एक और पारिवारिक घनिष्ठता-मित्रता बनती चली गई जिससे उत्तम सिंह पवार और उसके रिश्तेदारों का विश्वास मोहित अग्रवाल के प्रति बढ़ता चला गया

फ़ॉरेक्स क्या है

यह अनुमान है कि विश्व फ़ॉरेक्स बाजारों में औसतन 3.6 ट्रिलियन डॉलर का ट्रेड हर दिन होता है। फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग का अधिकांश हिस्सा किसी एक केंद्रीकृत या संगठित विनिमय पर नहीं बल्कि इंटरबैंक मुद्रा बाजार में ब्रोकरों के माध्यम से होता है। इंटरबैंक मुद्रा बाजार चौबीस घंटे का बाजार है जो दुनिया भर में सूर्य का अनुसरण करता है। ऑस्ट्रेलिया में खुलने और यू.एस. में बंद होने के बावजूद, विनिमय जोखिम युक्त संगठनों के लिए बाजार मौजूद है, सट्टेबाज भी विनिमय दरों में बदलाव के संबंध में उनकी अपेक्षाओं से लाभ के विदेशी मुद्रा बाजार है प्रयास में फ़ॉरेक्स बाजारों में भाग लेते हैं।

फ़ॉरेक्स का ट्रेड कौन करता है

प्रारंभिक भाग में, फ़ॉरेक्स बाजार का उपयोग संस्थागत निवेशकों द्वारा किया जाता था जो वाणिज्यिक और निवेश उद्देश्यों के लिए बड़ी मात्रा विदेशी मुद्रा बाजार है में लेनदेन करते थे। आज हालांकि, आयातकों और निर्यातकों, अंतरराष्ट्रीय पोर्टफोलियो प्रबंधकों, बहुराष्ट्रीय निगमों, सट्टेबाजों, दैनिक ट्रेडर, लंबी अवधि के धारकों और हेज फंड सभी फ़ॉरेक्स बाजार का उपयोग करते हैं ताकि वे माल और सेवाओं के भुगतान कर सकें, वित्तीय आस्तियों में लेन-देन कर सकें और सट्टेबाजी के माध्यम से अपने जोखिम की हेजिंग या अपने जोखिम को बढ़ाकर मुद्रा की गति के जोखिम को कम करना या सट्टेबाजी कर सकें।

आज के सूचना सुपरहाइवे में फ़ॉरेक्स बाजार अब केवल संस्थागत निवेशक के लिए नहीं है। गत 10 वर्षों में गैर-संस्थागत ट्रेडरों में फ़ॉरेक्स बाजार तक पहुंचने और इससे मिलने वाले लाभों में वृद्धि देखी गई है। मेटाकोट्स मेटाट्रेडर जैसे ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म को विशेष रूप से निजी निवेशक के लिए विकसित किया गया है और शैक्षिक सामग्री अधिक आसानी से उपलब्ध हो गई है। इन सभी ने निजी निवेशक के लिए फ़ॉरेक्स बाजार के आकर्षण को बढ़ाया है।

पिछले दशक में फ़ॉरेक्स बाजार में वृद्धि से निजी निवेशक को कई फायदे हुए हैं। ट्रेडर को शिक्षित करने के लिए ट्रेडिंग सामग्री कहीं अधिक आसानी से उपलब्ध हो गई है। फोरम के माध्यम से सहायता सेवाएं तेजी से लोकप्रिय हो गई हैं और इस मामले में कि आप निजी निवेशक अब स्वयं खाते में ट्रेड नहीं करना चाहते हैं, आपके पास पेशेवर धन प्रबंधक हैं जो प्रबंधित खातों के माध्यम से कार्यभार संभाल लेंगे। संक्षेप में निजी निवेशक और लघु अवधि के ट्रेडर के लिए मुख्य लाभ हैं:

एकल प्राथमिक डीलरों को विदेशी विदेशी मुद्रा बाजार है मुद्रा विनिमय बाजार की सभी सुविधाओं की पेशकश की अनुमति पर विचार

नयी दिल्ली, पांच अगस्त (भाषा) एकल प्राथमिक डीलर (एसपीडी) विदेशी मुद्रा बाजार में खरीद-बिक्री से संबंधित सभी सुविधाओं की पेशकश कर सकेंगे। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई ने) देश में वित्तीय बाजार के विकास को सुगम बनाने के लिये शुक्रवार को यह प्रस्ताव किया। फिलहाल श्रेणी-1 के अंतर्गत आने वाले अधिकृत डीलरों को इसकी पेशकश की अनुमति है। इस कदम से ग्राहकों को अपने विदेशी मुद्रा जोखिम का प्रबंधन करने के लिये विभिन्न इकाइयों (मार्केट मेकर्स) का विकल्प मिलेगा। साथ ही इससे भारत में विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार भी मजबूत होगा। एसपीडी बैंक विदेशी मुद्रा बाजार है या अन्य वित्तीय संस्थान होते हैं, जिन्हें सरकारी

फिलहाल श्रेणी-1 के अंतर्गत आने वाले अधिकृत डीलरों को इसकी पेशकश की अनुमति है।

इस कदम से ग्राहकों को अपने विदेशी मुद्रा जोखिम का प्रबंधन करने के लिये विभिन्न इकाइयों (मार्केट मेकर्स) का विकल्प मिलेगा। साथ ही इससे भारत में विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार भी मजबूत होगा।

एसपीडी बैंक या अन्य वित्तीय संस्थान होते हैं, जिन्हें सरकारी प्रतिभूतियों में लेन-देन की अनुमति होती है।

मौद्रिक नीति समीक्षा के बाद रिजर्व गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, ‘‘एकल प्राथमिक डीलरों ने देश के वित्तीय बाजारों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसको देखते हुए उन्हें विदेशी मुद्रा बाजार में खरीद-बिक्री से संबंधित सभी सुविधाओं की पेशकश करने की अनुमति देने का प्रस्ताव है. ।’’

उन्होंने कहा कि इस कदम से ग्राहकों को अपने विदेशी मुद्रा जोखिम का प्रबंधन करने के लिये विभिन्न इकाइयों (मार्केट मेकर्स) के साथ काम करने का विकल्प मिलेगा।

व्यापक स्तर पर मौजूदगी से एसपीडी सरकारी प्रतिभूतियों के मामले में प्राथमिक और द्वितीयक बाजार गतिविधियों को समर्थन दे पाएंगे।

दास ने बयान में यह भी कहा, ‘‘एकल प्राथमिक डीलरों (एसपीडी) को सीधे प्रवासी भारतीयों और अन्य से विदेशी मुद्रा निपटान ओवरनाइट इंडेक्स्ड स्वैप (एफसीएस-ओआईएस) लेनदेन की अनुमति दे दी है।

वर्तमान में एकल प्राथमिक डीलरों को सीमित उद्देश्यों के लिए विदेशी मुद्रा व्यापार करने की अनुमति है।

इस साल फरवरी में बैंकों को विदेशी एफसीएस-ओआईएसबाजार में प्रवासियों और अन्य से लेनदेन की अनुमति दी गयी थी।

विदेशी मुद्रा बाजार है

आदि डेरिवेटिव, मुद्रा बाजार के उपकरणों में लेनदेन को विनियमित करने की शक्ति.

45W. (1) बैंक, सार्वजनिक हित में, या अपने लाभ के लिए देश की वित्तीय प्रणाली को विनियमित ब्याज दरों या ब्याज दर उत्पादों से संबंधित नीति निर्धारण और में काम, सभी एजेंसियों या उनमें से किसी को इस निमित्त निर्देश दे सकता है प्रतिभूतियों, मुद्रा बाजार के उपकरणों, विदेशी मुद्रा, डेरिवेटिव, या बैंक के रूप में की तरह प्रकृति के अन्य उपकरणों से समय समय पर निर्दिष्ट कर सकते हैं:

इस उपधारा के तहत जारी निर्देशों प्रतिभूति संविदा (विनियमन) की धारा 4 के तहत विदेशी मुद्रा बाजार है मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों अधिनियम, 1956 (पर, उसमें उल्लेख किया लेनदेन के संबंध में ट्रेडों के निष्पादन या निपटान के लिए प्रक्रिया से संबंधित नहीं होगा बशर्ते कि 1956 का 42).

(2) बैंक, एजेंसियों उपधारा में निर्दिष्ट को विनियमित करने के लिए इसे सक्षम बनाने के उद्देश्य के लिए (1), उनमें से कोई भी जानकारी, बयान या अन्य विवरण के लिए कहते हैं, या किए जाने के लिए ऐसी एजेंसियों के निरीक्षण के कारण हो सकता है.

विदेशी मुद्रा बाजार (Forex ),डॉलर में कमाने का लालच दे डोईवाला के व्यक्ति व रिश्तेदारों से करी 50 लाख की धोखाधड़ी

देहरादून : डोईवाला के आदर्श नगर जौलीग्रांट में रहने वाले एक व्यक्ति और उसके रिश्तेदारों के साथ विदेशी मुद्रा बाजार में रुपए निवेश कर कम समय में अधिक रकम कमाने का लालच देकर धोखाधड़ी और रकम हड़पने का एक मामला सामने आया है इस मामले में पीड़ित व्यक्ति की शिकायत पर पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.

डोईवाला के जौलीग्रांट स्थित दुर्गा चौक पर उत्तम सिंह पंवार की एक न्यूज़ एजेंसी है जिनके साथ यह धोखाधड़ी और ठगी का मामला सामने आया है.

यूके तेज से बात करते हुए उत्तम सिंह पंवार ने बताया कि इसी साल अप्रैल 2022 में बिजनौर के रहने वाले एक व्यक्ति ने उनकी भेंट मुलाकात मोहित अग्रवाल नाम के व्यक्ति से करवाई गई.

मोहित अग्रवाल उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद, साहिबाबाद का रहने वाला है.

ऐसे फसाया जाल में

मोहित अग्रवाल ने उत्तम सिंह पवार को विदेशी मुद्रा बाजार में रुपये निवेश करने को कहा इसके साथ ही मोहित अग्रवाल ने अपनी पत्नी आभा से भी मिलवाया वह पौड़ी गढ़वाल के दुगड्डा की रहने वाली है मोहित अग्रवाल खुद भी गढ़वाली में बात करता था इस प्रकार मोहित अग्रवाल ने पूरी तरह से उत्तम पंवार को अपने विश्वास में ले लिया.

आंख बंद करके निवेश को कहा

मोहित ने कहा कि वह आंख बंद करके फॉरेक्स मार्केट में अपना रुपया निवेश कर दें उसने कहा कि विदेशी मुद्रा बाजार में डॉलर के माध्यम से जो विदेशी मुद्रा बाजार है भी प्रॉफिट होगा उसका फिफ्टी-फिफ्टी परसेंट आपस में बांट लेंगे.

मोबाइल स्क्रीनशॉट से पोर्टफोलियो दर्शन

मोहित अग्रवाल समय-समय पर अपने मोबाइल फोन में फॉरेक्स मार्केट के अपने पोर्टफोलियो को उत्तम पंवार को दिखाता रहता था उसका पोर्टफोलियो लगभग एक करोड़ के आसपास का था

इस बीच मोहित अग्रवाल कई दफा अपनी पत्नी के साथ उत्तम सिंह पवार के निवास पर भी आया और एक परिवार के सदस्य की तरह उनका घनिष्ठ मित्र बन गया.

एक और पारिवारिक घनिष्ठता-मित्रता बनती चली गई जिससे उत्तम सिंह पवार और उसके रिश्तेदारों का विश्वास मोहित अग्रवाल के प्रति बढ़ता चला गया

और सब कुछ बदल गया

सितंबर 2022 के बाद स्थितियां बदलनी शुरू हो गई मोहित अग्रवाल ने उत्तम सिंह पवार से किनारा कर लिया और उसका फोन उठाना बंद कर दिया.

ऐसे में उत्तम सिंह पवार एक बार फिर से गाजियाबाद स्थित फ्लैट पर पहुंचे मोहित अग्रवाल अपने फ्लैट पर उपस्थित नहीं था ऐसे में उत्तम सिंह पवार को अपने साथ हुई धोखाधड़ी और ठगी का अहसास हुआ

लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी उत्तम सिंह पवार और उसके रिश्तेदारों की लगभग 48 से ₹5000000 की रकम मोहित अग्रवाल ठगकर गायब हो गया है.

ऐसे में चारों ओर से कोई रास्ता ना मिलता देख उत्तम सिंह पवार के द्वारा विदेशी मुद्रा बाजार है डोई वाला पुलिस को इस धोखाधड़ी और ठगी की पूरी जानकारी दी गई.

उत्तम सिंह पवार की लिखित तहरीर के आधार पर डोईवाला पुलिस ने मोहित अग्रवाल और उसकी पत्नी आभा के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 और 406 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है पुलिस इस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है.

एकल प्राथमिक डीलरों को विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार की सभी सुविधाओं की पेशकश की अनुमति पर विचार

नयी दिल्ली, पांच अगस्त (भाषा) एकल प्राथमिक डीलर (एसपीडी) विदेशी मुद्रा बाजार में खरीद-बिक्री से संबंधित सभी सुविधाओं की पेशकश कर सकेंगे। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई ने) देश में वित्तीय विदेशी मुद्रा बाजार है बाजार के विकास को सुगम बनाने के लिये शुक्रवार को यह प्रस्ताव किया।

फिलहाल श्रेणी-1 के अंतर्गत आने वाले अधिकृत डीलरों को इसकी पेशकश की अनुमति है।

इस कदम से ग्राहकों को अपने विदेशी मुद्रा जोखिम विदेशी मुद्रा बाजार है का प्रबंधन करने के लिये विभिन्न इकाइयों (मार्केट मेकर्स) का विकल्प मिलेगा। साथ ही इससे भारत में विदेशी मुद्रा बाजार है विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार भी मजबूत होगा।

एसपीडी बैंक या अन्य वित्तीय संस्थान होते हैं, जिन्हें सरकारी प्रतिभूतियों विदेशी मुद्रा बाजार है में लेन-देन की अनुमति होती है।

मौद्रिक नीति समीक्षा के बाद रिजर्व गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, ‘‘एकल प्राथमिक डीलरों ने देश के वित्तीय बाजारों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसको देखते हुए उन्हें विदेशी मुद्रा बाजार में खरीद-बिक्री से संबंधित सभी सुविधाओं की पेशकश करने की अनुमति देने का प्रस्ताव है…।’’

उन्होंने कहा कि इस कदम से ग्राहकों को अपने विदेशी मुद्रा जोखिम का प्रबंधन करने के लिये विभिन्न इकाइयों (मार्केट मेकर्स) के साथ काम करने का विकल्प मिलेगा।

व्यापक स्तर पर मौजूदगी से एसपीडी सरकारी प्रतिभूतियों के मामले में प्राथमिक और द्वितीयक बाजार गतिविधियों को समर्थन दे पाएंगे।

दास ने बयान में यह भी कहा, ‘‘एकल प्राथमिक डीलरों (एसपीडी) को सीधे प्रवासी भारतीयों और अन्य से विदेशी मुद्रा निपटान ओवरनाइट इंडेक्स्ड विदेशी मुद्रा बाजार है स्वैप (एफसीएस-ओआईएस) लेनदेन की अनुमति दे दी है।

वर्तमान में एकल प्राथमिक डीलरों को सीमित उद्देश्यों के लिए विदेशी मुद्रा व्यापार करने की अनुमति है।

इस साल फरवरी में बैंकों को विदेशी एफसीएस-ओआईएसबाजार में प्रवासियों और अन्य से लेनदेन की अनुमति दी गयी थी।

इस संबंध में दिशानिर्देश अलग से जारी किये जाएंगे।

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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