एसएससी एग्जाम (SSC) की घर पर तैयारी कैसे करें?
वर्तमान समय में सरकारी नौकरी पाने का हर युवा सपने देख रहा है जिसका अनुमान हम इस तरह लगा सकते है की मात्रा कुछ हजार पद के लिए लाखों करोडो युवा सरकारी नौकरी के लिए APPLY कर रहे है , एक समय था जब सरकारी नौकरी को कोई पूछता नहीं था हर कोई प्राइवेट नौकरी करना चाहता था, लेकिन आज के समय में सरकारी नौकरी की महत्वता प्राइवेट नौकरी से ज्यादा हो गयी है।
आज के समय में सरकारी नौकरी पाने के लिए कई सारे एग्जाम है उन्ही एग्जामों में से ट्रेडिंग की तैयारी कैसे करें एक एसएससी एग्जाम है जो की युवाओं में सबसे ज्यादा प्रॉपुलर है , इस एग्जाम के लिए हर साल लाखों युवा फॉर्म भरते है, जिनमे से कुछ ही युवा इस पास कर पाते है, क्योंकि उनका पढने का तरीका अन्य युवाओं से अलग होता है और जो युवा इसे पास नहीं कर पाते उन्हें यह पता नहीं होता है की इसकी तैयारी कैसे करें।
एसएससी एग्जाम क्या है (WHAT IS SSC EXAM)
एसएससी एग्जाम का पूरा नाम (Staff Selection Commission) स्टाफ सिलेक्शन कमीशन है यह गवर्मेंट ऑफ़ इंडिया की एक आर्गेनाईजेशन है जिसका काम केंद्रीय मंत्रालयों के विभिन्न विभागों के रिक्त स्थानों के लिए भर्ती करना, उसके लिए वह विभिन्न प्रकार के एग्जाम जैसे SSC CGL, CHSL STENO ,JE , MTS जैसे विभिन्न एग्जाम करवाता है इनमे सबसे पॉपुलर एग्जाम SSC CGL व SSC CHSL है।
एसएससी सीजीएल (SSC CGL), एसएससी सीएचसल (SSC CHSL)
एसएससी सीजीएल का पूरा नाम कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल (Combined Graduate Level) है, इस एग्जाम में अप्लाई करने के लिए ग्रेजुएट होना आवश्य्क है, इस एग्जाम को पास करने के बाद इनकम टैक्स ऑफिसर, ऑडिट ऑफिसर, इंस्पेक्टर जैसे कई ऑफिसर पदों पर जा सकते है। उसी प्रकार एसएससी सीएचसल जिसका पूरा नाम कंबाइंड हायर सेकेंडरी लेवल (Combined Higher Secondary Level) है, इस एग्जाम के लिए 12वी पास होना जरुरी है, इस एग्जाम को पास करने के बाद LDC (लोअर डिवीज़न क्लर्क) व् डाटा एंट्री ऑपरेटर के पदों पर नियुक्ति दी जाती है।
एसएससी (MTS) व एसएससी JE
एसएससी MTS का पूरा नाम एसएससी मल्टी टास्किंग स्टाफ है इस एग्जाम के लिए न्यूनतम योग्यता 10वी होनी चाहिये, इस एग्जाम को पास करने के बाद डाटा एंट्री से सम्बंधित पदों पर जा सकते है। उसी प्रकार एसएससी JE का पूरा नाम एसएससी जूनियर इंजीनियर है, इस एग्जाम में आवेदन करने के लिए न्यूनतम योग्यता BE / B.TECH या डिप्लोमा सिविल, इलेक्ट्रिकल या मैकेनिकल जो भी हो होना चाहिये। इस एग्जाम को पास करने के बाद जूनियर इंजीनियर या किसी भी टेक्निकल पद पर जा सकते है।
एसएससी एग्जाम के 4 सेक्शन
एसएससी एग्जाम मुख्यतः 4 सेक्शन में बंटा होता है और इसी से सम्बंधित प्रश्न परीक्षा में आते है। परीक्षा के अंतर्गत 100 प्रश्न पूछे जाते है, प्रत्येक प्रश्न एक अंक का होता है, तथा यदि आप प्रश्नो का उत्तर गलत देते है तो उसके लिए 1/4 की नेगेटिव मार्किंग की जाती है। इसका मतलब यदि आपने कोई प्रश्न सही किया है जिसके लिए आपको एक अंक मिलना है, और दूसरी और आपने कोई एक प्रश्न गलत किया है तो नेगेटिव मार्किंग के अनुसार आपने जो प्रश्न का उत्तर आपने सही दिया है उसमे आपको 1 अंक के स्थान पर ३/4 अंक ही मिलेंगे। इसलिए परीक्षा देते समय इस विशेष बात का ध्यान अवश्य दे। एसएससी एग्जाम के निम्नलिखित 4 सेक्शन।
एसएससी एग्जाम सिलेबस (SSC EXAM SYLLABUS)
एसएससी का सिलेबस देखने के लिए नीचे दिए गए सम्बंधित एग्जाम पर (CLICK) करें।
एसएससी एग्जाम की तैयारी कैसे करें
एसएससी एग्जाम के लिए कई युवा बेस्ट टूशन , इंस्टिट्यूट, ऑनलाइन क्लासेज में प्रवेश लेते है किन्तु फिर भी एग्जाम क्लियर नहीं कर पाते है क्योंकि वह एग्जाम के पैटर्न को नहीं समझते है व सही टाइम टेबल नहीं बना पाते है। कई युवा एग्जाम के पैटर्न को समझे बिना एग्जाम की तैयारी करने बैठ जाते है जिसका उन्हें कोई फायदा नही होता है और वो एग्जाम को क्रैक नहीं कर पाते है। एसएससी एग्जाम की तैयारी के लिए कुछ निम्नलिखित बिन्दुओ है जिनके द्वारा तैयारी की जा सकती है।
- सबसे पहले एग्जाम के पैटर्न को समझे, जिसके लिए आप पिछले 10 वर्षों के एसएससी द्वारा लिए गए एग्जाम पैटर्न को देख सकते है।
- तैयारी करने से पहले एसएससी के सिलेबस की पूर्ण जानकारी रखे व उसे अच्छी तरह \समझ ले।
- एग्जाम को क्लियर करने के लिए हमें अच्छे से पढ़ना होता है और एक अच्छी पढ़ाई के लिए एक अच्छे टाइम टेबल का होना अतिआवश्यक है अतः पढ़ाई का अच्छा टाइम टेबल बनाये।
- रोजाना टाइम टेबल को फॉलो करेँ तथा अपनी क्षमता के अनुसार टाइम टेबल बनाये।
- जिस विषय में कमजोर है उस पर ज्यादा ध्यान दे।
- रोज न्यूज़ पेपर व् ऑनलाइन आर्टिकल पढ़े तथा करंट अफेयर्स की पूरी जानकारी रखे।
- रोज 6 से 8 घंटे मिनिमम पढ़ाई करें।
- सही किताब का चुनाव करें।
एसएससी एग्जाम के लिए यदि आप उसका पैटर्न सही से समझ ले तो आप किसी भी बुक से एग्जाम पास कर सकते है। और यदि आप कुछ बुक का नाम जानना चाहे तो नीचे दी गयी निन्नलिखित बुक्स खरीद सकते है।
- इंडियन हिस्ट्री के लिए लुसेंट की किताब ले।
- ENGLISH GRAMMAR के लिए 9TH या 10TH क्लास की बुक ले.
- रीजनिंग के लिए MK PANDEY की एनालिटिकल रीजनिंग ले
- मैथ्स के लिए R.S AGARWAL
- करंट अफेयर्स के लिए मूमल
- ओवरआल किरण पब्लिकेशन या लक्ष्य की बुक ले।
8. जब तैयारी पूरी हो जाये तो नियमित रूप से मोक टेस्ट दे जो की एसएससी की तैयारी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
एसएससी का सिलेक्शन प्रोसेस चार चरणों में होता है जो की TIER 1 जो, TIER2, TIER3 व TIER 4 है। इन चरणों के अंतर्गत ऑनलाइन ऑब्जेक्टिव टाइप एग्जाम, डिस्क्रिप्टिव एएससी टाइप एग्जाम , कम्प्यूटर नॉलेज व डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन से सम्बंधित एग्जाम होते है। जो के ऑनलाइन व ऑफलाइन होते है। एसएससी में नौकरी पाने के लिए इन सभी चरणों को पास करना होता है।
इसके अतिरिक्त तैयारी के दौरान स्ट्रेस फ्री रहे, खेल खेले तथा अपना पसंदीदा कार्य करें ताकि आप स्वस्थ रहे क्योंकी स्वस्थ शरीर व स्वस्थ मस्तिष्क ही सफलता कुंजी है।
दोस्तों आपको मेरा ये लेख कैसा लगा मुझे कमेंट करके बताएं यदि मुझसे कुछ छूट गया है तो अपने महत्वपूर्ण सुझाव अवश्य दें।
अनलिस्टेड मार्केट में ट्रेडिंग करना चाहते हैं? जान लीजिए इसमें कितना है रिस्क
Investment In Unlisted Market: ब्रोकर का अनुभव ध्यान में रखकर डील करें. अनुभवी डीलर पसंद करने से लेन-देन में ज्यादा आसानी होगी.
- Vijay Parmar
- Updated On - June 16, 2021 / 01:42 PM IST
एक महत्वपूर्ण IPO अगले हफ्ते पेश किया जाना है. पारस डिफेंस एंड स्पेस टेक्नॉलजीज 171 करोड़ रुपये के IPO के साथ बाजार में कदम रखने की तैयारी में है
Investment In Unlisted Market: अनलिस्टेड मार्केट में चल रही तेजी को देख कई निवेशक इसमें पैसा लगाने की सोच रहे हैं.
पेटीएम, रिलायंस रिटेल, HDB फाइनेंशियल, चेन्नई सुपर किंग्स जैसी कंपनियों के अनलिस्टेड शेयर के बढ़ते भाव निवेशकों को आकर्षित कर रहे हैं. अनलिस्टेड मार्केट (Investment In Unlisted Market) में ट्रेड करना चाहते हैं, तो इसके साथ जुड़े कुछ जोखिम को समझ लेना जरूरी है.
अनलिस्टेड शेयर कहां से खरीदें
मित्तल पॉर्टफोलियोज के डायरेक्टर और Delistedstocks.in के सह-स्थापक मनीष मित्तल बताते हैं कि लिस्टेड शेयर BSE या NSE जैसे एक्स्चेंज पर खरीद या बेच सकते हैं.
वहां अनलिस्टेड शेयर के लिए आपको ब्रोकर या डीलर से संपर्क करना पड़ेगा. ब्रोकर का अनुभव ध्यान में रखकर डील ट्रेडिंग की तैयारी कैसे करें करें. अनुभवी डीलर पसंद करने से लेन-देन में ज्यादा आसानी होगी. आपको ऐसा डीलर पसंद करना चाहिए, जो ख्याति प्राप्त हो और विश्वसनीय हो.
लिक्विडिटी रिस्क
प्री-IPO और अनलिस्टेड मार्केट में कारोबार करने वाली UnlistedArena.com के संस्थापक अभय दोशी बताते हैं कि अनलिस्टेड शेयर्स में इंवेस्टमेंट एक तरह का इक्विटी क्लास है.
वहीं, लिक्विडिटी को रियल एस्टेट समझ सकते हैं. जैसे आपको रियल एस्टेट बेचने के लिए वक्त देना पड़ता है. वैसे ही अनलिस्टेड शेयर्स में तुरंत लिक्विडिटी संभव नहीं है.
क्वॉलिटी रिस्क
मनीष मित्तल बताते हैं कि अनलिस्टेड शेयर की क्वॉलिटी अच्छी होगी, तो आपको मुनाफा होगा. ब्रोकर आपको जितने भी स्टॉक का ऑफर दे, उसकी क्वॉलिटी चेक करनी चाहिए.
कई निवेशक कम भाव के शेयर खरीदना पसंद करते हैं. इस चक्कर में वे हल्की गुणवत्ता के शेयर खरीद लेते हैं. उदाहरण है मेट्रो पोलिटन एक्स्चेंज. पैसा ना गंवाना पड़े, इसलिए आपको प्रोफिटेबल कंपनी के ही अनलिस्टेड शेयर खरीदने चाहिए.
IPO में विलंब या कैंसलेशन का रिस्क
आपके पास जिस कंपनी के अनलिस्टेड शेयर हैं, उस कंपनी की IPO योजना किसी कारण विलंब में पड़ सकती है या कैंसल भी हो सकती है.
कंपनी किसी बड़ी मुसीबत में फंस जाए, तो ऐसी आशंका रहती है कि अनलिस्टेड शेयर को IPO में बेचकर ज्यादा मुनाफा कमाने की उम्मीद है. ऐसे हालात में आपकी उम्मीदों पर पानी फिर सकता है.
ओवर प्राइसिंग रिस्क
बड़े ब्रांड के साथ जुड़े होने की वजह से कुछ स्टॉक (रिलायंस रिटेल, HDB फाइनानेंशियल आदि) का वैल्यूएशन बहुत ही ऊंचा होता है. ये जरूरी नहीं है कि, आपने 100 रुपये में अनलिस्टेड शेयर खरीदा है, वो IPO के बाद 120 रुपये में ही बिकेगा.
जीरो ग्रोथ का रिस्क
अनलिस्टेड मार्केट में कई शेयर ऐसी कंपनी के भी है, जिसने 5-7 साल से 1% ग्रोथ भी नहीं किया. यदि आप ऐसे शेयर ऊंचे भाव में खरीदेंगे, तो बाद में बड़ा घाटा हो सकता है क्योंकि कंपनी का प्रॉफिट ही जीरो होता है. उदाहरण है मरिनो इंडस्ट्रीज.
सेफ्टी मेजर्स देखें
दूसरों की बाते सुनकर शेयर खरीदने से बेहतर है कि सभी पहलु देखने के बाद डील करें. नकद में भुगतान न करें. बैंकिंग चैनल का उपयोग करें. कंपनी की रिसर्च रिपोर्ट मांगे. केवल एक ब्रोकर पर भरोसा न करें, दूसरे ब्रोकर की राय लें.
कितना पैसा लगाना चाहिए
अभय दोशी बताते हैं कि आप कितना रिस्क ले सकते हैं, उस आधार पर अनलिस्टेड मार्केट में पैसे लगाने चाहिए. मेरा व्यक्तिगत मानना है कि 20% इंवेस्टमेंट आदर्श प्रमाण है.
मनीष मित्तल बताते है कि क्वालिटी शेयर हो, तो इक्विटी पोर्टफोलियो का 50% तक इंवेस्ट कर सकते हैं.
इनसाइडर ट्रेडिंग क्या है
गैरकानूनी तरीके से ख़रीदे गए शेयरों को बेचकर कमाए गए मुनाफे को इनसाइडर ट्रेडिंग कहा जाता है | इस तरह का कार्य अक्सर कंपनी मैनेजमेंट से जुड़ा हुआ व्यक्ति जो कि कंपनी की अंदरूनी जानकारी रखता है | इनसाइडर ट्रेडिंग की श्रेणी के अंतर्गत आता है | सरल भाषा में अगर कहे तो जब कोई कंपनी दूसरी कंपनी में मिलने वाली होती है या अपने शेयर को गिरवी रखकर पैसा जुटाने के बारे में सोच रही होती है तो ऐसे में कंपनी से जुड़े कर्मचारी यह सोचकर की कंपनी को इससे फ़ायदा होगा और शेयर के दाम बढ़ जायेंगे |
तब यह कर्मचारी डील के अनाउंस होने से पहले शेयर को खरीद लेते है,और डील की घोषणा होने के बाद शेयर के दाम बढ़ जाते है जिसके बाद शेयर बेचकर अच्छा लाभ कमा लेते है | यह ट्रेडिंग ही इनसाइडर ट्रेडिंग कहलाती है | प्रमोटर द्वारा शेयर को खरीदना तब गलत नहीं होता है | जब यह शेयर सेबी (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) नियमो के अनुसार ख़रीदे और स्टॉक एक्सचेंजों को डिस्क्लोजर दे | यदि आप भी इनसाइडर ट्रेडिंग क्या है, Insider Trading Meaning in Hindi के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो इस पोस्ट को अंत तक पढ़े |
इनसाइडर ट्रेडिंग का क्या मतलब होता है?
Table of Contents
अवैध तरीको से की गयी शेयरों की खरीद-बिक्री कर प्राप्त किया गया लाभ इनसाइडर ट्रेडिंग के अंतर्गत आता है | इस तरह के गैरकानूनी कार्य कंपनी के कर्मचारियों द्वारा ही किये जाते है | जैसे किसी कंपनी के प्रबंधन से जुड़ा कोई भी व्यक्ति कंपनी की गुप्त जानकारी का प्रयोग कर सिक्योरिटी या शेयरों को खरीद बेचकर अवैध तरीके से लाभ कमा लेता है | ऐसा अक्सर कंपनी के शेयरों का भाव बढ़ाने के लिए किया जाता है |
कंपनी के मैनेजमेंट से जुड़े लोग अपने शेयरों को अधिक मूल्य पर बेचने के लिए ऐसा माहौल बनाते है, जिससे निवेशक झांसे में आकर शेयर्स को अधिक मूल्य पर खरीद ले जिससे कंपनी को फ़ायदा हो जाता है | इसके अतिरिक्त जब शेयर खरीदने वाले निवेशकों को यह पता चलता है, कि शेयर का भाव गलत तरीके से बढाकर बेचे गए है | तब तक इसके शेयरों की कीमत गिरने लगती है और निवेशकों को नुकसान उठाना पड़ता है |
इनसाइडर ट्रेडिंग के कुछ उदाहरण
सेबी की पिछली पांच वर्षो की रिपोर्ट के अनुसार इनसाइडर ट्रेडिंग नियमो के उल्लंघन के कथित मामलो की जाँच की गयी है | वर्ष 2015 से 2019 तक सेबी ने इनसाइडर ट्रेडिंग के कुल 141 मामले दर्ज किये है, इसमें से 70 इनसाइडर ट्रेडिंग के मामले केवल 2019 के है | इनमे कुछ बड़ी हस्तियों के नाम भी शामिल है, जिनपर इनसाइडर ट्रेडिंग के आरोप भी लग चुके है |इनमे से ही कुछ निदेशकों के नाम किरण मजूमदार-शॉ, राकेश झुनझुनवाला, भारती एयरटेल की प्रमोटर फर्म इंडियन कॉन्टिनेंट इनवेस्टमेंट, एंबिट कैपिटल तथा राज्य के स्वामित्व वाली जनरल इंश्योरेंस कंपनी और न्यू इंडिया इंश्योरेंस का नाम भी शामिल है |
वर्ष | इनसाइडर ट्रेडिंग के लिए दर्ज मामलें | इनसाइडर ट्रेडिंग के निपटाए गए मामलें |
2014-2015 | 10 | 15 |
2015-2016 | 12 | 20 |
2016-2017 | 34 | 15 |
2017-2018 | 15 | 06 |
2018-2019 | 70 | 19 |
सेबी (SEBI) इनसाइडर ट्रेडिंग
SEBI (Security And Exchange Board of India) द्वारा इनसाइडर ट्रेडिंग पर लगाम लगाने के लिए कई तरह के सख्त नियम बनाये है | इनसाइडर ट्रेडिंग नियम के अंतर्गत इनसाइडर ट्रेडिंग पर नियंत्रण पाने के लिए मार्केट सर्विलांस सिस्टम को आरम्भ किया गया है | यह सिस्टम बाजार के असामान्य पैटर्न पर नजर रखती है | सेबी ने इसके अंतर्गत और भी कई सुधार करने के प्रयास किये है |
सेबी द्वारा निर्धारित किये गए महत्वपूर्ण मापदंड
- इस नियम के अनुसार कंपनी द्वारा कोई भी घोषणा करने के 48 घंटे पहले और बाद में कंपनी के प्रमोटर्स,मैनेजमेंट या कर्मचारियों को कंपनी के शेयर्स में ट्रैड करने की अनुमति नहीं होगी |
- इस मापदंड में वह सभी ऑडिटर्स,लॉ फर्म, विश्लेषक, एडवाइजर भी शामिल होंगे | जो कंपनी को सलाहकार के रूप में सलाह देते हो |
- इसके साथ ही कंपनी की तिमाही का परिणाम घोषित होने के बाद ट्रेडिंग विंडो को 48 घंटे तक बंद रखने का नियम लागू है |
- यदि बताये गए इन नियमो का पालन नहीं किया जाता है तो सेबी द्वारा सख्त सजा का प्रावधान भी पेश है | साथ ही कई कंपनियों को नियमो ट्रेडिंग की तैयारी कैसे करें का उल्लंघन करने के लिए दण्डित भी किया गया है |
निष्कर्ष (Conclusion)
इनसाइडर ट्रेडिंग को गैरकानूनी माना जाता है, यह कार्य कंपनी के प्रबंध से जुड़े व्यक्ति अपने लाभ के लिए करते है | इसमें कंपनी का कर्मचारी जो कि कंपनी की गुप्त जानकारी रखता है वह कंपनी के शेयरों को खरीद – बेचकर फायदा कमाता है | यहाँ पर निवेशकों को इस छल से बचाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए जा रहे है, जिन्हे एक निवेशक को शेयर खरीदते समयइन बातों को ध्यान में रखना चाहिए:-
ITI Fitter के बाद क्या करे- Fitter से ITI करने के फायदे,Salary
Fitter से ITI करने के बाद क्या करे – Fitter से ITI करने के फायदे
Fitter Se ITI Karne Ke Baad Kya Kare
Fitter से ITI करने के बाद आप तुरंत जॉब्स नही करना चाहते है तो आप अपने आगे की पढाई को भी जारी रख सकते है
आप इंजीनियरिंग के बड़े कोर्स में भी प्रवेश ले सकते हैं नेशनल प्रिंटर्स सर्टिफिकेट के लिए विभिन्न प्रकार के उद्योगों में अप्रेंटिस प्रोग्राम में शामिल हो सकते इंजीनियरिंग की कहीं शाम में डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश ले सकते
Fitter Se ITI Karne Ke ट्रेडिंग की तैयारी कैसे करें Fayde
आईटीआई फिटर कोर्स को करने के बहुत सारे फायदे हैं आइए जानते हैं कुछ फायदे के बारे में
- आईटीआई फिटर कोर्स करने के बाद बहुत सारे जोक के अवसर मिलते हैं
- इस कोर्स को प्राइवेट और गवर्नमेंट दोनों की तरह किया जा सकता है
- इससे अच्छी सैलरी पैकेज मिलती है
- अगर मशीन संबंधी कार्य करने में रुचि है तो इसमें भी हम अच्छे जॉब और भविष्य बना सकते हो
- फिटर को पास करने के बाद कुछ डिप्लोमा बैचलर डिग्री हासिल करने के लिए इसमें आगे की पढ़ाई भी जारी रख सकते हैं
- फिटर कोर्स को करने के बाद खुद के ताले काहे भी शुरू कर सकते हैं
- यह पर प्राइवेट सेक्टर में भी अच्छे से जॉब हासिल किया जा सकता है
- Fiter कोर्स को करने के बाद ज्यादा कैरियर संभावनाएं हैं
ITI Fitter Ke Liye Job
आईटीआई फिटर कोर्स को करने के बाद बहुत सारे सेक्टर में जॉब के अवसर है
हम यहां पर आपको कोर्स के नाम बता रहे हैं कि किस तरह के पोस्ट में हम जा सकते हैं जो के विभिन्न भागों में होते हैं तो आप नीचे दिए पोस्ट पर फिटर कोर्स करने के बाद अप्लाई कर सकते हैं
फीटर ट्रेडिंग की तैयारी कैसे करें जनरल वेल्डर मैकेनिकल फिटर पाइप फैब्रिकेटर मेंटेनेंस फीटर लेथ मशीन ऑपरेटर इग्निशन टेक्निकल असिस्टेंट.
ITI Fitter Kya Hota Hai
यहां आईटीआई मैकेनिक के लोगो से संबंधित है जो यहां कैपिटल गुड्स एंड मैन्युफैक्चरिंग के अंदर होता है
फिटर आईटीआई का सबसे प्रसिद्ध ट्रेड है किसी चक्की की मशीन मशीन के पुर्जे आदि की कटिंग फिटिंग और उनके निर्माण के लिए मरम्मत करने वाले को जिसे हम मिस्त्री या फिर फिटर कहते है
अथवा किसी भी प्रोडक्ट के पार्ट्स को जोड़कर उसे नया रूप देने वाले फीडर इंजीनियर कहते हैं
भारत की सभी इंटरनेशनल कंपनी मैन्युफैक्चरिंग का काम होता है इन सभी कंपनी की सबसे ज्यादा आवश्यकता होती है प्रोडक्ट के छोटे छोटे पार्ट्स से एक बेहतरीन मशीन बनाने वाले सभी व्यक्ति आईटीआई फिटर ट्रेड के होते हैं
ITI Fitter Ke Bare Mein Jankari
ITI Fitter एक एक 2 साल का कोर्स सर्टिफिकेशन कोर्स है जिसमे जिसमें 4 सेमेस्टर होते हैं यहां एनसीवीटी राष्ट्रीय परिषद व्यवसायिक प्रशिक्षण द्वारा अनुमोदित है
आईटीआई फिटर कोर्स के पाठ्यक्रम में उम्मीदवार पाइप फिटिंग मशीन फिटिंग जैसी फिटिंग के बारे में ज्ञान प्राप्त करने में सक्षम होंगे संरचना फिटिंग मुख्य कार्य करता है
आसान शब्दों में कोई भी कह सकता है कि तकनीशियन जो मशीन प्लांट मशीन और अन्य उत्पादों को एक साथ रखता है यह स्थापित करता है उसे फिटर कहा जाता है
Fitter Se ITI Course Details
फिटर को हमने अभी तक जाना है कि इसमें 75% कार्य को हाथों से करना पड़ता है 25% मशीनों के द्वारा किया जाता है और फिटर अपने बारे में दक्षता प्राप्त करते जाता है
Fitter Se Iti Course Details In Hindi
यहां एक तरह से एक प्रकार का कोर्स है जिसमें हम हमारे कार्य को मशीनों में पूरा करते हैं
इससे हमें यह पता चलता है कि हम अपना काम कैसे पूरा कर सकते है
फीडर में आमतौर पर मॉडल का कार्य करना होता है जिसमें मशीन की पूजा को काटना और फिर उसको आपस में गिन के जोड़ना जैसा काम फिटर ट्रेड के अंतर्गत किया जाता है
Fitter Se Iti Ka Syllabus
फिटर ITI का सिलेबस TGT यानि के डायरेक्टर जनरल ऑफ ट्रेनिंग द्वारा निर्धारित किया जाता है
जिसमें इसके सिलेबस को दो हिश्शो में बांटा गया डोमेन और कोड डोमेन क्षेत्रों में भाषाई कौशल और ज्ञान प्रदान करता है
जबकि कोड में साइंस कैलकुलेशन इन इंजीनियरिंग ड्रॉइंग एंड इंप्रूव राइटिंग स्किल ज्ञान और कौशल प्रदान करता इस तरह सिलेबस को बांटा गया है
Fitter Se Iti Karne Ke Baad Kaise Job Kare
यह फिटर टेंशन डिप्लोमा हासिल कर लेते हैं तो उसके बाद आपको कई जगह पर जॉब मिलने के अवसर बड़ जाते हैं
क्योंकि यदि आप फीडर के अलावा किसी दूसरी ट्रेड से आईटीआई करते हैं डिप्लोमा हासिल करते हैं
या डिप्लोमा हासिल करते तो उसमें आपको इतनी ज्यादा तो नहीं मिल पाई है
अगर मान लीजिए आप इलेक्ट्रिशियन से डिप्लोमा कर लेते है तो उसके बाद जो भी आप किसी कंपनी में कहीं हो जाएंगे तो वहां पर आपको सिर्फ इलेक्ट्रिशियन की 5 और 10 पोस्ट मिलेगी
इसके लिए अप्लाई करने वाले बहुत ज्यादा मिलेंगे तो जिस का एक्सपीरियंस अच्छा होगा उसे ही उस कंपनी में रखा जाएगा और यदि आप फिर से डिप्लोमा कर लेते हो तो उसके बाद आप मैकेनिकल काम कर सकते हैं आपको बहुत ज्यादा काम मिल सकता है
क्योंकि उसने कई प्रकार के काम होते हैं आप किसी भी तरह का अलग-अलग प्रकार का काम कर सकते है
Fitter Se Iti Karne Ke Baad Kitni Salary Milti Hai
फिटर कोर्स को करने के बाद अच्छी सैलरी भी मिल जाती है उसको करने के बाद हम किस जगह पर जॉब कर रहे हैं या उसके ऊपर निर्भर करता है
जैसे अगर नियुक्नति जिस सेक्टर में हुई है तो सेलरी पैकेज उसके हिसाब से मिलेगी
3 में हुआ है तो सेलरी ग्रैड 3 के हिसाब से जो कि भारत सरकार द्वारा निर्धारित किया जाता है
किसी भी गवर्नमेंट और प्राइवेट सेक्टर में शुरू में नौकरी हासिल करते हुए तो आपको 6 से 10000 तक सैलरी पैकेज करने वाले व्यक्ति को दिया जाता है
Fiter से ITI – FAQs
Fitter Se Iti Karne Ke Baad Kaise Job Milti Hai
आप कहीं भी जॉब कर सकते हैं जो की आपको एक अच्छा सेलेरी पैकेज दे सके
Fitter Se ITI Ka Full Form.
इस का फुल फॉर्म यहां होता है कि
F-Fitness
I-Intelligent
T-Talented
T-Target
E-Efficient
R-Regularity
आशा करते है की आपको Fitter Se ITI Karne Ke Baad Kya Kare – Fitter Se ITI Karne Ke Fayde हमारी यह पोस्ट अच्छी लगी होगी अगर अच्छी लगी हो तो इसे शेयर करे और अगर कोई Question हो तो नीचे Comment करके पूछ सकते है
Affyn के 2,000 Land NFTs जो सिंगापुर के वास्तविक दुनिया के स्थानों से मेल खाते हैं, 2 घंटे में बिक गए
19 दिसंबर को फिनबोल्ड के साथ साझा की गई जानकारी के अनुसार, एफिन ने नोट किया कि सिंगापुर की वास्तविक दुनिया के स्थानों से मेल खाने वाली भूमि की बिक्री 2 घंटे 9 मिनट में बिक गई। मेटावर्स शहरों के अंदर मोबाइल भौगोलिक स्थान प्रौद्योगिकियों के उपयोग से स्थान से मिलान करने की क्षमता संभव हो गई थी।
विशेष ट्रेडिंग की तैयारी कैसे करें रूप से, एनएफटी भूमि में हेक्सागोनल टाइलें शामिल हैं, जो प्रति पक्ष 65.9 मीटर मापती हैं, जिसकी मात्रा लगभग 15,047.5 वर्ग मीटर प्रति टाइल है। दिलचस्प बात यह है कि प्रत्येक टाइल की दुर्लभता के स्तर के आधार पर अद्वितीय जलवायु और विशेषताएं हैं।
सिंगापुर के एनएफटी भूखंडों के स्थान जो 2 घंटे में बिक गए। स्रोत: अफिन
NFT भूमि का स्वामित्व कई लाभों के साथ आता है, जैसे आकर्षक गतिविधियों में भाग लेने के साथ-साथ निर्माण और मुद्रीकरण करना।
दरअसल, नवीनतम मील का पत्थर 400 “जेनरेशन जीरो फ्रेंड्स” एनएफटी के शुरुआती संग्रह का निर्माण है। संग्रहणीय सूची के 100 सेकंड के भीतर खरीदे गए थे।
Affin विस्तार योजना
प्रारंभिक सफलता के बाद, Affin के संस्थापक Lucaz Lee ने कहा कि कंपनी ने नेक्सस वर्ल्ड में अपनी अर्थव्यवस्थाओं को विकसित करने के लिए ज़मींदारों को सक्षम करने की योजना के साथ अन्य शहरों में विस्तार किया है।
“एक बार फिर, हमारा मूल्यवान समुदाय हमारी नेक्सस वर्ल्ड पहल में असाधारण रुचि दिखा रहा है। सिंगापुर मेटावर्स शहर से शुरू करते हुए, हम यह देखने के लिए उत्सुक हैं कि मेटावर्स अर्थव्यवस्था कैसे कार्य कर सकती है और उपयोगकर्ताओं के लिए अतिरिक्त मूल्य बढ़ा सकती है। पाइपलाइन में अधिक शहरों के साथ, हम पारिस्थितिक तंत्र की संभावनाओं के बारे में उत्साहित हैं, अर्थात् यह देखने के लिए कि भूमि मालिक नेक्सस वर्ल्ड की अर्थव्यवस्था को सह-निर्माण करने के लिए अपने भूखंडों को विकसित करने का विकल्प कैसे चुनते हैं, “लुकाज़ ने कहा।
इसके अलावा, अन्य वैश्विक शहरों को 2023 की पहली छमाही के भीतर लॉन्च करने की तैयारी है। प्लेटफॉर्म ने नोट किया कि संभावित खरीदार चल रही फ्लैग सेल में फ्लैग्स का अधिग्रहण करके हिस्सेदारी हासिल करने की तैयारी कर सकते हैं।
सिंगापुर के वास्तविक दुनिया के स्थानों से मेल खाने वाले एफिन के 2,000 लैंड एनएफटी 2 घंटे में बिक जाने के बाद सबसे पहले फिनबोल्ड पर दिखाई दिए।
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