Share Market News: 2021 में इन 5 स्टॉक में जिन्होंने लगाया पैसा उनकी खुल गई किस्मत, मिला 250% तक का रिटर्न
Share Market: आईटी स्टॉक कोविड -19 की दूसरी लहर के दौरान हुई बिकवाली से अप्रभावित रहे. वास्तव में, आईटी स्टॉक कोविड -19 दबाव के दौरान शेयर मार्केट के पसंदीदा बन गए.
By: एबीपी न्यूज़ | Updated at : 05 Aug 2021 09:06 PM (IST)
Share Market News: आईटी सेक्टर उन कुछ सेक्टरों में से एक है, जो कोविड -19 की दूसरी लहर के दौरान हुई बिकवाली से अप्रभावित रहे. वास्तव में, आईटी स्टॉक कोविड -19 दबाव के दौरान शेयर मार्केट के पसंदीदा बन गए.
जबकि NSE निफ्टी 2021 के पहले छह महीनों में लगभग 12 फीसदी की बढ़त दर्ज करने में कामयाब रहा, उस अवधि में BSE आईटी इंडेक्स लगभग 24 फीसदी बढ़ा. 2021 की पहली छमाही में मल्टीबैगर रिटर्न (multibagger returns) देने वाले शेयरों की अच्छी संख्या देखी गई और उस सूची में आईटी शेयरों का प्रमुख योगदान था. आज हम 2021 में मल्टीबैगर रिटर्न देने वाले 5 आईटी शेयरों की सूची आपको देने वाले हैं.
Subex Limited:
- बेंगलुरु स्थित इस सॉफ्टवेयर कंपनी का स्टॉक NSE में वर्ष 2021 में 45 रुपये प्रति स्टॉक से बढ़कर जुलाई 2021 में 71.95 रुपये प्रति स्टॉक स्तर पर पहुंच गया है.
- इसका मतलब है कि इस शेयर ने इस अवधि में अपने शेयरधारकों को 150 फीसदी से ज्यादा रिटर्न दिया है.
- वर्तमान में, कंपनी का बाजार पूंजीकरण लगभग ₹3750 करोड़ है.
e-Clerx:
- मुंबई और पुणे स्थित इस बहुराष्ट्रीय आईटी कंपनी का स्टॉक NSE पर 883.30 रुपये प्रति स्टॉक मार्क से बढ़कर जुलाई 2021 में 2,101 रुपये प्रति स्टॉक स्तर पर पहुंच गया है.
- इसका मतलब है कि केवल छह महीने में इस आईटी स्टॉक ने लगभग 140 प्रतिशत रिटर्न निवेशकों को दिया है.
- कंपनी का ऋण इक्विटी अनुपात शून्य है जो कंपनी के मजबूत बैलेंस शीट और निरंतर राजस्व सृजन का संकेत देता है.
Happiest Minds Technologies:
- यह आईटी शेयर 17 सितंबर 2020 को NSE और BSE दोनों में सूचीबद्ध होने के बाद से आसमान छू रहा है.
- वर्ष 2021 में NSE में इस शेयर की कीमत 344.25 रुपये से बढ़कर जुलाई 2021 में 1,5 हो गई है.
- इसका मतलब है कि स्टॉक ने साल 2021 में करीब 250 फीसदी का डिलीवर किया है.
- पिछले तीन वर्षों में हैप्पीएस्ट माइंड्स की औसत लाभ वृद्धि 140 प्रतिशत से अधिक है और इसका इक्विटी पर प्रतिफल (आरओई) 55 प्रतिशत से अधिक है.
Brightcom Group:
- इस डिजिटल मार्केटिंग कंपनी के शेयर की कीमत 8.30 रुपये से बढ़कर जुलाई 2021 में ₹80 हो गई है.
- इसका मतलब है कि इस आईटी काउंटर ने वर्ष 2021 में लगभग 260 प्रतिशत रिटर्न दिया है.
- ब्राइटकॉम समूह के शेयरों का अत्यधिक मूल्य है क्योंकि इसका पीई राशन 175 प्रतिशत से अधिक है.
Newgen Software Technologies:
- यह लॉ कोड डिजिटल ऑटोमेशन प्लेटफॉर्म प्रोवाइडर आईटी कंपनी के शेयर की कीमत एनएसई में ₹40 से बढ़कर जुलाई 2021 में 709.90 हो गई है.
- इसका मतलब है कि आईटी स्टॉक ने वर्ष 2021 में अपने शेयरधारकों को लगभग 165 प्रतिशत रिटर्न दिया है.
- यह स्टॉक अधिक मूल्यवान लगता है क्योंकि इसका पीई अनुपात लगभग 43 प्रतिशत है.
डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना ज़रूरी है की मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहाँ कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.)
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Published at : 05 Aug 2021 09:06 PM (IST) Tags: ABP News Share Market Stock Market bse share Price share market news today sunsex stock market share price today IT Stock हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, शेयर मार्केट में शेयर के कितने प्रकार होते है follow: Business News in Hindi
शेयर बाजार के कार्य, विशेषताएँ, लाभ, सीमाये/दोष
शेयर बाजार से आशय उस बाजार से है जहां नियमित कम्पनीयों के अंशपत्र, ऋणपत्र, प्रतिभूति, बाण्ड्स आदि का क्रय विक्रय होता है। शेयर बाजार एक संघ, संगठन या व्यक्तियों की संस्था है जो प्रतिभूतियों के क्रय-विक्रय या लेनदेन के उद्देश्य हेतु सहायक नियमन व नियंत्रण के लिए स्थापित किया जाता है फिर चाहे वह निर्गमीत हो या न हो।
शेयर बाजार के कार्य
1. अनवरत बाजार उपलब्ध कराना- शेयर बाजार सूचीबद्ध प्रतिभूतियों के नियमित एवं सुविधापूर्ण क्रय-विक्रय के लिए एक स्थान है। शेयर बाजार विभिन्न अंशों, ऋणपत्रों, बॉण्ड्स एवं सरकारी प्रतिभूतियों के लिए तात्कालिक एवं अनवरत बाजार उपलब्ध कराता है इसके माध्यम से प्रतिभूतियों के क्रय-विक्रय मे उच्च कोटि की तरलता पाई जाती हैं क्योंकि इसके धारक जब भी चाहें, अपनी प्रतिभूतियों का नकद भुगतान प्राप्त कर सकते हैं।
2. मूल्य एवं विक्रय सम्बन्धी सूचना प्रदान करना-एक शेयर बाजार विभिन्न प्रतिभूतियो के दिन-प्रतिदिन के लेने देन का पूर्ण विवरण रखता है और मूल्य एवं विक्रय की मात्रा की नियमित सूचना प्रेस एवं शेयर मार्केट में शेयर के कितने प्रकार होते है अन्य संचार माध्यमों को देता रहता है वास्तव मे आजकल आप टी.वी. चैनल जैसे-सी.एन.बी.सी. जी न्यूज, एन.डी.टी.वी. और मुख्य खबरों (हेड लाइन) के माध्यम से विशिष्ट अंशों के विक्रय की मात्रा एवं मूल्यों के सम्बन्ध मे मिनट-मिनट की जानकारी प्राप्तर कर सकते है। यह निवेशकों को उन प्रतिभूतियों के क्रय-विक्रय के सम्बन्ध में शीघ्र निर्णय लेने की सुविधा प्रदान करता है जिनके लेनदेन में वे इच्छुक है।
3. लेनदेन एवं निवेश में सुरक्षा प्रदान करना- शेयर बाजार में लनेदेन केवल उनके सदस्यों के मध्य पर्याप्त पारदर्शिता एवं नियमों विनियमों के कठोर मापदंड के अंतर्गत, जिसमें सुपुर्दगी व भुगतान का समय और प्रक्रिया भी निश्चित होती है, संपन्न होते है। यह शेयर बाजार में हुए लेनदेनों को उच्च कोटि की सुरक्षा प्रदान।
4. बचत की गतिशीलता एवं पॅूंजी नियंत्रण में सहायक- शेयर बाजार का कुशल कार्यप्रणाली एक सक्रिय एवं विकासशील प्राथमिक बाजार के लिए उपयोगी वातावरण का सृजन करती है स्कंध बाजार का अच्छा कार्य निष्पादन और अंशों के प्रति रूख नये निर्गमन बाजार को तेजी प्रदान करता है जिससे बचत को व्यावसायिक एवं औद्योगिक उपक्रमो में निवेश करने में गतिशीलता आती है केवल यही नहीं, बल्कि शेयर बाजार अंशों व ऋण-पत्रो के निवेश एवं लेनदेन में तरलता एवं लाभप्रदता प्रदान करता है।
5. कोष का उचित आबंटन- शेयर बाजार लेनदेन प्रक्रिया के फलस्वरूप कोषों का प्रवाह कम लाभ के उपक्रमों से अधिक लाभ के उपक्रमों की ओर होता है और उन्हें विकास का अधिक अवसर प्राप्त होता है अर्थव्यवस्था के वित्तीय स्त्रोतों का इस प्रकार से श्रेष्ठ आबंटन होता है।
आइए समझें टैक्स सेविंग वाले म्यूचुअल फंड का निवेश क्यों है सबसे फायदेमंद
ELSS ईएलएसएस ऐसे म्यूचुअल फंड होते हैं, जिनका सर्वाधिक भाग (65% से अधिक) शेयरों (equity) में और इक्विटी लिंक्ड सिक्योरिटीज में निवेश कि जाता है. साथ ही इसका एक हिस्सा फिक्स्ड इंकम प्रतिभूति (fixed-income securities) आदि में भी लगाया जाता है.
म्यूचुअल फंड निवेश का अच्छा विकल्प.
म्यूचुअल फंड में निवेश आज की तारीख में सबसे बेहतर निवेश माना जा रहा है. कारण सिर्फ यह है कि अगर कोई भी नौकरीपेशा या बिजनेसमैन यह चाहता है कि वह अपने काम के साथ अपने पैसे को बढ़ाना चाहता है और उस पर ज्यादा सोच विचार का समय नहीं है तब म्यूचुअल फंड का निवेश उसके सामने एक अच्छा विकल्प है. साथ ही ऐसे निवेशकों के लिए यह सबसे उपयोगी जो बाजार के उतार-चढ़ाव को तो समझते हैं मगर उससे सीधे जुड़े नहीं रह पाते हैं. नौकरी या बिजनेस उन्हें इतना वक्त नहीं देता कि वे बाजार की चाल के साथ निवेश कर सकें और अपना पैसा सही समय में निकाल सकें. ऐसे लोगों के लिए म्यूचुअल फंड शानदार मौका उपलब्ध कराता है जिससे वे अपने पैसे का ज्यादा रिटर्न ले सकें.
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म्यूचुअल फंड में एक फंड टैक्स सेविंग फंड भी होता है जिसे आम तौर पर ELSS (Equity Link Saving scheme) कहते हैं. चूंकि यह एक टैक्स सेविंग स्कीम है तो इसके साथ कुछ पाबंदियां भी आती हैं. यानि इस योजना में कुछ लॉकिन इन समय है. इससे साफ है कि इस दौरान आप निवेश की गई राशि को निकाल नहीं सकते हैं. अमूमन यह लॉकइन समय कम से कम तीन साल का होता है.
ELSS ईएलएसएस ऐसे म्यूचुअल फंड होते हैं, जिनका सर्वाधिक भाग (65% से अधिक) शेयरों (equity) में और इक्विटी लिंक्ड सिक्योरिटीज में निवेश कि जाता है. साथ ही इसका एक हिस्सा फिक्स्ड इंकम प्रतिभूति (fixed-income securities) आदि में भी लगाया जाता है.
चूंकि इनमें निवेश लॉकइन समय के साथ आता है. तो सरकार की ओर से आयकर की धारा 80 सी के तहत टैक्स में छूट का लाभ लिया जा सकता है. यह साफ करना भी जरूरी है कि इस सेक्शन के तहत केवल 150000 रुपये सालाना ही टैक्स में छूट का दायरा है. क्योंकि यहां पर टैक्स में छूट के साथ कमाई भी हो रही है तभी इसे टैक्स सेविंग स्कीम भी कहा जा रहा है.
जानकारी के लिए बता दें कि आयकर के सेक्शन 80 सी के तहत कुछ अन्य निवेश और खर्च भी आते हैं. इनमें EPF, PPF, NSC, सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम, सुकन्या समृद्धि योजना, जीवन बीमा आदि भी सम्मिलित हैं. टैक्स की लिमिट में इन सभी को शामिल किया जाता है.
टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड या ELSS की मुख्य बातों को ऐसे समझें
टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड या कहें म्यूचुअल फंड एक प्रकार से कई लोगों के पैसे को इकट्ठा कर बाजार में निवेश किया जाता है. नाम से ही साफ हो जाता है कि जिस भी कंपनी के माध्यम से हम निवेश कर रहे हैं वह कंपनी पैसे एकत्र कर निवेश करती है. कंपनी के पास अपने फंड मैनेजर होते हैं जो हमेशा बाजार की चाल पर नजर रखते हैं और निवेश करने में बेहतर रिटर्न के साथ पैसे की सुरक्षा के दोनों पहलुओं पर गौर करते हैं. यहां यह भी साफ कर देना उतना ही जरूरी है जितना किसी बात की गारंटी देने के लिए जरूरी होता है. बाजार में किया गया निवेश हमेशा एक रिस्क या कहें जोखिम शेयर मार्केट में शेयर के कितने प्रकार होते है के साथ होता है. सो जो इस बात को रिस्क वहन करना जानते हैं तब आप बाजार से जुड़े किसी फंड में निवेश करें.
फंड मैनेजर ये निवेश सरकारी बॉन्ड, कंपनियों के सावधि जमा, शेयर या फिर सोना आदि में करते हैं या कहें जैसे जरूरत और समय है उसमें निवेश किया जाता है. ये फंड मैनेजर की सूझबूज के साथ ही तय हो जाता है कि पैसा कितना बढ़ेगा. साथ ही यह वही तय करता है कि कब निवेश करना है और कब निकाल लेना है.
रिटर्न की संभावना कितनी है म्यूचुअल फंड में
इस सवाल का जवाब सटीक नहीं होता. इसके लिए कहा जा सकता है कि सड़क पर चलती गाड़ी की स्पीड कितनी होगी. कोई बता सकता है. नहीं. सड़क कैसी है, ड्राइवर कैस है और ट्रैफिक कैसा.. कई कारक सड़क पर गाड़ी की स्पीड तय करते हैं. वैसे टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड भी शेयरों में ही निवेश करता है इसलिए इसमें से सबसे ज्यादा पैसा बनने की उम्मीद है. वैसे भी भारत की अर्थव्यवस्था पिछले कुछ दशकों से लगातार प्रगति कर रही है. विदेशी निवेशकों से लेकर विदेशी कंपनियों ने यहा पर निवेश और विनिर्माण में रुचि दिखाई है और यह लगातार बढ़ता ही जा रहा है. ऐसे में आने वाले 20 सालों में भारत का भविष्य उज्ज्वल है और निवेश का प्रतिफल लाभदायक ही होने की उम्मीद है. हम फिर एक बार गारंटी नहीं ले रहे हैं. याद रखें बाजार की अपनी चाल होती है. आंकड़ों पर गौर किया जाए तो कई म्यूचुअल फंड ने पिछले दो दशकों में 21 प्रतिशत सालाना का रिटर्न भी दिया है. कहा तो यह भी जाता है कि MF के सामने सोना भी फीका साबित हुआ है. कुछ तो यह भी कहते हैं कि प्रॉपर्टी का निवेश भी कमतर रहा है.
इसीलिए अगर आप चाहते हैं कि आपके tax saving investment से सबसे ज्यादा कमाई हो तो टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड यानी ELSS में पैसे लगाएं।
म्यूचुअल फंड में SIP के जरिए किस्तों में भी निवेश कर सकते हैं
म्यूचुअल फंड में एकमुश्त और SIP की सुविधा होती है. एसआईपी के जरिए आपको निवेश करने में सुविधा होती है. आप महीने की किसी एक तारीख में एक निश्चित रकम निवेश कर सकते हैं. अब इन एसआईपी के लिए बैंक खाते से हर महीने अपने आप पैसे कट जाते हैं. पैसे अलग अलग महीने में कटती है तो ऐसे में आपके म्यूचुअल फंड के खाते में भी अलग अलग समय पर यूनिट की खरीद होती है. इससे यह फायदा होता है कि बाजार के उतार चढ़ाव को यह संभाल लेता है.
अंत में बस एक बात. अभी तक देखा गया है कि पिछले दो दशकों में शेयर बाजार वाले म्यूचुअल फंड में निवेश पर कम से कम 11 प्रतिशत सालाना का रिटर्न मिला है वहीं टैक्स सेविंग में 18 प्रतिशत तक का रिटर्न प्राप्त हुआ है. बाजार ने पिछले दो दशकों में देश की तरक्की के साथ खासी मजबूती भी हासिल की है और निरंतर प्रगति के ओर बढ़ रहा है. यह अलग बात है कि बाजार हमेशा जोखिम से भरा होता है इसलिए बाजार से जुड़े किसी भी निवेश शेयर मार्केट में शेयर के कितने प्रकार होते है में केवल उसी व्यक्ति को निवेश करना चाहिए जो यह रिस्क लेने को तैयार है.
निवेश के लिए कैसे करें सही शेयर का चुनाव, ताकि कम जोखिम में मिल सके बेहतर रिटर्न
शेयर मार्केट में सही निवेश की पहली सीढ़ी है ऐसे शेयर्स का चुनाव जो लंबे समय के दौरान अच्छा मुनाफा देने की संभावना रखते हों.
शेयर मार्केट में निवेश करते समय कुछ बुनियादी बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है.
How To Invest For Better Returns: शेयर मार्केट में सही निवेश की पहली सीढ़ी है ऐसे शेयर्स का चुनाव जो लंबे समय के दौरान अच्छा मुनाफा देने की संभावना रखते हैं हों. ऐसे शेयरों की पहचान यूं ही सिर्फ सुनी-सुनाई बातों या यहां-वहां से मिलने वाले टिप्स के आधार पर करना ठीक नहीं होता. अगर आप चाहते हैं कि कम से कम जोखिम में आप बाजार से बेहतर रिटर्न हासिल करें, तो आपको कुछ खास फिल्टर्स या कसौटियों पर नजर रखनी होगी. आइए जानते हैं, क्या हैं वो महत्वपूर्ण कसौटियां जिन पर ध्यान देकर आप सही शेयर का चुनाव कर सकते हैं.
बेहतर रिटर्न के लिए शेयर का चुनाव करते समय आपको उन शेयरों पर ध्यान देना चाहिए, जिनमें ये चार खूबियां मौजूद हों.
1. अच्छी क्वॉलिटी के शेयर जिनकी कीमत अभी कम है
अच्छी क्वॉलिटी वाले शेयर की पहली कसौटी है निवेश की सुरक्षा. यानी ऐसी कंपनी जिसकी वित्तीय स्थिति और हाल के वर्षों का परफॉर्मेंस अच्छा हो. निवेश की सुरक्षा के लिहाज से कम से शेयर मार्केट में शेयर के कितने प्रकार होते है कम 500 करोड़ रुपये के मार्केट कैपिटलाइजेशन वाली कंपनी पर ध्यान देना एक अच्छी रणनीति साबित हो सकती है. इसके अलावा शेयर का PEG यानी Price-earnings to Growth रेशियो एक से कम होना चाहिए. इससे शेयर मार्केट में शेयर के कितने प्रकार होते है कंपनी के शेयर की सही वैल्यूएशन का पता चलता है.
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2. अच्छा डिविडेंड देने वाले शेयर
निवेश के लिए बेहतर शेयर के चुनाव की एक और कसौटी अच्छा डिविडेंड भी हो सकता है. डिविडेंड यानी लाभांश का अर्थ है वो मुनाफे का वो हिस्सा जो कंपनी अपने शेयरधारकों में बांटती है. लगातार डिविडेंड से न सिर्फ शेयरधारक को सीधे-सीधे निवेश पर रिटर्न मिलता है, बल्कि इससे कंपनी की अच्छी वित्तीय सेहत का भी पता चलता है. निवेश से पहले कंपनी के पिछले 5 साल का डिविडेंड देने का रिकॉर्ड देखना चाहिए. साथ ही कंपनी का डिविडेंड-पे-आउट रेशियो 40 फीसदी से कम हो तो बेहतर. क्योंकि इससे पता चलता है कि कंपनी अपने लाभ का एक हिस्सा बांटने के बाद बाकी रकम बिजनेस के विस्तार में भी लगाती है.
3. ऐसे शेयर जो बुक वैल्यू के मुकाबले अच्छे डिस्काउंट पर मिल रहे हों
अगर कोई शेयर ऊपर की दोनों कसौटियों पर खरा उतर रहा हो तो तीसरी बात उसके ‘डिस्काउंट-टू-बुक वैल्यू’ पर नजर डालनी चाहिए. अगर कंपनी बाकी हर लिहाज से मजबूत और बेहतर भविष्य वाली नजर आ रही है, फिर भी उसके शेयर अपनी बुक वैल्यू के मुकाबले कम कीमत पर मिल रहे हैं, तो उसमें आगे चलकर अच्छे रिटर्न मिल सकते हैं. ऐसे शेयर में यह भी जरूर देखना चाहिए कि उसका डेट-इक्विटी रेशियो 1.5 से कम हो और हाल के वर्षों में रिटर्न ऑन नेट वर्थ 10 फीसदी से अधिक रहा हो.
4. ग्रोथ की अच्छी संभावना और वाजिब कीमत वाले शेयर
बेहतरीन शेयर के चुनाव के लिए यह भी एक अहम कसौटी हो सकती है. सवाल यह है कि ग्रोथ की अच्छी संभावना और वाजिब कीमत का अंदाजा कैसे लगाएं. फंडामेंटल रूप से मजबूत शेयर का P/E यानी प्राइस-टू-अर्निंग्स रेशियो अगर 15 से कम है, तो आमतौर पर कीमत को वाजिब मान सकते हैं. पिछले 5 साल में कंपनी की अर्निंग्स ग्रोथ कम से कम 20 फीसदी होनी चाहिए. YoY आधार पर पिछली तिमाही की अर्निंग्स ग्रोथ और पिछले 12 महीनों की ट्रेलिंग अर्निंग्स ग्रोथ भी कम से कम इतनी ही यानी 20 फीसदी होनी चाहिए.
इन तमाम कसौटियों पर खरा उतरने वाला शेयर आने वाले दिनों में कम जोखिम में अच्छा रिटर्न देने वाला साबित हो सकता है. हालांकि इस बात का ध्यान रखें कि यहां कही गई बातें इनवेस्टमेंट टिप्स नहीं हैं. ये कसौटियां बेहतर निवेश के लिए अपनाई जाने वाली कुछ बुनियादी बातों में शामिल हैं. इनके अलावा शेयर से जुड़ी खबरों, संबंधित इंडस्ट्री की दशा-दिशा और पूरी इकॉनमी को प्रभावित करने वाले राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय हालात जैसी बातों पर नजर रखना भी जरूरी है.
Elon Musk & Tesla Stock Breaking!! – एलोन मस्क बिक्री में वृद्धि नहीं करने का वचन देते हैं निवेशक टेस्ला के शेयरों से शांत नहीं होते हैं।
टेस्ला इंक के शेयर कटे हुए कारोबार में दो साल के निचले स्तर पर पहुंच गए, क्योंकि निवेशक मुख्य कार्यकारी एलन मस्क के कम से कम दो और वर्षों के लिए अपने टेस्ला स्टॉक को बनाए रखने की प्रतिज्ञा से असंतुष्ट थे।
पिछले साल के अंत से, मस्क ने दुनिया के सबसे मूल्यवान ऑटोमेकर में $ 40 बिलियन के शेयर बेचे हैं, उनमें से $ 15 बिलियन की बिक्री अप्रैल में तुलनीय वादे करने के बाद आई है, ट्विटर की खरीद के लिए भुगतान करने के लिए।
अमेरिकी प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग (एसईसी) के पूर्व अटॉर्नी और लॉ फर्म मोसेस एंड सिंगर के पार्टनर हॉवर्ड फिशर के अनुसार, “निवेशकों के पास प्रतिभूति धोखाधड़ी के लिए एक अच्छा दावा हो सकता है यदि मस्क निकट भविष्य में एक अरब डॉलर के शेयर बेचते हैं, और इससे टेस्ला के शेयर की कीमत पर गिरावट का दबाव पड़ता है।
एसईसी नियमों के अनुसार, सार्वजनिक फर्मों और उनके नेताओं को सटीक जानकारी प्रदान करनी चाहिए जो निवेशकों को उन चैनलों के माध्यम से महत्वपूर्ण हो सकती है जिनके बारे में निवेशक जानते हैं और सक्रिय रूप से पालन करते हैं। आमतौर पर, यह नहीं बताता है कि व्यवसायों को ऐसा करने के बारे में कैसे जाना चाहिए।
ट्रिपल डी ट्रेडिंग के मुख्य व्यापारी और बाजार संरचना विश्लेषक डेनिस डिक ने कहा: “अगर यह फॉर्च्यून 500 व्यवसाय का एक और सीईओ था जो यह बयान दे रहा था, तो बाजार को यकीन होगा कि उसने ऐसा कहा था, इस प्रकार वह बेच नहीं रहा है।
निवेशक चिंतित हैं कि अरबपति का ध्यान ट्विटर द्वारा बड़े पैमाने पर उठाया जा रहा है, जैसा कि शेयर मार्केट में शेयर के कितने प्रकार होते है टेस्ला के शेयरों में वर्ष के लिए 64 प्रतिशत की गिरावट से पता चलता है, जो 2010 में सार्वजनिक होने के बाद से उनका सबसे खराब वार्षिक प्रदर्शन हो सकता है। पहले 3.5 प्रतिशत तक गिरने और सितंबर 2020 के बाद से अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंचने के बाद, स्टॉक आखिरकार शुक्रवार को 0.6 प्रतिशत नीचे कारोबार कर रहा था।
2018 में टेस्ला को निजी लेने के अपने इरादे के बारे में ट्वीट करने के लिए, मस्क को नियामक की नाराजगी का सामना करना पड़ा, जिसने उन्हें कंपनी के अध्यक्ष के रूप में इस्तीफा देने, अतिरिक्त निदेशकों को नियुक्त करने शेयर मार्केट में शेयर के कितने प्रकार होते है और जुर्माना में $ 40 मिलियन का भुगतान करने का आदेश दिया। इसके अतिरिक्त, एसईसी ने जोर देकर कहा कि मस्क के संचार की निगरानी के लिए उपाय किए जाएं।
“मस्क, जो उत्तेजित दिखाई देते हैं, कोई और स्टॉक नहीं बेचने का वादा करते हैं और शेयर बायबैक का सुझाव देते हैं। ओएएनडीए के वरिष्ठ बाजार विश्लेषक एडवर्ड मोया ने कहा, “खुदरा विक्रेता इस मंदी को खरीदने में संकोच कर रहे हैं क्योंकि शॉर्ट-सेलर्स मजबूती से प्रभारी हैं।
एस 3 पार्टनर्स के अनुसार, टेस्ला के शेयरों में शॉर्ट इंटरेस्ट फ्लोट के 3.1% पर है, जो चौथी तिमाही की शुरुआत से 33% अधिक है।
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