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How to Open Demat Account डीमैट अकाउंट कैसे खोले?

  1. नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL)
  2. सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड (CDSL)

इन दोनों संस्थाओं के बहुत से एजेंट हैं, जिनको Depository Participants या स्टॉक ब्रोकर भी कहा जाता है। इनको आम भाषा में DP भी कहा जाता है। इनका काम एकाउंट खोलने का होता है। ऐसा नहीं है कि स्टॉक ब्रोकर केवल बैंक ही हों इनके अलावा भी कई संस्थाएं हैं, जो Demat Account खोलती हैं। डिपॉजिटरी से किसी भी सेवा का लाभ उठाने के लिए, हमें (निवेशक) को डिपॉजिटरी प्रतिभागी की आवश्यकता होती है। डिपॉजिटरी में शेयर, डिबेंचर, बॉन्ड, सरकारी प्रतिभूतियों, म्यूचुअल फंड यूनिट आदि जैसी सुरक्षा होती है।

Demat Account कैसे खोलें?

Demat Account खोलने के लिए हमें SEBI से पंजीकृत डिपॉजिटरी पार्टीसिपेंट के पास जाकर एकाउंट ओपनिंग फ़ॉर्म भरना होगा। एक फोटो, एक कैंसल्ड चेक के साथ पहचान और पते के प्रमाण के रूप में हमें SEBI द्वारा स्वीकृत निम्नलिखित दस्तावेज़ों की जरुरत होगी जैसे:

  • पैन कार्ड (PAN Card)
  • आधार कार्ड (Aadhar Card)
  • पासपोर्ट (Passport)
  • राशन कार्ड (Ration Card)
  • आईटी रिटर्न्स (IT Returns)
  • एम्प्लोयी आईडी (Employee ID)
  • ड्राइविंग लाइसेंस (Driving License)
  • मतदाता पहचान पत्र (Voter ID Card)
  • इलेक्ट्रिसिटी बिल/ लैंडलाइन बिल (2 महीने से ज्यादा पुराना नहीं)
  • इस के अलावा फ्यूचर्स और ऑप्शंस की ट्रेडिंग के लिए 6 महीने का बैंक स्टेटमेंट (Bank Statement) भी देना होता है।

Demat Account नामांकन (Nomination)

Demat Account के एप्लीकेशन फॉर्म पर Nominee का नाम डालना होता है। Nominee व्यक्ति का नाम डालना इसलिए जरूरी होता है। किसी भी तरह की दुर्घटना की स्थिति में Demat Account में जमा होल्डिंग Nominee को ट्रान्सफर किया ट्रेडिंग अकाउंट कैसे काम करता है? जा सके। अगर हमने एकाउंट ओपन करते समय Nominee का नाम नहीं डाला है, तो हमे अपने स्टॉक ब्रोकर से सम्पर्क करके Nominee का फॉर्म ज़रुर भर लेना चाहिए। ताकि भविष्य में होने वाली किसी भी तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़े।

जब हम कोई Shares खरीदते हैं, तो ब्रोकर ख़रीदे हुए शेयरों को T+2 पर हमारे Demat Account में क्रेडिट (जमा) कर देता है। T+2 अर्थात ट्रेडिंग डे + 2 दिन होता है, और यह हमारे होल्डिंग की लिस्ट में दिखने लगता है। जब हम Shares बेचते हैं, तो हमें अपने ब्रोकर को डिलीवरी निर्देश देने होते ट्रेडिंग अकाउंट कैसे काम करता है? हैं, जिसमें हमें बेचने वाले Share का विवरण भरना होता है, और हमारे खाते से Share डेबिट (निकल) हो जाते है। और हमारे बिके हुए Shares के पैसे हमारे Trading Account में आ जाते हैं। अगर हम ये सब Online करते हैं, तो ट्रेडिंग अकाउंट कैसे काम करता है? हमारे खाते में Shares का डेबिट और पैसों का क्रेडिट अपने आप दिखने लगता है, जिसे हम ब्रोकर द्वारा दिए गए इंटरनेट आधारित ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर Online देख सकते हैं। इस सारी प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता होती है।

Demat Account खोलने के लाभ

  • Demat ट्रेडिंग अकाउंट कैसे काम करता है? Account के कई फायदे हैं। Demat के जरिए हम शेयर (Share), म्युचुअल फंड (Mutual Fund), ईटीएफ (ETF), गोल्ड (Gold) आदि ख़रीद सकते हैं। Demat Account होने से Online Trading या Investment (इन्वेस्टमेंट) आसान हो जाता है। आप अपने पोर्टफोलियो को आसानी से Online चेक कर सकते हैं। Demat Account होने से शेयर बेचना, खरीदना या Mutual Fund/ETF यूनिट खरीदना या रिडीम करना बहुत ही आसान हो जाता है।
  • दरअसल Demat Account खोलना एक तरह से वेल्थ क्रिएशन की दिशा में हमारा पहला कदम है। यहां से हम फाइनेंशियल प्लानर और, किसी दूसरे प्लेटफॉर्म की मदद से समृद्धि के रास्ते पर आगे बढ़ सकते हैं।
  • Digital Form में Share रखने से चोरी व धोखाधड़ी जैसे जोखिम की संभावना ना के बराबर रहती है।
  • इसमें हम Share Bazaar में केवल एक Share भी ख़रीद और बेच सकते हैं, जबकि इससे पहले हमें एक समूह में ही बेचना और ख़रीदना पड़ता था।
  • पहले Shares को स्थानांतरित करने के लिए काफी समय लगता था, इसमें कई बार महीनों का समय लग जाता था। लेकिन अब ऐसा नहीं है, हम तुरंत Demat Account से Share ट्रांसफर कर सकते हैं। और भेजने से कुछ देर बाद ही भेजे गए दूसरे अकाउंट में दिखने लगते हैं।
  • हम अपना डीमैट खाता किसी दूसरे को ट्रांसफर नहीं कर सकते मगर इसमें पड़े शेयर दूसरे को ट्रांसफर कर सकते हैं।
  • डीमैट खाता किसी दूसरे के साथ जॉयंट तरीके से खुलवाया जा सकता है, आप एक से अधिक डीमैट खाते भी खोल ट्रेडिंग अकाउंट कैसे काम करता है? सकते हैं।

यह छोटा सा काम करके शेयर बाजार से कमा सकते हैं करोड़ों

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नोएडा. ट्रेडिंग अकाउंट कैसे काम करता है? हर शख्स की कम समय में ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाने की चाहत होती है। अगर आप भी कम समय में ज्यादा पैसा कामाना चाहते हैं तो आप की यह चाहत शेयर बाजार (Share market) से पूरी हो सकती है। अब सवाल पैदा होता है कि शेयर बेजार में काम कैसे शुरू की जाए। यानी शेयर बाजार में निवेश और ड्रेडिंग (Trading and Investment in stock market) के करने से पहले ट्रेडिंग अकाउंट कैसे काम करता है? क्या करना पड़ता है। आइए आज हम आपके इन ही उलझनों को दूर कर ये बताएंगे कि शेयर बाजार में ट्रेडिंग और निवेश कैसे कर सकते हैं।

Trading Account Kholne Ke Liye Documents

ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाने के लिए आपको आगे बताये गए इन आवश्यक दस्तावेजों ट्रेडिंग अकाउंट कैसे काम करता है? की आवश्यकता होगी:

  1. अकाउंट ओपनिंग फॉर्म
  2. फोटो आईडी प्रमाण: पैन कार्ड/ वोटर आईडी/ पासपोर्ट/ ड्राइविंग लाइसेंस/ आधार कार्ड।
  3. एड्रेस प्रूफ़: टेलीफोन या बिजली बिल/ राशन कार्ड/ पासपोर्ट/ वोटर ट्रेडिंग अकाउंट कैसे काम करता है? आईडी/ ड्राइविंग लाइसेंस।
  4. बैंक खाता संख्या
  5. पासपोर्ट साइज़ फ़ोटो

Trading Account Ke Fayde

Shares को Trading Account में रखना बहुत ही फायदेमंद होता है, क्योंकि Trading Account हमे कई प्रकार की सुविधा देता है जैसे:

  1. इससे शेयर्स खरीदना और बेचना बिलकुल आसान हो जाता है।
  2. यह शेयर्स खरीदने के लिए डेबिट और क्रेडिट कार्ड की सुविधा भी ट्रेडिंग अकाउंट कैसे काम करता है? देता है।
  3. ट्रेडिंग अकाउंट के ऑनलाइन हो जाने से ब्रोकरेज चार्ज पहले के मुकाबले बहुत ही कम हो गया है।
  4. ट्रेडिंग अकाउंट से आप दुनिया में कही से भी शेयर्स खरीद और बेच सकते है।
  5. शेयर खरीदने पर पैसा कटना और बेचने पर खाते में जमा होना आदि कार्य अपने आप हो जाते है।

अब आप सोच रहे होंगे कि Trading Account Aur DEMAT Account Me Antar क्या है क्योंकि दोनों अकाउंट एक साथ खोले जा सकते है तो आइये हम आपको बताते है Difference Between DEMAT Account And Trading Account In Hindi.

Trading Account Aur Demat Account Me Antar

शेयर मार्केट में व्यापार करने के लिए डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट दोनों आवश्यक है। हालाँकि इन दोनों में अंतर पाया जाता है जिसके बारे में आपको आगे बताया गया है:

Trading Account का उपयोग शेयर मार्केट में ऑर्डर खरीदने या बेचने के लिए किया जाता है, जबकि DEMAT Account का उपयोग एक स्टोर के रुप में शेयर्स को जमा करने के लिए किया जाता है। मतलब ट्रेडिंग अकाउंट का उपयोग लेन-देन के लिए किया जाता है, और डीमैट अकाउंट का उपयोग शेयर्स को सुरक्षित रखने के लिए किया जाता है।

आइये आपको एक उदहारण के द्वारा समझाते है, मान लीजिये जब आप अपने Trading Account का उपयोग कर शेयर्स खरीदते है, तो पैसा आपके बैंक खाते से निकाल लिया जाता है और शेयर्स को आपके DEMAT Account में जमा कर दिया जाता है।

ठीक उसी प्रकार जब आप शेयर्स बेचते है, तो शेयर्स आपके DEMAT Account से निकाला जाता है और शेयर मार्केट में बेच दिया जाता है, शेयर बेचने से प्राप्त रकम आपके बैंक खाते में जमा कर दी जाती है।

इन्हें भी पढ़ें

आज के इस आर्टिकल में हमने चर्चा की की लिक्विड फंड क्या होता है तथा यह कैसे काम करता है तथा इसमें निवेश करने से पहले हमें क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिए इत्यादि के बारे में आज हमने जाना।

मुझे पूर्ण उम्मीद है कि इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपके मन की सारी आशंकाएं दूर हो गई होगी। यदि आपको इसके बारे मे और भी अधिक जानकारी चाहिए तो आप हमें कॉमेंट के माध्यम से बता सकते हैं।

इस से जुड़ी जानकारी प्राप्त करने के लिए हमें फॉलो करना ना भूले।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल ( FAQs )

Ans. Liquid fund एक लचीले निवेश विकल्पों के साथ एक तरल, कम लागत तथा बहुत ही कम जोखिम वाला उत्पाद होता है। इसलिए यह सुरक्षित होता है।

Ans. उस व्यक्ति की आय तथा व्यय के आधार पर, एक आपातकालीन निधि आपकी मासिक आय के तीन से छह महीने तक की हो सकती है।

Q.3 liquid fund कितना return देते हैं?

Ans. 7 प्रतिशत से 9 प्रतिशत तक return देते है।

Ans. Liquid fund, डेट फंड की एक कैटेगरी होती ट्रेडिंग अकाउंट कैसे काम करता है? है जो कि डेट तथा मनी मार्केट के इंस्ट्रूमेंट्स जैसे कॉमर्शियल पेपर, कॉल मनी, सरकारी सिक्योरिटी, ट्रेजरी बिल वगैरह में निवेश करता है। इसमें 91 दिनों तक की मैच्योरिटी अवधि होती है। liquid fund में निवेश करने सबसे बड़ा फायदा liquidity का होता है।

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