Relationship Tips: पार्टनर चुनते समय इन बातों का जरूर रखें ध्यान
शादी सबके जीवन का एक बहुत अहम हिस्सा होता है. ऐसे में आप भी अपने लिए सही लाइफ पार्टनर की तलाश में हैं? चलिए हम आपको बताएंगे कि पार्टनर को चुनते समय किन बातों पर ध्यान देना चाहिए.
By: ABP Live | Updated at : 24 Apr 2022 09:04 AM (IST)
सही लाइफ पार्टनर को चुनना काफी संवेदनशील फैसला होता है. अगर किसी की लव मैरिज हो रही है तो ऐसे में लोग अपने पार्टनर की पसंद न पसंद के बारे में जानते हैं. लेकिन जिन लोगो की अरेंज मैरिज होती हैं उनके लिए बहुत सारी बातों के एक ही मुलाकात में जानना मुश्किल होता है. इसलिए हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसी बातें जिनकी मदद से आप अपने लिए अच्छे लड़के को चुन सकती हैं.
पर्सनैलिटी पर दे ध्यान- जब भी आप किसी लड़के से पहली बार मिलने जा रही हैं तो ऐसे में आपको सबसे पहले उसके जूते की तरफ देखना चाहिए. क्योंकि शूज आपको बताता है की लड़का अपनी साफ सफाई पर कितना ध्यान रखता है. वही अगर उसके जूते गंदे हैं तो हो सकता है वह थोड़ा सा लपरवाह हो.
लड़के की बोली पर ध्यान- जब भी आप अपने रिश्ते के लिए किसी लड़के को देखने जाए तो उसकी बोली पर ज़रूर ध्यान दें. उसकी बोली आपको उसके पर्सनैलिटी के बारे में बहुत सारी चीजों को बता सकती है. आपको ध्यान देने की जरूरत होगी कि कहीं लड़का घबराया हुआ तो नहीं है.
उठने बैठने का तरीका -लड़के को देखने जाए तब उसके उठने बैठने के तरीके पर भी ध्यान ज़रूर दें. आप नोटिस करें कि क्या उसने खुद के बैठने से पहले आपको सीट ऑफर की है या फिर नहीं. अगर हां तो इसका मतलब है कि वह अनुशासित है और एजुकेटेड भी है. साथ ही वह लड़कियों की इज्जत भी करता है.
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आई कांटेक्ट -जब भी आप किसी लड़की से पहली बार मिलने जाए तो ध्यान दें कि वह आपसे आंखों में आंखें मिला कर बात कर रहा है कि नहीं. अगर ऐसा है तो मतलब है कि वह आत्मविश्वास से भरपूर है. वहीं अगर वह आप से नजर नहीं मिला पा रहा है तो फिर ऐसा हो सकता है कि या तो वह आपसे कुछ छुपाने की कोशिश कर रहा है या फिर वह शादी के लिए पूरी तरीके से तैयार नहीं है.
सैलरी के निवेश करते वक्त इन सबका हमेशा ध्यान रखें बारे में बात - जब भी आप लड़के से पहली बार मिलने जाए तो इस बात का ज़रूर ध्यान दें कि कहीं वह आपसे आपकी सैलरी के बारे में डिस्कशन तो नहीं करना चाह रहा है. कहीं ऐसा ना हो कि भविष्य में वह आपको लेकर अपनी ज्यादा सैलरी के बारे में सुनाता रहे या फिर आप सिर्फ वर्किंग हो इसी वजह से वो आपके शादी करना चाह रहा हो.
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Published at : 24 Apr 2022 09:18 AM (IST) Tags: partner Marriage Tips how to choose a man before marriage tips for marriage हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Lifestyle News in Hindi
कहीं भी पैसे लगाने से पहले याद रखें ये 5 मंत्र, होंगे सफल
हर इंसान का एक लक्ष्य होता है, लेकिन सही लक्ष्य क्या हो ये बड़ा सवाल सबके सामने होता है. निजी जिंदगी हो या फिर निवेश का रास्ता, सही लक्ष्य से ही मंजिल मिलती है. ऐसे में अगर आप निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं तो फिर ये खबर आपके लिए बेहद जरूरी है. खासकर नए निवेशक इन पांच बिंदुओं को ध्यान में रखकर निवेश का पहला कदम उठाएंगे तो राह आसान रहेगी.
लक्ष्य तय हो: नए निवेशक को सबसे पहले आमदनी और खर्च के बीच के संतुलन को समझना होगा. महीने में कितनी कमाई है उसका सही-सही ब्योरा होना चाहिए. उसके बाद फिर खर्च को उसमें अलग करने की जरूरत होगी. आमदनी से खर्च को हटाने के बाद बाकी रकम का एक संतुलित हिस्सा निवेश के लिए रखना चाहिए. ऐसा नहीं कि एक महीने में इतनी बड़ी रकम निवेश कर दिया कि अगले महीने हाथ खींचने पड़ जाए, इसलिए निवेश का लक्ष्य तय होना सबसे जरूरी है कि आपका गोल क्या है.
लक्ष्य को लेकर समझ क्लीयर हो: किसी दूसरे को देखकर पैसे बचाना चाहिए, लेकिन निवेश हमेशा अपने बजट के मुताबिक करना चाहिए. किसी भी लक्ष्य को पाने के लिए उससे जुड़े तमाम पहलुओं को लेकर जानकारी होनी चाहिए. उदाहरण के तौर पर आप कहां निवेश कर रहे हैं, कितने साल के लिए कर रहे हैं, और जो रिटर्न मिल रहा है वो लक्ष्य तक आपको लेकर जाएगा या नहीं. साल-दर-साल आमदनी में बढ़ोतरी होगी उसको कहा निवेश करें.
लक्ष्य संतुलित हो: लक्ष्य को तभी हासिल किया जा सकता है जब निवेश से पहले उसका रोडमैप तैयार हो, यानी अगर आपको साल के अंत में एक लाख रुपये चाहिए तो फिर सालभर तक उस तरह की फाइनेंसियल रणनीति अपनानी होगी जिससे लक्ष्य हासिल हो. उदाहरण के तौर में एक साल के लिए इक्विटी में निवेश बेहतर कदम नहीं होता है. ऐसे में उन रास्तों को अपनाने की जरूरत होगी जो आपको लक्ष्य के करीब ले जाए और साल में अंत में लक्ष्य हासिल हो. अगर 10 साल बाद एक करोड़ रुपये का लक्ष्य हो फिर निवेश के लिए ऐसे फंड्स को चुनने की जरूरत होगी जो लक्ष्य को दिलाए. केवल लक्ष्य तय करने से उस तक नहीं पहुंचा जा सकता.
लक्ष्य समय से पूरा हो: स्मार्ट निवेशक उसे माना जाता है, जो सही समय पर अपने लक्ष्य को हासिल कर ले. अगर दो साल बाद किसी को शादी के लिए 10 लाख रुपये की जरूरत होगी. ऐसे में यहां समय 2 साल का फिक्स है, जिसे आगे नहीं बढ़ाया जा सकता है. लेकिन अगर महीने में केवल 10 हजार रुपये निवेशक के द्वारा लगाया जा रहा है तो फिर ये लक्ष्य समय में पूरा नहीं हो सकता. ऐसे में लक्ष्य तो जरूरी है लेकिन उससे भी ज्यादा जरूरी है कि लक्ष्य को समय के साथ हासिल करना.
वर्तमान स्थिति का रखें ख्याल: हमेशा निवेशक को निवेश के वक्त मौजूदा आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखकर चलना चाहिए. सब जमा पूंजी अगर निवेश में झोंक दी जाएगी तो फिर मौजूदा आर्थिक स्थिति बिगड़ जाएगी. ऐसे हालात में निवेश को बीच में रोकना भी पड़ सकता है, जिससे लक्ष्य कभी पूरा नहीं हो पाएगा. ऐसे में जैब को ध्यान में रखकर निवेश करना चाहिए. ये जरूरी है कि भविष्य के लिए हर दिन के हिसाब से निवेश करना चाहिए. लेकिन वर्तमान से समझौता कर भविष्य को खुशहाल नहीं किया जा सकता है.
Cryptocurrency में निवेश से पहले न करें जल्दबाजी, जरूर याद रखें ये 10 बातें
Cryptocurrency Investment : क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों के बीच निवेश का एक पॉपुलर टूल बन गई हैं, लेकिन यह अब भी जबरदस्त उतार-चढ़ाव का शिकार होने वाला डिजिटल असेट है. ऐसे में इस बाजार में निवेश करने से पहले कुछ चीजें हैं जो जानना जरूरी है.
Cryptocurrency निवेश का पॉपुलर माध्यम बन चुकी हैं.
Cryptocurrency की दुनिया आज पिछले कुछ सालों के मुकाबले कहीं ज्यादा आम हो गई है. शंका, डर और अनिश्चितता के फेज़ से गुजरकर आज के वक्त में क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों के बीच निवेश का एक पॉपुलर टूल बन गई हैं. यहां तक कि इन्हें लेकर बड़ी कंपनियों में स्वीकार्यता भी बढ़ी है और पेमेंट के अल्टरनेट मोड में क्रिप्टोकरेंसी (payment in cryptocurrency) को स्वीकारा जाने लगा है. हालांकि, इस सबके बावजूद क्रिप्टोकरेंसी अब भी जबरदस्त उतार-चढ़ाव (highly volatile) का शिकार होने वाला डिजिटल असेट है. ऐसे में इस बाजार में निवेश करने से पहले कुछ चीजें हैं जो जान लीजिए और जिनके लिए खुद को तैयार कर लेना चाहिए.
1. गहरी रिसर्च जरूरी
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सबसे पहली बात है कि निवेश से पहले अपनी रिसर्च पक्की रखिए. पैसे-रुपयों के मामले में यह सबसे कॉमन बात है. कहीं भी पैसा लगाने से पहले आपको उस माध्यम की पूरी जानकारी होनी ही चाहिए. लेकिन क्रिप्टोकरेंसी के लिए यह और भी जरूरी है क्योंकि यह मार्केट अभी नया है और ट्रेडिशनल निवेश के माध्यमों या तरीकों से काफी अलग है. इसलिए अलग-अलग क्रिप्टोकरेंसी के बारे में जान लीजिए. ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को समझ लीजिए, जान लीजिए कि क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में कैसे काम होता है.
2. हर इन्फॉर्मेशन को वेरिफाई करें
क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट डिसेंट्रलाइज्ड मार्केट है और इसको कोई रेगुलेट भी नहीं करता. यानी कि इसको कोई एक संस्था या व्यक्ति कंट्रोल नहीं करता है, वहीं ट्रेडिशनल करेंसी की तरह कोई सरकार या सरकारी संस्था इसका नियमन भी नहीं देखती. यह पूरी तरह स्वतंत्र है. ऐसे में जवाबदेही आप पर ही आकर रुकती है. इसमें धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े का डर होता है. ऐसे में किसी की बात में न आएं, किसी स्कीम के चक्कर में तो बिल्कुल न पड़े. हर जानकारी किसी विश्वसनीय स्रोत से ही लें और वेरिफाई करें.
3. अपनी रिसर्च पर भरोसा करें
क्रिप्टोकरेंसी मार्केट को लेकर अकसर कहते हैं कि 'इस बारे में कोई कुछ नहीं जानता है.' हालांकि, फिर भी मार्केट में ढेरों मार्केट एनालिटिक्स, ट्रेंड एक्सपर्ट्स और सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर हैं, जो आपको क्रिप्टो मार्केट पर स्ट्रेटजी और टिप्स देते हुए मिलेंगे. लेकिन आपके लिए जरूरी है निवेश करते वक्त इन सबका हमेशा ध्यान रखें कि आप हर किसी की बात पर भरोसा न करें, अपनी रिसर्च को देखें और अपने पर्सनल फाइनेंस को देखते हुए स्ट्रेटजी बनाएं.
4. छोटे निवेश से शुरू करें
क्रिप्टो निवेश में शुरुआत करते वक्त ध्यान रखें कि शुरुआती चरण में एक ही क्रिप्टो के साथ स्टिक करें. इधर-उधर पैर फैलाने की कोशिश न करें. क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखा जाता है, ऐसे में यही स्मार्ट होगा कि आप छोटे निवेश से शुरू करें. एक ही क्रिप्टो में निवेश करें और मार्केट की चाल को सीखें. जब थोड़ा कॉन्फिडेंट हो जाएं तब अपना निवेश बढ़ाएं.
5. थोड़ा धैर्य रखें
क्रिप्टोकरेंसी मार्केट की वॉलेटिलिटी यानी अस्थिरता के बारे में जितना चेताया निवेश करते वक्त इन सबका हमेशा ध्यान रखें जाए, उतना कम है. ऐसे में यह जरूरी है कि आप थोड़ा धैर्य रखें. मार्केट की चाल अच्छी है या बुरी, बदल जाएगी. हमेशा ठंडे दिमाग से रणनीति के तहत फैसले लें.
6. एक नई ईमेल ID रखना बेहतर
क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग, क्रिप्टो एक्सचेंज पर या peer-to-peer नेटवर्क पर होती है. प्लेटफॉर्म्स पर ट्रेडिंग के लिए आपको ईमेल आईडी के जरिए अकाउंट खोलना पड़ता है. डेटा सुरक्षित रखने के लिए जरूरी है कि आप निवेश करते वक्त इन सबका हमेशा ध्यान रखें क्रिप्टो का अपना पूरा निवेश और ट्रेडिंग वगैरह एक दूसरे आईडी पर रखें. इसके लिए एक अलग ईमेल आईडी बना लें.
7. क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट्स के बारे में पता होना चाहिए
क्रिप्टोकरेंसी को ऑनलाइन और ऑफलाइन वॉलेट में स्टोर किया जा सकता है. नए निवेशकों के लिए ऑनलाइन वॉलेट बेस्ट होता है, हालांकि, इसमें हैकिंग का डर ज्यादा होता है. ऐसे में दोनों वॉलेट को अच्छी तरह समझ लें और जो फिट लगे, वो चूज़ करें.
8. मोबाइल वॉलेट में अपनी पूरी करेंसी स्टोर न करें
इसमें कोई दोराय नहीं है कि मोबाइल वॉलेट्स बहुत ही सुविधाजनक होते हैं, लेकिन इनका हैक होना भी बहुत आसान होता है. ऐसे में कभी भी अपनी पूरी क्रिप्टोकरेंसी मोबाइल वॉलेट में स्टोर न करें.
9. क्रिप्टोकरेंसी पर टैक्स को मत भूलें
चूंकि क्रिप्टोकरेंसी पर किसी संस्था का नियमन नहीं होता है, ऐसे में इससे होने वाले प्रॉफिट पर आपको भारी टैक्स देना पड़ सकता है. ऐसे में क्रिप्टोकरेंसी निवेश और टैक्स को लेकर देश में क्या नियम हैं, वो सब जानने के बाद ही निवेश शुरू करें.
10. जल्दबाजी न करें
क्रिप्टोकरेंसी मार्केट लुभावना माध्यम है और बहुत से लोग हर दिन इसमें निवेश और ट्रेडिंग के लिए जुड़ रहे हैं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि आप भी इसमें कूद जाएं. अपने फाइनेंस का आकलन कर लें, नियमों को अच्छे से जान लें. इसके बाद निवेश शुरू करें. और क्रिप्टो को लेकर खबरों पर भी नजर रखें कि कहीं कुछ बदलाव तो नहीं हो रहे.
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Equity: सबकी चाहत होती है कि अपनी संपत्ति को दिन दूना रात चौगुना बढ़ाया जाए, लेकिन असल जिंदगी में यह उतना आसान नहीं होता। इस लेख के जरिये कुछ ऐसे सुझाव दिए जा रहे हैं जिससे संपत्ति कई गुना बढ़ाई जा सकती है। इक्विटी या शेयर बाजार में निवेश, निवेश के जरिए संपत्ति बढ़ाने का एक ऐसा ही कारगर उपाय है। देखा गया है कि इक्विटी में निवेश से पाँच सालों में 11% तक, और 10 सालों में 17% तक का रिटर्न मिला है। इतना ही नहीं, लंबी अवधि के निवेशों ने भी 10% से ऊपर का ही रिटर्न दिया है, जैसे 15 वर्षों के निवेश से 13.6% रिटर्न मिला है तो 20 सालों के निवेश से 12.9% रिटर्न मिला है। यदि आप भी इसी तरह अपनी संपत्ति को 10 गुना से ज्यादा बढ़ाना चाहते हैं तो इक्विटी निवेश बहुत अच्छा विकल्प हो सकता है, बशर्ते आप कुछ बिंदुओं का जरूर ध्यान रखें। मार्केटमोजो के सीईओ मोहित बत्रा ने इस विषय में कुछ महत्त्वपूर्ण सुझाव दिए हैं।
1. संपत्ति की वृद्धि के लिए 9% का रिटर्न जरूरी
यदि अपनी संपत्ति में बढ़ोतरी करनी है तो रिटर्न 9% से ज्यादा रखना जरूरी है। महंगाई की औसत दर यदि 6.3% मानी जाए तो किसी भी निवेश से कम से कम 9% का रिटर्न मिलना चाहिए। ऐसा करने से संपत्ति बढ़ेगी अन्यथा धन के कम होने की संभावना होगी। इसलिए ऐसे विकल्प चुनें जो कम से कम 9% वार्षिक रिटर्न देते हों।
2. जानकारों से सलाह आवश्यक
निवेश पर हमेशा ध्यान बनाए रखना बहुत जरूरी होता है। लेकिन निवेशक को हमेशा ऐसा करना संभव नहीं होता। यदि निवेश का सही फायदा उठाना चाहते हैं तो या तो आप स्वयं एक प्रोफेशनल निवेशक बनें या फिर किसी प्रोफेशनल सलाहकार की सहायता जरूर लें।
3. बाजार के उतार-चढ़ाव से डरकर फैसला न लें
शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव एक आम बात होती है। यदि महामंदी का समय छोड़ दिया जाए तो बाकी समय गिरावट का बाजार ज्यादा से ज्यादा छह महीने तक ही चलता है। इसके बाद बाजार की स्थितियाँ बदलती हैं। ऐसे समय में निवेशक अक्सर बाजार से बाहर चले जाते हैं। यदि निवेशक घबराकर फैसला न लें तो परिस्थितियाँ बदलने पर उनके निवेश से भी फायदा हो सकता है।
4. निवेश करने की कोई समयसीमा नहीं
निवेश करने के लिए कोई एक उम्र तय नहीं है। गौरतलब है कि वारेन बफे ने 15 साल की उम्र में निवेश करना प्रारंभ किया था। अब जब कि उनकी उम्र 92 साल है तब उनकी संपत्ति 8 लाख करोड़ के बराबर है। यदि वे आम चलन के हिसाब से 60 साल में ही रिटायर हो जाते तो वर्तमान संपत्ति का 0.001% भी उनके पास नहीं होता। इसलिए हमेशा निवेश करें।
5. संपत्ति बढ़ाने के लिए बचत से बेहतर विकल्प है, निवेश
पारंपरिक तौर पर बचत संपत्ति बढ़ाने का तरीका माना जाता है। लेकिन महंगाई की बढ़ती हुई दर को देखते हुए हमारी बचत का मूल्य शून्य भी हो सकता है, जबकि निवेश पर मिलनेवाला रिटर्न या फायदा हमारी संपत्ति को हमेशा बढ़ाता है।
What is Equity in investing?
Equity: सबकी चाहत होती है कि अपनी संपत्ति को दिन दूना रात चौगुना बढ़ाया जाए, लेकिन असल जिंदगी में यह उतना आसान नहीं होता। इस लेख के जरिये कुछ ऐसे सुझाव दिए जा रहे हैं जिससे संपत्ति कई गुना बढ़ाई जा सकती है। इक्विटी या शेयर बाजार में निवेश, निवेश के जरिए संपत्ति बढ़ाने का एक ऐसा ही कारगर उपाय है। देखा गया है कि इक्विटी में निवेश से पाँच सालों में 11% तक, और 10 सालों में 17% तक का रिटर्न मिला है। इतना ही नहीं, लंबी अवधि के निवेशों ने भी 10% से ऊपर का ही रिटर्न दिया है, जैसे 15 वर्षों के निवेश से 13.6% रिटर्न मिला है तो 20 सालों के निवेश से 12.9% रिटर्न मिला है। यदि आप भी इसी तरह अपनी संपत्ति को 10 गुना से ज्यादा बढ़ाना चाहते हैं तो इक्विटी निवेश बहुत अच्छा विकल्प हो सकता है, बशर्ते आप कुछ बिंदुओं का जरूर ध्यान रखें। मार्केटमोजो के सीईओ मोहित बत्रा ने इस विषय में कुछ महत्त्वपूर्ण सुझाव दिए हैं।
1. संपत्ति की वृद्धि के लिए 9% का रिटर्न जरूरी
यदि अपनी संपत्ति में बढ़ोतरी करनी है तो रिटर्न 9% से ज्यादा रखना जरूरी है। महंगाई की औसत दर यदि 6.3% मानी जाए तो किसी भी निवेश से कम से कम 9% का रिटर्न मिलना चाहिए। ऐसा करने से संपत्ति बढ़ेगी अन्यथा धन के कम होने की संभावना होगी। इसलिए ऐसे विकल्प चुनें जो कम से कम 9% वार्षिक रिटर्न देते हों।
2. जानकारों से सलाह आवश्यक
निवेश पर हमेशा ध्यान बनाए रखना बहुत जरूरी होता है। लेकिन निवेशक को हमेशा ऐसा करना संभव नहीं होता। यदि निवेश का सही फायदा उठाना चाहते हैं तो या तो आप स्वयं एक प्रोफेशनल निवेशक बनें या फिर किसी प्रोफेशनल सलाहकार की सहायता जरूर लें।
3. बाजार के उतार-चढ़ाव से डरकर फैसला न लें
शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव एक आम बात होती है। यदि महामंदी का समय छोड़ दिया जाए तो बाकी समय गिरावट का बाजार ज्यादा से ज्यादा छह महीने तक ही चलता है। इसके बाद बाजार की स्थितियाँ बदलती हैं। ऐसे समय में निवेशक अक्सर बाजार से बाहर चले जाते हैं। यदि निवेशक घबराकर फैसला न लें तो परिस्थितियाँ बदलने पर उनके निवेश से भी फायदा हो सकता है।
4. निवेश करने की कोई समयसीमा नहीं
निवेश करने के लिए कोई एक उम्र तय नहीं है। गौरतलब है कि वारेन बफे ने 15 साल की उम्र में निवेश करना प्रारंभ किया था। अब जब कि उनकी उम्र 92 साल है तब उनकी संपत्ति 8 लाख करोड़ के बराबर है। यदि वे आम चलन के हिसाब से 60 साल में ही रिटायर हो जाते तो वर्तमान संपत्ति का 0.001% भी उनके पास नहीं होता। इसलिए हमेशा निवेश करें।
5. संपत्ति बढ़ाने के लिए बचत से बेहतर विकल्प है, निवेश
पारंपरिक तौर पर बचत संपत्ति बढ़ाने का तरीका माना जाता है। लेकिन महंगाई की बढ़ती हुई दर को देखते हुए हमारी बचत का मूल्य शून्य भी हो सकता है, जबकि निवेश पर मिलनेवाला रिटर्न या फायदा हमारी संपत्ति को हमेशा बढ़ाता है।
महिंद्रा एमएफ के सीईओ बोले- निवेश में अपने भावनाओं को काबू में रखना बहुत जरूरी
महिंद्रा मैन्युलाइफ म्यूचुअल फंड (Mahindra Manulife Mutual Fund) के एमडी और सीईओ एंथनी हेरेडिया (Anthony Heredia) ने कह . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : September 09, 2022, 19:15 IST
हाइलाइट्स
बाजार की अस्थिरता के बीच इस साल शेयर बाजार में भी काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला है.
साल की शुरुआत में बीएसई सेंसेक्स 60,000 अंक पर था.
वहीं जून में यह गिरकर एक साल के निचले स्तर पर आ गया.
नई दिल्ली. बढ़ती महंगाई और बाजार की अस्थिरता के बीच इस साल शेयर बाजार में भी काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला है. इसके कारण निवेशकों उलझन में हैं. वे बाजार की दिशा को लेकर अंदाजा नहीं लगा पा रहे हैं. साल की शुरुआत में बीएसई सेंसेक्स 60,000 अंक पर था. वहीं जून में यह गिरकर एक साल के निचले स्तर पर आ गया. अब फिर से यह 60,000 अंक की ओर बढ़ता दिख रहा है. ऐसे अस्थिरता के बीच निवेशक जानना चाहते हैं कि उतार-चढ़ाव के बीच कहां निवेश करना फायदेमंद होगा.
निवेशकों के ऐसे ही सवालों के जवाब जानने के लिए मनीकंट्रोल ने महिंद्रा मैन्युलाइफ म्यूचुअल फंड (Mahindra Manulife Mutual Fund) के एमडी और सीईओ एंथनी हेरेडिया (Anthony Heredia) से बातचीत की. हम उनके बातचीत का महत्वपूर्ण अंश आपसे साझा कर रहे हैं.
उतार-चढाव वाले बाजार में नहीं करें निवेश
Anthony Heredia ने कहा कि सबसे पहले तो निवेशकों को यह समझना होगा कि उतार-चढ़ाव वाले बाजार में एकमुश्त निवेश नहीं करना है. निवेशक चाहें तो SIP या STP का इस्तेमाल कर सकते हैं. दूसरा यह कि वे बाजार में गिरावट आने पर खरीदारी कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि मौजूदा माहौल में एक्टिवली मैनेज्ड फंड्स में निवेश करना ठीक रहेगा. इसकी वजह यह है कि अभी चीजें तेजी से बदल रही हैं.
निवेशकों को फ्लेक्सीकैप फंड्स में निवेश करना चाहिए
आगे बातचीत करते हुए Heredia ने कहा कि उतार-चढ़ाव वाले बाजार में यह कहना मुश्किल है कि ब्लूचिप, लार्जकैप, मिडकैप और स्मॉलकैप में किसका प्रदर्शन अच्छा रहेगा. इसलिए निवेशकों को फ्लेक्सीकैप फंड्स में निवेश करना चाहिए. इस तरह के फंड बाजार की स्थितियों के मुताबिक छोटी-बड़ी कंपनियों के शेयरों में निवेश करने के लिए आजाद होते हैं. उन्होंने कहा कि दूसरा ऑप्शन बैलेंस्ड एडवान्टेज फंड (BAF) है. इनवेस्टर्स BAF में एकमुश्त निवेश भी कर सकते हैं. इसकी वजह यह है कि शेयर महंगे होने पर यह इक्विटी में निवेश घटा देता है और शेयर सस्ते होने पर इक्विटी में निवेश बढ़ा देता है. उन्होंने कहा अभी बाजार थोड़ा महंगा दिख रहा है.
SIP जारी रखें लंबी अवधि के निवेशक
लंबी अवधि के निवेशकों को अपना SIP जारी रखना चाहिए. छोटी अवधि यानी एक-दो साल के लिए निवेश करने वाले लोगों को अभी शेयरों में पैसे लगाने से दूर रहना चाहिए. इसकी वजह यह है कि अभी बाजार की दिशा के बारे में कहना मुश्किल है. अगर क्रूड ऑयल की कीमतें ऊंचे स्तर पर बनी रहती हैं तो इसका असर मार्केट पर पड़ेगा.
निवेश करते वक्त निवेश करते वक्त इन सबका हमेशा ध्यान रखें टैक्स के पहलू का भी रखें ध्यान
Anthony Heredia ने कहा कि ज्यादा उम्र वाले निवेशकों को हमेशा अपने पोर्टफोलियो में फिक्स्ड रिटर्न इनवेस्टमेंट को जगह देनी चाहिए. अगर कोई इनवेस्टर्स रिटायरमेंट के करीब है तो उसे अपना कम से कम 50 फीसदी पैसा फिक्स्ड इंस्ट्रूमेंट में रखना चाहिए. इनवेस्टर्स को निवेश करते वक्त टैक्स के पहलू को भी ध्यान में रखने की जरूरत है. इसकी वजह यह है कि इंस्ट्रूमेंट के रिटर्न पर टैक्स का सीधा असर पड़ता है.
निवेश में भावनाओं को काबू में रखना बहुत जरूरी
यह पूछने पर कि निवेशकों के लिए आपका सबसे मूल निवेश मंत्र क्या होगा, उन्होंने कहा कि निवेश में अपने भावनाओं को काबू में रखना बहुत जरूरी है. इससे आप लंबी अवधि के लिए शेयरों में ज्यादा पैसे निवेश करने के फैसले ले सकते हैं. आप कितने भी बुद्धिमान हो, फ्यूचर का ठीक-ठीक अंदाजा लगाना आपके लिए मुश्किल होगा इसीलिए intelligence quotient के मुकाबले emotional quotient ज्यादा अहम है.
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