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Stock Market Closing: रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद शेयर बाजार में मातम इतिहास की सबसे बड़ी शेयर बाजार दुर्घटना क्या थी? पसरा, 23 मार्च 2020 के बाद सबसे बड़ी गिरावट के साथ बंद हुए शेयर बाजार

By: ABP Live | Updated at : 24 Feb 2022 04:16 PM (IST)

Stock Market Closing On 24th February 2022: रूस के यूक्रेन पर सैन्य कार्रवाई के बाद शेयर बाजार में सुनामी आ गई है. सुबह भारतीय शेयर बाजार में वैसे ही भारी गिरावट के साथ खुले थे. किन दोपहर बार बाजार में फिर से और ज्यादा भंयकर गिरावट लौटी. आज का कारोबार बंद होने पर सेंसेक्स 2788 अंकों की गिरावट के साथ 54,445 तो निफ्टी 842 अंकों की गिरावट के साथ 16,218 अंकों पर बंद हुआ है.

बाजार में अबतक की सबसे बड़ी गिरावट
23 मार्च 2020 के बाद बाजार में प्वाइंट्स के मामले में ये सबसे बड़ी गिरावट है. तब कोरोना इतिहास की सबसे बड़ी शेयर बाजार दुर्घटना क्या थी? महामारी के पहले लहर के दस्तक देने के चलते और लॉकडाउन लगने के डर के चलते शेयर बाजार में बड़ी गिरावट देखी गई थी. यानि भारतीय शेयर बाजार के इतिहास में प्वाइंट्स के लिहाज से गुरुवार की गिरावट सबसे बड़ी गिरावट है.

Stock Market Crash Kya Hai?: कैसे और क्यों होता है शेयर मार्केट क्रैश? जानिए नुकसान से बचने के टिप्स

Stock Market Crash Kya Hai?: कैसे और क्यों होता है शेयर मार्केट क्रैश? जानिए नुकसान से बचने के टिप्स

Stock Market Crash: आपने अक्सर समाचारों में शेयर मार्केट क्रैश होने की खबर सुनी होगी। लेकिन क्या आप वास्तविकता में जानते है कि Stock Market Crash Kya Hai? (What is Stock Market Crash in Hindi) तो चलिए आपको समझाते है कि स्टॉक मार्केट क्रैश क्या है? और यह कैसे होता है?

Stock Market Crash in Hindi: कभी आपने सोचा है कि Stock Market Crash Kya Hai?वैसे स्टॉक मार्केट क्रैश का जिक्र निवेशकों को डराने के लिए काफी है, खासकर शौकिया या रिटायरमेंट के लिए रिटर्न पर भरोसा करने वालों के लिए यह सदमे जैसा होता है। दुर्भाग्य से इतिहास की सबसे बड़ी शेयर बाजार दुर्घटना क्या थी? स्टॉक मार्केट क्रैश (Stock Market Crash) आमतौर पर बिना किसी चेतावनी के होता है। Stock Market Crash एक बड़े आर्थिक संकट, राष्ट्रीय या अंतर्राष्ट्रीय घटनाओं या लंबे समय तक सट्टा बुलबुले के फटने का संकेत देते हैं। इस तरह की दुर्घटनाओं के बाद निवेशक अपनी मार्जिन कॉल को रोकने के लिए शेयरों को जल्दी से बेच देते है।

Stock Market Crash: बिकवाली के चलते निवेशकों को लगी 5 लाख करोड़ रुपये की चपत, जानें क्यों आज गिरे भारतीय शेयर बाजार

By: इतिहास की सबसे बड़ी शेयर बाजार दुर्घटना क्या थी? ABP Live | Updated at : 06 May 2022 03:01 इतिहास की सबसे बड़ी शेयर बाजार दुर्घटना क्या थी? PM (IST)

Edited By: manishkumar

Stock Market Crash: अमेरिकी शेयर बाजार ( American Share Market) में भारी गिरावट के चलते हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन दोपहर के ट्रेडिंग सेशन में भारतीय शेयर बाजार ( Indian Stock Market) गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है. हालांकि निचले स्तरों से बाजार ने रिकवरी दिखाई है बावजूद इसके निवेशक बाजार से दूर नजर आ रहे हैं. सेंसेक्स अभी भी 756 और निफ्टी 231 अंकों की इतिहास की सबसे बड़ी शेयर बाजार दुर्घटना क्या थी? गिरावट के साथ ट्रेड कर रहा है.

निवेशकों को 5 लाख करोड़ रुपये का नुकसान
ग्लोबल मार्केट ( Global Markets) में बिकवाली के चलते भारतीय बाजार में मायूसी है. सुबह बाजार के खुलने पर निवेशकों को जबरदस्त नुकसान उठाना पड़ा है. मुंबई स्टॉक एक्सचेंज का मार्केट कैपिटलाईजेशन ( Market Capitalization) 4.8 लाख करोड़ रुपये घटकर 259.64 लाख करोड़ रुपये से घटकर 254.83 लाख करोड़ पर आ गया.

2008 है सेंसेक्स का सबसे बुरा दौर, 20325 अंकों से शुरू तो 9647 पर खत्म हुआ था साल; 52% की गिरावट हुई थी

बिजनेस डेस्क. कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण और दुनियाभर में इसके बढ़ते मरीजों की संख्या का असर मार्केट पर लगातार इतिहास की सबसे बड़ी शेयर बाजार दुर्घटना क्या थी? हो रहा है। सेंसेक्स 1941.67 अंकों की गिरावट के साथ 35634.95 अंकों पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी 538 अंक नीचे गिरकर 10451.45 अंकों पर बंद हुआ। पिछले 20 सालों में ऐसे कई मौके आए जब सेंसेक्स में उतार-चढ़ाव देखा गया। 2008 में सेंसेक्स की ओपनिंग 20325 अंकों के साथ और क्लोजिंग 9647 अंकों के साथ हुई। यानी 2008 में सबसे ज्यादा 52% की गिरावट हुई थी। हालांकि, 2009 में सेंसेक्स में 44% की बढ़ोतरी हुई थी।

2008 में आई 52% गिरावट का कारण
जनवरी 2008 में सेंसेक्स अपने रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था। इसके बाद भी सेंसेक्स के लिए 2008 अब तक का सबसे बुरा दौर रहा है। उसी साल 27 अक्टूबर को यह 63 फीसदी गिरकर इतिहास की सबसे बड़ी शेयर बाजार दुर्घटना क्या थी? 7697 तक चला गया था। दरअसल, उस वक्त अमेरिका के सब-प्राइम संकट से पैदा हुई मंदी ने शेयर बाजार को जमीन पर ला दिया था। लोन चुकाने में असमर्थ कर्जदारों को दिए गए कर्ज ने अमेरिका के कई बैंकों को बर्बाद कर दिया। उसी साल सितंबर में अमेरिका की वित्तीय फर्म 'लेमन ब्रदर्स' के दिवालिया होने की खबर आई। इसके बाद दुनियाभर की तमाम अर्थव्यवस्था में निराशा और बैचैनी आ गई।

विशाखापट्टनम दुर्घटना से पहले भी कई बार देश ने झेला है ऐसे भीषण हादसों का दर्द

विशाखापट्टनम दुर्घटना से पहले भी कई बार देश ने झेला है ऐसे भीषण हादसों का दर्द

नई दिल्‍ली। विशाखापट्टनम की एक फैक्ट्री में हुए गैस रिसाव की वजह से जो मंजर देश के सामने आया है वह वास्‍तव में दिल दहला देने वाला है। इस हादसे ने देश के उन हादसों की भी याद दिला दी है जिनकी वजह से पहले भी हजारों की जान जा चुकी है। विशाखापट्टनम की घटना में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है और 800 से अधिक लोग घायल है। ये घटना आरआर वेंकटपुरम गांव की एक फैक्‍ट्री में घटी है। यहां से जो जिस गैस का रिसाव हुआ है वह स्टाइरीन(Styrene)है।

1944 का मुंबई धमाका

14 अप्रैल 1944 को इतिहास की सबसे बड़ी शेयर बाजार दुर्घटना क्या थी? बॉम्‍बे के विक्टोरिया डॉक में जबरदस्‍त धमाकों केी वजह से 800 से 1300 लोगों की मौत हो गई थी। इसकी वजह से करीब 80,000 लोगों को अपना घर छोड़कर इतिहास की सबसे बड़ी शेयर बाजार दुर्घटना क्या थी? भागना पड़ा था। ये हादसा एस.एस. फोर्ट स्टिकीन जहाज पर हुआ था। इसमें रखे करीब 1395 टन बारूद के धमाके ने पूरे बॉम्‍बे को हिला कर रख दिया था। इन विस्फोटकों में 238 टन टारपीडो, माइन, तोपों के गोले और गोलियां थी। इसके अलावा जहाज पर कई दूसरे सामान भी थे। इसमें आग लगने की सूचना नाविकों ने दोपहर को दी थी। लेकिन जब तक दमकल की गाडि़यां और इतिहास की सबसे बड़ी शेयर बाजार दुर्घटना क्या थी? दूसरे उपाय किए जाते तब तक काफी देर हो गई थी।

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