Published at : 15 Dec 2022 07:53 PM (IST) Tags: home buyers Crisil Home loan rate Housing Prices In India Housing Price Increase Real Estate Prices In India Home Price In Delhi NCR हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

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Real Estate Prices In India: महंगे कर्ज के बाद घर भी महंगा! 6 से 10 % तक बढ़ सकती है कीमतें

By: ABP Live | Updated at : 15 Dec 2022 07:57 PM (IST)

Housing Price Increase: अगर आप अपने लिए आशियाना खरीदने की सोच रहे हैं तो आपको अपना बजट बढ़ाना होगा. देश के बड़े छह शहरों में घरों की कीमतों में इजाफा देखा जा सकता है. रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने कहा कि चालू वित्त वर्ष 2020-23 में घरों की कीमतों में 6 से 10 फीसदी तक की बढ़ोतरी देखी जा सकती है.

महंगा कीमतें और रेटिंग हुआ आशियाना

क्रिसिल ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कच्चे माल, लेबर, जमीन की कीमतों में उछाल और घरों की मांग में जबरदस्त तेजी के चलते देश के छह बड़े शहरों में घरों की कीमतों में 6 से 10 फीसदी की बढ़ोतरी मौजूदा वित्त वर्ष 2022-23 में हो सकती है. रेटिंग एजेंसी के मुताबिक कीमतों में बढ़ोतरी का सिलसिला यहीं थमने वाला नहीं है. 2023-24 में घरों के दामों में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी रहने वाला है. अगले वित्त वर्ष में 3 से लेकर 5 फीसदी तक घरों की कीमतों में इजाफा देखने को मिल सकता है.

रिपोर्ट में भी कहा गया है कि घरों की भारी मांग के चलते 2022-23 में बड़ी रियल एस्टेट कंपनियां के सेल्स में 25 फीसदी का इजाफा देखने को मिलेगा. वहीं 2023-24 में 10 से 15 फीसदी तक सेल्स में बढ़ोतरी होगी. क्रिसिल कीमतें और रेटिंग के रिपोर्ट के मुताबिक अनसोल्ड इंवेंटरी में कमी आई है. खाली घरों (बिना बिके मकानों) का स्तर ढाई साल पर आ गया है जो महामारी से पहले चार साल था. इसकी वजह बड़ी रियल एस्टेट सेक्टर के कर्ज लेने की क्षमता में सुधार है.

हाइब्रिड मॉडल का फायदा

क्रिसिल के मुताबिक कई जगहों पर अभी भी दफ्तर और घर से काम का हाइब्रिड मॉडल लागू है. ऐसे में कीमतों में बढ़ोतरी के बावजूद बड़े घरों की मांग पर कोई असर नहीं पड़ा है. जिन छह बड़े शहरों के आधार पर रिपोर्ट तैयार किया गया है उसमें मुंबई महानगर क्षेत्र, दिल्ली एनसीआर, बेंगलुरु, पुणे, हैदराबाद और कोलकाता शामिल है.
रिपोर्ट में शामिल कंपनियों में ब्रिगेड एंटरप्राइजेज, डीएलएफ, गोदरेज प्रॉपर्टीज, कोलते-पाटिल डेवलपर्स, मैक्रोटेक डेवलपर्स, महिंद्रा लाइफस्पेस डेवलपर्स, ओबेरॉय रियल्टी, प्रेस्टीज एस्टेट प्रोजेक्ट्स, पूर्वांकरा, सोभा और सनटेक रियल्टी शामिल हैं.

साफ है घर खरीदारों पर दोहरी मार पड़ने वाली है एक तो महंगा घर उसपर से खऱीदने के लिए होम लोन भी लगातार महंगा होता जा रहा है. आरबीआई के रेपो रेट बढ़ाने के बाद से बैंक होम लोन के ब्याज दरों को बढ़ाकर ईएमआई महंगी करते जा रहे हैं.

फिच ने भारत की सॉवरेन रेटिंग में किया बदलाव, चालू वित्त वर्ष के लिए GDP ग्रोथ का अनुमान घटाया

फिच ने भारत की सॉवरेन रेटिंग में किया बदलाव, चालू वित्त वर्ष के लिए GDP ग्रोथ का अनुमान घटाया

फिच रेटिंग्स ने शुक्रवार को भारत की सॉवरेन रेटिंग(India sovereign rating) आउटुलक में बदलाव किया है. इसने भारत की सॉवरेन सेटिंग निगेटिव से स्टेबल कर दिया है. क्योंकि तेजी से आर्थिक सुधार के कारण मध्यम अवधि के दौरान ग्रोथ में गिरावट का जोखिम कम हो गया है. फिच रेटिंग्स (Fitch Ratings) ने भारत की सॉवरेन रेटिंग को ‘BBB-‘ पर बरकरार रखा है. हालांकि, फिच ने चालू वित्त वर्ष के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को 8.5 परसेंट से घटाकर 7.8 परसेंट कर दिया. रेटिंग एजेंसी ने कहा, आउटलुक में बदलाव हमारे इस विचार को दर्शाता है कि ग्लोबल कमोडिटी कीमतों में तेजी के झटकों के बावजूद भारत में आर्थिक सुधार और वित्तीय क्षेत्र की कमजोरियों में कमी के कारण मध्यम अवधि के दौरान ग्रोथ में गिरावट का जोखिम कम हो गया है.

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डीजल के बराबर हो जाएगी CNG की कीमत? रेटिंग एजेंसी ICRA ने जताई ये आशंका

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। CNG Price Hike: अधिकतर लोग पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों की वजह से CNG गाड़ियों की ओर रुख कर रहे हैं। CNG की कम कीमत और इनसे मिलने वाली बेहतर माइलेज से प्रति किमी ईंधन की खपत कम होती है और इसका फायदा कम खर्च के रूप में दिखता है। पर रेटिंग एजेंसी इक्रा (ICRA) ने अनुमान लगाया है कि CNG की बढ़ती कीमतों की वजह से इससे मिलने वाला लाभ ग्राहकों को नहीं मिल रहा और इसकी मांग कम हो रही है।

Petrol Diesel CNG Price Today (Jagran File Photo)

ICRA ने जताई आशंका

ICRA के मुताबिक, गैस की बढ़ती कीमतों ने चालू वित्त वर्ष में कमर्शियल वाहनों में सीएनजी की पैठ को कम कर दिया है। बढ़ती कीमतों की वजह से CNG का इस्तेमाल 16 प्रतिशत के उच्चतम स्तर से घटाकर 9 से 10 प्रतिशत हो गया है।

इक्रा ने आगे कहा पिछले एक साल में वैश्विक ऊर्जा की कीमतों में तेजी आने के कारण सीएनजी की कीमत में 70 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इसने ईंधन और डीजल के बीच की खाई को कम कर दिया है और CNG ईंधन की डिमांड को कम किया है। इसका सबसे ज्यादा असर एमसीवी ट्रक सेग्मेंट में दिखाई दे रहा है।

20 pc ethanol blended petrol to debut soon, says oil minister Hardeep Singh Puri

CNG गाड़ियों के डिमांड में भी आई है कमी

बढ़ती कीमतों का असर सिर्फ CNG की बिक्री में गिरावट के रूप में ही कीमतें और रेटिंग नहीं देखा गया है, बल्कि इसका असर CNG गाड़ियों पर भी पड़ रहा है।

इक्रा की रिपोर्ट के मुताबिक, मालवाहक सेगमेंट में मध्य श्रेणी के वाणिज्यिक वाहनों (MPV) में सबसे ज्यादा गिरावट कीमतें और रेटिंग देखी गई है। CNG से चलने वाले वाहनों का प्रतिशत वित्त वर्ष 2022 में 38 प्रतिशत से घटकर वित्त वर्ष 2023 के पहले आठ महीनों में 27 प्रतिशत रह गया है।

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मूडीज रेटिंग: 2022 में भारत की विकास दर का अनुमान घटाकर 9.1 फीसदी किया, एजेंसी ने बताई ये बड़ी वजह

मूडीज रेटिंग्स

रेटिंग एजेंसी मूडीज ने गुरुवार को चालू वर्ष के लिए भारत के विकास दर के अनुमान को घटाकर 9.1 प्रतिशत कर दिया है। इससे पहले एजेंसी ने 2022 के लिए यह अनुमान 9.5 प्रतिशत निर्धारित किया था। यानी इसमें 0.4 फीसदी की कटौती की गई है। इसके लिए रूस और यूक्रेन के बीच बीते 21 दिनों से जारी युद्ध अहम वजह बताया गया है।

2023 में वृद्धि 5.4% होने की उम्मीद
मूडीज ने कहा कि उच्च ईंधन और उर्वरक आयात बिल सरकार के पूंजीगत व्यय को सीमित कर सकता है, इसके चलते विकास दर के अनुमान में कटौती की गई है। कंपनी ने अपने ग्लोबल मैक्रो आउटलुक 2022-23 (मार्च 2022 अपडेट) शीर्षक में कहा कि यूक्रेन पर रूस के भीषण हमले से आर्थिक विकास को नुकसान होगा। रेटिंग एजेंसी ने कहा कि 2023 में भारत की वृद्धि 5.4 प्रतिशत होने की संभावना है।

विस्तार

रेटिंग एजेंसी मूडीज ने गुरुवार को चालू वर्ष के लिए भारत के विकास दर के अनुमान को घटाकर 9.1 प्रतिशत कर दिया है। इससे पहले एजेंसी ने 2022 के लिए यह अनुमान 9.5 प्रतिशत निर्धारित किया था। यानी इसमें 0.4 फीसदी की कटौती की गई है। इसके लिए रूस और यूक्रेन के बीच बीते 21 दिनों से जारी युद्ध अहम वजह बताया गया है।

2023 में वृद्धि 5.4% होने की उम्मीद
मूडीज ने कहा कि उच्च ईंधन और उर्वरक आयात बिल सरकार के पूंजीगत व्यय को सीमित कर सकता है, इसके चलते विकास दर के अनुमान में कटौती की गई है। कंपनी ने अपने ग्लोबल मैक्रो आउटलुक 2022-23 (मार्च 2022 अपडेट) शीर्षक में कहा कि यूक्रेन पर रूस के भीषण हमले से आर्थिक विकास को नुकसान होगा। रेटिंग एजेंसी ने कहा कि 2023 में भारत की वृद्धि 5.4 प्रतिशत होने की संभावना है।

कच्चे तेल की कीमतों का असर
रेटिंग एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भारत विशेष रूप से उच्च तेल की कीमतों के प्रति संवेदनशील है, क्योंकि यह कच्चे तेल का एक बड़ा आयातक है। "उच्च ईंधन और संभावित उर्वरक लागत सड़क के नीचे सरकारी वित्त पर भार डालती है, संभावित रूप से नियोजित पूंजीगत व्यय को सीमित करती है। एजेंसी ने कहा कि चूंकि भारत अनाज का अधिशेष उत्पादक है, इसलिए उच्च प्रचलित कीमतों से अल्पावधि में कृषि निर्यात को लाभ होगा।

कहीं खुशी, कहीं गम': Punch की कीमतें बदली, क्रैश टैस्ट में 5 सितारा सुरक्षा रेटिंग

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Tata Punch Prices: टाटा मोटर्स ने 23 अप्रैल 2022 को ही अपनी कारों की कीमत में इजाफा किया है जिसकी वजह लागत मूल्य में बढ़ोतरी है. इसी साल ये तीसरी बार है जब लागत मूल्य में बढ़ोतरी का हवाला देते हुए कंपनी ने कारों की कीमत बढ़ाई थी. इससे पहले कंपनी पहले जनवरी और मार्च 2022 में अपनी कारों के दाम बढ़ा चुकी है. भारत में टाटा मोटर्स नैक्सॉन, पंच, सफारी, हैरियर, टिआगो, अल्ट्रोज और टिगोर जैसी कारें बेचती है. लेकिन यहां अगर आप टाटा की सबसे सस्ती SUV पंच खरीदना चाह रहे हैं तो ये खबर आपको खुश या निराश दोनों कर सकती है. असल में टाटा ने कुल 16 में से पंच के 8 वेरिएंट्स महंगे कर दिए हैं, वहीं इस किफायती SUV के बाकी 8 वेरिएंट पहले से सस्ते हो गए हैं.

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