NAV क्या है?

सरल शब्दों में, NAV स्कीम की मल्कियत वाली सिक्योरिटीज का बाज़ार मूल्य है| म्यूच्यूअल फंड्स निवेशकों से इकठ्ठा हुई धनराशि को सिक्यूरिटी बाज़ार में निवेशित करते हैं| चूंकि सिक्योरिटीज का बाज़ार मूल्य प्रतिदिन बदलता है, स्कीम का NAV भी दैनिक बदलता है| एक इकाई का NAV, एक स्कीम NFO क्या होता है और उसमें कैसे निवेश करें? के सिक्योरिटीज के एक दिन के बाज़ार मूल्य का NAV इकाइयों की कुल संख्या द्वारा भाग है| ये हर दिन अलग हो सकता है क्योंकि बाज़ार मूल्य हर दिन बदलता है|

बाई ओर के विडियो में NAV गणना को स्पष्ट किया गया है|

सारे म्यूच्यूअल फंड्स स्कीमों के NAV, कारोबारी दिन के खात्मे पर, जब NFO क्या होता है और उसमें कैसे निवेश करें? बाज़ार बंद होते है, घोषित किये जाते हैं और ये SEBI के म्यूच्यूअल फंड अधिनियम के मुताबिक होते हैं|

NFO क्या होता है और उसमें कैसे निवेश करें ?

What’s NFO & How to invest in it ?

आज हम जानेंगे कि NFO ( न्यू फ़ंड ऑफर) क्या होता है और उसमें कैसे निवेश कर सकते हैं । आपने आईपीओ (Initial Public Offer ) के विषय में तो सुना होगा । कंपनियाँ पूँजी बाज़ार से पूंजी जुटाने के लिए आईपीओ लेकर आती हैं। ठीक इसी तरह एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) भी म्यूचुअल फ़ंड की नयी योजना के लिए बाज़ार से पूँजी जुटाती हैं । इसके लिए वे न्यू फ़ंड ऑफर (NFO) का प्रस्ताव लाती हैं ।

NFO क्या होता है ?

आम तौर पर एनएफ़ओ के दौरान यूनिट रु. 10/- की फ़ेस वैल्यू पर जारी किए जाते हैं। इश्यू बंद हो जाने के बाद उसे सीधे म्यूचुअल फ़ंड से खरीदा जा सकता है .

एनएफ़ओ लगभग 15 दिनों तक बिक्री के लिए खुला रहता है । इश्यू बंद होने के बाद, आवेदकों को यूनिट आबंटित किए जाते हैं । ओपन एंडेड फ़ंड को नए निवेश के लिए फिर खोल दिया जाता है। उसमें आप कभी भी यूनिट खरीद अथवा बेंच सकते हैं।

म्यूचुअल फ़ंड की योजनाएँ प्रायः दो प्रकार की होती हैं, जो इस प्रकार हैं:

निश्चित परिपक्वता तिथि वाले फ़ंड:

(Close Ended Fund) :

क्लोज़ एंडेड फ़ंड वे होते हैं , जिन्हें आप म्यूचुअल फ़ंड कंपनी से केवल एनएफ़ओ के दौरान ही खरीद सकते हैं । उनकी परिपक्वता तिथि (Date of Maturity ) पहले से निश्चित होती है । परिपक्वता तिथि से पूर्व आप म्यूचुअल फ़ंड कंपनी से पैसा नहीं निकाल सकते।

लेकिन ऐसे फंड्ज को अनिवार्य रूप से स्टॉक एक्स्चेंज में लिस्ट कराया जाता है। स्टॉक एक्स्चेंज ऐसे फ़ंड की खरीद और बिक्री का रेट हर दिन प्रकाशित करते हैं । जो निवेशक यूनिट बेचना चाहें , वे उन्हें स्टॉक एक्स्चेंज में बेंचकर निवेश से निकल सकते हैं।

स्थायी रूप से चलने वाले फ़ंड:

(Open Ended Funds):

Open Ended Funds वे होते हैं , जिनमें कोई परिपक्वता तिथि निश्चित नहीं होती । इनमें आप कभी भी निवेश कर सकते हैं। जब आपका मन करे , अपना पैसा NFO क्या होता है और उसमें कैसे निवेश करें? निकाल सकते हैं। ऐसे फ़ंड लगातार चलने वाले फ़ंड या स्थायी रूप से चलने वाले फ़ंड होते हैं।

जो निवेशक NFO में आवेदन करते हैं, उन्हें रु.10 प्रति यूनिट की दर से यूनिट आबंटित किए जाते हैं ।एनएफ़ओ का आबंटन पूरा हो जाने के बाद , फ़ंड को नए निवेश के लिए खोल दिया जाता है। फ़ंड में नया निवेश , एनएवी (Net Asset Value ) के आधार पर किया जाता है । इसी तरह जो निवेशक निकलना चाहें, उन्हें फ़ंड हाउस द्वारा एनएवी के आधार पर भुगतान कर दिया जाता है।

NAV क्या होता है?

( What is NAV ) ?

एनएवी का अर्थ है-Net Asset Value । इससे फ़ंड की कार्यदक्षता का पता चलता है । रु. 10/- की कीमत पर आबंटित यूनिट की आज क्या कीमत है, यह उसके एनएवी से पता चलता है । फ़ंड हाउस पैसा अपने पास तो रखता नहीं । उसे शेयर, डिबेंचर , बोण्ड्स, और सरकारी प्रतिभूतियों आदि में निवेश करता है ।

ऐसे सभी निवेश के कुल बाज़ार मूल्य को कुल जारी यूनिट की संख्या से भाग देकर NAV निकाली जाती है। निवेश की कुल कीमत बाज़ार बंद होने के समय के भाव पर तय की जाती है। प्रत्येक फ़ंड की एनएवी प्रतिदिन प्रकाशित की जाती है।

NFO में निवेश कैसे करें?

( How to invest in NFO )?

जब कोई फ़ंड हाउस नया फ़ंड लेकर बाज़ार में उतरता है, तो उसकी सूचना बिभिन्न मीडिया माध्यमों से दी जाती है। काफी प्रचार किया जाता है। भविष्य में यह जानकारी इस ब्लॉग में भी उपलब्ध कराने का प्रयास हम करेंगे।

म्यूचुअल फ़ंड में निवेश के लिए सर्वप्रथम KYC होना आवश्यक है। यदि आपका केवाईसी नहीं हुआ है, तो उसे कराने के लिए निम्नलिखित दस्तावेज़ की आवश्यकता होगी।

KYC के लिए जरूरी दस्तावेज़:

(Necessary Documents for KYC)

KYC के लिए जरूरी दस्तावेज़ (Necessary Documents for KYC) इस प्रकार हैं :-

1. पैन कार्ड की स्व-प्रमाणित प्रतिलिपि,

2. स्थायी पते और वर्तमान पते का साक्ष्य ,

3. बैंक खाते का एक कैन्सल किया NFO क्या होता है और उसमें कैसे निवेश करें? हुआ चेक और

ऑन लाइन KYC का विकल्प भी उपलब्ध है । इसे विडियो KYC कहते हैं। इसमें भी उपर्युक्त डॉक्युमेंट्स आवश्यक होंगे।

NFO में निवेश का आवेदन ऑफ लाइन और ऑन लाइन दोनों प्रकार से करने का विकल्प उपलब्ध होता है। म्यूचुअल फ़ंड में निवेश के संबंध में अधिक जानकारी के लिए आप हमारी साइट निवेशभारती पर जा सकते हैं।

साथ ही अब आपको अपने सभी म्यूचुअल फंड्ज का विवरण और पोर्टफोलियो का मूल्यांकन प्राप्त करने के लिए अलग-अलग वैबसाइट पर जाने की आवश्यकता नहीं है । इस विषय में अधिक जानकारी के लिए आप हमारे लेख How to generate a Common Account Statement for all your mutual fund holdings? को पढ़ सकते हैं ।

आज हमने जाना कि NFO क्या होता है । साथ ही यह भी जाना कि उसमें निवेश कैसे कर सकते हैं। यदि आप चाहते हैं कि हम किसी विशेष विषय पर चर्चा करें, तो हमें बताएं । आप अपने सुझाव / टिप्पणी कमेंट बॉक्स में दे सकते हैं।

Kotak MF ने लॉन्च किया बिजनेस साइकिल फंड, क्या आपको निवेश करना चाहिए?

Kotak Business Cycle Fund (KBCF) अपना 80 फीसदी पैसा अपनी थीम के मुताबिक ऐसे सेक्टर में निवेश करेगा, जिनका प्रदर्शन मौजूदा बिजनेस साइकिल में बेहतर रहने की उम्मीद फंड मैनेजर को होगी

Kotak Mutual Fund ने कोटक बिजनेस साइकिल फंड (KBCF) लॉन्च किया है। यह फंड अलग-अलग सेक्टर्स में अपने पोर्टफोलियो को रोटेट करेगा। ये ऐसे सेक्टर्स होंगे, जिन्हें इकोनॉमी की मौजूदा साइकिल से फायदा हो सकता है। यह New Fund Offer (NFO) 7 सितंबर को खुल गया है। यह 21 सितंबर को बंद हो जाएगा।

Kotak Business Cycle Fund (KBCF) अपना 80 फीसदी पैसा अपनी थीम के मुताबिक ऐसे सेक्टर में निवेश करेगा, जिनका प्रदर्शन मौजूदा बिजनेस साइकिल में बेहतर रहने की उम्मीद फंड मैनेजर को होगी। यह फंड ग्लोबल और डोमेस्टिक इकोनॉमी में मौजूदा बिजनेस साइकिल की पहचान करने के लिए कई तरह के इंडिकेटर्स का इस्तेमाल करेगा।

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बिजनेस साइकिल के दौरान कुछ सेक्टर का प्रदर्शन अच्छा होता है। केबीसीएफ ऐसे शेयरों में इनवेस्ट करेगा जिनके इकोनॉमी के बिजनेस साइकिल में बेहतर प्रदर्शन की संभावना होगी। उदाहरण के लिए जब इकोनॉमिक ग्रोथ अच्छी होती है तो रेट-सेंसेटिव और साइक्लिकल कंपनियों का प्रदर्शन दूसरों के मुकाबले अच्छा रहता है।

रेट-सेंसेटिव और साइक्लिकल कंपनियों में कई सेक्टर की कंपनियां आती हैं। इनमें मेटल, पावर, इंफ्रास्ट्रक्चर और कैपिटल गुड्स शामिल हैं। इकोनॉमी की मिड-स्टेज ग्रोथ में एनर्जी और बैंकिंग इंडस्ट्रीज आती हैं। कोटक एमएफ का मानना है कि अभी इकोनॉमी इसी साइकिल (मिड-स्टेज ग्रोथ) में है।

इकोनॉमी में जब गिरावट की स्थिति बनती है तो ज्यादा कैश फ्री कैश और कैश-रिच कंपनियों का प्रदर्शन अच्छा रहता है। इनमें एफएमसीजी, आईटी और फार्मास्युटिकल्स जैसे सेक्टर की कंपनियां आती हैं।

कोटक एमएफ के सीनियर एग्जिक्यूटिव वाइस-प्रेसिडेंट और फंड मैनेजर (इक्विटी) पंकज टिबरेवाल ने कहा, "यह फंड टॉप-डाउन और बॉटम-अप एप्रोच का इस्तेमाल करेगा। हम ऐसे सेक्टर्स की पहचान करने की कोशिश करेंगे, जिनके किसी खास बिजनेस साइकिल NFO क्या होता है और उसमें कैसे निवेश करें? के फेज में बेहतर प्रदर्शन करने की संभावना होगी। उसके बाद हम उस सेक्टर की मजबूत कंपनियों की पहचान करेंगे।"

स्टॉक सेलेक्शन और सेक्टर रोटेशन बिजनेस साइकिल पर निर्भर करेगा। टिबरेवाल ने कहा कि अक्सर एक बिजनेस साइकिल में ये फेज एक साथ चलते हैं। यही वजह है कि यह फंड अपने पैसे का निवेश कई सेक्टर में करेगा।

बिजनेस साइकिल में बदलाव बहुत तेजी से होता है। कई बार यह साइकिल थोड़े समय के लिए होती है। इसलिए फंड मैनेज्स को छोटी अवधि में बाजार के उतार-चढ़ाव से निपटना होगा। उसे बिजनेस साइकिल के कुल आउटलुक पर फोकस बनाए रखना होगा।

टिबरेवाल का ट्रैक रिकॉर्ड भरोसेमंद रहा है। हालांकि, बिजनेस साइकिल थीम पर आधारित फंड्स म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में अपेक्षाकृत नए हैं। इस कैटेगरी के सिर्फ कुछ फंड मार्केट में उपलब्ध हैं। बिजनेस साइकिल फंड की सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि फंड मैनेजर बिजनेस साइकिल में बदलाव का फायदा उठाने के लिए सेक्टरों में कब एंट्री और एग्जिट करता है।

MoneyControl News

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First Published: Sep 08, 2022 3:05 PM

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Bharat Bond ETF: सुरक्ष‍ित निवेश, अच्छा रिटर्न और देश निर्माण में योगदान! जानें खूबियां

Bharat Bond ETF: भारत सरकार का बॉन्ड होने की वजह से यह एक सुरक्ष‍ित निवेश है, इसमें अच्छा रिटर्न भी मिलेगा और इसके द्वारा आप राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका भी निभा सकते हैं, क्योंकि इससे जुटाया पैसा PSU को कर्ज के रूप में दिया जाएगा.

निवेश का सुरक्षि‍त और आकर्षक विकल्प ( फाइल फोटो)

aajtak.in

  • नई दिल्ली ,
  • 03 दिसंबर 2021,
  • (अपडेटेड 03 दिसंबर 2021, 10:13 AM IST)
  • निवेश का एक और अच्छा मौका
  • भारत बॉन्ड ईटीएफ आज खुलेगा

केंद्र सरकार भारत बॉन्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) के तीसरे चरण को लॉन्च करने के लिए तैयार है. भारत बॉन्ड ETF का न्यू फंड ऑफर (NFO) निवेश के लिए आज यानी शुक्रवार को खुलेगा और 9 दिसंबर 2021 को बंद होगा.

भारत सरकार का बॉन्ड होने की वजह से यह एक सुरक्षि‍त निवेश है, इसमें अच्छा रिटर्न भी मिल सकता है और इसके द्वारा आप राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका भी निभा सकते हैं, क्योंकि इससे जुटाया पैसा सरकारी कंपनियों (PSU) के बॉन्ड में लगेगा, यानी एक तरह से उन्हें कर्ज के रूप में दिया जाएगा.

भारत बॉन्ड ETF के इस न्यू फंड ऑफर (NFO) का बेस साइज 1,000 करोड़ रुपये का होगा. हालांकि इसके साथ एक ओपन ग्रीनशू ऑप्शन भी है, जिसका साइज करीब 4,000 करोड़ रुपये होगा. इस तरह केंद्र सरकार इस NFO के जरिए सरकारी कंपनियों को फंडिंग मुहैया कराने के लिए करीब 5,000 करोड़ रुपये जुटा सकती है.

क्या है भारत बॉन्ड ETF?

ETF का पूर्ण रूप होता है एक्सचेंज ट्रेडेड फंड. भारत बॉन्ड ETF भी एक एक्सचेंज ट्रेडेड फंड है. ETF, म्यूचुअल फंड जैसे होते हैं, लेकिन ईटीएफ को किसी शेयर की तरह स्टॉक एक्सचेंजों से खरीदा या बेचा जा सकता है. फिलहाल यह ETF सिर्फ ट्रिपल ‘AAA’ रेटिंग वाली पब्लिक सेक्टर कंपनियों के बॉन्ड में ही निवेश करता है. इसीलिए इसे ज्यादा सुरक्ष‍ित माना जा रहा है.

यह नया ETF 10 साल की अवधि के बाद मैच्योर होगा. यह 10 साल NFO क्या होता है और उसमें कैसे निवेश करें? की अवधि अप्रैल 2032 में पूरी होगी. इसीलिए इस ETF को Bharat Bond ETF April 2032 नाम दिया गया है. इसमें सभी तरह के निवेशक निवेश कर सकते हैं.

क्या हैं खूबियां?

इस फंड के मैनेजमेंट की लागत बहुत कम, सालाना 0.0005 फीसदी है. यानी 2 लाख रुपये तक के निवेश पर भी अध‍िकतम खर्च 1 रुपये का ही है. यह फिक्स्ड मैच्योरिटी वाली योजना है, इसलिए इससे आप स्थायी रिटर्न की उम्मीद कर सकते हैं.

इस बॉन्ड में आप न्यूनतम 1,000 रुपये या उसके गुणक में निवेश कर सकते हैं. इसके लिए नेट बैंकिंग या यूपीआई से पेमेंट किया जा सकता है.

कैसे कर सकते हैं निवेश

आप अपने ब्रोकरेज के द्वारा डीमैट अकाउंट से या वेबसाइट लिंक https://www.bharatbond.in/ या https://www.edelweissmf.com/nfo/edelweiss-etf-bharat-bond-2032.html पर जाकर सीधे निवेश कर सकते हैं. इसके अलावा आप फॉर्म भरकर ऑफलाइन भी निवेश कर सकते हैं. अगर ऑफलाइन पेमेंट करना चाहते हैं तो आपको एप्लीकेशन फॉर्म के साथ एक चेक जमा करना होगा. आप NEFT/RTGS के द्वारा भी पेमेंट कर सकते हैं.

कितना मिल सकता है रिटर्न?

Edelweiss म्यूचुअल फंड के मुताबिक भारत बॉन्ड ईटीएफ में मैच्योरिटी होने पर (April 2032) में आप टैक्स घटाने के बाद सालाना औसत रिटर्न 6.37 फीसदी का हासिल कर सकते हैं, जबकि दूसरे बॉन्ड जैसे परंपरागत निवेश में आपको टैक्स के बाद करीब 3.98 फीसदी का ही रिटर्न हासिल होता है. यह रिटर्न आपको मैच्योरिटी पर एकमुश्त मिलता है, हर साल नहीं.

Bharat Bond ETF: सुरक्ष‍ित निवेश, अच्छा रिटर्न और देश निर्माण में योगदान! जानें खूबियां

Bharat Bond ETF: भारत सरकार का बॉन्ड होने की वजह से यह एक सुरक्ष‍ित निवेश है, इसमें अच्छा रिटर्न भी मिलेगा और इसके द्वारा आप राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका भी निभा सकते हैं, क्योंकि इससे जुटाया पैसा PSU को कर्ज के रूप में दिया जाएगा.

निवेश का सुरक्षि‍त और आकर्षक विकल्प ( फाइल फोटो)

aajtak.in

  • नई दिल्ली ,
  • 03 दिसंबर 2021,
  • (अपडेटेड 03 NFO क्या होता है और उसमें कैसे निवेश करें? दिसंबर 2021, 10:13 AM IST)
  • निवेश का एक और अच्छा मौका
  • भारत बॉन्ड ईटीएफ आज खुलेगा

केंद्र सरकार भारत बॉन्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) के तीसरे चरण को लॉन्च करने के लिए तैयार है. भारत बॉन्ड ETF का न्यू फंड ऑफर (NFO) निवेश के लिए आज यानी शुक्रवार को खुलेगा और 9 दिसंबर 2021 को बंद होगा.

भारत सरकार का बॉन्ड होने की वजह से यह एक सुरक्षि‍त निवेश है, इसमें अच्छा रिटर्न भी मिल सकता है और इसके द्वारा आप राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका भी निभा सकते हैं, क्योंकि इससे जुटाया पैसा सरकारी कंपनियों (PSU) के बॉन्ड में लगेगा, यानी एक तरह से उन्हें कर्ज के रूप में दिया जाएगा.

भारत बॉन्ड ETF के इस न्यू फंड ऑफर (NFO) का बेस साइज 1,000 करोड़ रुपये का होगा. हालांकि इसके साथ एक ओपन ग्रीनशू ऑप्शन भी है, जिसका साइज करीब 4,000 करोड़ रुपये होगा. इस तरह केंद्र सरकार इस NFO के जरिए सरकारी कंपनियों को फंडिंग मुहैया कराने के लिए करीब 5,000 करोड़ रुपये जुटा सकती है.

क्या है भारत बॉन्ड ETF?

ETF का पूर्ण रूप होता है एक्सचेंज ट्रेडेड फंड. भारत बॉन्ड ETF भी एक एक्सचेंज ट्रेडेड फंड है. ETF, म्यूचुअल फंड जैसे होते हैं, लेकिन ईटीएफ को किसी शेयर की तरह स्टॉक एक्सचेंजों से खरीदा या बेचा जा सकता है. फिलहाल यह ETF सिर्फ ट्रिपल ‘AAA’ रेटिंग वाली पब्लिक सेक्टर कंपनियों के बॉन्ड में ही निवेश करता है. इसीलिए इसे ज्यादा सुरक्ष‍ित माना जा रहा है.

यह नया ETF 10 साल की अवधि के बाद मैच्योर होगा. यह 10 साल की अवधि अप्रैल 2032 में पूरी होगी. इसीलिए इस ETF को Bharat Bond ETF April 2032 नाम दिया गया है. इसमें सभी तरह के निवेशक निवेश कर सकते हैं.

क्या हैं खूबियां?NFO क्या होता है और उसमें कैसे निवेश करें?

इस फंड के मैनेजमेंट की लागत बहुत कम, सालाना 0.0005 फीसदी है. यानी 2 लाख रुपये तक के निवेश पर भी अध‍िकतम खर्च 1 रुपये का ही है. यह फिक्स्ड मैच्योरिटी वाली योजना है, इसलिए इससे आप स्थायी रिटर्न की उम्मीद कर सकते हैं.

इस बॉन्ड में आप न्यूनतम 1,000 रुपये या उसके गुणक में निवेश कर सकते हैं. इसके लिए नेट बैंकिंग या यूपीआई से पेमेंट किया जा सकता है.

कैसे कर सकते हैं निवेश

आप अपने ब्रोकरेज के द्वारा डीमैट अकाउंट से या वेबसाइट लिंक https://www.bharatbond.in/ या https://www.edelweissmf.com/nfo/edelweiss-etf-bharat-bond-2032.html पर जाकर सीधे निवेश कर सकते हैं. इसके अलावा आप फॉर्म भरकर ऑफलाइन भी निवेश कर सकते हैं. अगर ऑफलाइन पेमेंट करना चाहते हैं तो आपको एप्लीकेशन फॉर्म के साथ एक चेक जमा करना होगा. आप NEFT/RTGS के द्वारा भी पेमेंट कर सकते हैं.

कितना मिल सकता है रिटर्न?

Edelweiss म्यूचुअल फंड के मुताबिक भारत बॉन्ड ईटीएफ में मैच्योरिटी होने पर (April 2032) में आप टैक्स घटाने के बाद सालाना औसत रिटर्न 6.37 फीसदी का हासिल कर सकते हैं, जबकि दूसरे बॉन्ड जैसे परंपरागत निवेश में आपको टैक्स के बाद करीब 3.98 फीसदी का ही रिटर्न हासिल होता है. यह रिटर्न आपको मैच्योरिटी पर एकमुश्त मिलता है, हर साल नहीं.

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