दूकान की नजर उतारने के तरीके | दुकान का नजर उतारना | व्यापार वृद्धि के उपाय
आज के समय में किसी को भी नजर लगना आम बात है। बच्चे, जवान, बूढ़े और महिलाएं सभी को नजर लगती अहि। जब भी कोई छोटा बच्चा अचानक से बीमार हो जाता है तो उसके घर वाले कहते है की इसे नजर लगी है या किसी छोटे से बच्चे की बहुत से लोग तारीफ करने लगे तो भी माँ कहती है बच्चे को नजर लग सकती है। इस नजर से अपने बच्चे को बचाने के लिए माँ काला टीका लगाती है या काला धागा पहनाती है।
इसी तरह नजर सिर्फ लोगों को नहीं लगती बल्कि व्यापार में भी नजर लगती है।
दुकान की नजर कैसे उतारे
अक्सर किसी का व्यापार बहुत अच्छा चल रहा होता है और अचानक से उसकी बिक्री रुक जाती है तो लोग कहते है इसके व्यापार को किसी ने बाँध दिया यानी नजर लगा दी। एक व्यापारी के लिए उसकी दुकान उसकी रोजी-रोटी होती है और अगर उसे ही कोई नजर लगा देगा तो वो बर्बाद हो जायेगा।
अगर आप भी चाहते है की आपके व्यापार, दुकान आदि को किसी की बुरी नजर ना लगे और आपके व्यापार में तरक्की हो तो आप निचे दिए गए उपाय अपनाएं। इन उपायों को अपनाने से आपके दुकान को किसी की बुरी नजर नहीं लगेगी और आपके व्यापार में दिन-दुनी रात चौगुनी तरक्की होगी।
Dukan me barkat ke liye upay
दुकान की नजर उतारने के टोटके
गोमती चक्र
12 गोमती चक्र लेकर उसे लाल रंग के कपडे में बांधकर दुकान या ऑफिस के बाहर मुख्य दरवाजे पर लटका दे। इससे आपके दुकान में ग्राहकों की संख्या में इजाफा होगा और व्यापार में आने वाली समस्याएं दूर होगी।
निम्बू
रविवार के दिन 5 निम्बू काटकर दुकान में रख दे। इसके साथ एक मुट्ठी काली मिर्च और एक मुट्ठी पिली सरसों भी रख दे। अगर दिन जब आप दुकान खोले तो इन चीजों को ले जाकर किसी सुनसान स्थान पर रख दे। इन चीजों के साथ आपके दुकान से बुरी नजर भी चली जाएगी।
नारियल
एक एकाक्षी नारियल लेकर उसे दुकान में पूजा वाले स्थान पर रखे। रोजाना धुप-दीप दिखाकर इस नारियल की पूजा करे, इससे कारोबार में उन्नति होगी और आपका मन भी व्यापार में लगा रहेगा।
निम्बू और मिर्च की माला
साबुत-फिटकरी
मंगलवार को हनुमानजी को सिंदूर चढ़ाएं
मंगलवार के दिन हनुमान जी के मंदिर जाए और उन्हें सिंदूर चढ़ाएं। हनुमानजी को संकटमोचक कहा जाता है इसलिए यह आपको और आपकी दुकान को बुरी नजर से बचायेंगे।
निम्बू और गंगाजल का कमाल
एक निम्बू ले और उसे अपनी पूरी दुकान के अंदर मुट्ठी में बंद करके घुमे। दुकान के एक-एक कोने में निम्बू को लेकर घुमे। याद रखे निम्बू मुट्ठी में बंद होना चाहिए। अब इसे बाहर जाकर चाकू से बीच में से काटकर गली के बाहर फेंक दे। अब गंगाजल को लेकर पूरी दुकान के अंदर छिड़क दे। इससे आपके दुकान की तांत्रिक बाधा भी दूर हो जायेगी और आपकी बिक्री भी बढ़ेगी।
शिवलिंग का जल
शिवलिंग पर चढ़े जल को लायें और ॐ नम: शिवाय का जाप करते हुए उसे पूरी दुकान में छिडके। इससे दुकान पर लगी बुरी नजर हट जायेगी।
हम आशा करते हैं आप ये दुकान पर ग्राहक बढ़ाने के उपाय जरूर करेंगे और आपको बहुत सुख समृद्धि प्राप्त होगी अगर आपको हमारा ये पोस्ट पसंद आया तो इसको अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे ।
आमेजन में एक करोड़ से ज्यादा का व्यापार करने वाले विक्रेताओं की संख्या में छह गुना वृद्धि
नयी दिल्ली, 11 जुलाई (भाषा) ई-कॉमर्स कंपनी आमेजन इंडिया ने रविवार को कहा कि उसके तीन दिन के 'स्मॉल बिजनेस डेज' इवेंट के दौरान एक करोड़ से ज्यादा का व्यापार करने वाले विक्रेताओं की संख्या में छह गुना की वृद्धि दर्ज की गयी। इवेंट के दौरान आमेजन पर करीब 8.5 लाख विक्रेताओं में से 84,000 से ज्यादा विक्रेताओं को ग्राहकों से एकल ऑर्डर मिले।आमेजन ने एक बयान में कहा, "एक दिन व्यापारी को क्या चाहिए तीन दिन के इस इवेंट के दौरान 84,000 से अधिक विक्रेताओं को एक ऑर्डर मिला। ऑर्डर प्राप्त करने वाले इन विक्रेताओं में से 68% गैर-महानगर शहरों जैसे कोडागु (कर्नाटक), धौलपुर (राजस्थान), एटा
पिछले साल दिसंबर में एसबीडी के दौरान ऐमजॉन इंडिया पर सात लाख विक्रेताओं और 55,000 छोटे और मध्यम व्यापार कंपनियों को ऑर्डर मिला था।
नई दुकान खोलते समय इन बातों को ध्यान रखें। VASTU TIPS
नया व्यापार या कारोबार शुरू करते समय हरेक व्यक्ति की तमन्ना रहती है कि उसका कारोबार तरक्की के नए आयाम को छुए। लेकिन ऐसा होना हर बार संभव नहीं है। कई लोगों का एकमात्र व्यवसाय उनकी दुकान होती है। जिसे वह लाखों की लागत से एक दिन व्यापारी को क्या चाहिए एक दिन व्यापारी को क्या चाहिए बनाते हैं। लेकिन कई बार वह दुकान ब्याज जितना भी मुनाफा नहीं दे पाती, जिससे दुकानदार परेशान होने लगते हैं। लेकिन वास्तुशास्त्र के अनुसार अगर आप दुकान के एक दिन व्यापारी को क्या चाहिए वास्तु और दैनिक क्रियाओं का ध्यान रखते हैं तो आपकी दुकान में धन वर्षा होने लगेगी। यदि आप भी किसी चीज की दुकान खोलने जा रहे हैं तो इन बातों को जरूर ध्यान रखें, जिससे आपकी दुकान काफी फायदा देने लगेगी।
कैसी हो दुकान या ऑफिस की वास्तु व्यवस्था/How are the Vastu arrangements of the Shop
यदि दुकान आगे की ओर अधिक चौड़ी और पीछे कम चौड़ी है तो इसे सिंहमुखी दुकान कहा जाता है। बिजनेस के लिए देसी दुकानें अच्छी मानी जाती हैं। इसमें धन की आवक खूब होती है।दुकान में बैठते समय अपना मुख हमेशा उत्तर या पूर्व की ओर रखकर बैठें। इससे ग्राहक मोल-भाव और उधार कम करता है।
किस दिन नए व्यापार की शुरुआत/On what day the start of New Business
शुभ दिन व समय के अनुसार ही नए व्यापार की शुरुआत करें। मुहूर्त व दिन का रखें ख्याल नया व्यापार या दुकान के प्रारंभ का उपयुक्त मुहूर्त तिथि व समय निकलवाएं।द्वितीया, तृतीया, पंचमी, सप्तमी, अष्टमी, दशमी, एकादशी, द्वादशी, त्रयोदशी, पूर्णिमा तिथियां शुभ मानी गई है। नए व्यापार का आरंभ सोम, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, रविवार के दिन ही करें
किस दिन न करें व्यापार की शुरुआत/Which day do not start business
मंगलवार के दिन करना शुभ नहीं माना जाता। मुहूर्त की दृष्टि से बुधवार व मंगलवार को उधार का लेन-देन शुभ नहीं माना जाता है। क्षय मास, मल मास, अधिक मास में कोई भी नया व्यापार करना वर्जित माना जाता है।
दुकान खोलते समय क्या करें?/What to do
प्रातःकाल ‘ॐ महालक्ष्म्यै च निद्यहे विष्णुपत्नी, च धीमहि तन्यो लक्ष्मी प्रचोदयात’ मंत्र का जाप दुकान खोलते समय करें। दफ्तर या दुकान में पश्चिम व दक्षिण दिशा में अधिक सामान अलमारी, फर्नीचर आदि रखें।
क्या न करें/What not to do in Shop
दक्षिण दिशा में किसी देवी-देवता का चित्र ना लगाएं। दुकान का कचरा साफ करते समय कचरा सड़क पर ना फेंके। इससे दुकान में बरकत कम होने लगती है। कचरे को अपनी दुकान के निश्चित कोने दक्षिण-पश्चिम के कोने के कूड़ेदान में ही डालें और कूड़ेदान के भर जाने पर उसे नगर-निगम को दें। कचरा यदि दुकान के आसपास चौराहे, फव्वारे आदि जगह डाला जाता है तो उससे आसपास की सभी दुकानों की आय पर असर पड़ता है। साथ ही वातावरण दूषित होने से स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है।
दुकान का जितना क्षेत्र आपके नाम है या आपने किराये पर लिया है, उतने क्षेत्र का ही इस्तेमाल करें। क्योंकि अतिक्रमण कर दुकान बढ़ाने से वास्तुनुसार दुकान के कोने कट या बढ़ सकते हैं। ऐसी स्थिति में आय पर विपरीत प्रभाव पड़ता है।
व्यापार में सफलता पायें, ढेर सारे पैसे कमायें
यदि आपको अपना खुद का काम करके ढेर सारे पैसे कमाने का मौका मिले , वह भी कम खर्चे में , तो आप ऐसा चाहोगे या नहीं ? आप चाहोगे ना? ऐसा बिल्कुल हो सकता है , आप भी व्यापार में सफलता पा सकते हैं | और सबसे अच्छा व्यापार वह होता है , जिसमें आप पैसे कमाते हुए लोगों के सपनों को पूरा करते हो |
वीज़ा का व्यापार भी ऐसा ही है | लोग चाहते हैं कि वह विदेश जाके रोज़गार करें , उन्हें सही राह देकर पहुँचा देने में बहुत ही खुशी मिलती है | इम्मिग्रेशन का व्यापार करना बहुत ही अच्छी बात है |
लेकिन आज के समय में किसी नए व्यक्ति के लिए अपना खुद का इम्मिग्रेशन वाला काम करना बहुत ही कठिन है | पंजाब में हज़ारो एजेंट हैं , अकेले जलंधर बस स्टेंड के पास 250 से अधिक प्रमाणित एजेंट हैं , जिनमें से बहुत सारे टीवी , रेडियो और अख़बारों में विज्ञापन दे रहे हैं | अब चंडीगढ़ 17 सेक्टर मार्केट में कोई नयी दुकान खुलती है तो इम्मिग्रेशन वाले की ब्रांच खुलती है | बड़े शहर क्या , अब तो कादियां जैसे कस्बों में भी वीज़े वाले खुलने लगे हैं | कम्पटीशन बहुत ज़्यादा हो गया है आज |
मैं चाहता हूँ कि आप जो भी कारोबार करें वह चल जाए | इसके लिए आज मैं आपको अपने कारोबार का उदाहरण देकर बताऊंगा , कि किसी भी कारोबार में सफलता पाने के लिए क्या करना चाहिए |
यह एक चीज़ बिल्कुल ना करें
बहुत से लोगों को ग़लतफहमी होती है कि व्यापार करने का मतलब है कि काम जानने वाले बंदे लेकर आ जाओ और वह आपकी दुकान अपने आप चला देंगे | ऐसा एक समय पर होता होगा , मगर आज के समय में ऐसा बिल्कुल नहीं होता | लोग रखना आसान है , उन्हें टिकाना मुश्किल है , जिसके लिए आपको समय पर अच्छी पगार देनी पढ़ती है , और साथ में एक ऐसा दफ़्तर देना होता है जो उन्हें और कहीं ना मिले | आपके पास हर महीने इतना पैसा आना चाहिए कि लोगों की तनख़्वाहें तो निकलें ही , साथ में बिजली-पानी का खर्चा भी निकलता रहे , और आपके खुद के पास इतना धन हो जिससे आप आराम से अपना व्यापार और बढ़ा सकें |
कुछ अलग करने की सोचें
वीज़ा लगाने वाले तो कई सारे हैं , आप में ऐसा अलग क्या है ? जब मैं इस इंडस्ट्री में आया था , तो मैंने देखा था कि लोग लाखों रुपये दे देते थे , तब भी उनका वीज़ा नहीं लगता था , इसलिए मैंने शुरू किया कि मैं पैसे वीज़ा लगने के बाद लूँगा | निक बेकर्स महंगा है मगर बिकता है क्योंकि उनके पास हुनर है | KFC इसलिए चलता है क्योंकि वह कुछ अलग देता है , जिसकी लोग नकल करते हैं | आप जो भी व्यापार करो , ऐसा करो जिसमें कुछ अलग सा हो |
ग्राहकों को आकर्षित करो
वीज़ा के व्यापार में केवल शुरू करने की बात नहीं होती , बात होती है कि ग्राहक आपके दफ़्तर में आयें और उनके वीज़े लगें | Apple कंपनी 40 साल पहले एक गेराज से शुरू हुई थी , उन्होंने कंप्यूटर बनाकर बेचने शुरू किए , जब लोगों को पसंद आने लगे तो माँग को पूरा करने के लिए उन्होंने फैक्टरी डाल ली | उन्होंने इकट्ठे इतना सारा खर्चा नहीं किया – वह धीरे-धीरे आगे बढ़े | इसलिए मैं भी आपको यही कहता हूँ , पहले यह निश्चित करो कि आपके पास ग्राहक आएंगे , उन्हें वह दो जो वह चाहते हैं , और फिर बड़ी दुकान डालो | या फिर कुछ ऐसा बेचो जिसके पहले से ढेर सारे ग्राहक हो जो पैसे देने के लिए तैयार हैं |
सोशल मीडिया का प्रयोग करें
आज इंटरनेट का ज़माना है | युवा लोग अख़बारें कम पढ़ते हैं और फ़ेसबुक ज़्यादा करते हैं | ऐसे लोग आगे और भी ज़्यादा बढ़ेंगे | सोशल मीडिया ऐसी चीज़ है जिसने समझ लिया वह जीत गया | आज फ़ेसबुक, यूट्यूब और इंस्टाग्राम जैसे माध्यमों से 20 लाख से भी अधिक लोग मेरे साथ जुड़े हुए हैं , जिन्हें मेरा संदेश सीधा जाता है | यह मेरी 11 साल की कढ़ी मेहनत है , जिससे मैं यहाँ पहुँचा हूँ |
हिम्मत कभी ना हारें
ज़िंदगी में उतार- चढ़ाव तो आते ही रहते हैं | जो भी हो जाए , आप हार कभी ना मानिए , ईश्वर में विश्वास रखिए और नीयत ठीक रखिए | एक दिन जीत आप ही की होगी |
व्यापार में पैसे कमाने का सबसे सरल उपाए
दोस्तों , यदि आप खुद का व्यापार करें तो मुझे अच्छा लगेगा | व्यापार कई तरह से किए जा सकते हैं जैसे की बच्चों की टूशन , IELTS की ट्रेनिंग , मोबाइल का काम , इत्यादि| यदि आप वीज़ा का काम करना चाहते हैं , और चाहते हैं कि आपको लाभ ही लाभ हो , तो आप मेरी फ्रैंचाइज़ी ले सकते हैं | ज़रूरी नहीं कि आपने पहले वीज़ा का काम किया हुआ हो – मैं यह देखूँगा कि आपकी काबिलीयत कैसी है और आप जीवन में कितना आगे जाना चाहते हैं | इसमें आपका ज़्यादा पैसा भी नहीं लगेगा | मेरे साथ जुड़कर आप हर महीने 20 लाख रुपये तक आसानी से कमा सकते हैं |
अमला नवमी, अक्षय नवमी 2023
अक्षय नवमी हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण अनुष्ठानों में से एक है। अक्षय नवमी हिन्दू कैलेंडर के कार्तिक के महीने के दौरान आता है। यह दिन कार्तिक महीनें की शुल्क पक्ष के नवमी के दिन मनाया जाने वाला एक अनुष्ठान है। अक्षय नवमी को देव उठानी एकादशी से दो दिन पहले मनाया जाता है। ग्रेगोरियन कैलेंडर एक दिन व्यापारी को क्या चाहिए एक दिन व्यापारी को क्या चाहिए के अनुसार, अक्षय नवमी अक्टूबर-नवंबर के महीनों के बीच आती है।
अक्षय नवमी के दिन मथुरा-वृंदावन की परिक्रमा बहुत शुभ मानी जाती है। देश के कोने-कोने से हिंदू भक्त इस दिन अधिकतम लाभ अर्जित करने के लिए एकत्र होते हैं।
पौराणिक मान्यता के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण ने वृंदावन-गोकुल की गलियों को छोड़कर मथुरा प्रस्थान किया था। यह वह दिन था जब भगवान श्रीकृष्ण ने लीलाओं को त्याग कर कत्र्तव्य के पथ पर कदम रखा था।
सत्य युगादि
ऐसा माना जाता है कि अक्षय नवमी के दिन सत्ययुग के शुरूआता हुई थी। इसलिए अक्षय नवमी को ‘सत्य युगादि के रूप में भी जाना जाता है। यह दिन सभी प्रकार के दान-पुण्य गतिविधियों के लिए महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। जैसा कि अक्षय नाम से पता चलता है, इस दिन कोई भी धर्मार्थ या भक्तिपूर्ण कार्य करने का फल कभी कम नहीं होता और न केवल इस जन्म में बल्कि अगले जन्म में भी व्यक्ति को लाभ होता है।
आंवला नवमी
अक्षय नवमी को देश के विभिन्न हिस्सों में ‘आंवला नवमी’ के रूप में भी मनाया जाता है। इस दिन, आंवला के पेड़ की पूजा की जाती है क्योंकि इसे सभी देवी-देवताओं का निवास माना जाता है। भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल में, इस दिन को ‘जगधात्री पूजा’ के रूप में मनाया जाता है, जिसमें सट्टा की देवी ‘जगधात्री’ की पूरी भक्ति के साथ पूजा की जाती है।
कूष्मांडा नवमी
अक्षय नवमी को ‘कूष्मांडा नवमी’ के रूप में भी मनाया जाता है क्योंकि हिंदू किंवदंतियों के अनुसार, इस दिन भगवान विष्णु ने ‘कूष्मांडा’ नामक राक्षस को परास्त किया और अधर्म के प्रसार में बाधा डाली।
कैसे करें आँवला नवमी की पूजा
प्रातः स्नान करके शुद्ध आत्मा से आँवले के वृक्ष के नीचे पूर्व दिशा में बैठकर पूजन करना चाहिए। पूजन के बाद उसकी जड़ में जल या कच्चा दूध देना चाहिए। इसके बाद वृक्ष के चारों ओर कच्चा धागा बाँधना चाहिए। कपूर बाती या शुद्ध घी की बाती से आरती करते हुए सात बार परिक्रमा करनी चाहिए। इसके बाद पेड़ के नीचे ब्राह्मण को भोजन कराकर दान दक्षिणा देनी चाहिए।
आँवला नवमी कथा
काशी नगरी में एक निःसन्तान धर्मात्मा तथा दानी व्यापारी रहता था। एक दिन व्यापारी की पत्नी से एक पड़ोसन बोली यदि तुम किसी पराये लड़के की बलि भैरव के नाम से चढ़ा दो तो तुम्हें पुत्र प्राप्त हो सकता है।
यह बात जब व्यापारी को पता चली तो उसने अस्वीकार कर दिया। परन्तु उसकी पत्नी मौके की तलाश में लगी रही।
एक दिन एक कन्या को उसने कुएँ में गिराकर भैरों देवता के नाम पर बलि दे दी। इस हत्या का परिणाम विपरीत हुआ। लाभ की जगह उसके बदन में कोढ़ हो गया। लड़की की प्रेतात्मा उसे सताने लगी।
व्यापारी के पूछने पर उसकी पत्नी ने सारी बात बता दी। इस पर व्यापारी कहने लगा गौवध, ब्राह्मणवध तथा बालवध करने वाले के लिए इस संसार में कहीं जगह नहीं है। इसलिए तू गंगातट पर जाकर भगवान का भजन कर तथा गंगा में स्नान कर तभी तू इस कष्ट से छुटकारा पा सकती है।
व्यापारी की पत्नी गंगा किनारे रहने लगी। कुछ दिन बाद गंगा माता वृद्धा का वेष धारण कर उसके पास आयी और बोली तू मथुरा जाकर कार्तिक मास की नवमी का व्रत तथा आँवला वृक्ष की परिक्रमा कर तथा उसका पूजन कर। यह व्रत करने से तेरा यह कोढ़ दूर हो जायेगा।
वृद्धा की बात मानकर वह, व्यापारी से आज्ञा लेकर मथुरा जाकर विधिपूर्वक आँवला का व्रत करने लगी। ऐसा करने से वह भगवान की कृपा से दिव्य शरीर वाली हो गई तथा उसे पुत्र की प्राप्ति भी हुई।
आँवला नवमी दूसरी कथा
एक सेठ आंवला नवमी के दिन आंवले के पेड़ के नीचे ब्राह्मणों को भोजन कराया करता था और उन्हें सोने का दान दिया करता था। उसके पुत्रों को यह सब देखकर अच्छा नहीं लगता था और वे पिता से लड़ते-झगड़ते थे। घर की रोज-रोज की कलह से तंग आकर सेठ घर छोड़कर दूसरे गांव में रहने चला गया। उसने वहां जीवनयापन के लिए एक दुकान लगा ली। उसने दुकान के आगे आंवले का एक पेड़ लगाया। उसकी दुकान खूब चलने लगी। वह यहां भी आंवला नवमी का व्रत-पूजा करने लगा तथा ब्राह्मणों को भोजन कराकर दान देने लगा। उधर, उसके पुत्रों की व्यापार ठप एक दिन व्यापारी को क्या चाहिए हो गया। उनकी समझ में यह बात आ गई कि हम पिताश्री के भाग्य से ही खाते थे। बेटे अपने पिता के पास गए और अपनी गलती की माफी मांगने लगे। पिता की आज्ञानुसार वे भी आंवला के पेड़ की पूजा और दान करने लगे। इसके प्रभाव से उनके घर में भी पहले जैसी खुशहाली आ गई।
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