पोर्टफोलियो में आपकी सभी शैक्षणिक और अन्य उपलब्धियां सही तरीके से वर्णित होनी चाहिए ताकि इंटरव्यूअर को कम समय में ही स्पष्ट जानकारी मिल सके। आपकी योग्यता के बारे में दी गई जानकारी सही तथा सटीक होनी चाहिए ।कक्षा10 वी और 12 वीं की मार्कशीट, ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री की सेमेस्टर-वाइज मार्कशीट और ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री प्रमाणपत्र या अस्थायी प्रमाण पत्र जिसमे आपकी डिग्री परीक्षा पास करने की तारीख उल्लिखित हो, क्रम से पोर्टफोलियो में लगाये। सबसे प्रासंगिक जानकारी को पोर्टफोलियो में सबसे उपर रखें।

शेयर बाजार में शुरुआती निवेशक के तौर पर कैसे बनाएं अपना पोर्टफोलियो

मुंबई- पैसा चीजों को चालू करने का एक साधन है। यही वजह है कि कंपनियां शेयर बाजार में लिस्ट होकर फंड जुटाती हैं और फिर उन्हें बदले में लाभांश और मुनाफा मिलता है। बाजार में निवेश करना एक ऐसे व्यवसाय में विश्वास करना है जो आपको लगता है कि बढ़ेगा और कुछ नहीं तो आपके पैसे को सुरक्षित रखेगा। शेयर बाजार में शुरुआती निवेशक के तौर अपना पोर्टफोलियो कैसे बनाएं इस बारे में विस्तार से जानकारी दे रहें हैं एंजेल वन लिमिटेड के इक्विटी स्ट्रैटेजिस्ट-डीवीपी ज्योति रॉय।

निवेश की बुनियादी बातें: जैसा कि बढ़ते बाजार पूंजीकरण से स्पष्ट पोर्टफ़ोलियो का उद्देश्य है, शेयर बाजार में निवेश करना इन दिनों एक चलन बन गया है। लेकिन निवेश किसी निवेशक की सतर्क पसंद, उपभोग व्यय और बचत होने के नाते एक अवसर लागत है। इस तथ्य को यहां समझना जरूरी है कि निवेश की एक अवसर लागत होती है और यह हमेशा ही अच्‍छी नहीं होती है, जैसा कि शार्क (निवेशकों की श्रेणी) की तरफ से चित्रित किया जाता है। पैसे के प्रति सचेत रहना पहला कदम है जो एक स्मार्ट निवेशक अपने शेयर बाजार की यात्रा शुरू करने की दिशा में उठा सकता है।

आधुनिक पोर्टफोलियो सिद्धांत क्या है ?

modern portfolio theory in hindi आधुनिक पोर्टफोलियो सिद्धांत

आधुनिक पोर्टफोलियो सिद्धांत एक ऐसा सिद्धांत है जोकि बताता है की ऐसे निवेशक जो जोखिम नहीं उठाना चाहते हैं वे दिए गए बाज़ार के जोखिम स्तर के आधार पर एक पोर्टफोलियो का निर्माण करके अपेक्षित रिटर्न पोर्टफ़ोलियो का उद्देश्य को बढ़ा सकते हैं। यह सिद्धांत इस तथ्य पर जोर देता है की जोखिम बाज़ार का एक अहम् हिस्सा है।

इस सिद्धांत के अनुसार एक ऐसा पोर्टफोलियो तैयार करना संभव है जो बाज़ार की वर्तमान जोखिम के स्तर पर अधिकतम रिटर्न दे सकता है।

आधुनिक पोर्टफोलियो सिद्धांत का तर्क है कि एक निवेश के जोखिम और वापसी की विशेषताओं को अकेले नहीं देखा जाना चाहिए, लेकिन यह मूल्यांकन करना चाहिए कि निवेश पूरे पोर्टफोलियो के जोखिम और वापसी को कैसे प्रभावित करता है।

ज्यादा जोखिम ज्यादा फायदा (more risk, more profit)

यह सिद्धांत बताता है की एक निवेशक चाहे तो इस सिद्धांत से कई परिसम्पतियों के पोर्टफोलियो का निर्माण कर सकता है। यह एक ऐसा पोर्टफोलियो होगा जो किसी वर्तमान स्तर के जोखिम के लिए अधिकतम रिटर्न देने में सक्षम होगा।

इसके साथ ही यदि निवेशक चाहे तो न्यूनतम जोखिम के साथ भी पोर्टफोलियो तैयार कर सकता है लेकिन इस पोर्टफोलियो में जोखिम के अनुसार रिटर्न भी न्यूनतम होंगे। अतः यदि एक निवेशक बड़ा जोखिम उठाने में सक्षम है तो उसे पोर्टफोलियो से अधिक लाभ भी मिल सकता है।

पोर्टफोलियो जोखिम और अपेक्षित रिटर्न (portfolio risk and expected return in पोर्टफ़ोलियो का उद्देश्य hindi)

यह सिद्धांत इस अवधारणा पर काम करता है की एक निवेशक जोखिम नहीं लेना चाहता एवं न्यूनतम जोखिम रखना चाहता है जिससे उसके रिटर्न का स्टार भी कम होगा। इसका यह अभिप्राय है की एक निवेशक तभी बड़ा जोखिक्म लेगा जब वह बड़े फायदे की आशा करेगा।

उदाहरण :

इस पोर्टफोलियो के अनुसार किसी भी परिसंपत्ति का पोर्टफोलियो तैयार किया जा सकता है। उदाहरण के तोर पर हम यह लेते हैं : यदि हमारे पास दो पोर्टफोलियो हैं जिनमे से एक कमें 10 प्रतिशत डेविएशन है लेकिन रेतुर्न 20 प्रतिशत है एवं दूसरा पोर्टफोलियो है जिसमे डेविएशन 10 प्रतिशत है लेकिन रिटर्न 28 प्रतिशत है तो हम दूसरा पोर्टफोलियो चुनेंगे क्योंकि समान स्तर के जोखिम पर वह हमें ज्यादा बड़ा रिटर्न दे रहा है।

इस लेख से सम्बंधित यदि आपका कोई भी सवाल या सुझाव है, तो आप उसे नीचे कमेंट में लिख सकते हैं।

बैंक इंटरव्यू: Portfolio से जुड़ी इन बातों का ज़रूर ध्यान रखें

पैनल या बोर्ड आपके पोर्टफोलियो में दी गई जानकारी के आधार पर ही आपसे प्रश्न पूछता है और आपका इंटरव्यू काफ़ी हद तक आपके पोर्टफ़ोलियो पर निर्भर करता है। अतः पोर्टफोलियो बनाना तथा उसे सही तरीके से इंटरव्यू पैनल के सामने प्रस्तुत करना दोनों ही बहुत महत्वपूर्ण हैं।

Bank Interview Preparation

बैंकिंग क्षेत्र में नौकरी पाने की इच्छा रखने वाले उम्मीदवारों के लिए लिखित परीक्षा पास करने के बाद अंतिम बाधा इंटरव्यू पास करना होता है। लिखित परीक्षा के बाद उम्मीदवारों को पर्सनल इंटरव्यू राउंड देना होता है. इंटरव्यू राउंड में उम्मीदवारों के प्रेजेंस ऑफ माइंड (presence of mind) के साथ-साथ समग्र कौशल का परिक्षण किया जाता है। इंटरव्यू में उम्मीदवारों को इंटरव्यू बोर्ड या पैनल पर शिष्टाचार बनाए रखते हुए अपना अच्छा प्रभाव डालने का प्रयास करना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इंटरव्यू बोर्ड या पैनल के सामने वे खुद को वास्तविक रूप में प्रस्तुत करें। किसी भी इंटरव्यू में उम्मीदवार का पोर्टफोलियो, पैनल के सामने आपकी क्षमताओं को प्रदर्शित करने का प्रथम व महत्वपूर्ण माध्यम होता है। पैनल या बोर्ड आपके पोर्टफोलियो में दी गई जानकारी के आधार पर ही आपसे प्रश्न पूछता है और आपका इंटरव्यू काफ़ी हद तक आपके पोर्टफ़ोलियो पर निर्भर करता है। अतः पोर्टफोलियो बनाना तथा उसे सही तरीके से इंटरव्यू पैनल के सामने प्रस्तुत करना दोनों ही बहुत महत्वपूर्ण हैं।

फैशन स्टाइलिस्ट पोर्टफोलियो बनाते वक्त क्या करें क्या न करें

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क्या आप लोगों को अपना बेहतरीन फैशन दिखाने की सोचते हैं? तो फिर आपके लिए फैशन स्टाइलिंग का कोर्स आपके करियर हेतु एकदम शानदार साबित हो सकता है। आप हैमस्टेक ऑनलाइन कोर्स के ज़रिए इस क्षेत्र में प्रशिक्षण और शिल्प में महारत हासिल कर सकते हैं।

सही प्रशिक्षण और व्यावहारिक अनुभव के साथ, आप इस विषय में महारत हासिल कर सकते हैं और फैशन स्टाइलिंग को एक कैरियर के रूप में अपना सकते हैं। स्टाइलिंग में प्रोफेशनल सर्टिफिकेट हासिल करने के बाद, एक प्रभावशाली वर्क रिकॉर्ड बनाना बेहद ज़रूरी होता है ताकि फैशन एक्सपर्ट आपकी क्षमताओं और काबिलियत पर भरोसा कर सकें।


क्या करें

  • काम की उन तस्वीरों को पोर्टफोलियो में शामिल करें, जो पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हों। अपने काम को कॉन्टेक्स्ट में रखकर ही प्रकाशित करना ज़रूरी होता है।
  • यदि आपके पास अपने काम का कोई प्रकाशित प्रमाण नहीं है, तो अपने काम के अन्य साक्ष्यों को शामिल करें। बेहतर इंप्रेशन के लिए ऑनलाइन फ़ोरम में अपने काम की अनुकूल समीक्षाओं का उल्लेख करें।
  • छपे काम के साथ-साथ अपने पास काम का एक डिजिटल पोर्टफोलियो भी रखें।
  • उस तरह के काम को दर्शाएं, जिसे आप प्रोफेशनल तौर पर करना चाहते हैं।
  • कॉन्टेक्स्ट का जिक्र किए बिना अपने काम की तस्वीरों को पोर्टफोलियो में शामिल न करें।
  • यह देखते हुए कि आपने अभी-अभी एक फैशन डिज़ाइन कॉलेज से स्नातक किया है, इसलिए सभी कार्यों को एक बार में प्रदर्शित न करें। अपने कार्यों में से दस बेहतरीन और उपयुक्त कार्यों को चुनें।
  • पोर्टफोलियो में काम के नए-नए प्रकारों को शामिल करें और अपने काम में विविधता लाएं।
  • कोशिश करें कि पोर्टफोलियो के डिजाइन को देखकर, आपके काम का रिव्यू करने वाले या देखने वाले का आपके असल काम से ध्यान न भटके।

What is portfolio management? Discuss the uses and significance of various tools used to automate the portfolio management processes

Ultimately, a portfolio management for technology organisations will offer IT
management and a sense of पोर्टफ़ोलियो का उद्देश्य symmetry with business objectives; like, a project
selection approach based on hard data and the metrics, costs, budgets, and other objective criterias.

अंततः, प्रौद्योगिकी संगठनों के लिए एक पोर्टफोलियो प्रबंधन, व्यवसाय के उद्देश्यों के साथ आईटी प्रबंधन और समरूपता की भावना प्रदान करेगा; जैसे, हार्ड डेटा और मेट्रिक्स, लागत, बजट और अन्य उद्देश्य मानदंडों के आधार पर एक प्रोजेक्ट चयन दृष्टिकोण।

It should be noted, however, that as long as IT continues to plan at the individual initiative level, the tactical and reactive nature of most IT organisations would remain. Effective portfolio planning and पोर्टफ़ोलियो का उद्देश्य management bridges the gap towards flexibility and risk mitigation. There are five primary value addition propositions that can be achieved with the implementation of a PM solution.

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