तो चलिए शुरू करते हैं इस लेख को और जानते हैं Top Trading App in India विस्तार से.

Top Best Investment Trading App (सबसे अच्छा ट्रेडिंग एप्प) stock, mutual fund, ipo, digital gold , share market app,

अब ‘अल्गो ट्रेडिंग’ को रेगुलेट करने की तैयारी, SEBI लाया नए नियम, जानिए इससे जुड़ी सभी काम की बातें

अब

अल्गो ट्रेडिंग का नाम भले नया हो, लेकिन ट्रेडिंग के कद्रदान इसका फायदा बहुत पहले से उठा रहे हैं. सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया या SEBI अब इसे रेगुलेट करने की तैयारी में है. एक आंकड़ा बताता है कि भारत में होने वाली ट्रेडिंग का तकरीबन 50 फीसदी हिस्सा अल्गो ट्रेडिंग से ही संपन्न हो रहा है. ऐसे में सेबी की निगाह पड़ना लाजिमी है. दरअसल, अल्गो ट्रेडिंग का मतलब अल्गोरिदम से जुड़ा है जो पूरी तरह से कंप्यूटर से जरिये पूरा किया जाता है. अल्गो ट्रेडिंग में भी यही काम होता है. इसमें कंप्यूटर के जरिये ही स्टॉक की खरीद-बेच की जाती है. इसका दूसरा नाम ऑटोमेटेड या प्रोग्राम्ड ट्रेडिंग भी है. आइए इस नए प्रकार की ट्रेडिंग के बारे में जानते हैं.

कैसे होती है अल्गो ट्रेडिंग

अल्गो ट्रेडिंग शुरू करने के पीछे मकसद ये था कि ट्रेडिंग में समय बचे और अधिक तेजी से बिजनेस हो. अगर आप खुद किसी स्टॉक को सेलेक्ट करें और खरीदें या बेचें तो उसमें अधिक समय लगेगा जबकि कंप्यूटर यह काम कुछ ही सेकंड में पूरा कर देता है. अल्गो ट्रेडिंग में कोई ब्रोकर कंप्यूटर प्रोग्राम के जरिये शेयर पहले ही सेलेक्ट कर लेता है और बाजार खुलते ही ट्रेडिंग शुरू हो जाती है. अल्गो ट्रेडिंग का लिंक स्टॉक एक्सचेंज के सर्वर से जुड़ा होता है. इसलिए ट्रेडिंग की हर जानकारी स्टॉक एक्सचेंज के साथ अपडेट होती रहती है.

अल्गो से ट्रेडिंग पूरी होने के पहले रिटेल ट्रेडर का या तो अपने ब्रोकर को फोन करना होता है या ब्रोकर के ऑफिस में जाना होता है. अल्गो ट्रेडिंग में ही मोबाइल ट्रेडिंग का प्रोसेस भी आता है जिसमें मोबाइल के जरिये स्टॉक खरीदे या बेचे भारत में शेयर ट्रेडिंग जाते हैं. इसमें मोबाइल ऐप के द्वारा ऑर्डर दिए जाते हैं. अल्गो ट्रेडिंग का एक एडवांस्ड वर्जन भी है जिसमें बिना किसी इंसानी दखलंदाजी के काम होता है.

सेबी की क्यों लगी निगाह

सेबी ही स्टॉक एक्सचेंज का रेगुलेटर है और यही सभी ब्रोकर टर्मिनल को मॉनिटर करता है. लेकिन ट्रेडर्स के अल्गो प्रोग्राम के लिए एक्सचेंज की कोई मंजूरी नहीं चाहिए होती है. अल्गो की मॉनिटरिंग के लिए कोई रूल भी नहीं है. लेकिन सेबी को अब यह लगता है कि बिना रेगुलेशन वाले अल्गो से मार्केट या स्टॉक एक्सचेंज को खतरा हो सकता है.भारत में शेयर ट्रेडिंग

बिना रेगुलेशन वाले अल्गो से मार्केट में छेड़छाड़ की भी आशंका है. यह भी हो सकता है कि जिन अल्गो की मॉनिटरिंग नहीं होती, वे ग्राहकों को भारी मुनाफा या रिटर्न का झांसा देकर फंसा दें. ट्रेडिंग फेल होने पर ग्राहकों का भारी नुकसान हो सकता है. 2015 में ऐसा एक विवाद हो चुका है भारत में शेयर ट्रेडिंग जिसमें पता चला कि एनएसई ने कुछ चुनिंदा अल्गो ट्रेडर्स को बिजनेस में तरजीह दी थी. इन वजहों को देखते हुए सेबी अल्गो ट्रेडिंग को रेगुलेट करने की तैयारी में है.

भारत में शेयर बाजार का समय – Stock market timings in India

भारत में दो प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज है –National Stock Exchange (NSE) और Bombay Stock Exchange (BSE) हैं। हालांकि, NSE और BSE दोनों exchanges का एक ही समय है।

भारतीय शेयर बाजार सप्ताह के अंत में, यानी शनिवार और रविवार को बंद रहते है और इसके अलावा, यह राष्ट्रीय और स्टॉक एक्सचेंज की छुट्टियों पर भी बंद रहते है | स्टॉक एक्सचैंजेस की छुटियाँ आप यहाँ देख सकते है |

भारत में शेयर बाजार के समय को तीन सत्रों में विभाजित किया जाता है

  1. Pre-open Session (प्री-ओपन सत्र)
  2. Normal Session (सामान्य सत्र)
  3. Post-closing Session (समापन के बाद का सत्र)

Note : बाजार में भारी अस्थिरता से बचने के लिए Pre-open Session यानि पूर्व-खुला सत्र रखा जाता है और यह एक संतुलन मूल्य बनाने के लिए ताकि बाजार को अपनी शुरुआती कीमत मिल सके, आप यहां पा सकते हैं कि एनएसई कैसे अपने शुरुआती मूल्य की गणना करता है।

Pre-open Session को आगे तीन सत्रों में विभाजित किया जाता है –

  1. सुबह 9:00 से 9:08 बजे (Order Entry Session -आदेश प्रवेश सत्र):
  • इस समय में, कोई भी शेयर खरीद और बेच सकता है।
  • आप Orders में परिवर्तन या उसको रद्द भी कर सकते हैं।

Special Trading Day

हालांकि, राष्ट्रीय छुट्टियों पर शेयर बाजार बंद रहता है, लेकिन यह दिवाली त्योहार के दौरान कुछ घंटों के लिए खुला रहता है, जिसे ‘Mahurat Trading‘ के रूप में जाना जाता है। इस विशेष दिन के लिए ट्रेडिंग घंटे का समय दिवाली से कुछ दिन पहले ही तय किया जाता हैं।

दोस्तों आज हमने इस पोस्ट में सीखा की भारतीय शेयर का समय क्या है (Stock market timings in India) आशा है आपको यह पोस्ट पसंद आयी होगी अगर आपका कोई सवाल या सुझाव है तो आप हमे कमेंट कर सकते है |

6+ Best Trading App in India 2022 – सबसे अच्छा शेयर मार्केट एप्प

Top Best भारत में शेयर ट्रेडिंग Mobile Trading App in India – क्या आप मोबाइल से पैसे कमाने वाले भारत में शेयर ट्रेडिंग एप्प और Share Market में शेयर खरीदने के लिए एक Best Trading App ठूँठ रहे हो, तो आज हम आपके लिए लेकर आये हैं 6 ऐसे Trading App जिनकी मदद से आप घर बैठकर मोबाइल से trading कर सकते हैं और पैसे कमा सकते हैं.

जिन एप्लीकेशन के बारे में हम आपको अपने लेख में बताने वाले हैं उनमें से कुछ एप्लीकेशन के बारे में आपने सुना होगा लेकिन कुछ ऐसी भी एप्लीकेशन होंगीं जिनके बारे में आपको अधिक पता नहीं होगा.

शेयर मार्किट में निवेश करने वाले लोगों के लिए Trading App बहुत Important है. क्योकिं ट्रेडिंग एप्प की मदद से निवेशक सही ट्रेड की जानकारी लेने के लिए करते हैं ताकि वह अपने ट्रेड में मुनाफा हासिल कर सके.

गलवान घाटी मुठभेड़ के बाद बढ़ी व्यापार दर

व्यापार डेटा के एनालिसिस से पता चलता है कि चीन के साथ व्यापार हाल में ही तेजी से बढ़ा है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक चीन से आयात का मासिक आंकड़ा जो कोविड के दौरान जून 2020 में 3.32 बिलियन डॉलर के निचले स्तर पर पहुंच गया था, वो प्रतिबंध हटते ही बढ़ाना शुरू हो गया और जुलाई में 5.58 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया. तब से लेकर अब तक ये लगातार बढ़ रहा है और इस साल जुलाई में 10.24 अरब डॉलर पहुंच गया.

चीन से भारत इलेक्ट्रिक मशीनरी,इक्विपमेंट और अन्य मैकेनिकल अप्लायंसेज खरीदता है. इसमें निकट भविष्य बदलाव की गुंजाइश भी कम दिख रही है.

पिछले छह साल में भारत में चीन से आयात होने वाली प्रमुख चीज़ों में ऑटोमैटिक डेटा प्रोसेसिंग मशीन,टेलीफोन इक्विपमेंट और वीडियो फोन, इलेक्ट्रिक सर्किट, ट्रांसिस्टर्स,साउंड रिकॉर्डिंग, एंटीबायोटिक्स, कैमरा, ऑटो कंपोनेंट और एक्सेसरीज और प्रोजेक्ट्स गुड्स शामिल हैं.

चीन भारत से क्या खरीदता है?

पिछले छह साल में भारत से चीन का निर्यात मुख्य रूप से पेट्रोलियम ईंधन,कार्बनिक रसायन, रिफाइंड कॉपर, कॉटन यार्न का हुआ है. इसके अलावा निर्यात होने वाली खाद्य वस्तुओं में मछली, सी फूड, काली मिर्च और अन्य चीजें. ग्रेनाइट ब्लॉक और भारत में शेयर ट्रेडिंग बिल्डिंग स्टोन और रॉ कॉटन का भी निर्यात हुआ.

इनपुट- इंडियन एक्सप्रेस

India-China Border: PP-15 से सैनिकों की वापसी का भविष्य के लिए क्या मतलब है?

India-China Border: PP-15 से सैनिकों की वापसी का भविष्य के लिए क्या मतलब है?

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

झूमा सेंसेक्स: भारत विश्व के सात सबसे बड़े शेयर बाजार वाले देशों में शुमार

शेयर बाजार में भारी तेजी

भारत के शेयर बाजार ने सोमवार को नई बुलंदी पा ली। यह विश्व के सात सबसे बड़े शेयर बाजारों की सूची में शामिल हो गया। अब भारत का शेयर बाजार विश्व का सातवां भारत में शेयर ट्रेडिंग बड़ा शेयर बाजार बन गया है। देश के शेयर बाजार में सोमवार को लगातार छठे कारोबारी सत्र में तेजी रही। बीएसई सेंसेक्स 617.54 अंक की तेजी के साथ सोमवार को 51,348.77 के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया। बजट के बाद से निवेशकों की संपत्ति में 16.70 लाख करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई है।

एक फरवरी को पेश बजट के दिन से भारतीय शेयर बाजार में तेजी बनी हुई है। एक फरवरी से बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 16,70,154.05 करोड़ रुपये बढ़कर 2,02,82,798.08 करोड़ भारत में शेयर ट्रेडिंग भारत में शेयर ट्रेडिंग रुपये के रिकार्ड स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान बीएसई सेंसेक्स 5,063 अंक यानी 10.93 प्रतिशत मजबूत हुआ है। बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण एक लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा 28 नवंबर, 2014 को पार किया था।

रेटिंग: 4.78
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 449