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- नई दिल्ली ,
- 22 जनवरी 2022,
- अपडेटेड 8:38 PM IST
शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करना चाहते हैं तो पहले ये जान लें, क्या है सही शेयर चुनने का तरीक़ा. अधिकतर रिटेलर (Retailer) या फिर कहें आम आदमी, अक्सर दूसरे के कहने पर शेयर बाजार (Share Market) में निवेश करते हैं, उन्हें कोई कह देता है कि सही ब्रोकर कैसे चुनें और गलत नहीं है ये Stock अच्छा रिटर्न (Return) दे सकता है और फिर उसमें वे अपनी गाढ़ी कमाई लगा देते हैं. लेकिन क्या आपने ये कभी जानने की कोशिश की है कि जिस कंपनी के स्टॉक में आप निवेश कर रहे हैं, उसका कारोबार कैसा है?
ट्रैक्टर का माइलेज बढ़ाने के लिए सही ब्रोकर कैसे चुनें और गलत नहीं है अपनाएं आसान तरीके
ट्रैक्टर आज किसान का सबसे सच्चा साथी बन चुका है। ट्रैक्टर के बिना खेती व अन्य कृषि कार्यों के बारे में सोचा भी नहीं जा सकता है। लेकिन डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों से किसान बहुत परेशान है। कई बार किसान ट्रैक्टर की समय पर देखभाल नहीं कर पाता है और उसका ट्रैक्टर अधिक डीजल खपत करने लग जाता है। इससे किसान की कृषि लागत बढ़ जाती है। ट्रैक्टर जंक्शन की इस पोस्ट में आपको ट्रैक्टर का माइलेज कैसे बढ़ाएं, ट्रैक्टर माइलेज टिप्स, ट्रैक्टर में डीजल बचाने के नुस्खे आदि की जानकारी दी जा रही है, तो बने रहे ट्रैक्टर जंक्शन के साथ।
ट्रैक्टर का माइलेज कैसे बढ़ाएं : खास टिप्स
किसान जब नया ट्रैक्टर खरीदता है तो वह कुछ समय सही माइलेज देता है। जैसे-जैसे ट्रैक्टर पुराना होता जाता है माइलेज कम होती जाती है। किसान ऐसा क्या करें कि उसका ट्रैक्टर बेहतर माइलेज दें? ट्रैक्टर माइलेज से संबंधित सवालों का जवाब देने के लिए ट्रैक्टर जंक्शन की यह पोस्ट आपके लिए लिखी गई। आईए, जानें ट्रैक्टर का माइलेज बढ़ाने के खास टिप्स।
- किसान को हमेशा अपने ट्रैक्टर के पहियों को फिसलने से बचाना चाहिए। अगर खेती के कार्य के दौरान पहिये अधिक फिसलते हैं तो डीजल बर्बाद होता है। इसके लिए किसान को ट्रैक्टर के पहियों में सही भार का उपयोग करना चाहिए। खेती के कार्य के बाद भार को हटा देना चाहिए।
- ट्रैक्टर में डीजल के रिसाव से भी किसान को नुकसान होता है। डीजल रिसाव की जानकारी के लिए समय-समय पर ट्रैक्टर की जांच करते रहें। अगर प्रति सेकंड एक बूंद डीजल का रिसाव होता है तो एक साल में 2 हजार लीटर डीजल का नुकसान हो सकता है। समय-समय पर ईंधन की टंकी, ईंधन पंप, फ्यूल इंजेक्टर और लाइनों के जोड़ की जांच करनी चाहिए।
- ट्रैक्टर रुकने पर इंजन को बंद कर देना चाहिए। खड़े ट्रैक्टर का चालू इंजन एक घंटे में 1 लीटर डीजल की खपत करता है।
- ट्रैक्टर की बैटरी, डायनेमो और सेल्फ मोटर को हमेशा अच्छी कंडिशन में रखना चाहिए। ये खराब होने पर आपको ट्रैक्टर कई बार बेवजह चालू रखना पड़ सकता है। जिससे डीजल की ज्यादा खपत होती है।
- ट्रैक्टर के इंजन को हमेशा धूल से बचाना चाहिए। लेकिन ये किसान के लिए संभव नहीं है। क्योंकि ट्रैक्टर हमेशा खेतों में चलता है। धूल से बचाव के लिए अच्छे एयर फिल्टर का उपयोग करना चाहिए। साथ ही कंपनी के सुझाव के अनुसार समय-समय पर बदलना भी चाहिए। एयर फिल्टरों को समय-समय पर साफ करते रहना चाहिए।
- खेत की जुताई के समय ट्रैक्टर को चौड़ाई के बजाए लंबाई में चलाना चाहिए। पहली जुताई सीधी और समानांतर करनी चाहिए।
- सही गियर का चयन : ट्रैक्टर को हमेशा सही गियर में चलाना चाहिए। गलत गियर चुनने पर ईंधन की खपत 20 से 30 प्रतिशत अधिक होती है और खेत की जुताई का आउटफुट करीब 40 से 50 फीसदी तक घट सकता है।
- ट्रैक्टर में हमेशा भार को ढुलाई क्षमता के अनुसार ही रखना चाहिए। ट्रैक्टर की अधिकतम हॉर्स पावर के अनुसार ट्रैक्टर और इम्प्लीमेंट्स चलाने की स्पीड का चयन करना चाहिए।
- ट्रैक्टर को हमेशा उस उच्च गियर पर चलाना चाहिए जिस पर धुआं नहीं निकलता हो।
- ट्रैक्टर की क्षमता के अनुसार ही इम्प्लीमेंट चलाने चाहिए। अधिक क्षमता वाले ट्रैक्टर से छोटे इम्प्लीमेंट चलाने पर और कम स्पीड में ट्रैक्टर को चलाने पर ईंधन की अधिक खपत होती है।
- डीजल खपत में ट्रैक्टर टायर की कंडीशन भी विशेष महत्व रखती है। घिसे हुए टायर वाला ट्रैक्टर डीजल की अधिक खपत करता है।
- टायर में हवा का सही दबाव होना चाहिए। खेत और सड़क पर चलाने समय मानकों के अनुसार हवा का दबाव होना चाहिए।
- ट्रैक्टर सही ब्रोकर कैसे चुनें और गलत नहीं है से निकलने वाले धुएं की समय-समय पर जांच करनी चाहिए। अगर आपका ट्रैक्टर ज्यादा धुआं छोड़ता है तो वह डीजल की ज्यादा खपत करता है। इसे सही करना चाहिए। गलत इम्प्लीमेंट के प्रयोग और गलत गियर में ट्रैक्टर चलाने से भी अधिक धुआं निकलता है, इससे भी बचना चाहिए। खराब फ्यूल इंजेक्टर से ईंधन की खपत बढ़ जाती है।
- नोजल और फ्यूल इंजेक्टर पंप की समय-समय पर जांच करनी चाहिए।
- अपने ट्रैक्टर को जानें : ट्रैक्टर में डीजल की खपत कम करने के लिए आपको अपने ट्रैक्टर के बारे में सही जानकारी होनी चाहिए। इसके लिए आपको ट्रैक्टर का मैनुअल पढ़ना चाहिए,उसमें सभी जानकारी मिलती है। साथ ही आप कंपनी के अधिकृत विक्रेता से संपर्क कर सकते हैं।
ट्रैक्टर रख-रखाव के कुछ शॉर्ट टिप्स
- अगर किसान नियमित रूप से ट्रैक्टर का सही रखरखाव करता है तो उसे डीजल की बचत का फायदा मिलता है। यहां आपको ट्रैक्टर के रख-रखाव के कुछ शॉर्ट टिप्स बताए जा सही ब्रोकर कैसे चुनें और गलत नहीं है रहें जो किसान अपने स्तर पर अपना सकता है उसे गैराज में जाने की आवश्कता नहीं होती है।
- ट्रैक्टर का इंजन ठंडा होने पर ही इंजन में ऑयल के स्तर की जांच करनी चाहिए। ट्रैक्टर में अगर ऑयल कम है तो उसे सही ग्रेड के इंजन ऑयल से भरें। ऑयल के गंदा होने पर उसे बदलना चाहिए।
- समय-समय पर रेडिएटर में पानी की जांच करनी चाहिए। कम पानी की स्थिति में रेडिएटर में पानी भरना चाहिए।
- रेडिएटर में पानी की जांच करें। पानी कम होने पर रेडियटर में पानी भरें।
- बैटरी में पानी कम होने पर उसे भरना चाहिए।
- सप्ताह में 1 बार क्लच शॉट, बेयरिंग, ब्रेक कंट्रोल, पंखे का वाशर, सामने वाले पहिए का हब, टाई रॉड, रेडियस क्रॉस आदि पर ग्रीस लगानी चाहिए।
- धुंआ निकालने वाली ट्यूब में कार्बन की सफाई करें।
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