अगर आप इक्विटी में पैसे लगाना चाहते हैं लेकिन बाजार की उतार-चढ़ाव से डर लगता है तो इंडेक्स फंड बेहतर विकल्प साबित हो सकते हैं.

मैं म्यूचुअल फंड्स में सीधे निवेश कैसे कर सकता हूँ?

अगर आपका KYC पूरा हो चुका है तो आप म्यूचुअल फंड में सीधे ऑफलाइन या ऑनलाइन निवेश कर सकते हैं। अगर आप ऑनलाइन ट्रांज़ैक्शन करने में असहज महसूस करते हैं, तो आप नज़दीकी शाखा में जाकर फंड में निवेश कर सकते हैं।

ऑनलाइन म्यूचुअल फंड की स्कीमों में सीधे निवेश करने का सबसे आसान तरीका है और भारत में इंडेक्स फंड में निवेश क्यों करें? आपको कमीशन भी नहीं देना पड़ता। आप फंड की वेबसाइट या उसके RTA की साइट या फिर फिनटेक प्लेटफॉर्म से ऑनलाइन निवेश कर सकते हैं। फंड की वेबसाइट पर सीधे निवेश करने पर आपको कई लॉगिन मैनेज करने पड़ते हैं।

डायरेक्ट प्लान में निवेश करने का मतलब है कि आप फिनांशियल प्लान बनाने, अपने गोल के लिए सबसे सही फंड्स को चुनने, अपने पोर्टफोलियो को नियमित तौर पर मैनेज करने और ज़रूरत पड़ने पर उसमें फेरबदल करने की ज़िम्मेदारी लेते हैं। हर किसी को म्यूचुअल फंड में सही फंड चुनना और पोर्टफोलियो को मैनेज करना नहीं आता है। इसलिए डायरेक्ट प्लान उन निवेशकों के लिए है जो इसे आसानी से कर सकते हैं। अन्यथा, म्युचुअल फंड के बारे में कम जानकार लोगों को डिस्ट्रीब्यूटर द्वारा निवेश करने की सलाह दी जाती है।

Money Guru: इंडेक्स फंड से कैसे बनेगी मुनाफे की स्ट्रैटजी, एक्सपर्ट से जानें कहां निवेश करना है सही

Money Guru: इंडेस फंड्स (Index Funds) कम लागत वाले फंड होते हैं, जिन्हें निवेश के लिए बेहतरीन माना जाता है. आइए जानते हैं इसके बारे में सबकुछ.

Money Guru: पिछले एक महीने में कई बड़े फंड हाउस ने इंडेक्स फंड लॉन्च किए हैं. इंडेक्स फंड कम लागत वाले फंड होते हैं, जिन्हें नए निवेश के लिए बेहतरीन माना जाता है. ऐसे में आइए जानते हैं इंडेक्स फंड (Index Fund) से जुड़ी सभी बारीकियों को और जानते हैं कि यह इसके साथ ही यह भी पता लगाएंगे कि यह एक्टिव फंड्स (Active Funds) से कैसे अलग होते हैं. इसके बारे में विस्तार से हमें बताएंगे मॉर्निंगस्टार में मैनेज्ड पोर्टफोलियो के डायरेक्टर धवल कपाड़िया और म्यूचुअल फंड एक्सपर्ट विश्वजीत पराशर.

Index Fund: कम रिस्क में भी बाजार की तेजी से उठा सकते हैं फायदा, जानिए क्या है इंडेक्स फंड की खूबी और कैसे बढ़ जाता है इसमें रिटर्न

Index Fund: कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के चलते दुनिया भर के बाजारों में उतार-चढ़ाव है. ऐसे में निवेशक ऐसे विकल्पों की तलाश में हैं जिसमें कम रिस्क में ही बाजार की तेजी से शानदार मुनाफा कमा सकें.

Index Fund: कम रिस्क में भी बाजार की तेजी से उठा सकते हैं फायदा, जानिए क्या है इंडेक्स फंड की खूबी और कैसे बढ़ जाता है इसमें रिटर्न

अगर आप इक्विटी में पैसे लगाना चाहते हैं लेकिन बाजार की उतार-चढ़ाव से डर लगता है तो इंडेक्स फंड बेहतर विकल्प साबित हो सकते हैं.

Index Fund: कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के चलते दुनिया भर के बाजारों में उतार-चढ़ाव है. ऐसे में निवेशक ऐसे विकल्पों की तलाश में हैं जिसमें कम रिस्क में ही बाजार की तेजी से शानदार मुनाफा कमा सकें. ऐसा ही एक विकल्प इंडेक्स फंड्स है जो इक्विटी फंड की ही तरह होते हैं और सेंसेक्स या निफ्टी जैसे इंडेक्स की तेजी को ट्रैक करते हैं. इसका मतलब हुआ कि अगर कोई इंडेक्स फंड निफ्टी 50 को ट्रैक करता है तो निफ्टी 50 जितना मजबूत होगा, उतना ही इंडेक्स फंड भी.

ऐसे काम करता है Index Fund

अगर कोई इंडेक्स फंड निफ्टी 50 को ट्रैक करता है तो इसका मतलब है कि इसमें पैसे लगाए गए पैसे उसी अनुपात में शेयरों में लगाए जाएंगे जिसमें ये निफ्टी 50 इंडेक्स में शामिल हैं. इसका मतलब हुआ कि इंडेक्स फंड के जरिए निवेशक अलग-अलग शेयर खरीदने की बजाय एक अनुपात में उनमें पैसे लगा रहे हैं. निफ्टी 50 इंडेक्स को ट्रैक करने वाले इंडेक्स फंड में पैसे लगाने का मतलब है कि 50 शेयरों में पैसे लगा भारत में इंडेक्स फंड में निवेश क्यों करें? रहे हैं और इनमें तेजी का फायदा ले सकते हैं.

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क्या होते हैं इंडेक्स फंड, क्या आपको करना चाहिए निवेश?

इस तरह के फंड शेयर बाजार के किसी इंडेक्स में शामिल कंपनियों के शेयरों में निवेश करते हैं.

क्या होते हैं इंडेक्स फंड, क्या आपको करना चाहिए निवेश?

कम होती है इन फंडों की लागत
सक्रिय रूप से प्रबंधित किए जाने वाले फंडों के मुकाबले इंडेक्स फंडों पर कम खर्च आता है. उदाहरण के लिए यूटीआर्इ निफ्टी इंडेक्स फंड में 0.20 फीसदी का एक्सपेंस रेशियो है. वहीं, सक्रिय रूप से प्रबंधित होने वाले फंड डायरेक्ट प्लान पर करीब एक फीसदी वसूल करते हैं. वहीं, रेगुलर प्लान के लिए यह लगभग दो फीसदी है.

इंडेक्स फंड ही क्यों?
इंडेक्स फंड को कर्इ बातों का फायदा मिला है. इनमें म्यूचुअल फंड का दोबारा वर्गीकरण, बेंचमार्क के तौर पर टोटल रिटर्न इंडेक्स (टीआरआर्इ) की शुरुआत इत्यादि बातें शामिल हैं. इन्होंने इंडेक्स फंडों के लिए माहौल बनाया है. निवेशकों की इन फंडों में दिलचस्पी बढ़ी है.

मिलता रह सकता है कम रिटर्न?
जानकारों का मानना है कि भारत जैसे उभरते बाजार में इंडेक्स फंडों के मुकाबले सक्रिय प्रबंधन वाले म्यूचुअल फंडों का रिटर्न ज्यादा बना रह सकता हैं.

सक्रिय रूप से प्रबंधित फंडों में टीर्इआर में बदलाव
सेबी ने म्यूचुअल फंड हाउसों को निर्देश दिया है कि वे अपनी स्कीमों के टीर्इआर (टोटल एक्सपेंस रेशियो) को कम करें. इससे सक्रिय रूप से प्रबंधित होने वाली स्कीमों और इंडेक्स फंडो में अंतर बहुत कम बचेगा.

क्या आपको करना चाहिए निवेश?
म्यूचुअल फंड सलाहकारों का कहना है कि इंडेक्स फंडों की तरफ निवेशक रुख कर रहे हैं. लेकिन, इसकी रफ्तार तेज नहीं होगी. भारतीय बाजारों में अब भी अच्छे शेयरों को चुनने का फायदा है. इसके आगे भी बने रहने की उम्मीद भारत में इंडेक्स फंड में निवेश क्यों करें? है. इसलिए निवेशक सक्रिय प्रबंधन वाले फंडों में थोड़ा ज्यादा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं.

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क्या होते हैं इंडेक्स फंड, क्या आपको करना चाहिए निवेश?

इस तरह के फंड शेयर बाजार के किसी इंडेक्स में शामिल कंपनियों के शेयरों में निवेश करते हैं.

क्या होते हैं इंडेक्स फंड, क्या आपको करना चाहिए निवेश?

कम होती है इन फंडों की लागत
सक्रिय रूप से प्रबंधित किए जाने वाले फंडों के मुकाबले इंडेक्स फंडों पर कम खर्च आता है. उदाहरण के लिए यूटीआर्इ निफ्टी इंडेक्स फंड में 0.20 फीसदी का एक्सपेंस रेशियो है. वहीं, भारत में इंडेक्स फंड में निवेश क्यों करें? सक्रिय रूप से प्रबंधित होने वाले फंड डायरेक्ट प्लान पर करीब एक फीसदी वसूल करते हैं. वहीं, रेगुलर प्लान के लिए यह लगभग दो फीसदी भारत में इंडेक्स फंड में निवेश क्यों करें? है.

इंडेक्स फंड ही क्यों?
इंडेक्स फंड को कर्इ बातों का फायदा मिला है. इनमें म्यूचुअल फंड का दोबारा वर्गीकरण, बेंचमार्क के तौर पर टोटल रिटर्न इंडेक्स (टीआरआर्इ) की शुरुआत इत्यादि बातें शामिल हैं. इन्होंने इंडेक्स फंडों के लिए माहौल बनाया है. निवेशकों की इन फंडों में दिलचस्पी बढ़ी है.

मिलता रह सकता है कम रिटर्न?
जानकारों का मानना है कि भारत जैसे उभरते बाजार में इंडेक्स फंडों के मुकाबले सक्रिय प्रबंधन वाले म्यूचुअल फंडों का रिटर्न ज्यादा बना रह सकता हैं.

सक्रिय रूप से प्रबंधित फंडों में टीर्इआर में बदलाव
सेबी ने म्यूचुअल फंड हाउसों को निर्देश दिया है कि वे अपनी स्कीमों के टीर्इआर (टोटल एक्सपेंस रेशियो) को कम करें. इससे सक्रिय रूप से प्रबंधित होने वाली स्कीमों और इंडेक्स फंडो में अंतर बहुत कम बचेगा.

क्या आपको करना चाहिए निवेश?
म्यूचुअल फंड सलाहकारों का कहना है कि इंडेक्स फंडों की तरफ निवेशक रुख कर रहे हैं. लेकिन, इसकी रफ्तार तेज नहीं होगी. भारतीय बाजारों में अब भी अच्छे शेयरों को चुनने का फायदा है. इसके आगे भी बने रहने की उम्मीद है. इसलिए निवेशक सक्रिय प्रबंधन वाले फंडों में थोड़ा ज्यादा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं.

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