प्रतिबंध के बावजूद नए तरीकों से बढ़ रहे हैं क्रिप्टो-एक्सचेंज
आरबीआई ने अप्रैल में जारी किये एक सर्कुलर द्वारा भारतीय बैंकों को क्रिप्टो करेंसी विनियमनों (crypto-currency exchanges) को डील करने से प्रतिबंधित कर दिया था। लेकिन कई नए तरीकों के माध्यम से इन विनियमनों में अभी भी बढ़ोतरी हो रही है। यथा- क्रिप्टो-टू-क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्मों के माध्यम से परिवर्तन या विनियामकीय कार्रवाई से बचने हेतु विदेशों में बेस शिफ्टिंग करना।
Crypto Crash: क्रिप्टो एक्सचेंज में इतनी बड़ी गिरावट की क्या है वजह? जानिए
क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में यह इतने बड़े पैमाने पर हुई कोई पहली गिरावट नहीं है. बचाव की राह मुश्किल एफटीएक्स और अल्मेडा एक केंद्रीकृत क्रिप्टो एक्सचेंज क्या है दोनों एक्सचेंज का बहुलांश स्वामित्व रखने वाले सैम बैंकमैन-फ्राइड ने इस साल की शुरुआत में अन्य बदहाल क्रिप्टो कंपनियों को मुश्किल से उबारा था.
Crypto Crash Reason: अधिक समय नहीं हुआ जब एफटीएक्स दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग मंचों में से एक था. वर्ष 2019 में स्थापित इस क्रिप्टो एक्सचेंज में बड़ी तेजी से बढ़ोतरी हुई और वर्ष 2022 की शुरुआत में इसका मूल्य 30 अरब डॉलर तक पहुंच गया था. लेकिन पिछले दो हफ्तों में पूरी तस्वीर ही बदल चुकी है.
सबसे पहले एफटीएक्स और परिसंपत्ति-व्यापार फर्म अल्मेडा रिसर्च के संबंधों को लेकर चिंताएं सामने आयीं. इस दौरान ग्राहकों के पैसे को एफटीएक्स से अल्मेडा में स्थानांतरित किये जाने की चर्चाएं भी शामिल हैं.
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कुछ दिनों बाद सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज और एफटीएक्स के प्रतिद्वंद्वी बिनेंस ने ऐलान किया कि वह एफटीटी टोकन की अपनी होल्डिंग को बेच देगी. इससे घबराये ग्राहक एफटीएक्स से धन निकालने के लिए दौड़ पड़े और यह एक केंद्रीकृत क्रिप्टो एक्सचेंज क्या है एक्सचेंज अब पतन के कगार पर पहुंच चुका है. इसकी वेबसाइट पर यह संदेश भी जारी कर दिया गया है कि वह वर्तमान में निकासी की प्रक्रिया में असमर्थ है.
हालांकि क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में यह इतने बड़े पैमाने पर हुई कोई पहली गिरावट नहीं है. बचाव की राह मुश्किल एफटीएक्स और अल्मेडा दोनों एक्सचेंज का बहुलांश स्वामित्व रखने वाले सैम बैंकमैन-फ्राइड ने इस साल की शुरुआत में अन्य बदहाल क्रिप्टो कंपनियों को मुश्किल से उबारा था.
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लेकिन अब वह अपनी कंपनियों को बचाने के लिए आठ अरब डॉलर का निवेश करने वाले की तलाश में हैं. लेकिन कई फर्मों के पहले ही एफटीएक्स में अपनी हिस्सेदारी को बट्टे खाते में डाल देने से बैंकमैन-फ्राइड के लिए इच्छुक निवेशकों को ढूंढना आसान नहीं होगा.
बिनेंस ने इस क्रिप्टो एक्सचेंज का अधिग्रहण करने के बारे में सोचा लेकिन आखिर में उसका फैसला नकारात्मक ही रहा. इसने कदाचार के आरोपों और एक केंद्रीकृत क्रिप्टो एक्सचेंज क्या है अमेरिकी प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग की जांच से जुड़ी चिंताओं को देखते हुए अपने कदम पीछे खींच लिये. ऐसी स्थिति में अब एफटीटी की कीमत बहुत गिर गई है.
एक हफ्ते पहले यह 24 डॉलर पर कारोबार कर रहा था लेकिन अब यह चार डॉलर से भी नीचे आ गया है. सावधानी का सबक सही तरह से विनियमित नहीं हो रहे एक्सचेंजों पर बिना किसी अंतर्निहित मौलिक मूल्य के 'परिसंपत्तियों' में व्यापार करना हमेशा एक बहुत ही जोखिम भरा प्रयास होता है.
कई लोगों के लिए यह नुकसान का सौदा बन सकता है. क्रिप्टो से अलग तरह की परिसंपत्तियों का मामला अलग होता है. आम एक केंद्रीकृत क्रिप्टो एक्सचेंज क्या है कंपनी के शेयरों का एक बुनियादी मूल्य होता है जो कंपनी के मुनाफे से भुगतान किये गए लाभांश पर आधारित होता है. रियल एस्टेट का भी एक आधारभूत मूल्य होता है, जो निवेशक को मिलने वाले किराये या उस पर उसके भौतिक कब्जे को दर्शाता है.
एक बांड का भी मूल्य उस पर मिलने वाले ब्याज की राशि पर निर्भर करता है. यहां तक कि सोने का भी कुछ व्यावहारिक उपयोग होता है. लेकिन बिटकॉइन, ईथर और डॉजकॉइन जैसी कथित क्रिप्टो मुद्राओं का ऐसा कोई बुनियादी मूल्य नहीं होता है. वे पार्सल आगे बढ़ाने वाले खेल की तरह हैं, जिसमें सट्टेबाज कीमत एक केंद्रीकृत क्रिप्टो एक्सचेंज क्या है गिरने से पहले उन्हें किसी और को बेचने की कोशिश करते हैं.
क्रिप्टो पर प्रभाव इन घटनाओं ने क्रिप्टो पारिस्थितिकी तंत्र में विश्वास को और कम कर दिया है. इस नयी घटना से पहले ही क्रिप्टो-मुद्राओं का 'मूल्य' तीन लाख करोड़ डॉलर के उच्च स्तर से गिरकर एक लाख करोड़ डॉलर पर आ गया था. अब तो यह और भी नीचे गिर गया है.
जिस तरह इंटरनेट आधारित कारोबार में अमेजन जैसी कुछ कंपनियां ही दिग्गज बन पाई हैं, उसी तरह यह संभव है कि क्रिप्टो की रूपरेखा तय करने वाली ब्लॉकचेन तकनीक पर निर्भर केवल कुछ कंपनियां ही स्थायी तौर पर उपयोगी साबित हों.
मुद्रा के इलेक्ट्रॉनिक स्वरूप के विचार को केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा की शक्ल में अब अपनाया जा रहा है. लेकिन बैंक ऑफ इंटरनेशनल सेटलमेंट्स के मुख्य अर्थशास्त्री ह्यून सोंग शिन के शब्दों में कहें तो 'क्रिप्टो से जो कुछ भी किया एक केंद्रीकृत क्रिप्टो एक्सचेंज क्या है जा सकता है वह केंद्रीय बैंक के पैसे से बेहतर किया जा सकता है.
('द कंवरसेशन' में प्रकाशित इस लेख को जॉन हॉकिंस ने लिखा है, जो कैनबरा यूनिवर्सिटी के कैनबरा स्कूल ऑफ पॉलिटिक्स, इकोनॉमिक्स एंड सोसाइटी में वरिष्ठ व्याख्याता हैं.)
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CEX क्या है? Centralized Cryptocurrency Exchange
जब आप एक व्यापारी के रूप में Crypto में निवेश करना शुरू करते हैं तो आपको सबसे पहले आपको Centralized Cryptocurrency Exchange और Decentralized Cryptocurrency Exchange के बीच एक को चुनना पड़ता है । इसलिए आज इस ब्लॉग में हम आपको Centralized Cryptocurrency Exchange और इसके फायदे और नुकसान के बारे में बताने जा रहे हैं।
Centralized cryptocurrency exchange
यह एक खरीदार और विक्रेता के बीच तीसरे पक्ष के लिंक के उपयोग को संदर्भित करता है। खरीदने और बेचने वाले दोनों पक्ष अपनी संपत्ति को संभालने के लिए इस बीच की कड़ी पर समान रूप से भरोसा करते हैं। यह तीसरा लिंक या मिडिल मैन लाइसेंस्ड कॉर्पोरेशंस है जो फिजिकल फॉर्म में उपस्थिति रहते है जैसे कि बैंक, कार्यालय और अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर, ये कॉर्पोरेशंस एक व्यक्ति को धन सुरक्षा प्रदान करते हैं जिसे वे अपने दम पर हासिल नहीं कर सकते हैं, उनके पास डिजिटल वॉल्ट हैं जो अत्यधिक सुरक्षित एक केंद्रीकृत क्रिप्टो एक्सचेंज क्या है हैं। चूंकि वे किसी कंपनी या कोपरशंस द्वारा नियंत्रित होते हैं, इसलिए वे अधिक विश्वसनीय होते हैं।
Centralized exchanges एक ऐसा प्लेटफार्म प्रदान करते हैं जहां निवेशक फिएट मुद्रा का उपयोग करके आसानी से क्रिप्टोकरेंसी खरीद सकते हैं और साथ ही उन्हें दूसरे में परिवर्तित कर सकते हैं। ये आमतौर पर निवेशकों द्वारा क्रिप्टोक्यूरेंसी होल्डिंग्स का व्यापार करने के लिए उपयोग किए जाते हैं।
KPMG की फरवरी 2022 में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक, इनका इस्तेमाल DEX से कहीं ज्यादा होता है। रिपोर्ट में पाया गया कि ये 95% एक्सचेंज क्रिप्टो ट्रेडिंग के लिए जिम्मेदार हैं। Binance दुनिया का सबसे बड़ा क्रिप्टो एक्सचेंज है और यह CEX है, भले ही इसका अपना DEX हो।
Centralized cryptocurrency exchanges के लाभ
- इंस्टीटूशनल उसेर्स द्वारा अक्सेस्सेड किया जा सकता है: कई इंस्टीटूशनल इन्वेस्टर्स हैं जो डायवर्सिफिकेशन के इरादे से क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहते हैं। ऐसे संगठनों या व्यक्तियों के लिए, CEX बहुत महत्वपूर्ण हैं क्योंकि वे क्रिप्टोकुरेंसी बाजारों में निवेश करने के लिए एकमात्र तंत्र प्रदान करते हैं।
- बीमा: क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज साइबर हमलावरों से कभी भी सुरक्षित नहीं होते हैं, चाहे कितनी भी उच्च तकनीक सुरक्षा प्रदान की जाए, फिर भी वे डिजिटल हमलों के लिए प्रवण होंगे। इस वजह से, क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज में फंड का बीमा किया जाता है। बेशक, ऐसा बीमा प्रदान करने के लिए एक अतिरिक्त शुल्क लिया जाता है। लेकिन ये निवेशकों को मन की शांति प्रदान करते है।
- निवेश की जानकारी: ये वैल्यू-एडेड सेवाएं भी प्रदान करते हैं। इन सेवाओं में डायनामिक चार्ट शामिल हैं जो उपयोगकर्ताओं को संगठित तरीके से जानकारी प्रदान करके और निर्णय लेने में सहायता करते हैं।
Centralized cryptocurrency exchanges के नुकसान
Crypto Crash: क्रिप्टो एक्सचेंज में इतनी बड़ी गिरावट की क्या है वजह? जानिए
क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में यह इतने बड़े पैमाने पर हुई कोई पहली गिरावट नहीं है. बचाव की राह मुश्किल एफटीएक्स और अल्मेडा दोनों एक्सचेंज का बहुलांश स्वामित्व रखने वाले सैम बैंकमैन-फ्राइड ने इस साल की शुरुआत में अन्य बदहाल क्रिप्टो कंपनियों को मुश्किल से उबारा था.
Crypto Crash Reason: अधिक समय नहीं हुआ जब एफटीएक्स दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग मंचों में से एक था. वर्ष 2019 में स्थापित इस क्रिप्टो एक्सचेंज में बड़ी तेजी से बढ़ोतरी हुई और वर्ष 2022 की शुरुआत में इसका मूल्य 30 अरब डॉलर तक पहुंच गया था. लेकिन पिछले दो हफ्तों में पूरी तस्वीर ही बदल चुकी है.
सबसे पहले एफटीएक्स और परिसंपत्ति-व्यापार फर्म अल्मेडा रिसर्च के संबंधों को लेकर चिंताएं सामने आयीं. इस दौरान ग्राहकों के पैसे को एफटीएक्स से अल्मेडा में स्थानांतरित किये जाने की चर्चाएं भी शामिल हैं.
Cryptocurrency: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, रेगुलेटरी फ्रेमवर्क बनाने पर काम करेगा भारत
कुछ दिनों बाद सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज और एफटीएक्स के प्रतिद्वंद्वी बिनेंस ने ऐलान किया कि वह एफटीटी टोकन की अपनी होल्डिंग को बेच देगी. इससे घबराये एक केंद्रीकृत क्रिप्टो एक्सचेंज क्या है ग्राहक एफटीएक्स से धन निकालने के लिए दौड़ पड़े और यह एक्सचेंज अब पतन के कगार पर पहुंच चुका है. इसकी वेबसाइट पर यह संदेश भी जारी कर दिया गया है कि वह वर्तमान में निकासी की प्रक्रिया में असमर्थ है.
हालांकि क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में यह इतने बड़े पैमाने पर हुई कोई पहली गिरावट नहीं है. बचाव की राह मुश्किल एफटीएक्स और अल्मेडा दोनों एक्सचेंज का बहुलांश स्वामित्व रखने वाले सैम बैंकमैन-फ्राइड ने इस साल की शुरुआत में अन्य बदहाल क्रिप्टो कंपनियों को मुश्किल से उबारा था.
RBI On Cryptocurrency: डिजिटल मुद्रा आने के बाद खत्म हो जाएगी क्रिप्टोकरेंसी? डिप्टी गवर्नर ने कही यह बात
लेकिन अब वह अपनी कंपनियों को बचाने के लिए आठ अरब डॉलर का निवेश करने वाले की तलाश में हैं. लेकिन कई फर्मों के पहले ही एफटीएक्स में अपनी हिस्सेदारी को बट्टे खाते में डाल देने से बैंकमैन-फ्राइड के लिए इच्छुक निवेशकों को ढूंढना आसान नहीं होगा.
बिनेंस ने इस क्रिप्टो एक्सचेंज का अधिग्रहण करने के बारे में सोचा लेकिन आखिर में उसका फैसला नकारात्मक ही रहा. इसने कदाचार के आरोपों और अमेरिकी प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग की जांच से जुड़ी चिंताओं को देखते हुए अपने कदम पीछे खींच लिये. ऐसी स्थिति में अब एफटीटी की कीमत बहुत गिर गई है.
एक हफ्ते पहले यह 24 डॉलर पर कारोबार कर रहा था लेकिन अब यह चार डॉलर से भी नीचे आ गया है. सावधानी का सबक सही तरह से विनियमित नहीं हो रहे एक्सचेंजों पर बिना किसी अंतर्निहित मौलिक मूल्य के 'परिसंपत्तियों' में व्यापार करना हमेशा एक बहुत ही जोखिम भरा प्रयास होता है.
कई लोगों के लिए यह नुकसान का सौदा बन सकता है. क्रिप्टो से अलग तरह की परिसंपत्तियों का मामला अलग होता है. आम कंपनी के शेयरों का एक बुनियादी मूल्य होता है जो कंपनी के मुनाफे से भुगतान किये गए लाभांश पर आधारित होता है. रियल एस्टेट का भी एक आधारभूत मूल्य होता है, जो निवेशक को मिलने वाले किराये या उस पर उसके भौतिक कब्जे को दर्शाता है.
एक बांड का भी मूल्य उस पर मिलने वाले ब्याज की राशि पर निर्भर करता है. यहां तक कि सोने का भी कुछ व्यावहारिक उपयोग होता है. लेकिन बिटकॉइन, ईथर और डॉजकॉइन जैसी कथित क्रिप्टो मुद्राओं का ऐसा कोई बुनियादी मूल्य नहीं होता है. वे पार्सल आगे बढ़ाने वाले खेल की तरह हैं, जिसमें सट्टेबाज कीमत गिरने से पहले उन्हें किसी और को बेचने की कोशिश करते हैं.
क्रिप्टो पर प्रभाव इन घटनाओं ने क्रिप्टो पारिस्थितिकी तंत्र में विश्वास को और कम कर दिया है. इस नयी घटना से पहले ही क्रिप्टो-मुद्राओं का 'मूल्य' तीन लाख करोड़ डॉलर के उच्च स्तर से गिरकर एक लाख करोड़ डॉलर पर आ गया था. अब तो यह और भी नीचे गिर गया है.
जिस तरह इंटरनेट आधारित कारोबार में अमेजन जैसी कुछ कंपनियां ही दिग्गज बन पाई हैं, उसी तरह यह संभव है कि क्रिप्टो की रूपरेखा तय करने वाली ब्लॉकचेन तकनीक पर निर्भर केवल कुछ कंपनियां ही स्थायी तौर पर उपयोगी साबित हों.
मुद्रा के इलेक्ट्रॉनिक स्वरूप के विचार को केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा की शक्ल में अब अपनाया जा रहा है. लेकिन बैंक ऑफ इंटरनेशनल सेटलमेंट्स के मुख्य अर्थशास्त्री ह्यून सोंग शिन के शब्दों में कहें तो 'क्रिप्टो से जो कुछ भी किया जा सकता है वह केंद्रीय बैंक के पैसे से बेहतर किया जा सकता है.
('द कंवरसेशन' में प्रकाशित इस लेख को जॉन हॉकिंस ने लिखा है, जो कैनबरा यूनिवर्सिटी के कैनबरा स्कूल ऑफ पॉलिटिक्स, इकोनॉमिक्स एंड सोसाइटी में वरिष्ठ व्याख्याता हैं.)
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