बिटकॉइन की बहार, आखिर क्या है वजह?

इन दिनों बिटकॉइन को लेकर चर्चा काफी तेज है. आए दिन खबर आती है कि बिटकॉइन की कीमत आसमान को छू रही है या इसे लेकर किसी बड़ी कंपनी ने कोई घोषणा की है. आखिर ऐसा क्या हुआ कि बिटकॉइन के दिन फिर गए.

कोरोना महामारी बिटकॉइन के लिए वरदान साबित हुई है. बिटकॉइन यानी डिजिटल करेंसी है जिस पर किसी बैंक या सरकार का नियंत्रण नहीं है. पिछले एक साल में बिटकॉइन ने गजब की तरक्की दिखाई है. मार्च 2020 में बिटकॉइन की कीमत $4,000 के नीचे थी, आज करीब $60,000 है और उम्मीद जताई जा रही है कि 2021 के अंत तक कीमत $1,00,000 को छू लेगी. इस तरक्की की एक बड़ी वजह ये है कि लोग निवेश के लिए विकल्प खोज रहे हैं. कोरोना महामारी के दौरान वर्क फ्रॉम होम आम हो चला और अपने मोबाइल पर एक क्लिक से बिटकॉइन खरीदने-बेचने का सिलसिला शुरू हो गया. कहा गया कि जब जिदंगी ही जूम और गूगल मीट पर डिजिटल हो चुकी है, तो करेंसी डिजिटल क्यों न हो.

इस बदलते ट्रेंड को बड़ी टेक कंपनियों ने कोरोना महामारी के शुरुआती दिनों में ही पहचान लिया था. हाल ही में दुनिया के सबसे अमीर शख्स और इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली कंपनी टेस्ला के सीईओ इलॉन मस्क ने घोषणा की कि अब टेस्ला कार भी बिटकॉइन में खरीदी जा सकेगी. इसके पहले उन्होंने करीब डेढ़ अरब डॉलर क्या यह बिटकॉइन का अंत है? का निवेश बिटकॉइन के लिए किया था. मस्क उन शख्सियतों में से रहे हैं जिन्होंने डिजिटल करेंसी का हमेशा से समर्थन किया है. तब भी जब बड़े अर्थशास्त्री और टेक कंपनियां इसके विरोध में थीं.

ब्लॉकचेन का इस्तेमालतस्वीर: Imago/Reporters/Eureka

बैंकों का समर्थन

डिजिटल करेंसी या क्रिप्टोकरेंसी के एक अन्य समर्थक ट्विटर के सीईओ जैक डोर्सी हैं. उन्होंने हाल ही में अपना क्या यह बिटकॉइन का अंत है? पहला ट्वीट एनएफटी (नॉन फंजिबल टोकन--एक किस्म की डिजिटल करेंसी) के जरिए करीब 29 लाख डॉलर में बेचा है. यही नहीं, बैंकिग सिस्टम को खुली चुनौती देने वाली डिजिटल करेंसी को अब बैंकों का ही समर्थन हासिल होने लगा है. अमेरिकी बैंक गोल्डमैन सैक्स ने पिछले दिनों घोषणा की कि वह अपने खास क्लाइंट्स को बिटकॉइन ऑफर करेगी. एक साल पहले तक ऐसा सोचना नामुमकिन था क्योंकि गोल्डमैन सैक्स का मानना था कि बिटकॉइन सिर्फ एक बुलबुला है जो जल्दी फूट जाएगा और इसे शेयर, बॉन्ड या सोने में निवेश के तौर पर न देखा जाए.

डिजिटल करेंसी को बड़ी टेक कंपनियों और बैंकों का समर्थन मिलना बताता है कि उन्होंने ब्लॉकचेन, यानि वह तकनीक जिस पर बिटकॉइन व अन्य डिजिटल करेंसी काम करती हैं, को समझा है. आसान भाषा में ब्लॉकचेन वह तकनीक है जिस पर डेटा सेव होता है और उससे छेड़छाड़ नामुमकिन है और इसलिए यह भरोसेमंद है. टेस्ला और ट्विटर के समर्थन ने बिटकॉइन की इमेज बदल कर रख दी है.

डिजिटल करेंसी की छवि

बिटकॉइन के ट्रांजेक्शन के वक्त क्योंकि बैंक जैसा कोई बिचौलिया नहीं होता है, इसलिए इसकी छवि हमेशा से संदेह के दायरे में रहती थी. बिटकॉइन को डार्क वेब, आतंकी गतिविधियों, ड्रग्स के लेन-देन जैसे कारनामों में भी इस्तेमाल होते देखा गया है. इसके अलावा, टैक्स को लेकर कोई एक राय न बन पाने से सरकारें इसे रेगुलेट नहीं कर पा रही हैं.

इसके अलावा, जो सबसे चिंताजनक बात है, वह है बिटकॉइन के निर्माण के दौरान खर्च होने वाली बिजली. जिस तरह रुपये या डॉलर के नोट को सेंट्रल बैंक ईश्यू करता है, उसी तरह बिटकॉइन को भी क्रिएट किया जाता है. इसे बिटकॉइन माइनिंग कहते हैं. बिटकॉइन माइनिंग के दौरान अलग-अलग कंप्यूटरों पर एक खास किस्म के हार्डवेयर के साथ दुनियाभर में हो रहे बिटकॉइन ट्रांजेक्शन को वेरिफाई किया जाता है. इसे करने वाले आईटी एक्सपर्ट होते हैं जो करीब 10 मिनट के अंदर मैथमैटिकल प्रॉब्लम को सुलझा कर हर लेन-देन को वेरिफाई करते हैं. इसके बदले उन्हें पैसे मिलते हैं, जो बिटकॉइन में होते हैं. इस तरह, हर बिटकॉइन के लेन-देन के वेरिफिकेशन के बाद कई अन्य बिटकॉइन पैदा होते हैं.

टेस्ला और बिटकॉइनतस्वीर: STRMX/STRF/STAR MAX/IP/picture alliance

पर्यावरण को नुकसान

यह प्रक्रिया सुनने में जितनी दिलचस्प लगती है, हकीकत में उतनी ही खर्चीली और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाली होती है. बिटकॉइन के निर्माण में एक-दो नहीं बल्कि हजारों कंप्यूटर एक साथ इस्तेमाल किए जाते हैं. कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के मुताबिक, बिटकॉइन माइनिंग इतनी बिजली खपाता है जितनी स्विट्ज़रलैंड एक साल में बिजली पैदा करता है.

क्लाइमेट चेंज और पर्यावरण को लेकर मुखर लोग बिटकॉइन के पूरी थ्योरी को ही नकारते हैं. उन्हें इसका इस्तेमाल समझ नहीं आता क्योंकि दुनियाभर में अमीरी-गरीबी की खाई इतनी गहरी है और समाज का एक हिस्सा ऐसा भी है जहां तक अभी तक बिजली जैसी बुनियादी जरूरत नहीं पहुंच पाई है. पर्यावरणविदों का मानना है कि डिजिटल करेंसी को लेकर ऐसा पागलपन और एक खास तबके क्या यह बिटकॉइन का अंत है? का बिजली का यूं लापरवाही से इस्तेमाल करना, अन्याय है. इसमें कोई हैरानी नहीं होगी अगर अगले क्लाइमेट समिट में बिटकॉइन के विरोध में नारे लगें.

टेस्ला और बिटकॉइन का मेल

लेकिन पर्यावरणविदों के इन अभियान पर टेस्ला के मालिक इलान मस्क ने पानी फेर दिया है. इलेक्ट्रिक कार बनाने वाले कंपनी टेस्ला हमेशा से ग्रीन एनर्जी की समर्थक रही है. क्रिप्टो एक्सपर्ट प्रो. डेविड येरमैक का कहना है कि आज किसी भी करोड़पति का लगाव टेस्ला कार और बिटकॉइन दोनों के लिए है और वह दोनों को रखना चाहता है. उनका मानना है कि जल्द ही बिटकॉइन को लेकर आम लोगों की धारणा और बदलेगी. बिटकॉइन माइनिंग के लिए हाइड्रो इलेक्ट्रिक या जियो थर्मल पावर का इस्तेमाल बढ़ रहा है, जो सराहनीय है.

इसमें कोई शक नहीं है कि बिटकॉइन जिसे भविष्य की करेंसी कहा जाता है, अब अपने ऊंचाई की ओर बढ़ चला है. इसकी कीमत में तेजी से उछाल और ढलान ही इसकी खासियत है. आने वाले दिनों में टेक कंपनियों के दखल से इसे मुख्यधारा में आने का मौका मिलेगा और यह पारंपरिक बाजार के नक्शे को बदल सकता है.

क्या यह बिटकॉइन खरीदने का सही समय है? डीसीए रणनीति से अवगत हों

बिटकॉइन ने 2016 के दौरान अन्य सभी फ़िएट के सिक्कों के मुकाबले निवेशकों के लिए उच्चतम रिटर्न अर्जित किया था। इन आकड़ों के बाद, कई लोगों ने हाल ही में मुझसे पूछा कि क्या बिटकॉइन खरीदने के लिए,और ट्रेन में शामिल होने के लिए यह अच्छा समय है। सबसे पहले, मैं किसी को भी किसी भी निवेश पर सलाह नहीं देता, सिर्फ इसलिए कि जब लाभ उठाना होगा या किसी बुरी स्तिथि में कटौती का नुकसान उठाना होगा, तब मैं वहां फिर से नहीं होंगा। दूसरी ओर, क्रिप्टो दुनिया के लिए पेशेवर स्रोत होने का नाटक करने वाली वेबसाइट के रूप में, मैं बिटकॉइन खरीदने के बारे में इस लोकप्रिय सवाल का जवाब देने के लिए बाध्य हो जाता हूँ।

इस लेख की पंक्तियों के अनुसार, बिटकॉइन लगभग हजार यूनाइटेड स्टेट के डॉलर के स्तरों को समेकित करता है। क्या यह अब बढ़ेगा या घटेगा? यह हम कभी नहीं जान पाएंगे। मेरा जवाब यही होता, भले ही यह सवाल साल की शुरुआत में पूछा गया होता जब बिटकॉइन का स्तर 400 यूनाइटेड स्टेट डॉलर था।

डॉलर मूल्य औसतन रणनीति से अवगत हों

डॉलर कॉस्ट एवरेजिंग (डीसीए) ट्रेडिंग रणनीति वह है जब हम वास्तव में हमारी खरीद राशि को छोटे भागों में विभाजित करते हैं, और प्रत्येक भाग को लगातार अंतराल पर खरीदते हैं। ये अंतराल सप्ताह में एक बार, दिन में एक बार या तिमाही में एक बार हो सकता है| इस पद्धति का उपयोग करके खरीदने पर एक स्पष्ट मनोवैज्ञानिक लाभ है क्योंकि हम अपनी खरीद मूल्य के बारे में कम चिंतित होते हैं। डीसीए का दीर्घकालिक निवेश करना चाहिए, और बिटकॉइन जैसे वाष्पशील परिसंपत्तियों में निवेश करना मन की शांति के लिए अत्यधिक अनुशंसित है| इस पद्धति का एक अन्य लाभ यह है कि यह भुगतान के लिए बहुत उपयुक्त है, जैसे कि हमारे वेतन का भाग। इसमें निवेश करने के लिए एक बड़ी राशि की आवश्यकता नहीं है, जो सभी के पास उपलब्ध नहीं है|

डीसीए पद्धति का नुकसान यह है कि तेजी के बाजार में मुनाफे को अधिकतम नहीं किया जाता। हालांकि, पूरे इतिहास में, एक समय था, जिसके दौरान अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंज पर मुश्त राशि का उपयोग करके निवेश के मुकाबले डीसीए द्वारा निवेश में अधिक लाभ मिला। एक और नुकसान यह है कि समय के साथ एक निश्चित राशि को लगातार खरीदना जरूरी है, भले ही आपको यह कम महसूस हो और बड़ी राशि खरीदना बहुत ही मोहक हो, या इसके विपरीत।

2010 से बिटकॉइन में डीसीए: अद्भुत ब्याज दर, अपेक्षाकृत कम जोखिम

बिटरेटेड के नाडव इव्गी के साथ मिलकर, ऐतिहासिक बिटकॉइन डेटा के विश्लेषण ने कुछ दिलचस्प निष्कर्षों का उत्पादन किया। विश्लेषण में 2010 के बाद के विनिमय डेटा बिटकॉइन, जब वह कुछ डॉलर मूल्य के थे से 2016 के अंत तक के बिटकॉइन का उल्लेख है। जानबूझ कर, हमने 2009 के आंकड़ों को नजरअंदाज कर दिया जब बिटकॉइन कुछ सेंट के मूल्य के बराबर थे।

यह विश्लेषण, डीसीए के माध्यम से निवेश के मॉडल पर आधारित है, जहाँ प्रतिदिन निश्चित राशि पर बिटकॉइन खरीदे जाते हैं। यह देखना दिलचस्प है कि सिस्टम ने प्रवेश और निकास के अधिकांश बिंदुओं में सकारात्मक ब्याज के दर का उत्पादन किया गया है, और वास्तव में, कम से कम 2.5 वर्षों तक डीसीए में निवेश करने से सकारात्मक 100% ब्याज का दर सुनिश्चित करता है। यहां तक कि उन लोगों के लिए भी जो देर से यानी 1,160 डॉलर के सबसे उच्च स्तर पर 2013 में बिटकॉइन से जुड़े थे| यह पता लगाना आश्चर्यजनक है कि जो लोग अगस्त 2010 से दिसंबर 2016 तक डीसीए पर बने रहे, उन्होंने निवेश पर अविश्वसनीय 58,685% प्रतिफल हासिल किया|

उपरोक्त आलेख का स्पष्टीकरण

ग्राफ में प्रत्येक वर्ग अगस्त 2010 से दिसंबर 2016 तक निवेश अवधि दर्शाता है, जहां न्यूनतम अवधि छह महीने है। वर्ग का रंग ब्याज के दर का प्रतिनिधित्व करता है: हरा मतलब सकारात्मक रिटर्न, लाल एक नकारात्मक रिटर्न का प्रतिनिधित्व करता है। ऊपरी रेखा पर बायां स्क्वायर मापा पहली अवधि (अगस्त 2010 से फरवरी 2011, हर दिन एक निश्चित राशि का निवेश) का प्रतिनिधित्व करता है।

प्रत्येक पंक्ति से एक नया महीना शुरू होता है, और प्रत्येक वर्ग और एक महीने का प्रतिनिधित्व करता है। उदाहरण के लिए, शीर्ष पंक्ति की बाईं ओर से दूसरा वर्ग अगस्त 2010 से मार्च 2011 तक के रिटर्न का प्रतिनिधित्व करता है। दूसरी पंक्ति पर बाईं ओर का पहला वर्ग सितंबर 2010 से मार्च 2011 के बीच के रिटर्न का प्रतिनिधित्व करता है।

लाल वर्गों की एकाग्रता देर 2013 और शुरुआती 2014 के दौरान हुई, जब बिटकॉइन ने पहली बार उच्चतम राशि हासिल की| 2017 की शुरुआत में, इस स्तर पर दूसरी यात्रा एक महीने पहले हुई|

उपसंहार

संक्षेप में, डीसीए निवेश पद्धति पूरी तरह से लंबी अवधि के बिटकॉइन निवेश के लिए अनुकूल है। विश्वास यह है कि बिटकॉइन समय के साथ बढ़ते रहेंगे क्योंकि आपूर्ति सीमित है। हालांकि, कोई भी नहीं बता सकता है कि इसमें शामिल होने का कब अच्छा समय है या अगर कीमत बहुत अधिक है| इसके लिए डीसीए निवेश पद्धति आदर्श है।

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क्या यह बिटकॉइन का अंत है?

बाइनेंस के सीईओ चांगपेंग झाओ ने शुक्रवार को बड़ी क्रिप्टोकरेंसी (बिटकॉइन, इथीरियम और बाइनेंस कॉइन) की वर्तमान कीमत को दिखाता एक स्क्रीनशॉट ट्विटर पर शेयर किया। उन्होंने लिखा, "यह क्रिप्टो का अंत नहीं है. यह एक नए अध्याय की शुरुआत है।" पिछले साल नवंबर में $69,000 के रिकॉर्ड स्तर को छूने वाला बिटकॉइन फिलहाल करीब $16,500 पर ट्रेड कर रहा है।

Cryptocurrency: एलन मस्क ने टेस्ला की बिटकॉइन होल्डिंग से घटाई 75% हिस्सेदारी, क्या होगी और गिरावट?

टेस्ला के बिटकॉइन बेचने की खबर के बाद बिटकॉइन का भाव 1.6 प्रतिशत गिर गया.

टेस्ला के बिटकॉइन बेचने की खबर के बाद बिटकॉइन का भाव 1.6 प्रतिशत गिर गया.

सबसे बड़ी क्रिप्‍टोकरेंसी (Cryptocurrency) बिटकॉइन (Bitcoin) को लेकर भी अब एलन मस्‍क (Elon Musk) का मन बदल गया है. करीब . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : July 21, 2022, 17:07 IST

हाइलाइट्स

टेस्ला ने फरवरी 2021 में बिटकॉइन में 1.5 बिलियन के निवेश करने की घोषणा की थी.
अप्रैल 2021 में Tesla कंपनी ने अपने बिटकॉइन पोर्टफोलियो का दस फीसदी हिस्सा बेच दिया था.
करीब सालभर पहले ही एलन मस्‍क ने टेस्‍ला के बिटकॉइन बेचने से किया था साफ इंकार.

नई दिल्‍ली. दुनिया के सबसे अमीर इंसान और टेस्‍ला के सीईओ एलन मस्‍क (Elon Musk) अपने चौंकाने वाले फैसलों के लिए जाने जाते हैं. क्रिप्‍टोकरेंसी (Cryptocurrency) को लेकर उनके लिए गए फैसलों ने जहां कई बार क्रिप्‍टो बाजार को ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया, वहीं कई मौके ऐसे भी आए जब मस्‍क के बोल क्रिप्‍टो पर बहुत भारी पड़े और वह औंधे मुंह गिरी.

सबसे बड़ी क्रिप्‍टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) को लेकर भी अब एलन मस्‍क का मन बदल गया है. करीब एक साल पहले ही किसी भी कीमत पर बिटकॉइन को न बेचने की बात कहने वाले मस्‍क ने अब पलटी मार ली है. टेस्‍ला ने टोटल बिटकॉइन होल्डिंग में से 75 फीसदी को फ्लैट करेंसी में बदल लिया है. टेस्‍ला के इस फैसले को बिटकॉइन के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है.

1.5 बिलियन डॉलर किया था निवेश

इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी टेस्ला ने फरवरी 2021 में बिटकॉइन में 1.5 बिलियन के निवेश करने की घोषणा की थी. एलन मस्क की कंपनी टेस्ला के निवेश ने ही बिटकॉइन को ऊंचाइयों पर पहुंचाया था. टेस्ला के निवेश के बाद बिटकॉइन के भाव जबरदस्‍त तरीके से चढ़े थे. अप्रैल 2021 में Tesla कंपनी ने अपने बिटकॉइन पोर्टफोलियों का 10 फीसदी हिस्सा बेच दिया था.

75 फीसदी हिस्‍सेदारी घटाई

बुधवार को टेस्‍ला ने शेयरधारकों को बताया कि दूसरी तिमाही के अंत तक कंपनी ने बिटकॉइन में अपने निवेश का 75 प्रतिशत हिस्सा फ्लैट करेंसी में बदल लिया है. कंपनी ने बताया कि बिटकॉइन पोर्टफोलियो में 75% तक की हिस्सेदारी कम करने से दूसरी तिमाही में कपनी को 936 मिलियन डॉलर नकद की आमदनी हुई है.

एलन मस्क ने कंपनी की आमदनी पर एक कॉन्फ्रेंस कॉल के दौरान कहा है कि कोरोना संकट के बाद पैदा हुई अनिश्चितताओं से निपटने के लिए और कंपनी में नकदी बढ़ाने के लिए कंपनी क्या यह बिटकॉइन का अंत है? ने बिटकॉइन के बड़े हिस्से बेचने का निर्णय लिया है. साथ ही मस्क ने कहा कि टेस्‍ला के इस फैसले को देखकर लोगों को बिटकॉइन के बारे में कोई धारणा नहीं बनानी चाहिए.

डोजकॉइन में बरकरार है विश्‍वास

कान्फ्रेंस कॉल में एलन मस्‍क ने कहा‍ कि टेस्‍ला ने डोजकॉइन में अपनी हिस्‍सेदारी नहीं घटाई है. बिटकॉइन होल्डिंग बेचने पर मस्‍क ने कहा कि कंपनी ने यह फैसला तात्‍कालिक परिस्थितियों के अनुसार लिया है और टेस्‍ला ने भविष्‍य में बिटकॉइन में निवेश करने के लिए अपने दरवाजे खुले रखे हैं.

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लगातार गिर रही है बिटकॉइन

क्रिप्टाकरेंसी बिटकॉइन में पिछले साल नवंबर में 69,000 डॉलर का उच्‍चतम स्‍तर छुआ था. परंतु उसके बाद से ही बिटकॉइन सहित अन्‍य क्रिप्‍टोकरेंसीज़ की तेजी को ग्रहण लग गया और इनकी कीमतें नीचे आना शुरू हो गईं. एलन मस्क की कंपनी टेस्ला द्वारा बिटकॉइन में शेयर बेचने की खबर के बाद बिटकॉइन 1.6 प्रतिशत गिरकर 22,928 अमेरिकी डॉलर पर कारोबार करने लगी. गुरुवार शाम क्या यह बिटकॉइन का अंत है? चार बजे बिटकॉइन पिछले 24 घंटों में 3.4 फीसदी गिरकर 22,971.01 डॉलर पर कारोबार कर रही थी.

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Bitcoin की 2.1 करोड़ सप्लाई में से बचे हैं सिर्फ 20 लाख कॉइन, जानें कब तक होगा इसका 'खनन'

माइनिंग असल में नए Bitcoin को प्रचलन में जोड़ने की एक प्रक्रिया है। लेन-देन के एक सेट को सफलतापूर्वक वेरीफाई करने के बाद, माइनर को बिटकॉइन का क्या यह बिटकॉइन का अंत है? एक ब्लॉक इनाम में दिया जाता है।

  • Mohammad Faisal
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  • Published: April 4, 2022 7:57 PM IST

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Bitcoin उन चुनिंदा क्रिप्टोकरेंसी में से एक है, जिसकी एक लिमिटेड क्या यह बिटकॉइन का अंत है? सप्लाई है। इसकी सप्लाई सर्क्युलेशन 21 मिलियन या 2.1 करोड़ तक सीमित है। इसमें से 1 अप्रैल 2022 को 19 मिलियन (1.9 करोड़) सप्लाई का खनन किया जा चुका है। अब इस कॉइन की केवल 2 मिलियन (20 लाख) सप्लाई की माइनिंग ही बाकी रह गई है। Also Read - Bitcoin की वैल्यू में एक बार फिर हुई बड़ी गिरावट, कीमत जानकर हैरान रह जाएंगे आप

करीब 12 साल पहले, Bitcoin के पहले ब्लॉक को 9 जनवरी 2009 को माइन किया गया था। इस ब्लॉक में 50 बिटकॉइन क्या यह बिटकॉइन का अंत है? शामिल थे। बिटकॉइन की बची हुई सप्लाई को देखकर ऐसा लगता है कि यह जल्द ही समाप्त हो जाएगी, लेकिन इस करेंसी के हॉल्टिंग शेड्यूल का अनुमान है कि बची हुई सप्लाई सर्क्युलेशन फरवरी 2140 तक जारी रहेगी। Also Read - Apex Legends Mobile कर बैठा गलती, वक्त से पहले जोड़ दिया Crypto लेजेंड

Bitcoin माइनिंग

बिटकॉइन के आविष्कारक सतोशी नाकामोटो ने बिटकॉइन की सप्लाई को 21 मिलियन तक सीमित किया था। बिटकॉइन को माइनर्स द्वारा माइन (खनन) किया किया जाता है, जो इस नेटवर्क में होने वाले लेनदेन के ब्लॉक को वेरीफाई करने के लिए मैथमैटिकल पजल को हल करते हैं। Also Read - Top 5 Stable Coins: Tether (USDT) से TrueUSD (TUSD) तक टॉप 5 स्टेबल Cryptocurrency, जिनकी कीमत रहती है डॉलर के बराबर

माइनिंग असल में नए बिटकॉइन को प्रचलन में जोड़ने की एक प्रक्रिया है। लेन-देन के एक सेट को सफलतापूर्वक वेरीफाई करने के बाद, माइनर को बिटकॉइन का एक ब्लॉक इनाम में दिया जाता है।

हर चार साल के बाद, बिटकॉइन माइनिंग के इनाम को आधा कर दिया जाता है। बिटकॉइन के जन्म के समय, यानी 2008 में एक ब्लॉक की पुष्टि के लिए इनाम लगभग 50 बिटकॉइन था। तब से लेकर अब तक इस इनाम में काफी कमी आई है।

2012 में माइनिंग के इनाम को घटाकर 25 बिटकॉइन कर दिया गया था। 2016 में यह घटकर 12.5 हो गया और मई 2020 में प्रत्येक नए ब्लॉक के लिए 6.25 बिटकॉइन दिए जाने लगे। 2024 के अंत तक यह उम्मीद की जाती है कि लेन-देन के ब्लॉक को सत्यापित करने के लिए माइनर्स केवल 1.56 बिटकॉइन अर्जित करेंगे। इस प्रक्रिया को हॉल्टिंग कहा जाता है और यह तब तक जारी रहेगी जब तक कि अंतिम बिटकॉइन का खनन नहीं हो जाता।

  • Published Date: April 4, 2022 7:57 PM IST

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