* सामान्य प्रश्न
- एए माइनर सुरक्षित है क्योंकि इसे वॉलेट पता की आवश्यकता नहीं है क्योंकि यह खनन पूल का उपयोग कर रहा है।
- एए माइनर को विशेष अनुमति जैसे एक्सेसिबिलिटी की आवश्यकता नहीं होती है।
- यदि यह आपके डिवाइस को फ्रीज करता है, तो कम संख्या में धागे का उपयोग करें।
- पृष्ठभूमि खनन के लिए बैटरी अनुकूलन बंद करें।
- सर्वर यूआरएल / उपयोगकर्ता नाम / पासवर्ड में कोई सफेद रिक्त स्थान न डालें।
क्या है क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency in Hindi) तथा बिटकॉइन?
नमस्कार दोस्तो स्वागत है आपका जानकारी ज़ोन में जहाँ हम विज्ञान, प्रौद्योगिकी, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय राजनीति, अर्थव्यवस्था, ऑनलाइन कमाई तथा यात्रा एवं पर्यटन जैसे क्षेत्रों से महत्वपूर्ण तथा क्रिप्टोक्यूरेंसी के 8 सबसे सामान्य प्रकार रोचक जानकारी आप तक लेकर आते हैं। आज इस लेख में हम बात करेंगे क्रिप्टोकरेंसी की, जानेंगे यह क्या है? (What is Cryptocurrency in Hindi) क्रिप्टोकरेंसी किस प्रकार कार्य करती है और अंत में देखेंगे क्यों अधिकांश देशों की सरकारें इसके इस्तेमाल को कानूनी मान्यता देने से बचती आई हैं।
मुद्रा से हम सभी वाकिफ़ हैं। दुनियाँ में प्रत्येक व्यक्ति को अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए मुद्रा की आवश्यकता होती है। इसका उपयोग हम प्रतिदिन वस्तुओं तथा सेवाओं को खरीदने में करते हैं। मुद्रा के प्रकारों में समय के साथ बदलाव आते रहे हैं। उदाहरण के तौर पर प्राचीन काल में वस्तुओं को मुद्रा के रूप में इस्तेमाल किया जाता था तत्पश्चात सोने तथा अन्य महँगी धातुओं का प्रयोग मुद्रा के रूप में होने लगा तथा आधुनिक समय में कागज की मुद्रा प्रचलन में आई जिसका वर्तमान में भी प्रयोग किया जाता है।
क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) क्या है?
किसी भी देश की मुद्रा जैसे भारतीय रुपया, अमेरिकी डॉलर, ब्रिटिश पाउंड आदि उनके केंद्रीय बैंकों द्वारा जारी तथा समर्थित होती हैं। यह भौतिक मुद्रा होती हैं जिसे आप देख अथवा छू सकते हैं और नियमानुसार किसी भी स्थान या देश में इसका इस्तेमाल कर सकते हैं वहीं क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency in Hindi) एक प्रकार की डिजिटल या आभासी करेंसी (मुद्रा) होती है जिसे आप देख या छू नहीं सकते।
पहली क्रिप्टोकरेंसी जिसे बिटकॉइन के नाम से जाना जाता है कि शुरुआत साल 2009 में सतोषी नकामोटो नामक व्यक्ति द्वारा की गई। इन्हीं ने सर्वप्रथम ब्लॉकचेन तकनीक का इस्तेमाल करते हुए इस मुद्रा का निर्माण किया। 2008 में जारी अपने एक रिसर्च पेपर में उन्होंने बताया कि किस प्रकार किसी विकेन्द्रीकृत मुद्रा के प्रयोग से बैंकों या अन्य वित्तीय संस्थाओं को मध्यस्थ की भूमिका से बाहर किया जा सकता है। वर्तमान में दुनियाँ भर में तकरीबन 1500 से अधिक क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं। जिनमें बिटकॉइन, लाइटकॉइन, ईथर, डैशकॉइन, रिपल आदि शामिल हैं।
क्रिप्टोकरेंसी की कार्यप्रणाली
क्रिप्टोकरेंसी एक बेहद महत्वपूर्ण तकनीक ब्लॉकचेन पर आधारित है। इस तकनीक की सहायता से किसी भी प्रकार की सूचना का एक विकेन्द्रीकृत बहीखाता या Ledger तैयार किया जा सकता है। इस नेटवर्क से जुड़े प्रत्येक व्यक्ति के पास सूचना का यह बहीखाता मौज़ूद होता है। वर्तमान में इस तकनीक का इस्तेमाल मुख्यतः क्रिप्टोकरेंसी के लेन-देन में किया जा रहा है।
सामान्य बैंकिंग प्रक्रिया में लेन-देन का विवरण बैंकों द्वारा सत्यापित किया जाता है जबकि क्रिप्टोकरेंसी में किये गए विनिमय को ब्लॉकचेन तकनीक के माध्यम से ब्लॉकचेन नेटवर्क से जुड़े कुछ लोगों जिन्हें माइनर्स कहा जाता है द्वारा सत्यापित किया जाता है। क्रिप्टोकरेंसी के किसी लेन-देन को सत्यापित कर उसे सूचना के एक ब्लॉक रूप में परिवर्तित करना बेहद जटिल गणितीय कार्य होता है जिसके लिए अत्यधिक कंप्यूटर क्षमता, विद्युत आपूर्ति तथा हाई स्पीड इंटरनेट की आवश्यकता होती है।
क्रिप्टोकरेंसी के फायदे
- चूँकि क्रिप्टोकरेंसी किसी क्रिप्टोक्यूरेंसी के 8 सबसे सामान्य प्रकार देश या सरकार के नियंत्रण में नहीं है अतः किसी देश की आर्थिक स्थिति या आर्थिक निर्णयों जैसे नोटबंदी या घरेलू मुद्रा के अवमूल्यन का इस पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता।
- जहाँ बैंकों के माध्यम से वैश्विक स्तर पर लेन-देन करने में अधिक शुल्क तथा समय लगता है वहीं क्रिप्टोकरेंसी में लेन-देन त्वरित तथा अत्यंत कम शुल्क में हो जाता है।
- इसमें लेन-देन करने के लिए किसी पहचान पत्र आदि की आवश्यकता नहीं होती अतः किन्हीं दो व्यक्तियों के मध्य होने वाला लेन-देन गुप्त रहता है।
- क्रिप्टोकरेंसी में लेन-देन करने वाले व्यक्तियों की जानकारी पूर्णतः गोपनीय होती है अतः इसका प्रयोग गैर-कानूनी गतिविधियों जैसे किसी के निजी डेटा को बेचना, फिरौती, गैर-कानूनी वस्तुओं का व्यापार तथा मानव तस्करी आदि करने में भी किया जाता है।
- इसके इस्तेमाल में अत्यधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है। किसी गलत पते पर क्रिप्टोकरेंसी के हस्तांतरण हो जाने की स्थिति में उसे पुनः प्राप्त नहीं किया जा सकता न ही उस व्यक्ति की पहचान करना संभव है।
- चूँकि क्रिप्टोकरेंसी पूर्णतः बाजार के नियंत्रण में है अतः यह बहुत अस्थिर है। इसकी कीमतों में अचानक गिरावट आने की संभावना बनी रहती है जिससे ऐसी मुद्राओं में निवेश करने वाले निवेशकों की पूँजी डूब सकती है। उदाहरण के तौर पर साल 2013 में बिटकॉइन में एक ही दिन में 70 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
- क्रिप्टोकरेंसी के लेन-देन में अत्यधिक मात्रा में कंप्यूटर क्षमता की आवश्यकता होती है जो ऊर्जा अपव्यय का एक मुख्य कारण है।
- सरकारों तथा केन्द्रीय बैंकों के नियंत्रण में न होने के चलते इसके प्रयोग से कर चोरी जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं।
AA Miner (BTC,LTC,XMR.. Crypto
यह ऐप एए खनिक का उपयोग करने के लिए एक गाइड प्रदान करता है।
आमिनर फ्री क्रिप्टोकुरेंसी (ब्लॉकचेन पर आधारित) माइनर है।
एए माइनर 50 से अधिक एल्गोरिदम का समर्थन करता है।
वर्तमान में एआरएम सीपीयू के साथ सबसे अधिक लाभदायक खनन क्रिप्टनटाइट एल्गोरिदम खनन है।
इसलिए, हम एक्सएमआर (मोनरो) या अन्य अल्टोकोन्स जैसे क्रिप्टनटाइट खनन का उपयोग करने की सलाह देते हैं।
थ्रेड के लिए कोर की संख्या से कम संख्या का उपयोग करने की अनुशंसा की जाती है।
* कैसे इस्तेमाल करे
1. एल्गोरिदम या CryptoCoin का चयन करें।
2. धागे की संख्या दर्ज करें: डिफ़ॉल्ट कोर गणना है। कोर गिनती से कम की सिफारिश की जाती है।
3. खनन पूल सर्वर यूआरएल दर्ज करें: आप जिस खनन पूल का उपयोग कर रहे हैं उसका सर्वर यूआरएल दर्ज करें या मिनीगेट या नाइसहाश के लिए एक सर्वर का चयन करें जो स्वचालित रूप से दर्ज हो जाता है। खनन पूल मिनरेट, नाइसहाश, माइनिंगपूलहब, और इसी तरह हैं। अधिकांश सर्वर यूआरएल "स्ट्रैटम + टीसीपी: //" से शुरू हो रहा है।
3. उपयोगकर्ता नाम दर्ज करें: अपने खनन पूल का उपयोगकर्ता नाम दर्ज करें। यदि आपके पास खाता नहीं है, तो खाता बनाने के लिए "खाता बनाएं" स्पर्श करें। एक सामान्य उपयोगकर्ता नाम प्रकार ई-मेल या उपयोगकर्ता नाम है। वर्कर।
4. पासवर्ड दर्ज करें: डिफ़ॉल्ट एक्स है, अधिकांश खनन पूल को खनन पर वास्तविक पासवर्ड की आवश्यकता नहीं है। ज्यादातर मामलों में, आप केवल अपने पासवर्ड में एक्स दर्ज कर सकते हैं।
5. "स्टार्ट" बटन पर क्लिक करें
6. बाद में आप खनन पूल से अपने वॉलेट में क्रिप्टोकॉइन वापस ले सकते हैं या पोलोनिक्स, बिट्ट्रेक्स, बिटफिनिक्स जैसे बाजार वॉलेट का आदान-प्रदान कर सकते हैं।
क्या है सामान्य विधि के अंतर्गत संरक्षण का मौलिक अधिकार जानिए- Fundamental right
गिरफ्तारी का एक सामान्य रूप है देश की अनेक सामान्य विधियों के अंतर्गत आये दिन गिरफ्तारियां की जाती हैं। कभी इन गिरफ्तारियां के ठोस कारण होते हैं तो कभी कभी आशंका (संदेह) के आधार पर गिरफ्तार कर लिया जाता है। अतः ऐसे गिरफ्तार व्यक्तियों को स्वतंत्रता एवं उनके अधिकारों की रक्षा के लिए न केवल सामान्य विधियों में संरक्षण संविधान के मौलिक अधिकार प्राप्त है जानिए।
भारतीय संविधान अधिनियम,1950 के अनुच्छेद 22 (1) की परिभाषा
गिरफ्तार व्यक्ति का सबसे पहला अधिकार गिरफ्तारी का कारण जानने का है। गिरफ्तारी का कारण बताये बिना क्रिप्टोक्यूरेंसी के 8 सबसे सामान्य प्रकार किसी व्यक्ति को अनावश्यक रूप से लम्बे समय तक कैद नहीं रखा जा सकता है।
क्योंकि गिरफ्तारी का कारण जाने बिना गिरफ्तार व्यक्ति अपनी समुचित प्रतिरक्षा नहीं कर सकता है यहाँ तक कि जमानत पर छूट जाने के बाद भी उसका यह अधिकार बना रहता है, यह गिरफ्तार व्यक्ति का संवैधानिक एवं मौलिक अधिकार है।
Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article) :- लेखक ✍️ बी.आर. अहिरवार (पत्रकार एवं लॉ छात्र होशंगाबाद) 9827737665
इसी प्रकार की कानूनी जानकारियां पढ़िए, यदि आपके पास भी हैं कोई मजेदार एवं आमजनों के लिए उपयोगी जानकारी तो कृपया हमें ईमेल करें। [email protected]
लूप क्या है? परिभाषा- हिंदी में [What is क्रिप्टोक्यूरेंसी के 8 सबसे सामान्य प्रकार a loop? Definition - in Hindi]
लूप एक सॉफ्टवेयर प्रोग्राम या स्क्रिप्ट है जो समान निर्देशों(Instructions) को दोहराता(repeat) है या रोकने के लिए आदेश प्राप्त होने तक एक ही जानकारी को बार-बार संसाधित(Processed) करता है। यदि ठीक से संभाला नहीं जाता है, तो एक लूप कंप्यूटर को धीमा होने का कारण बन सकता है क्योंकि यह एक अंतहीन(endless) लूप में समान चरणों(steps) को दोहराने(Repeat) क्रिप्टोक्यूरेंसी के 8 सबसे सामान्य प्रकार से अभिभूत(Overwhelmed) हो जाता है। लूप एक प्रोग्रामिंग फ़ंक्शन है जो निर्दिष्ट सीमाओं(Specified limits) के आधार पर एक Statement या स्थिति(Conditions) को पुनरावृत्त(Repeated) करता है।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 838