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क्रिप्टो ब्रोकर

नई दिल्ली. देश में मोदी सरकार क्रिप्टो करेंसी की निगरानी के लिए विधेयक लाने की तैयारी कर रही है, लेकिन फिर भी भारत में बिटकॉइन समेत अन्य क्रिप्टोकरेंसी को लेकर लोगों का क्रेज बना हुआ है. पिछले 12 महीनों में कुल ग्लोबल सर्चेज, क्रिप्टो मालिकों की संख्या, ग्लोबल क्रिप्टो एडॉप्शन इंडेक्स और अन्य फैक्टर्स के आधार पर भारत फिलहाल सातवां सबसे ज्यादा क्रिप्टो अवेयर देश है.

ब्रोकर डिस्कवरी और कंपैरिजन प्लेटफॉर्म BrokerChooser के हालिया रिपोर्ट में यह बात सामने आई है. रिपोर्ट के अनुसार, देश के लोगों में क्रिप्टो के संबंध में जागरूकता को लेकर किए गए इस अध्ययन में दुनिया के 50 देशों को शामिल किया गया था. रिपोर्ट के मुताबिक, क्रिप्टो अवेयरनेस स्कोर में भारत ने 10 में से 4.39 अंक हासिल किए. भारत ने इस मामले में ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी और जापान जैसे देशों को पीछे छोड़ दिया. इस चार्ट में यूक्रेन 7.97 अंकों के साथ सबसे ऊपर है.

Step 1. Create a क्रिप्टो ब्रोकर profile

Sign up on our site, confirm your email address, and start a trading account. In some cases, you may also need to complete the verification process.

Step 2. Choose the platform

Choose क्रिप्टो ब्रोकर whether you want to use the MetaTrader 4 क्रिप्टो ब्रोकर or MetaTrader 5 platform to trade. MetaTrader 4 is the long-established and arguably the best standard for pure Forex trading, while MetaTrader 5 allows you to better set up your trading preferences. Research both and see which suits you क्रिप्टो ब्रोकर best.

Step 3. Make your first deposit

Once your email and identity are verified, you can add funds to your trading account. Don’t forget that adding funds allows you to get a 50% deposit bonus and maximise your potential profit.

Step 4. Download the crypto trading system

Download the appropriate desktop or mobile MetaTrader app, and sign in with your trading account number, which you have received after the account registration in steps 1 and 2.

In order to start trading cryptocurrencies within the MetaTrader systems, you need to add them into the asset list:

Desktop: right-click on Market Watch and select Show All

Mobile: press +, select Crypto, and then choose the currencies you want to trade.

शेयर ट्रेडिंग से सियासत तक, जानिए गृह मंत्री अमित शाह के सफर के बारे में

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साल 1964 में एक कारोबारी परिवार में जन्मे अमित शाह बचपन से ही आरएसएस की शाखा में जाने लगे थे. मोदी से उनकी मुलाकात 1980 के दशक में हुई थी. दोनों ने तकरीबन साथ में ही भाजपा ज्वाइन किया था.

साल 1995 में नरेंद्र मोदी के कहने पर गुजरात के मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल ने अमित शाह को गुजरात स्टेट फाइनेंस कॉर्पोरेशन का चेयरमैन बनाया था. इस रणनीतिक पद पर रहते हुए शाह ने गुजरात में भाजपा को मजबूत बनाने की खूब कोशिश की.

अटल-आडवाणी की तरह चर्चित है मोदी-शाह की जोड़ी
भाजपा में अटल-आडवाणी के बाद मोदी-शाह की जोड़ी ने धमक कायम की है. साल 2014 और 2019 के चुनाव में इस जोड़ी ने तो भारतीय राजनीति में गजब कर दिया. साल 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में अमित शाह ने बीजेपी के चाणक्य के रूप में भाजपा की सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है.

क्रिप्टो एक्सचेंज जेमिनी जेनेसिस से $900 मिलियन वसूलने की कोशिश कर रहा

वेंचर कैपिटल कंपनी डिजिटल करेंसी ग्रुप, जो जेनेसिस ट्रेडिंग और क्रिप्टोक्यूरेंसी एसेट मैनेजर ग्रेस्केल का मालिक है, का जेनेसिस की क्रिप्टो लेंडिंग आर्म पर $ 575 मिलियन का बकाया है, डिजिटल करेंसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बैरी सिलबर्ट ने पिछले महीने शेयरधारकों को बताया।

जेमिनी, जो जेनेसिस के साथ साझेदारी में एक क्रिप्टो लेंडिंग उत्पाद चलाती है, ने अब जेनेसिस क्रिप्टो ब्रोकर और उसके मूल डीसीजी से धन की वसूली के लिए एक लेनदारों की समिति का गठन किया है।

संभावित दिवालियापन सहित विकल्पों का पता लगाने के लिए जेनेसिस ने निवेश बैंक मोएलिस एंड कंपनी को काम पर रखा है।

(जनता से रिश्ता इस खबर की पुष्टि नहीं करता है ये खबर जनसरोकार के माध्यम से मिली है और ये खबर सोशल मीडिया में वायरलहो रही थी जिसके चलते इस खबर को प्रकाशित की जा रही है। इस पर जनता से रिश्ता खबर की सच्चाई को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं करता है)

जिस बिल का नाम सुनते ही क्रिप्टो धड़ाम,उसमें क्या क्रिप्टो ब्रोकर क्रिप्टो ब्रोकर है?बैन के पक्ष-विपक्ष में तर्क

जिस बिल का नाम सुनते ही क्रिप्टो धड़ाम,उसमें क्या है?बैन के पक्ष-विपक्ष में तर्क

Cryptocurrency Bill In India: क्रिप्टो करेंसी पर लंबे समय से भारत सरकार और आरबीआई (RBI) की चिंताओं के बीच क्रिप्टो ब्रोकर आखिरकार सरकार ने इस पर बिल लाने की घोषणा कर दी है. केंद्र सरकार 29 नवंबर से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान कई बिल पेश करने वाली है जिसमें से एक क्रिप्टोकरेंसी पर भी विधेयक पेश हो सकता है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्रिप्टो पर समीक्षा बैठक भी बुलाई थी. पीटीआई के मुताबिक बैठक में क्रिप्टो के फायदे-नुकसान और क्रिप्टो ब्रोकर रेगुलेशन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई है.

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