Safalta App पर फ्री मॉक-टेस्ट Join Now के साथ किसी भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करें।

Promotional Ad For Article

Promotion क्या है? हिंदी में

Promotion खरीदार और विक्रेता के बीच एक प्रकार का संचार है। विक्रेता प्रचार के माध्यम से खरीदार को उनके सामान या सेवाओं को खरीदने के लिए मनाने की कोशिश करता है। यह लोगों को किसी उत्पाद, सेवा या कंपनी के बारे में जागरूक करने में मदद करता विपणन विश्लेषण विधियों की परिभाषा है। यह किसी कंपनी की सार्वजनिक छवि को बेहतर बनाने में भी मदद करता है। मार्केटिंग का यह तरीका खरीदारों के मन में भी दिलचस्पी पैदा कर सकता है विपणन विश्लेषण विधियों की परिभाषा और वफादार ग्राहक भी पैदा कर सकता है।

यह बाजार मिश्रण के मूल तत्वों में से एक है, जिसमें 4 P शामिल हैं: मूल्य, उत्पाद, प्रचार और स्थान। यह Promotional mix या Promotional plan के तत्वों में से एक है। ये व्यक्तिगत बिक्री, विज्ञापन, बिक्री प्रचार, प्रत्यक्ष विपणन प्रचार हैं विपणन विश्लेषण विधियों की परिभाषा विपणन विश्लेषण विधियों की परिभाषा और इसमें इवेंट मार्केटिंग, प्रदर्शनियां और व्यापार शो भी शामिल हो सकते हैं।

अभिप्रेरणा की परिभाषा Definition (Meaning) of Motivation

अधिगम प्रक्रिया और मनोवैज्ञानिक प्रक्रिया में अभिप्रेरणा का अत्यधिक महत्व होता है। अभिप्रेरणा का संबंध उन कारकों से है जो मानव शरीर को कार्य करने हेतु गतिमान करते है। शिक्षा मनोविज्ञान की दृष्टि से मानवीय व्यवहार के पीछे अनेक आंतरिक और बाहा कारक उत्तरदायी होते हैं । जिनको मनोवैज्ञानिक प्रेरक भी कहा जाता है। मनोवैज्ञानिक केवल आंतरिक प्रेरणा का अध्ययन करते हैं और इसी को व्यवहार का आधार मानते हैं ।

Register here for Free Demo Classes

Waw! Just one step away to get free demo classes.

उनके अनुसार प्रेरणा एक ऐसी आंतरिक शक्ति है जो व्यक्ति को कार्य करने के लिए उत्तेजित करती है । इस प्रकार व्यक्ति के व्यवहार को परिचालिक करने और उत्तेजित करने के लिए अभिप्रेरणा को भी मनोविज्ञान के क्षेत्र का एक अभिन्न अंग माना जाता है। साथ ही अगर आप भी इस पात्रता परीक्षा में शामिल होने जा रहे हैं और इसमें सफल होकर शिक्षक बनने के अपने सपने को साकार करना चाहते हैं, तो आपको तुरंत इसकी बेहतर तैयारी के लिए सफलता द्वारा चलाए जा रहे CTET टीचिंग चैंपियन बैच- Join Now से जुड़ जाना चाहिए।

अभिप्रेरणा का अर्थ

अभिप्रेरणा शब्द अंग्रेजी शब्द ( Motivation) का हिंदी अनुवाद है जिसकी व्युत्पति लैटिन भाषा के मोटम ( Motum) या मोवेयर ( Moveers) शब्द से हुई है । जिसका अर्थ है ' विपणन विश्लेषण विधियों की परिभाषा To Move ' अर्थात गति प्रदान करना। अभी प्रेरणा का तात्पर्य व्यक्ति की उस आंतरिक स्थिति से है जो किसी विशेष परिस्थिति में व्यक्ति को अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए क्रियाशील करती है । दूसरे शब्दों में अभीप्रेरणा एक आंतरिक शक्ति है , जो व्यक्ति को कार्य करने के लिए प्रेरित करती है। इसलिए अभिप्रेरणा ध्यानाकर्षण या लालच की कला है , जो व्यक्ति में किसी कार्य को करने की इच्छा एवं जिज्ञासा उत्पन्न करती है । अभिप्रेरणा का संबंध किसी व्यवहार के प्रारंभ करने , दिशा इंगित करने तथा व्यवहार को बनाए रखने से हैं।

विपणन अनुसंधान के लाभ या महत्व

(Advantages or Importance of Marketing Research)

प्राचीन काल में उत्पादक अपनी सुविधानुसार वस्तुयें बनाता था और उन्हें उपभोक्ताओं को बेचने में सफल हो जाता था, परन्तु आज की बदलती परिस्थितियों में उत्पादक को उपभोक्ताओं की आवश्यकताओं, रूचियों तथा आय विपणन विश्लेषण विधियों की परिभाषा और फैशन आदि को ध्यान में रखते हुए ही वस्तु का उत्पादन करना पड़ता है। अतः हम कह सकते हैं विपणन विश्लेषण विधियों की परिभाषा कि आज का युग उपभोक्ता प्रधान है, विक्रेता प्रधान नहीं। इसलिए इस क्रेता बाजार में विपणन अनुसंधान का विशेष महत्व है।

विपणन अनुसंधान से निर्माताओं को निम्नलिखित लाभ प्राप्त होते हैं-

  1. नई उत्पादों का उत्पादन (Production of New Products) – विपणन अनुसंधान से ग्राहकों को नयी-नयी आवश्यकताओं का पता चलता है और उन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए संस्था को नये उत्पादों का उत्पादन करने हेतु लाभकारी अवसर प्राप्त होते हैं।
  2. वस्तुओं के नये उपयोग (New Uses of Products) – विपणन अनुसंधान के द्वारा उत्पादकों को यह भी पता चलता रहता है कि क्या उपभोक्ता संस्था द्वारा सुझाये गये उपयोग के अतिरिक्त वस्तु का कोई और उपयोग भी विपणन विश्लेषण विधियों की परिभाषा कर रहे हैं? यदि वस्तु के उन नये उपयोगों का उत्पादक को पता लग जाये तो संस्था नये उपयोगों का अधिक प्रचार कराकर अपनी वस्तु की मांग बढ़ा सकती है।
  3. उपयोगी सूचनाएँ (Valuable Information’s) – विपणन अनुसंधान से यह पता चल जाता है कि हमारे ग्राहक कौन हैं? वे वस्तु का क्रय क्यों करते हैं? वे वस्तु का क्रय कब और कहाँ से करते हैं? आदि। इस प्रकार की सूचना की जानकारी से विपणनकर्त्ता अपनी विपणन क्रियाओं को और अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए प्रयत्न करते हैं।
  4. विपणन श्रृंखला का चयन (Selection of Channel of Distribution) – विपणन अनुसंधानों के द्वारा विपणनकर्ता को ग्राहकों के विषय में जानकारी हो जाती है और प्रतिस्पर्धियों की वितरण नीति का ज्ञान हो जाता है। विपणनकर्ता यह जानकारी प्राप्त करने के पश्चात् आसानी से अपनी संस्था के लिए वितरण शृंखला का चयन कर सकता है।
  5. वस्तुओं में सुधार (Improvement in Products) – विपणन विश्लेषण विधियों की परिभाषा विपणन अनुसंधान से ज्ञात किया जा सकता है कि उपभोक्ता किस प्रकार की वस्तु चाहते हैं? हमारी संस्था द्वारा निर्मित वस्तु में क्या कमियाँ हैं? अर्थात् हमारी संस्था की वस्तुओं में किन-किन सुधारों की आवश्यकता है? विपणनकर्त्ता यह जानकारी प्राप्त विपणन विश्लेषण विधियों की परिभाषा करके अपनी वस्तु में सुधार करके वस्तु की माँग बढ़ा सकता है।
  6. माँग का ज्ञान (Knowledge of Demand) – विपणन अनुसंधान द्वारा निर्मित वस्तु की माँग का अध्ययन करके यह पता लगाया जाता है कि वस्तु की माँग लोचदार है या बेलोचदार या मौसमी इन तथ्यों का ज्ञान प्राप्त करने के पश्चात् विपणनकर्त्ता सुव्यवस्थित उत्पाद कार्यक्रम तैयार कर सकता है।
  7. नए बाजारों की खोज (Discoveryof New Markets) – विपणन विपणन विश्लेषण विधियों की परिभाषा अनुसंधान के द्वारा वस्तु के नये-नये बाजारों की खोज करके वस्तु का बाजार विस्तृत करने में सहायता मिलती है।
  8. प्रतिस्पर्धा में स्थायित्व (Existence in Competitive Situation) – विपणन अनुसंधान के द्वारा प्रतिस्पर्धियों की नीतियों का अध्ययन करके संस्था अपनी नीतियों में आवश्यक परिवर्तन करके प्रतिस्पर्धी की स्थिति में अपनी वस्तु बेचने में सफल हो सकती है।
  9. नियोजित उत्पादन (Planned Production) – विपणन अनुसंधान के द्वारा वस्तुओं की माँग के सही-सही पूर्वानुमान के आधार पर निर्माता आयोजित उत्पादन कर सकते हैं जिससे माँग और पूर्ति में सामंजस्य स्थापित हो जाता है।
रेटिंग: 4.12
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 859