आधार - अगर आपके पास आधार है तो आपको किसी अन्य पहचान या एड्रेस प्रूफ की जरूरत नहीं है, नहीं तो

डीमैट अकाउंट लॉगइन से लेकर क्रेडिट, डेबिट कार्ड के बदलने वाले हैं नियम, जानें ये 5 बातें

Financial Rule Changing from 1st October: हमारे पर्सनल फाइनेंस से जुड़े कई नियमों में अगले महीने यानी तीन दिन बाद बदलाव होने वाले हें

Financial Rule Changing from 1st October: हमारे पर्सनल फाइनेंस से जुड़े कई नियमों में अगले महीने डीमैट अकाउंट कैसे इस्तेमाल करते हैं यानी तीन दिन बाद बदलाव होने वाले हें। हर महीने की पहली तारीख को ज्यादातर कई नियम बदलते हैं। ये नियम आपके रोजमर्रा के दैनिक खर्चों से और फाइनेंशियल योजनाओं से जुड़े हैं। इन नियमों में अगर कोई भी बदलाव होता है तो ये आपके घर के बजट पर पॉजिटिव और नेगेटिव दोनों असर डालते हैं। यहां ऐसे ही नियमों के बारे में बता रहे हैं।

1. अटल पेंशन स्कीम में ये लोग नहीं कर पाएंगे आवेदन

मोदी सरकार की पॉपुलर स्कीम अटल पेंशन योजना (Atal Pension Yojana -APY) में एक बड़ा बदलाव 1 अक्टूबर से होने वाला है। टैक्सपेयर्स लोग इससे नहीं जुड़ पाएंगे। ऐसे में टैक्सपेयर्स अगर इस योजना का फायदा उठाना चाहते हैं तो उनके लिए सिर्फ 9 दिन का सयम बचा है। पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (PFRDA) के मुताबिक वित्त वर्ष 2022 के अंत तक पेंशन योजना के 4.01 करोड़ सब्सक्राइबर्स थे। इसमें 44 फीसदी महिलाएं हैं। आंकड़ों के मुताबिक करीब 45 फीसदी APY सब्सक्राइबर्स 18-25 साल के हैं। बता दें कि इससे पहले केंद्र सरकार की अटल पेंशन योजना से जुड़ने के लिए ऐसी कोई शर्त लागू नहीं थी। मौजूदा नियमों के तहत 18 से 40 साल तक उम्र वाले सभी भारतीय नागरिक APY के सदस्य बन सकते हैं। इसके लिए उन्हें बैंक या पोस्ट ऑफिस की उस ब्रांच के जरिए अप्लाई करना होता है।

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2. क्रेडिट कार्ड पर लागू होगा टोकन सिस्टम

1 अक्टूबर से क्रेडिट और डेबिट कार्ड इस्तेमाल करने के नियम बदलने वाले हैं। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) का कार्ड कार्ड-ऑन-फाइल टोकनाइजेशन का नियम बदल जाएगा। यानी, अब हर एक क्रेडिट कार्ड का टोकन होगा। नए नियमों से क्रेडिट और डेबिट कार्ड के जरिये पेमेंट पहले से अधिक सुरक्षित हो जाएंगे। अब ग्राहक डेबिट या क्रेडिट कार्ड से ऑनलाइन, पॉइंट ऑफ सेल (POS) या ऐप पर ट्रांजैक्शन करेगा, तो सभी डिटेल इनक्रिप्टेड कोड में सेव होंगी। टोकन का उपयोग ऑनलाइन लेनदेन, मोबाइल पॉइंट-ऑफ-सेल लेनदेन, या इन-ऐप लेनदेन के लिए किया जा सकता है। टोकन में कोई व्यक्तिगत जानकारी नहीं होती है जिसे एक्सेस किया जा सकता है और बदलता रहता है, जिससे यह पेमेंट करने का सबसे सुरक्षित तरीका बन जाता है। जब आप चेक-आउट काउंटर पर किसी दुकान पर अपना कार्ड दिखाते हैं तो आपको अपने कार्ड के टोकन की आवश्यकता नहीं डीमैट अकाउंट कैसे इस्तेमाल करते हैं होती है।

3. कार्ड्स का टोकनाइजेशन क्या है?

अभी तक जब भी आप ई-कॉमर्स वेबसाइटों से चीजें खरीदते थे या किसी ट्रैवल वेबसाइट के माध्यम से ट्रेन या फ्लाइट टिकट बुक करते थे, तो आपको फ्यूचर ट्रांजेक्शन के लिए भी अपनी डेबिट या क्रेडिट कार्ड की जानकारी को भी सेव करना होता है। फिर हर बार आपको अपना 3 नंबर का सीवीवी (CVV) नंबर डालना होता है और ट्रांजेक्शन पूरी हो जाती है। ये सभी जानकारी पहले से सेव रहने पर ट्रांजेक्शन जल्दी हो जाती है। अभी कार्ड की जानकारी को पहले से सेव रखना कभी सेफ नहीं होगा। काफी ऐसे मामले देखने को आएं हैं जिसमें कार्ड की पहले से सेव जानकारी पर फ्रॉड हुए हैं।

4. डीमैट अकाउंट होगा पहले से ज्यादा सुरक्षित

डीमैट अकाउंट (demat account) में आपको 30 सितंबर, 2022 तक टू-फैक्टर ऑथेन्टिकेशन (two-factor authentication) पूरा करना होगा। इसके बाद ही आप अपने डीमैट अकाउंट में लॉग-इन कर पाएंगे। एनएसई (NSE) ने इस बारे में जून में एक सर्कुलर जारी किया था। एनएसई के सर्कुलर में कहा गया है कि मेंबर्स को अपनी डीमैट अकाउंट में लॉन-इन करने के लिए एक ऑथन्टेकेशन फैक्टर के रूप में बायोमीट्रिक ऑथन्टेकेशन का इस्तेमाल करना होगा। दूसरा ऑथन्टेकेशन एक 'नॉलेज फैक्टर' हो सकता है। यह पासवर्ड, पिन या कोई पॉजेशन फैक्टर हो सकता है, जिसकी जानकारी सिर्फ यूजर को होती है। क्लाइंट्स को एसएमएस और ईमेल दोनों के जरिए ओटीपी हासिल करना होगा।

5. एनपीएस ग्राहकों के लिए ई-नामांकन प्रक्रिया (E-nomination process for NPS subscribers)

पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी के मुताबिक सरकार और कॉरपोरेट सेक्टर (PFRDA) में सब्सक्राइबर्स के लिए नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) ई-नॉमिनेशन प्रोसेस में बदलाव किया है। मौजूदा एनपीएस ग्राहक ई-नॉमिनेशन और अपने लॉगिन क्रेडेंशियल का इस्तेमाल करके नॉमिनेशन को रिवाइज कर सकते हैं।

बड़े काम का होता है Demat Account, फायदे जानकर तुरंत खुलवाएंगे आप

demat account

नई दिल्ली: अगर आप शेयर मार्केट ( Share Market ) में इंवेस्ट करते हैं तो आप Demat Account के बारे में जरूर जानते होंगे । दरअसल सेबी ( SEBI ) ने नियम बना रखा है कि बिना Demat Account कोई भी शेयर या स्टॉक मार्केट में खरीद परोख्त नहीं कर सकता है। तो अगर आप शेयर मार्केट में इंवेस्ट करना चाहते हैं तो तुरंत ये अकाउंट खुलवा लें क्योंकि आने वाले दिनों में शेयर्स में कमाई का बेहतरीन मौका मिलने वाला है।

बैंक अकाउंट कैसे खोलते है: Bank Mein Khata Kaise Kholte Hain

सेविंग्स अकाउंट एक बेसिक बैंक अकाउंट होता है, और जैसा कि नाम से पता चलता है, इसका प्राथमिक उद्देश्य आपके सेविंग्स में मदद करना है। इस अकाउंट से, आप किसी भी समय सुरक्षित रूप से फंड जमा या निकाल सकते हैं और अकाउंट में जमा राशि पर इंटरेस्ट प्राप्त कर सकते हैं। सेविंग्स अकाउंट खोलना बहुत आसान है जिसमें सिर्फ 15 मिनट लग सकते हैं। अधिकांश बैंकों में आमतौर पर समान प्रक्रियाएं होती हैं, इसलिए सेविंग्स अकाउंट खोलना काफी आसान है।

जानिए बैंक अकाउंट कैसे खोलते है -

स्टेप 1 - सबसे पहले आप अपने मोबाइल या लैपटॉप का इस्तेमाल करके इंटरनेट के माध्यम से ऑनलाइन जाएं।

स्टेप 2 - सेविंग्स अकाउंट खोलने के लिए आवश्यक डॉक्युमेंट प्रदान करे।

स्टेप 3 - वीडियो केवाईसी के साथ बेहतर बैंकिंग का अनुभव लें।

स्टेप 4 - ऑनलाइन वेरिफिकेशन में समस्या आने पर निकटतम शाखा में जाकर स्वयं वेरिफिकेशन करे।

स्टेप 5 - ऑनलाइन ट्रांज़ैक्शन शुरू करने के लिए नेटबैंकिंग या मोबाइलबैंकिंग के माध्यम से लॉगिन करें।

स्टेप बाय स्टेप ऑनलाइन सेविंग्स अकाउंट कैसे खुलता है इसे विस्तार से जानिए –

स्टेप 1 : ऑनलाइन जाएं:

इंस्टा-अकाउंट के माध्यम से अपने मोबाइल फोन या लैपटॉप से ऑनलाइन सेविंग्स अकाउंट खोलें। आप केवल अपने मोबाइल नंबर, अपने डॉक्युमेंट और एक फॉर्म भरकर प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं। यह सब हमारे ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से आसानी से किया जा सकता है, जिससे आप बैंक जाने से बच सकते हैं।

आप यहां विभिन्न प्रकार के सेविंग्स अकाउंट के बारे में अधिक पढ़ सकते हैं।

स्टेप 2: सेविंग्स अकाउंट खोलने के लिए आवश्यक डॉक्युमेंट को संभाल कर रखें

भले ही आप किसी भी विधि को सिलेक्ट करें, आपको अपना सेविंग्स अकाउंट खोलने के लिए कुछ डॉक्युमेंट प्रदान करने की आवश्यकता है। जैसे की

    आधार - अगर आपके पास आधार है तो आपको किसी अन्य पहचान या एड्रेस प्रूफ की जरूरत नहीं है, नहीं तो

स्टेप 3: वीडियो केवाईसी के साथ बेहतर बैंकिंग का अनुभव लें

अब आप अपने केवाईसी डॉक्युमेंट जमा कर सकते हैं और खुद को ऑनलाइन वेरीफाई करवा सकते हैं! यह सब एचडीएफसी बैंक के एक अधिकारी के साथ वीडियो कॉल पर किया जा सकता है। बस अपने स्मार्टफोन पर अपने लोकेशन, कैमरा और माइक्रोफोन का एक्सेस प्रदान करें, और आप अपने नए सेविंग्स अकाउंट को संचालित करने के लिए तैयार हैं!

स्टेप 4: एचडीएफसी बैंक सेविंग्स अकाउंट का पता लगाएं - लगभग तुरंत बैंकिंग सेवाओं का उपयोग करने के लिए।

क्या होगा यदि आप अपने डेबिट कार्ड और बैंक अकाउंट के डिटेल्स के लिए अपने घर आने की प्रतीक्षा नहीं करना चाहते हैं? यदि बैंक आपके डॉक्युमेंट और डिटेल्स को वेरीफाई नहीं कर सकता है, तो बैंक कैसे आपको अकाउंट जारी कर सकता है? यदि आपने पहले ही अपने आप को वेरीफाई कर लिया है और स्टेप 3 सम्पूर्ण कर लिया है, तो डेबिट कार्ड आपके पते पर 15-25 दिनों में पहुंच जाएगा। अन्यथा, केवाईसी के लिए निकटतम शाखा में जाएं और स्वयं वेरीफाई करें।

स्टेप 5: लेन-देन शुरू करने के लिए नेटबैंकिंग या मोबाइलबैंकिंग के माध्यम से लॉगिन करें

एक बार जब आप अपने ग्राहक आईडी और अकाउंट नंबर प्राप्त कर लेते हैं तो आप पैसे ट्रांसफर करने और अपने अकाउंट का उपयोग शुरू करने में सक्षम हो जाते हैं। नेटबैंकिंग और मोबाइलबैंकिंग में लॉग इन करें और पासवर्ड बनाकर शुरू करें।

एचडीएफसी बैंक सुरक्षित और सुविधाजनक डिजिटल सेवाओं की पेशकश करके अपने ग्राहक अनुभव को बढ़ाने का प्रयास डीमैट अकाउंट कैसे इस्तेमाल करते हैं करता है, और इंस्टा-अकाउंट इस वादे पर खरा उतारने का एक और पेशकश है। एचडीएफसी बैंक इंस्टा-अकाउंट के साथ कुछ आसान स्टेप्स में सेविंग्स अकाउंट खोलें। यह एचडीएफसी बैंक नेटबैंकिंग और मोबाइलबैंकिंग के साथ प्री-इनेबल्ड आता है और आप कार्डलेस कैश विथड्रावल का आनंद ले सकते हैं ।

अपना सेविंग्स अकाउंट खोलने के लिए यहां क्लिक करें!

* नियम और शर्तें लागू । इस लेख में दी गई जानकारी प्रकृति में सामान्य है और केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए डीमैट अकाउंट कैसे इस्तेमाल करते हैं है। यह आपकी अपनी परिस्थितियों में विशिष्ट सलाह का विकल्प नहीं है ।

Demat Account में ये काम करना हुआ जरूरी, 30 सितंबर आखिरी तारीख

News18 हिंदी लोगो

News18 हिंदी 18-09-2022 News18 Hindi

नई दिल्ली. अगर आप शेयर बाजार में निवेश या ट्रेडिंग करते हैं तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है. दरअसल डीमैट अकाउंट होल्डर्स को 30 सितंबर तक टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन की प्रोसेस को पूरा करना होगा वरना आप डीमैट खाते में लॉग इन नहीं कर पाएंगे. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने जून में इस बारे में सर्कुलर जारी किया था. इसके अनुसार मेंबर्स को अपने डीमैट अकाउंट में लॉगिन करने के लिए एक ऑथेंटिकेशन फैक्टर के तौर पर बायोमीट्रिक ऑथेंटिकेशन का उपयोग करना होगा. वहीं दूसरा ऑथेंटिकेशन नॉलेज फैक्टर हो सकता है.

बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन में फिंगरप्रिंट स्कैनिंग, चेहरे की पहचान या आवाज की डीमैट अकाउंट कैसे इस्तेमाल करते हैं पहचान का उपयोग किया जाता है. जबकि नॉलेज फैक्टर में पासवर्ड, पिन या कोई पजेशन फैक्टर हो सकता है जिनकी जानकारी सिर्फ यूजर को होती है. क्लाइंट्स को SMS और ई-मेल दोनों के जरिए ओटीपी हासिल करना होगा.

NSE ने जून में जारी किया सर्कुलर

एनएसई ने अपने सर्कुलर में कहा है कि अगर किसी वजह से बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन संभव न हो तो यूजर्स को नॉलेज फैक्टर का इस्तेमाल करना होगा. जिसमें पासवर्ड/पिन, पजेशन फैक्टर और यूजर आईडी हो सकता है. इसका इस्तेमाल टू-फेस ऑथेंटिकेशन के तौर पर करना चाहिए. एक्सपर्ट्स का कहना है कि ज्यादातर स्टॉक ब्रोकर्स सेकेंड ऑथेंटिकेशन फैक्टर का इस्तेमाल कर रहे हैं. इसमें पासवर्ड शामिल नहीं है.

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज ने इस बारे में सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) के 2018 के सर्कुलर का हवाला दिया है. दरअसल साइबर सिक्योरिटी से जुड़े इस सर्कुलर में ऑथेंटिकेशन फैक्टर्स के बारे में इस तरह का अंतर बताया है. इसलिए एनएसई ने लॉग इन के लिए 30 सितंबर से टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन को जरूरी बना दिया गया है.

सभी स्टॉक ब्रोकर ने इस बारे में अपने क्लाइंट्स को सूचना देना शुरू कर दिया है. जिरोधा ने अपनी वेबसाइट पर बताया है कि एक्सचेंज के नए रेग्युलेशंस के अनुसार, 30 सितंबर से पहले डीमैट अकाउंट में लॉग इन डीमैट अकाउंट कैसे इस्तेमाल करते हैं के लिए ओटीपी टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन जरूरी है. ऐसा नहीं होने पर ग्राहक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे.

अपने डीमैट अकाउंट को फ्रॉड से कैसे बचाएं? | Apne Demat Account Ko Fraud Se Kaise Bachaye?

Apne Demat Account Ko Fraud Se Kaise Bachaye

यदि आपके पास भी डीमैट अकाउंट है और आपके मन में सवाल है कि अपने डीमैट अकाउंट को फ्रॉड से कैसे बचाएं? तो उसके लिए आपको सेबी (SEBI) के दिए गए निर्देश अनुसार नियमों का पालन करना होगा। तो आइए जानते हैं: Apne Demat Account Ko Fraud Se Kaise Bachaye?

वैसे तो डीमैट अकाउंट को निवेशकों के लिए सुविधाजनक माना जाता है क्योंकि उसके कारण फंड और शेयर को ट्रांसफर करने में आसानी होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं आपके डीमेट अकाउंट से फ्रॉड (Demat Account Fraud) भी हो सकता है और पिछले कुछ दिनों में ऐसे बहुत से मामले सामने आए हैं, जिनमें डिमैट अकाउंट से संबंधित फ्रॉड हुए हैं।

आपने सुना ही होगा कुछ साल पहले डालमिया डीमैट अकाउंट कैसे इस्तेमाल करते हैं ग्रुप कंपनी ने एक शिकायत दर्ज कराई थी जिसमें उनका कहना था कि उसकी सहायक कंपनियों के डीमैट खातों से ब्रोकर में गैर कानूनी तरीके से म्यूच्यूअल फंड की यूनिट को ट्रांसफर करा है। जिनका कुल मूल्य 344 करोड़ रुपए था।

ऐसी कुछ घटनाओं ने निवेशकों के डीमैट खातों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए कि उनके डीमैट खातों को फ्रॉड से बचाने के लिए क्या तरीके अपनाए जाएं? (Protect Demat Accounts From Fraud)

सेबी ने ऐसे फ्रॉड से बचने के लिए काफी इंतजाम किए हैं। जिनके कारण फ्रॉड की गुंजाइश काफी कम हो गई है। सेबी ने पावर ऑफ अटॉर्नी (PoA) के नियमों में काफी सख्ती दिखाई है जिसके कारण प्रतिभूतियों और फंड ट्रांसफर करने के ब्रोकर के अधिकार सीमित कर दिए गए हैं। अब ब्रोकर बिना लिखित अनुमति के निवेशकों के नाम से ट्रेडिंग नहीं कर सकता है।

अपने डीमैट अकाउंट को फ्रॉड से कैसे बचाएं? (Apne Demat Account Ko Fraud Se Kaise Bachaye)

यदि आप अपने डीमैट अकाउंट को फ्रॉड (Demat Account Ko Fraud) से बचाना चाहते हैं तो उसके लिए आपको नीचे दिए गए कुछ सुझावों का पालन करना होगा:

  1. आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आपका मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी आपके डिपॉजिटरी के साथ अपडेट हो।
  2. अपने डीमैट खाते से किए गए हर डीमैट अकाउंट कैसे इस्तेमाल करते हैं डीमैट अकाउंट कैसे इस्तेमाल करते हैं ट्रांजैक्शन के बाद डिपॉजिटरी की ओर से भेजे गए SMS और ईमेल स्टेटमेंट को ध्यान से चेक करें।
  3. ब्रोकर द्वारा मासिक होल्डिंग स्टेटमेंट को ध्यान से चेक करें।
  4. अपने ट्रेडिंग अकाउंट में अतिरिक्त पैसा रखने से बचें और केवल खरीद के समय ही सेविंग अकाउंट से ट्रेडिंग अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करें
  5. यदि आप ऑफलाइन ट्रेडिंग करना चाहते हैं, तो अपने ब्रोकर के पास हस्ताक्षर की हुई डिलीवरी इंस्ट्रक्शन स्लिप (DIS) ना रखें।
  6. अपना यूजरनेम और पासवर्ड किसी के साथ भी सांझा ना करें।
  7. यदि लंबे समय से आप अपने डीमैट खाते को इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं तो आप अपने डीपी को एक एप्लीकेशन देकर इसे फ्रीज करवा ले। जिससे आपके डीमैट खाते में फर्जीवाड़े का खतरा नहीं रहेगा।

मेरा मानना है कि किसी भी तरह के डीमेट अकाउंट फ्रॉड (Demat Account Fraud) से बचने के लिए जिम्मेदारी निवेशकों की भी है। हर निवेशक को अपने शेयर और म्यूच्यूअल फंड यूनिटों पर नजर रखनी चाहिए। आप जब भी अपनी डीमैट खाते से कोई ट्रांजैक्शन करते हैं तो इस ट्रांजैक्शन की जानकारी एसएमएस अलर्ट और ईमेल के द्वारा भेजी जाती है। आपको हर डीमैट अकाउंट कैसे इस्तेमाल करते हैं ट्रांजैक्शन को ध्यानपूर्वक देख लेना चाहिए।

किसी भी वित्तीय ट्रांजैक्शन के मामले में सिक्योरिटी और अलर्टनेस होना बहुत ही आवश्यक है। यदि आप किसी भी तरह के डीमैट खाते फ्रॉड से बचना चाहते हैं तो उसके लिए जरूरी है कि आप नियमित रूप से अपने अकाउंट को चेक करें और हर ट्रांजैक्शन की स्टेटमेंट को ध्यान पूर्वक निरीक्षण करें।

अपने डीमैट खाते को किसी भी तरह के फ्रॉड से बचाने के लिए आपको सेबी द्वारा बताए गए नियमों का पालन करना डीमैट अकाउंट कैसे इस्तेमाल करते हैं आवश्यक है। इस ब्लॉग पोस्ट में मैंने आपको बताया है की अपने डीमैट अकाउंट को फ्रॉड से कैसे बचाएं? (How To Protect Your Demat Account From Fraud) आप इस लेख को अपने दोस्तों और सोशल मीडिया पर भी शेयर कर सकते हैं।

और पढ़ें:

FAQ: अपने डीमैट अकाउंट को फ्रॉड से कैसे बचाएं? | Apne Demat Account Ko Fraud Se Kaise Bachaye? से संबंधित सभी प्रकार के प्रश्न:

एक व्यक्ति कितने डीमैट खाते खुलवा सकता है?

एक व्यक्ति अलग-अलग डिपॉजिटरी प्रतिभागियों (DP) के साथ अपने नाम से डीमैट खाते खोल सकता है। इसका अर्थ यह है कि भारत में मौजूद हर डिपॉजिटरी प्रतिभागियों के साथ आप अपने नाम से एक डीमैट खाता खुलवा सकते हैं।

क्या खाते डीमैट खाते सुरक्षित हैं?

डीमैट खाते कई मायनो में बैंक खातों की तरह ही होते हैं। इसमें रखे गए स्टॉक सुरक्षित होते हैं लेकिन इसके लिए आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आप SEBI द्वारा बताए गए नियमों और सावधानियों को बरतें।

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