आउट रेशियो 40 फीसदी से कम हो तो बेहतर. क्योंकि इससे पता चलता है कि कंपनी अपने लाभ का एक हिस्सा बांटने के बाद बाकी रकम बिजनेस के विस्तार में भी लगाती है.

अगर कोई शेयर ऊपर की दोनों कसौटियों पर खरा उतर रहा हो तो तीसरी बात उसके ‘डिस्काउंट-टू-बुक वैल्यू’ पर नजर डालनी चाहिए. अगर कंपनी बाकी हर लिहाज से मजबूत और बेहतर भविष्य वाली नजर आ रही है, फिर भी उसके शेयर अपनी बुक वैल्यू के मुकाबले कम कीमत पर मिल रहे हैं, तो उसमें आगे चलकर अच्छे रिटर्न मिल सकते हैं. ऐसे शेयर में यह भी जरूर देखना चाहिए कि उसका डेट-इक्विटी रेशियो 1.5 से कम हो और हाल के वर्षों में अच्छे शेयर का चुनाव कैसे करे रिटर्न ऑन नेट वर्थ 10 फीसदी से अधिक रहा हो.

ग्रोथ की अच्छी संभावना और वाजिब कीमत वाले शेयर

बेहतरीन शेयर के चुनाव के लिए यह भी एक अहम कसौटी हो सकती है. सवाल यह है अच्छे शेयर का चुनाव कैसे करे कि ग्रोथ की अच्छी संभावना और वाजिब कीमत का अंदाजा कैसे लगाएं. फंडामेंटल रूप से मजबूत शेयर का P/E यानी प्राइस-टू-अर्निंग्स रेशियो अगर 15 से कम है, तो आमतौर पर कीमत को वाजिब मान सकते हैं. पिछले 5 साल में कंपनी की अर्निंग्स ग्रोथ कम से कम 20 फीसदी होनी चाहिए. YoY आधार पर पिछली तिमाही की अर्निंग्स ग्रोथ और पिछले 12 महीनों की ट्रेलिंग अर्निंग्स ग्रोथ भी कम से कम इतनी ही यानी 20 फीसदी होनी चाहिए.

इन तमाम कसौटियों पर खरा उतरने वाला शेयर आने वाले दिनों में कम जोखिम में अच्छा रिटर्न देने वाला साबित हो सकता है. हालांकि इस बात का ध्यान रखें कि यहां कही गई बातें इनवेस्टमेंट टिप्स नहीं हैं. ये कसौटियां बेहतर निवेश के लिए अपनाई जाने वाली कुछ बुनियादी बातों में शामिल हैं. इनके अलावा शेयर से जुड़ी खबरों, संबंधित इंडस्ट्री की दशा-दिशा और पूरी इकॉनमी को प्रभावित करने वाले राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय हालात जैसी बातों पर नजर रखना भी जरूरी है.

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2. इधर-उधर की सलाह पर यकीन न करें
फोन और एसएमएस पर मिलने वाली हॉट टिप्‍स पर यकीन नहीं करें. न ही टीवी पर कोई चर्चा देखकर पैसा लगाने का फैसला लें. बजाय इसके शेयर खरीदने से पहले कंपनी की अर्निंग ग्रोथ, मैनेजमेंट क्‍वालिटी और बैलेंसशीट का ध्‍यान रखें. अगर कोई कंपनी इन तीनों मोर्चों पर मजबूत है तो उसमें नुकसान के आसार कम होंगे.

3. लालच काबू में रखें
शेयरों में सिर्फ इसलिए अंधाधुंध पैसा नहीं लगा दें क्‍योंकि वे ऊपर जा रहे हैं. इसके बजाय इस तेजी के पीछे के कारण को समझने की कोशिश करें. अगर कंपनी की बुनियादी बातों से शेयरों की तेजी मेल नहीं खा रही है तो उससे दूर रहने में ही भलाई है. यहां पर आपको अपने लालच को काबू में रखना होगा.

Investment Tips: शेयर मार्केट से करोड़पति कैसे बनें? आपका भी है यही सवाल? ये 7 जवाब

अमित कुमार दुबे

पैसा कमाना हर किसी को अच्छा लगता है. कहा जाता है कि शेयर बाजार में बहुत पैसा है. कुछ लोगों को उदाहरण दिया जाता है कि इन्होंने महज 5000 रुपये से निवेश की शुरुआत की थी, और आज शेयर बाजार से करोड़ों रुपये बना रहे हैं. आखिर उनकी सफलता का राज क्या है, अच्छे शेयर का चुनाव कैसे करे आज हम आपको बताएंगे? (Photo: Getty Images)

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दरअसल, आप भी कुछ आसान टिप्स को फॉलो कर शेयर बाजार से पैसे बना सकते हैं. शेयर बाजार में कुछ बातों का ध्यान रखकर आप लखपति से करोड़पति बन सकते हैं. लेकिन अक्सर लोग पैसे बनाने की होड़ में नियम और रिस्क को भूल जाते हैं, या फिर कहें जानबूझकर नजरअंदाज कर देते हैं. और फिर उनकी उनकी शिकायत होती है कि शेयर बाजार से बड़ा नुकसान हो गया. (Photo: Getty Images)

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लोग अक्सर कहते हैं कि शेयर बाजार से मोटा कमाया जा सकता है लेकिन अच्छे शेयर का चुनाव कैसे करे ये इतना आसान भी नहीं है. हालांकि अगर आप बेहतर रणनीति बनाकर लॉन्ग टर्म में सोच कर निवेश करेंगे तो यहां से कमाई की जा सकती है. वहीं इक्विटी मार्केट में इंट्रा डे के जरिए कुछ घंटों में ही अच्छा पैसा बनाया जा सकता है. इंट्रा डे में डिलवरी ट्रेडिंग के मुकाबले पैसा जल्दी बनाया जा सकता है लेकिन इसके जोखि से बचने के लिए आपको बेहतर रणनीति, कंपनी के फाइनेंशियल और एक्सपर्ट की सलाह जैसी चीजों का ध्यान रखना होता है.

क्या है इंड्रा डे ट्रेडिंग

शेयर बाजार में कुछ घंटो अच्छे शेयर का चुनाव कैसे करे के लिए या एक ट्रेडिंग सेशन के लिए पैसा लगाने को इंट्रा डे कहा जाता है. मान लिजिए बाजार खुलने के समय आपने एक शेयर में पैसा लगाया और देखा की आपको आपके मन मुताबिक मुनाफा मिल रहा है तो आप उसी समय उस शेयर को बेचकर निकल सकते है. इंट्रा डे में अगर आप शेयर उसी ट्रेंडिग सेशन में नही भी बेचेंगे तो वो अपने आप भी सेल ऑफ हो जाता है. इसका मतलब आपको मुनाफा हो या घाटा हिसाब उसी दिन हो जाता है. जबकि डिलवरी ट्रेडिंग में आप शेयर को जबतक चाहे होल्ड करके रख सकते हैं. इंट्रा डे में एक बात यह भी है कि आपको ब्रोकरेज ज्यादा देनी पड़ती है. हां लेकिन इस ट्रेडिंग की खास बात यह है कि आप जब चाहे मुनाफा कमा कर निकल सकते है.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट

बाजार के जानकारों के मुताबिक शेयर बाजार में इंट्रा डे में निवेश करें या डिलिवरी ट्रेडिंग करें आपको पहले इसके लिए अपने आप को तैयार करना होता कि आप किसलिए निवेश करना चाहते हैं और आपका लक्ष्य क्या है. फिर इसके बाद आप इसी हिसाब से अपनी रणनीति और एक्सपर्ट के जरिए बाजार से कमाई कर सकते हैं. एंजल ब्रोकिंग के सीनियर एनालिस्ट शमित चौहान के मुताबिक इंट्रा डे में रिस्क को देखते हुए आपकी रणनीति बेहतर होनी चाहिए. इसके लिए आपको 5 अहम बाते ध्यान मं रखनी चाहिए.

डीमैट अकाउंट से कर सकते हैं ट्रेडिंग

अगर शेयर बाजार में ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो आपको डीमैट अकाउंट और एक ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना होगा. आप ऑनलाइन खुद से ट्रेडिंग कर सकते हैं या ब्रोकर को ऑर्डर देकर शेयर का कारोबार कर सकते हैं. इंट्रा डे में किसी शेयर में आप जितना चाहे उतना पैसा लगा सकते हैं.

डिस्क्लेमर : आर्टिकल में इंड्रा डे ट्रेडिंग को लेकर ​बताए गए टिप्स मार्केट एक्सपर्ट्स के सुझावों पर आधारित हैं. निवेश से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.

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